अमीरीकी गृह युद्ध की समप्ति के बाद विजयी सेना की परेड में सेनानायक जनरल विलियम शरमन को सेना का नेतृत्व करना था। उन्होंने सेना की एक टुकड़ी के अध्यक्ष जनरल ओलिवर होवर्ड को अपने कमरे में बुलाया और उनसे कहा, "जनरल, कल की परेड में अपनी टुकड़ी का नेतृत्व करने का अधिकार आपका है, यह मैं भली-भांति जानता हूं, लेकिन मुझे निर्देश मिले हैं कि जो जनरल आपसे आप से पहले उस टुकड़ी के अध्यक्ष थे, उन्हें परेड में टुकड़ी का नेतृत्व दिया जाए।" जनरल होवर्ड ने उत्तर दिया, "सर अपनी टुकड़ी का नेतृत्व करने का अधिकार तो मेरा है।" जनरल शरमन ने कहा, "हां अधिकार तो आप ही का है, लेकिन मैं सोच रहा था कि क्योंकि आप एक मसिही विश्वासी हैं तो मसीही व्यवहर के अन्तर्गत, शांति बनाए रखने के लिए, आप अपने अधिकार को छोड़ने के लिए राज़ी होंगे।" जनरल होवर्ड बोले, "यदि ऐसा है तो मैं टुकड़ी के नेतृत्व का अपना यह अधिकार छोड़ने को तैयार हूं।" यह स्वीकृति पाने के बाद जनरल शरमन ने जनरल होवर्ड से कहा, "तो फिर ठीक है, कल की परेड में आप पूरी सेना के नेतृत्व में मेरे साथ सबसे आगे चलेंगे।" जनरल होवर्ड का अपने सेनापति की इच्छा में अपना अधिकार छोड़ने को राज़ी होना, उनके लिए और भी अधिक सम्मान मिलने का मर्ग बन गया।
प्रभु यीशु ने कहा, "यदि कोई मेरी सेवा करे, तो मेरे पीछे हो ले, और जहां मैं हूं वहां मेरा सेवक भी होगा; यदि कोई मेरी सेवा करे, तो पिता उसका आदर करेगा" (युहन्ना १२:२६)। जब प्रभु यीशु की निन्दा और उपहास किया गया तो उसने अपने अधिकारों का दावा और बदले की भावना नहीं दिखाई क्योंकि "वह गाली सुनकर गाली नहीं देता था, और दुख उठा कर किसी को भी धमकी नहीं देता था, पर अपने आप को सच्चे न्यायी के हाथ में सौपता था" (१ पतरस २:२३)। यही स्वभाव मसीही विश्वसियों में भी होना चहिए।
यदि मसीही विश्वासी होने के नाते हम अपने जीवन दूसरों की सेवा में लगा देते हैं तो अपने प्रभु से इसका प्रतिफल भी पाएंगे। इस सेवा में यदि हमें कुछ गंवाना भी पड़े, तौ भी वह हमारे लिए लाभ कमाना ही ठहरेगा। - पौल वैन गोर्डर
अपनी इच्छापूर्ति को प्राथमिकता देना हमारी सेवा के मार्ग में अवरोध ही बनता है।
क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे वह उसे खोएगा, पर जो कोई मेरे और सुसमाचार के लिये अपना प्राण खोएगा, वह उसे बचाएगा। - मरकुस ८:३५
बाइबल पाठ: मरकुस ८:३४-३८
Mar 8:34 उस ने भीड़ को अपने चेलों समेत पास बुला कर उन से कहा, जो कोई मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आपे से इन्कार करे और अपना क्रूस उठा कर, मेरे पीछे हो ले।
Mar 8:35 क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे वह उसे खोएगा, पर जो कोई मेरे और सुसमाचार के लिये अपना प्राण खोएगा, वह उसे बचाएगा।
Mar 8:36 यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे और अपने प्राण की हानि उठाए, तो उसे क्या लाभ होगा?
Mar 8:37 और मनुष्य अपने प्राण के बदले क्या देगा?
Mar 8:38 जो कोई इस व्यभिचारी और पापी जाति के बीच मुझ से और मेरी बातों से लजाएगा, मनुष्य का पुत्र भी जब वह पवित्र दूतों के साथ अपने पिता की महिमा सहित आएगा, तब उस से भी लजाएगा।
Mar 8:34 उस ने भीड़ को अपने चेलों समेत पास बुला कर उन से कहा, जो कोई मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आपे से इन्कार करे और अपना क्रूस उठा कर, मेरे पीछे हो ले।
Mar 8:35 क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे वह उसे खोएगा, पर जो कोई मेरे और सुसमाचार के लिये अपना प्राण खोएगा, वह उसे बचाएगा।
Mar 8:36 यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे और अपने प्राण की हानि उठाए, तो उसे क्या लाभ होगा?
Mar 8:37 और मनुष्य अपने प्राण के बदले क्या देगा?
Mar 8:38 जो कोई इस व्यभिचारी और पापी जाति के बीच मुझ से और मेरी बातों से लजाएगा, मनुष्य का पुत्र भी जब वह पवित्र दूतों के साथ अपने पिता की महिमा सहित आएगा, तब उस से भी लजाएगा।
एक साल में बाइबल:
- यर्मियाह ३२-३३
- इब्रानियों १
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें