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रविवार, 14 जुलाई 2019

आमने-सामने



      यद्यपि आज सँसार इलेक्ट्रौनिक विधि से इतनी निकटता से जुड़ा हुआ है, फिर भी आमने-सामने होकर वार्तालाप करने का समय सर्वोत्तम होता है। जब हम एक दूसरे के साथ अपनी मन की बात बाँटते हैं, एक दूसरे के साथ हंसते हैं, तो एक दूसरे के चहरे के भाव देखकर ही भावनाओं को समझ जाते हैं। जो परस्पर प्रेम करते हैं, चाहे परिवार जन हो या मित्रगण, वे आमने-सामने ही संगति रखना पसन्द करते हैं।

      हम यही आमने-सामने की संगति, परमेश्वर के वचन बाइबल में, परमेश्वर और मूसा के मध्य देखते हैं। परमेश्वर ने मूसा को चुना कि वह उसके लोगों को मिस्त्र के दासत्व से निकालकर लाए। परमेश्वर के साथ चलते-चलते मूसा परमेश्वर पर अपने भरोसे में बढ़ता गया। इस्राएल के लोग तो परमेश्वर के विरुद्ध बलवा और अनाज्ञाकारिता और मूर्तिपूजा में भी पड़े, परन्तु मूसा परमेश्वर के साथ बना रहा। जब उन इस्राएलियों ने परमेश्वर के स्थान पर सोने के बछड़े की उपासना की (देखें निर्गमन 32), तो मूसा ने परमेश्वर से मिलने के लिए छावनी के बाहर तम्बू लगा लिया, और इस्राएली दूर ही से देख सकते थे (33:7-11)। जब परमेश्वर की उपस्थिति का सूचक बादल का खंबा उस तम्बू पर उतरा तो मूसा ने उन लोगों के लिए विनती की; और परमेश्वर ने आश्वस्त किया कि उसकी उपस्थिति उनके साथ बनी रहेगी (पद 14)।

      क्रूस पर प्रभु यीशु मसीह की मृत्यु और उनके मृतकों में से पुनरुत्थान के कारण अब हमें मूसा के समान किसी की आवश्यकता नहीं है कि हमारे लिए परमेश्वर से विनती करे – अब प्रभु यीशु अपने अनुयायियों के लिए यह कार्य करते रहते हैं। प्रभु यीशु मसीह में लाए गए विश्वास और उससे मिलने वाली पापों की क्षमा के कारण हम परमेश्वर के मित्र हो गए हैं (यूहन्ना 15:15), उसके साथ हमारा मेल-मिलाप हो गया है (रोमियों 5: 1, 10)। अब हम भी प्रार्थना में प्रभु परमेश्वर के साथ मिल सकते हैं और उससे ऐसे बात कर सकते हैं जैसे कोई मित्र के साथ आमने-सामने बातचीत करता है। - एमी बाउचर पाई


हम प्रभु परमेश्वर के साथ ऐसे बात कर सकते हैं, जैसे मित्र के साथ।

फिर कौन है जो दण्ड की आज्ञा देगा? मसीह वह है जो मर गया वरन मुर्दों में से जी भी उठा, और परमेश्वर की दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन भी करता है। - रोमियों 8:34

बाइबल पाठ: निर्गमन 33:7-14
Exodus 33:7 मूसा तम्बू को छावनी से बाहर वरन दूर खड़ा कराया करता था, और उसको मिलापवाला तम्बू कहता था। और जो कोई यहोवा को ढूंढ़ता वह उस मिलापवाले तम्बू के पास जो छावनी के बाहर था निकल जाता था।
Exodus 33:8 और जब जब मूसा तम्बू के पास जाता, तब तब सब लोग उठ कर अपने अपने डेरे के द्वार पर खड़े हो जाते, और जब तक मूसा उस तम्बू में प्रवेश न करता था तब तक उसकी ओर ताकते रहते थे।
Exodus 33:9 और जब मूसा उस तम्बू में प्रवेश करता था, तब बादल का खम्भा उतर के तम्बू के द्वार पर ठहर जाता था, और यहोवा मूसा से बातें करने लगता था।
Exodus 33:10 और सब लोग जब बादल के खम्भे को तम्बू के द्वार पर ठहरा देखते थे, तब उठ कर अपने अपने डेरे के द्वार पर से दण्डवत करते थे।
Exodus 33:11 और यहोवा मूसा से इस प्रकार आमने-सामने बातें करता था, जिस प्रकार कोई अपने भाई से बातें करे। और मूसा तो छावनी में फिर आता था, पर यहोशू नाम एक जवान, जो नून का पुत्र और मूसा का टहलुआ था, वह तम्बू में से न निकलता था।।
Exodus 33:12 और मूसा ने यहोवा से कहा, सुन तू मुझ से कहता है, कि इन लोगों को ले चल; परन्तु यह नहीं बताया कि तू मेरे संग किस को भेजेगा। तौभी तू ने कहा है, कि तेरा नाम मेरे चित्त में बसा है, और तुझ पर मेरे अनुग्रह की दृष्टि है।
Exodus 33:13 और अब यदि मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि हो, तो मुझे अपनी गति समझा दे, जिस से जब मैं तेरा ज्ञान पाऊं तब तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर बनी रहे। फिर इसकी भी सुधि कर कि यह जाति तेरी प्रजा है।
Exodus 33:14 यहोवा ने कहा, मैं आप चलूंगा और तुझे विश्राम दूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 10-12
  • प्रेरितों 19:1-20