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बुधवार, 7 दिसंबर 2011

अभूतपूर्व परिवर्तन

   एक मनोवज्ञानिक चिकितस्क ने, जो जेल के कैदियों के बीच में कार्य करता था, खिसिया कर कहा, "मैं किसी के पागलपन का तो इलाज कर सकता हूँ लेकिन उसकी बुराई का नहीं"। मनुष्य के बुरे स्वभाव को बदल पाना किसी मानवीय सामर्थ और उपाय से बाहर है। केवल एक ही शक्ति है जो इस कार्य को कर सकती है, पाप पर जयवन्त प्रभु यीशु के सुसमाचार की शक्ति।

   चार्ल्स डारविन, जिसने क्रमिक विकास की धारणा को इतना महत्व दिया और माना, उसने भी इस बात को स्वीकार किया था। उसने एक प्रभु यीशु के सेवक को लिखा था: "हमारे गाँवों के सुधार के लिए जो आपने कुछ ही महीनों में कर दिखाया वह हमारी वर्षों की मेहनत से कहीं बढ़कर है। हम आज तक किसी एक भी शराबी व्यक्ति को सुधार नहीं सके थे, किंतु आपकी सेवाओं के बाद अब मुझे इन गाँवों में कोई शराबी दिखता ही नहीं।"

   बाद में डारविन दक्षिण अमेरिका के बिलकुल छोर पर स्थित इलाके Tierra Del Fuego गए, उन्हों ने वहाँ के लोगों में ऐसा वहशीपन देखा जो वर्णन से बाहर था। उसके कुछ समय पश्चात उन्हें फिर उस इलाके में जाने का अवसर मिला, तब तक एक मसीही सेवक वहाँ काम करने आ चुका था। अब जो डारविन ने वहाँ देखा वह उन्हें विस्मित कर देने वाला था; उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि प्रभु यीशु का सुसमाचार जीवन बदल देता है। वे वहाँ हुए परिवर्तन से इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने अपनी मृत्यु के समय तक वहाँ के मिशन के कार्य के लिए पैसा देना ज़ारी रखा।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में १ पतरस २ अध्याय में लिखा है कि क्रूस पर प्रभु यीशु के बलिदान ने ना केवल पाप के दण्ड को चुकाया वरन उसके सामर्थ को भी मिटा दिया। प्रेरित पौलुस ने उन लोगों के जघन्य अपराधों को गिनाने के बाद कुरिन्थ के विश्वासियों को लिखा कि, "और तुम में से कितने ऐसे ही थे, परन्‍तु तुम प्रभु यीशु मसीह के नाम से और हमारे परमेश्वर के आत्मा से धोए गए, और पवित्र हुए और धर्मी ठहरे" (१ कुरिन्थियों ६:११)।

   परमेश्वर की स्तुति हो, प्रभु यीशु वास्तव में अभूतपूर्व परिवर्तन लाकर, बुरों को भला बना देता है। - हर्ब वैण्डर लुग्ट

परमेश्वर ने हमें बनाया, पाप ने हमें बिगाड़ा, मसीह हमें पुनः सुधार देता है।

वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिए हुए क्रूस पर चढ़ गया जिस से हम पापों के लिये मर कर के धामिर्कता के लिये जीवन बिताएं: उसी के मार खाने से तुम चंगे हुए। - १ पतरस २:२४

बाइबल पाठ: १ कुरिन्थियों १:१८-३१; ६:९-११
1Co 1:18  क्‍योंकि क्रूस की कथा नाश होने वालों के निकट मूर्खता है, परन्‍तु हम उद्धार पाने वालों के निकट परमेश्वर की सामर्थ है।
1Co 1:19  क्‍योकि लिखा है, कि मैं ज्ञानवानों के ज्ञान को नाश करूंगा, और समझदारों की समझ को तुच्‍छ कर दूंगा।
1Co 1:20  कहां रहा ज्ञानवान? कहां रहा शास्त्री? कहां इस संसार का विवादी? क्‍या परमेश्वर ने संसार के ज्ञान को मूर्खता नहीं ठहराया?
1Co 1:21  क्‍योंकि जब परमेश्वर के ज्ञान के अनुसार संसार ने ज्ञान से परमेश्वर को न जाना तो परमेश्वर को यह अच्‍छा लगा, कि इस प्रकार की मूर्खता के द्वारा विश्वास करने वालों को उद्धार दे।
1Co 1:22  यहूदी तो चिन्‍ह चाहते हैं, और यूनानी ज्ञान की खोज में हैं।
1Co 1:23  परन्‍तु हम तो उस क्रूस पर चढ़ाए हुए मसीह का प्रचार करते हैं जो यहूदियों के निकट ठोकर का कारण, और अन्यजातियों के निकट मूर्खता है।
1Co 1:24  परन्‍तु जो बुलाए हुए हैं क्‍या यहूदी, क्‍या यूनानी, उन के निकट मसीह परमेश्वर की सामर्थ, और परमेश्वर का ज्ञान है।
1Co 1:25  क्‍योंकि परमेश्वर की मूर्खता मनुष्यों के ज्ञान से ज्ञानवान है; और परमेश्वर की निर्बलता मनुष्यों के बल से बहुत बलवान है।
1Co 1:26  हे भाइयो, अपने बुलाए जाने को तो सोचो, कि न शरीर के अनुसार बहुत ज्ञानवान, और न बहुत सामर्थी, और न बहुत कुलीन बुलाए गए।
1Co 1:27  परन्‍तु परमेश्वर ने जगत के मूर्खों को चुन लिया है, कि ज्ञान वालों को लज्ज़ित करे; और परमेश्वर ने जगत के निर्बलों को चुन लिया है, कि बलवानों को लज्ज़ित करे।
1Co 1:28  और परमेश्वर ने जगत के नीचों और तुच्‍छों को, वरन जो हैं भी नहीं उन को भी चुन लिया, कि उन्‍हें जो हैं, व्यर्थ ठहराए।
1Co 1:29  ताकि कोई प्राणी परमेश्वर के साम्हने घमण्‍ड न करने पाए।
1Co 1:30  परन्‍तु उसी की ओर से तुम मसीह यीशु में हो, जो परमेश्वर की ओर से हमारे लिये ज्ञान ठहरा अर्थात धर्म, और पवित्रता, और छुटकारा।
1Co 1:31  ताकि जैसा लिखा है, वैसा ही हो, कि जो घमण्‍ड करे वह प्रभु में घमण्‍ड करे।
1Co 6:9  क्‍या तुम नहीं जानते, कि अन्यायी लोग परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे धोखा न खाओ, न वेश्यागामी, न मूर्ति पूजक, न परस्त्रीगामी, न लुच्‍चे, न पुरूषगामी।
1Co 6:10  न चोर, न लोभी, न पियक्कड़, न गाली देने वाले, न अन्‍धेर करने वाले परमेश्वर के राज्य के वारिस होंगे।
1Co 6:11  और तुम में से कितने ऐसे ही थे, परन्‍तु तुम प्रभु यीशु मसीह के नाम से और हमारे परमेश्वर के आत्मा से धोए गए, और पवित्र हुए और धर्मी ठहरे।
 
एक साल में बाइबल: 
  • दानिय्येल ५-७ 
  • २ युहन्ना