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मंगलवार, 29 मई 2012

"कभी नहीं" - कभी नहीं!

   मैं अपने एक मित्र के साथ उस मार्ग पर चल रहा था जहां कभी बर्लिन की दीवार खड़ी हुई थी; उस ने मुझे बताया, "यह मेरे जीवन के ’कभी नहीं’ - कभी नहीं स्थानों में से एक है।" फिर उसने विस्तार से बताया कि जब जर्मनी कम्युनिस्ट पूर्वी और लोकतांत्रिक पश्चिमी भागों में विभाजित दो पृथक राष्ट्र हुआ करता था, तब बर्लिन भी पूर्वी और पश्चिमी भागों में विभाजित था और पश्चिमी से पूर्वी भाग में जाने के लिए लोगों को विशेष अनुमति के साथ चैकपॉइंट चार्ली नामक नाके से होकर निकलना पड़ता था। मेरे मित्र ने उन दिनों में पूर्वी जर्मनी में ताड़ना, दबाव और कठिनाईयों में जी रहे मसीही विश्वासियों को प्रोत्साहित करने के लिए इस नाके से होकर पूर्वी जर्मनी में कई चक्कर लगाए। ऐसा करते समय सीमा प्रहरियों ने उसे कई बार रोक कर उससे पूछताछ करी और उसे नाहक परेशान किया।

   १९८८ में मेरा वह मित्र अपने किशोर बच्चों को लेकर पश्चिमी बर्लिन आया और उन्हें बर्लिन की दीवार दिखाते हुए कहा, "इस दीवार को ध्यान से देखो; कुछ वर्षों बाद जब तुम अपने बच्चों को लेकर यहां आओगे, तब भी यह दिवार ऐसी ही खड़ी मिलेगी।" और इसके एक वर्ष के अन्दर ही वह दीवार गिरा दी गई, पूर्वी तथा पश्चिमी जर्मनी का विलय हो गया और वे फिर से एक राष्ट्र बन गए। जो असंभव लगता था वह देखते ही देखते अप्रत्याशित रीति से संभव हो गया।

   जब तरशीश के शाउल ने मसीही विश्वासियों का विरोध करना और उन पर हमले करना आरंभ किया था तो कोई सोच भी नहीं सकता था कि वह भी मसीह का चेला बन जाएगा। उस समय के लोगों के लिए यह "कभी नहीं" संभव होने वाली बात थी। परन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल के प्रेरितों ९:१-९ में वर्णन है कि कैसे जब शाउल दमिशक से मसीही विश्वासियों को पकड़ कर लाने जा रहा था कि उन्हें बन्दीगृह में डाला जाए तो उसका प्रभु यीशु के साथ एक चकाचौन्ध कर देने वाला सामना हुआ। इस जीवन बदल देने वाली घटना के बाद, भूतपूर्व मसीह विरोधी शाउल प्रभु यीशु को पूर्णतः समर्पित पौलुस बन गया और कुछ ही समय में सभी यहूदी आराधानलयों और अन्य लोगों में प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर का पुत्र और जगत का उद्धारकर्ता होने का प्रचार करने लगा, जो उसके सब सुनने वालों के लिए एक बड़े अचंभे की बात थी।

   जब परमेश्वर द्वारा कठोर और असंभव प्रतीत होने वाले लोगों में परिवर्तन आने की बात आती है तो इस संभावना के लिए हमें कभी भी "कभी नहीं" नहीं बोलना चाहिए। - डेविड मैक्कैसलैंड


परमेश्वर द्वारा किए जाने के लिए किसी भी कार्य को कभी भी असंभव ना माने।


और वह तुरन्‍त आराधनालयों में यीशु का प्रचार करने लगा, कि वह परमेश्वर का पुत्र है। - प्रेरितों ९:२०

बाइबल पाठ: प्रेरितों ९:१-२२
Act 9:1   और शाऊल जो अब तक प्रभु के चेलों को धमकाने और घात करने की धुन में था, महायाजक के पास गया।
Act 9:2  और उस से दमिश्‍क के अराधनालयों के नाम पर इस अभिप्राय की चिट्ठियां मांगी, कि क्‍या पुरूष, क्‍या स्त्री, जिन्‍हें वह इस पंथ पर पाए उन्‍हें बान्‍ध कर यरूशलेम में ले आए।
Act 9:3  परन्‍तु चलते चलते जब वह दमिश्‍क के निकट पहुंचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी।
Act 9:4  और वह भूमि पर गिर पड़ा, और यह शब्‍द सुना, कि हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्‍यों सताता है?
Act 9:5   उस ने पूछा, हे प्रभु, तू कौन है? उस ने कहा, मैं यीशु हूं, जिसे तू सताता है।
Act 9:6  परन्‍तु अब उठकर नगर में जा, और जो कुछ करना है, वह तुझ से कहा जाएगा।
Act 9:7  जो मनुष्य उसके साथ थे, वे चुपचाप रह गए, क्‍योंकि शब्‍द तो सुनते थे, परन्‍तु किसी को देखते न थे।
Act 9:8  तब शाऊल भूमि पर से उठा, परन्‍तु जब आंखे खोलीं तो उसे कुछ दिखाई न दिया और वे उसका हाथ पकड़ के दमिश्‍क में ले गए।
Act 9:9   और वह तीन दिन तक न देख सका, और न खाया और न पीया।
Act 9:10  दमिश्‍क में हनन्याह नाम एक चेला था, उस से प्रभु ने दर्शन में कहा, हे हनन्याह! उस ने कहा, हां प्रभु।
Act 9:11  तब प्रभु ने उस से कहा, उठकर उस गली में जा जो सीधी कहलाती है, और यहूदा के घर में शाऊल नाम एक तारसी को पूछ ले, क्‍योंकि देख, वह प्रार्थना कर रहा है।
Act 9:12  और उस ने हनन्याह नाम एक पुरूष को भीतर आते, और अपने ऊपर हाथ रखते देखा है, ताकि फिर से दृष्‍टि पाए।
Act 9:13   हनन्याह ने उत्तर दिया, कि हे प्रभु, मैं ने इस मनुष्य के विषय में बहुतों से सुना है, कि इस ने यरूशलेम में तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी बड़ी बुराईयां की हैं।
Act 9:14  और यहां भी इस को महायाजकों की ओर से अधिकार मिला है, कि जो लोग तेरा नाम लेते हैं, उन सब को बान्‍ध ले।
Act 9:15  परन्‍तु प्रभु ने उस से कहा, कि तू चला जा; क्‍योंकि यह, तो अन्यजातियों और राजाओं, और इस्‍त्राएलियों के साम्हने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है।
Act 9:16   और मैं उसे बताऊंगा, कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा दुख उठाना पड़ेगा।
Act 9:17  तब हनन्याह उठकर उस घर में गया, और उस पर अपना हाथ रख कर कहा, हे भाई शाऊल, प्रभु, अर्थात यीशु, जो उस रास्‍ते में, जिस से तू आया तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है, कि तू फिर दृष्‍टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।
Act 9:18  और तुरन्‍त उस की आंखों से छिलके से गिरे, और वह देखने लगा और उठकर बपतिस्मा लिया, फिर भोजन करके बल पाया।
Act 9:19  और वह कई दिन उन चेलों के साथ रहा जो दमिश्‍क में थे।
Act 9:20  और वह तुरन्‍त आराधनालयों में यीशु का प्रचार करने लगा, कि वह परमेश्वर का पुत्र है।
Act 9:21  और सब सुनने वाले चकित होकर कहने लगे, क्‍या यह वही व्यक्ति नहीं है जो यरूशलेम में उन्‍हें जो इस नाम को लेते थे नाश करता था, और यहां भी इसी लिये आया या, कि उन्हें बान्‍ध कर महायाजकों के पास ले आए
Act 9:22  परन्‍तु शाऊल और भी सामर्थी होता गया, और इस बात का प्रमाण दे देकर कि मसीह यही है, दमिश्‍क के रहने वाले यहूदियों का मुंह बन्‍द करता रहा।


एक साल में बाइबल: 

  • २ इतिहास ७-९ 
  • यूहन्ना ११:१-२९