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सोमवार, 2 मार्च 2015

भलाई और अनुग्रह


   जेराल्ड स्टीवन्स की मृत्योप्रांत उसकी यादगार में रखी गई प्रार्थना सभा में पादरी ने कहा, "जेरी एक भला व्यक्ति था। वह अपने परिवार से प्रेम रखता था; वह अपनी पत्नि के प्रति विश्वासयोग्य था। वह एक अच्छा पिता और दादा था। उसने फौज में रहकर अपने देश की सेवा करी। वह एक अच्छा मित्र था।" इसके बाद पास्टर ने उस प्रार्थना सभा में उपस्थित लोगों को आगे बताया कि जेरी का यह भला जीवन और नेक कार्य स्वर्ग में उसे लिए स्थान देने के लिए पर्याप्त कदापि नहीं थे - और यह बात उनसे कहने वाला पहला व्यक्ति स्वयं जेरी ही होता!

   जेरी एक मसीही विश्वासी था। वह परमेश्वर के वचन बाइबल में लिखी गई बात: "इसलिये कि सब ने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित हैं" (रोमियों 3:23) पर पूरा पूरा विश्वास रखता था। जेरी यह जानता तथा मानता था कि उसकी जीवन यात्रा का अन्तिम एवं अनन्त गन्तव्य इस बात पर आधारित नहीं है कि उसने कितना भला जीवन व्यतीत किया है, या लोग उसके बारे में क्या सोचते-कहते हैं; वरन वह गन्तव्य पूर्णतः इस बात पर निर्भर है कि प्रभु यीशु ने जो उसके पापों के बदले अपना बलिदान दिया और फिर मृतकों से पुनः जीवित हो उठा, इस बात पर विश्वास रखकर उसने अपना जीवन प्रभु यीशु को समर्पित किया है या नहीं, प्रभु यीशु पर विश्वास किया है या नहीं। वह बाइबल की एक अन्य बात, "क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है, परन्तु परमेश्वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है" (रोमियों 6:23)  पर भी पूरा पूरा विश्वास रखता था, और उसने प्रभु यीशु पर विश्वास कर के उससे अपने पापों की क्षमा माँगी, प्राप्त करी और अपना जीवन प्रभु को समर्पित किया था।

   निःसन्देह जेरी भला व्यक्ति अवश्य था, लेकिन साथ ही वह यह भी जानता था कि कोई भी अपने प्रयासों एवं कर्मों से कभी इतना भला नहीं हो सकता कि निष्पाप, निष्कलंक हो जाए; इसलिए पापों के दोष से मुक्त होने के लिए उसने परमेश्वर द्वारा दिया गया एकमात्र मार्ग अपना लिया था (प्रेरितों 4:12)। ना जेरी अपनी भलाई और अच्छे जीवन के द्वारा उद्धार पा सका, और ना ही हम पा सकते हैं। जेरी ने भी प्रभु यीशु पर विश्वास द्वारा, प्रभु के अनुग्रह से अपने लिए उद्धार तथा अनन्त सुख और शान्ति के जीवन को पाया, और हम सब के लिए भी वही एकमात्र मार्ग है; यह हमारे प्रयासों-कार्यों-कर्मों द्वारा नहीं वरन परमेश्वर के अनुग्रह द्वारा मिलने वाला दान है (इफिसियों 2:8-9)।

   "परमेश्वर को उसके उस दान के लिये जो वर्णन से बाहर है, धन्यवाद हो" (2 कुरिन्थियों 9:15)। - सिंडी हैस कैसपर


हम अपने भले कार्यों द्वारा नहीं परन्तु परमेश्वर द्वारा हमारे लिए किए गए भले कार्य से अपने पापों की क्षमा तथा उद्धार पाते हैं।

क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है। और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्‍ड करे। - इफिसियों 2:8-9

बाइबल पाठ: रोमियों 3:10-18
Romans 3:10 जैसा लिखा है, कि कोई धर्मी नहीं, एक भी नहीं। 
Romans 3:11 कोई समझदार नहीं, कोई परमेश्वर का खोजने वाला नहीं। 
Romans 3:12 सब भटक गए हैं, सब के सब निकम्मे बन गए, कोई भलाई करने वाला नहीं, एक भी नहीं। 
Romans 3:13 उन का गला खुली हुई कब्र है: उन्होंने अपनी जीभों से छल किया है: उन के होठों में सापों का विष है। 
Romans 3:14 और उन का मुंह श्राप और कड़वाहट से भरा है। 
Romans 3:15 उन के पांव लोहू बहाने को फुर्तीले हैं। 
Romans 3:16 उन के मार्गों में नाश और क्लेश हैं। 
Romans 3:17 उन्होंने कुशल का मार्ग नहीं जाना। 
Romans 3:18 उन की आंखों के साम्हने परमेश्वर का भय नहीं।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 26-27
  • मरकुस 8:1-21