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रविवार, 3 मार्च 2019

समझ



      चर्च के बरामदे में, अपने हाथों में दो तस्वीरों को लिए हुए, अभी हाल ही में नानी बनने वाली वह महिला गर्व से उन तस्वीरों को अपने मित्रों को दिखा रही थी। एक तस्वीर, उसके अपने देश बुरुंडी में रहने वाली उसकी बेटी की थी; और दूसरी उसके नवजात नाती की थी, जिसे उसकी बेटी ने जन्म दिया था। किन्तु वह बेटी अपने नवजात पुत्र को अपने हाथों में लिए हुए नहीं थी – क्योंकि उस पुत्र को जन्म देते हुए उसका देहांत हो गया था।

      उस महिला की एक सहेली पास आई, उन तस्वीरों को देखा और अपने हाथ उठा कर उसके चहरे को थाम लिया और रोते हुए केवल यह बोल सकी, “मैं समझती हूँ; मैं समझती हूँ!” निःसंदेह वह सहेली उस महिला का दुःख समझती थी, क्योंकि उसने दो माह पूर्व ही अपने बेटे को दफनाया था।

      जिन्होंने हमारे समान दुःख सहा है, उनसे मिलने वाली सहानिभूति और शान्ति में कुछ विशेष होता है; वे समझते हैं! प्रभु यीशु के पकड़वाए जाने से ठीक पहले उन्होंने अपने शिष्यों को सचेत किया, “मैं तुम से सच सच कहता हूं; कि तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द करेगा” किन्तु साथ ही उन्होंने उन शिष्यों को शान्ति भी दी: “तुम्हें शोक होगा, परन्तु तुम्हारा शोक आनन्द बन जाएगा” (यूहन्ना 16:20)। इस बात के कुछ ही घंटों में वे शिष्य प्रभु के पकड़वाए जाने और क्रूस पर चढ़ा दिए जाने के द्वारा अपने आप को तबाह किया हुआ अनुभव करने वाले थे। परन्तु उनका यह घोर शोक थोड़े ही समय में अवर्णनीय आनन्द में परिवर्तित हो गया जब उन्होंने प्रभु यीशु को फिर से जीवित होकर उनके पास आए हुए देखा।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह नबी ने प्रभु यीशु के विषय भविष्यवाणी की, “निश्चय उसने हमारे रोगों को सह लिया और हमारे ही दु:खों को उठा लिया; तौभी हम ने उसे परमेश्वर का मारा-कूटा और दुर्दशा में पड़ा हुआ समझा” (यशायाह 53:4)। हम मसीही विशावासियों का ऐसा उद्धारकर्ता है जो हमारे दुखों के विषय केवल जानता ही नहीं है, उसने उन दुखों को स्वयँ सहा भी है। इसलिए वह हमारी प्रत्येक बात और परिस्थिति को भली-भांति समझता भी है, और हमारी चिन्ता भी करता है; और एक दिन हमारे शोक को अनन्तकाल के आनन्द में बदल देगा। - टिम गुस्ताफ्सन


जब हम अपने चिंताएं प्रभु के हाथों में सौंप देते हैं, 
वह अपनी शान्ति हमारे हृदयों में भर देता है।

क्योंकि जब उसने परीक्षा की दशा में दुख उठाया, तो वह उन की भी सहायता कर सकता है, जिन की परीक्षा होती है। - इब्रानियों 2:18

बाइबल पाठ: यूहन्ना 16:19-24
John 16:19 यीशु ने यह जानकर, कि वे मुझ से पूछना चाहते हैं, उन से कहा, क्या तुम आपस में मेरी इस बाते के विषय में पूछ पाछ करते हो, कि थोड़ी देर में तुम मुझे न देखोगे, और फिर थोड़ी देर में मुझे देखोगे।
John 16:20 मैं तुम से सच सच कहता हूं; कि तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द करेगा: तुम्हें शोक होगा, परन्तु तुम्हारा शोक आनन्द बन जाएगा।
John 16:21 जब स्त्री जनने लगती है तो उसको शोक होता है, क्योंकि उस की दु:ख की घड़ी आ पहुंची, परन्तु जब वह बालक जन्म चुकी तो इस आनन्द से कि जगत में एक मनुष्य उत्पन्न हुआ, उस संकट को फिर स्मरण नहीं करती।
John 16:22 और तुम्हें भी अब तो शोक है, परन्तु मैं तुम से फिर मिलूंगा और तुम्हारे मन में आनन्द होगा; और तुम्हारा आनन्द कोई तुम से छीन न लेगा।
John 16:23 उस दिन तुम मुझ से कुछ न पूछोगे: मैं तुम से सच सच कहता हूं, यदि पिता से कुछ मांगोगे, तो वह मेरे नाम से तुम्हें देगा।
John 16:24 अब तक तुम ने मेरे नाम से कुछ नहीं मांगा; मांगो तो पाओगे ताकि तुम्हारा आनन्द पूरा हो जाए।  


एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 28-30
  • मरकुस 8:22-38