हम में से बहुत इस समस्या से जूझते हैं - टालने की समस्या। एलबर्टा स्थित कैलगरी विश्वविद्यालय के प्राध्यापक ने इस विषय पर ५ वर्ष तक शोध किया और पाया कि ९५% लोग किसी न किसी बात को टालते हैं। एक अनुमान के अनुसार, अपना कर देना टालने के कारण अमेरीकी लोग लगभग $४०० करोड़ सालाना का नुकसान उठाते हैं! असफल होने के भय अथवा अन्य किन्हीं संभावित असुरक्षाओं के कारण हम किसी कार्य को आरंभ करने के लिये या कोई निर्णय लेने के लिये प्रतीक्षा ही करते रह जाते हैं।
मण्डली (चर्च) में भी टालना एक समस्या है। बहुत लोग परमेश्वर की सेवा करने को टालते रहते हैं। हम जानते हैं कि हमें औरों तक मसीह के सुसमाचार को पहुंचाना है, पर हम इसे टाल जाते हैं, इस चिंता में कि कैसे करेंगे, या करेंगे तो कहीं असफल न हो जाएं। क्योंकि हम अपने वरदानों और अभिरुचियों को भली भांति नहीं जानते, इसलिये मण्डली के कामों में जुड़ने से कतराते हैं और टालते रहते हैं, इस डर से कि "कहीं मैं कोई घटिया काम न कर बैठूं" या "अगर आरंभ करने के बाद मुझे लगे कि मैं इसे नहीं कर पाउंगा, तो क्या होगा?"
इस बात के लिये रोमियों की पत्री का १२वां अध्याय हमें कुछ प्रोत्साहन देता है। वहां हमें मिलता है कि परमेश्वर की सेवा का आरंभ होता है परमेश्वर को भावते हुए जीवित और पवित्र बलिदान के रूप में अपने आप का समर्पण करने से - रोमियों १२:१ । प्रार्थना करें और अपने आप को पुनः प्रभु और उसके कार्य के लिये समर्पित करें। फिर अपने आस-पास ध्यान करें कि आपकी मण्डली में लोग किन कार्यों में लगे हैं, और उनके साथ मिलकर उन कार्यों में हाथ बंटाएं। चाहे तो छोटे से आरंभ करें और कई कार्यों में प्रयास करें।
आपकी मण्डली को आपकी आवश्यक्ता है। परमेश्वर से मांगें कि वह आपको आपकी टालने की समस्या से निकलने में सहायता करे। - एनी सेटास
क्योंकि जैसे हमारी एक देह में बहुत से अंग हैं, और सब अंगों का एक ही सा काम नहीं। वैसे ही हम जो बहुत हैं, मसीह में एक देह होकर आपस में एक दूसरे के अंग हैं। - रोमियों १२:४, ५
एक साल में बाइबल:
मण्डली (चर्च) में भी टालना एक समस्या है। बहुत लोग परमेश्वर की सेवा करने को टालते रहते हैं। हम जानते हैं कि हमें औरों तक मसीह के सुसमाचार को पहुंचाना है, पर हम इसे टाल जाते हैं, इस चिंता में कि कैसे करेंगे, या करेंगे तो कहीं असफल न हो जाएं। क्योंकि हम अपने वरदानों और अभिरुचियों को भली भांति नहीं जानते, इसलिये मण्डली के कामों में जुड़ने से कतराते हैं और टालते रहते हैं, इस डर से कि "कहीं मैं कोई घटिया काम न कर बैठूं" या "अगर आरंभ करने के बाद मुझे लगे कि मैं इसे नहीं कर पाउंगा, तो क्या होगा?"
इस बात के लिये रोमियों की पत्री का १२वां अध्याय हमें कुछ प्रोत्साहन देता है। वहां हमें मिलता है कि परमेश्वर की सेवा का आरंभ होता है परमेश्वर को भावते हुए जीवित और पवित्र बलिदान के रूप में अपने आप का समर्पण करने से - रोमियों १२:१ । प्रार्थना करें और अपने आप को पुनः प्रभु और उसके कार्य के लिये समर्पित करें। फिर अपने आस-पास ध्यान करें कि आपकी मण्डली में लोग किन कार्यों में लगे हैं, और उनके साथ मिलकर उन कार्यों में हाथ बंटाएं। चाहे तो छोटे से आरंभ करें और कई कार्यों में प्रयास करें।
आपकी मण्डली को आपकी आवश्यक्ता है। परमेश्वर से मांगें कि वह आपको आपकी टालने की समस्या से निकलने में सहायता करे। - एनी सेटास
एक स्वस्थ मण्डली के लिये हर सद्स्य को अपने अपने आत्मिक वरदान का उपयोग करना है।
बाइबल पाठ: रोमियों १२:४-१३क्योंकि जैसे हमारी एक देह में बहुत से अंग हैं, और सब अंगों का एक ही सा काम नहीं। वैसे ही हम जो बहुत हैं, मसीह में एक देह होकर आपस में एक दूसरे के अंग हैं। - रोमियों १२:४, ५
एक साल में बाइबल:
- अय्युब १, २
- प्रेरितों के काम ७:२२-४३
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