मिशनरी प्रचारकों की एक सभा में मिशनरी प्रचारक जौन विलियम्स ने New Hebrides द्वीप समूह में अपने प्रचार कार्य के विवरण और उसके परिणामों के द्वारा श्रोताओं को बहुत प्रभावित कर मन्त्रमुग्ध कर दिया। उनके बाद एक और प्रचारक को अपने कार्य के बारे में बताने को कहा गया; उस प्रचारक ने बड़ी नम्र और कंपकंपाती आवाज़ में कहा, "मेरे पास श्रीमन विलियम के समान आपको प्रभावित कर पाने वाले कोई अद्भुत विवरण नहीं है। मैं बहुत सालों से एक दूर देश में प्रभु की सेवा कर रहा हूँ, और मैंने बहुत कम सफलता देखी है। लेकिन मुझे यह सन्तोष है कि जब हमारा प्रभु आएगा और अपने सेवकों से हिसाब लेगा, तो प्रतिफल देते समय यह नहीं कहेगा, ’धन्य हे अच्छे और सफल दास’, वरन वह कहेगा कि ’धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास’ ।"
मत्ती २५ अध्याय से हम सीखते हैं कि हमारे वरदान असमान भी हों तौ भी यदि हम उन्हें विश्वासयोग्यता से प्रभु के लिए प्रयोग करेंगे तो समान प्रतिफल पाएंगे। प्रभु द्वारा कहे गए इस दृष्टांत में जो ’तोड़े’ स्वामी ने अपने दासों को दिये, वे प्रभु द्वारा अपने सेवकों को दिये गए कार्यों की पूर्ति के लिए उन्हें दी गई योग्यताएं हैं। प्रभु के आगमन और हिसाब लिए जाने के समय महत्व इस बात का नहीं होगा कि किसने कितना ’कमाया’ लेकिन इस बात का होगा कि किसने कितनी विश्वासयोग्यता और कितनी मेहनत के साथ अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करी, उसकी मेहनत का स्तर क्या था।
ऐलेक्ज़ैन्डर मैकलैरन ने लिखा कि "जो रौशनी एक सूई के छेद से छन कर आती है वही रौशनी चौड़ी खिड़की से भी अन्दर आती है।" प्रभु अपने सेवकों को भिन्न भिन्न ज़िम्मेदारियाँ देता है; ज़िम्मेदारी के बड़े या छोटे होने से हमारे प्रतिफलों पर असर नहीं पड़ता, प्रभाव इस बात का है कि हम ने उन ज़िम्मेदारियों का निर्वाह कितनी विश्वासयोग्यता से किया। महान, कठिन और बड़े कार्य लोगों को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन परमेश्वर की दृष्टि में विश्वासयोग्यता से किया गया छोटा सा कार्य भी बड़े प्रतिफल का उतना ही हकदार है। - डेनिस डी हॉन
उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य है अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा; मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो। - मत्ती २५:२१
बाइबल पाठ: मत्ती २५:१४-३०
Mat 25:14 क्योंकि यह उस मनुष्य की सी दशा है जिस ने परदेश को जाते समय अपने दासों को बुला कर, अपनी संपत्ति उन को सौंप दी।
Mat 25:15 उस ने एक को पांच तोड़, दूसरे को दो, और तीसरे को एक; अर्थात हर एक को उस की सामर्थ के अनुसार दिया, और तब परदेश चला गया।
Mat 25:16 तब जिस को पांच तोड़े मिले थे, उस ने तुरन्त जा कर उन से लेन देन किया, और पांच तोड़े और कमाए।
Mat 25:17 इसी रीति से जिस को दो मिले थे, उस ने भी दो और कमाए।
Mat 25:18 परन्तु जिस को एक मिला था, उस ने जा कर मिट्टी खोदी, और अपने स्वामी के रूपये छिपा दिए।
Mat 25:19 बहुत दिनों के बाद उन दासों का स्वामी आ कर उन से लेखा लेने लगा।
Mat 25:20 जिस को पांच तोड़े मिले थे, उस ने पांच तोड़े और ला कर कहा, हे स्वामी, तू ने मुझे पांच तोड़े सौंपे थे, देख मैं ने पांच तोड़े और कमाए हैं।
Mat 25:21 उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।
Mat 25:22 और जिस को दो तोड़े मिले थे, उस ने भी आ कर कहा, हे स्वामी तू ने मुझे दो तोड़े सौंपें थे, देख, मैं ने दो तोड़े और कमाएं।
Mat 25:23 उसके स्वामी ने उस से कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।
Mat 25:24 तब जिस को एक तोड़ा मिला था, उस ने आ कर कहा, हे स्वामी, मैं तुझे जानता था, कि तू कठोर मनुष्य है, और जहां नहीं छीटता वहां से बटोरता है।
Mat 25:25 सो मैं डर गया और जा कर तेरा तोड़ा मिट्टी में छिपा दिया, देख, जो तेरा है, वह यह है।
Mat 25:26 उसके स्वामी ने उसे उत्तर दिया, कि हे दुष्ट और आलसी दास, जब यह तू जानता था, कि जहां मैं ने नहीं बोया वहां से काटता हूं; और जहां मैं ने नहीं छीटा वहां से बटोरता हूं।
Mat 25:27 तो तुझे चाहिए था, कि मेरा रूपया सर्राफों को दे देता, तब मैं आ कर अपना धन ब्याज समेत ले लेता।
Mat 25:28 इसलिये वह तोड़ा उस से ले लो, और जिस के पास दस तोड़े हैं, उस को दे दो।
Mat 25:29 क्योंकि जिस किसी के पास है, उसे और दिया जाएगा; और उसके पास बहुत हो जाएगा: परन्तु जिस के पास नहीं है, उस से वह भी जो उसके पास है, ले लिया जाएगा।
Mat 25:30 और इस निकम्मे दास को बाहर के अन्धेरे में डाल दो, जहां रोना और दांत पीसना होगा।
एक साल में बाइबल:
मत्ती २५ अध्याय से हम सीखते हैं कि हमारे वरदान असमान भी हों तौ भी यदि हम उन्हें विश्वासयोग्यता से प्रभु के लिए प्रयोग करेंगे तो समान प्रतिफल पाएंगे। प्रभु द्वारा कहे गए इस दृष्टांत में जो ’तोड़े’ स्वामी ने अपने दासों को दिये, वे प्रभु द्वारा अपने सेवकों को दिये गए कार्यों की पूर्ति के लिए उन्हें दी गई योग्यताएं हैं। प्रभु के आगमन और हिसाब लिए जाने के समय महत्व इस बात का नहीं होगा कि किसने कितना ’कमाया’ लेकिन इस बात का होगा कि किसने कितनी विश्वासयोग्यता और कितनी मेहनत के साथ अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करी, उसकी मेहनत का स्तर क्या था।
ऐलेक्ज़ैन्डर मैकलैरन ने लिखा कि "जो रौशनी एक सूई के छेद से छन कर आती है वही रौशनी चौड़ी खिड़की से भी अन्दर आती है।" प्रभु अपने सेवकों को भिन्न भिन्न ज़िम्मेदारियाँ देता है; ज़िम्मेदारी के बड़े या छोटे होने से हमारे प्रतिफलों पर असर नहीं पड़ता, प्रभाव इस बात का है कि हम ने उन ज़िम्मेदारियों का निर्वाह कितनी विश्वासयोग्यता से किया। महान, कठिन और बड़े कार्य लोगों को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन परमेश्वर की दृष्टि में विश्वासयोग्यता से किया गया छोटा सा कार्य भी बड़े प्रतिफल का उतना ही हकदार है। - डेनिस डी हॉन
विश्वासयोग्यता से किया गया प्रत्येक कार्य प्रभु से समान प्रशंसा पाएगा।
उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य है अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा; मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो। - मत्ती २५:२१
बाइबल पाठ: मत्ती २५:१४-३०
Mat 25:14 क्योंकि यह उस मनुष्य की सी दशा है जिस ने परदेश को जाते समय अपने दासों को बुला कर, अपनी संपत्ति उन को सौंप दी।
Mat 25:15 उस ने एक को पांच तोड़, दूसरे को दो, और तीसरे को एक; अर्थात हर एक को उस की सामर्थ के अनुसार दिया, और तब परदेश चला गया।
Mat 25:16 तब जिस को पांच तोड़े मिले थे, उस ने तुरन्त जा कर उन से लेन देन किया, और पांच तोड़े और कमाए।
Mat 25:17 इसी रीति से जिस को दो मिले थे, उस ने भी दो और कमाए।
Mat 25:18 परन्तु जिस को एक मिला था, उस ने जा कर मिट्टी खोदी, और अपने स्वामी के रूपये छिपा दिए।
Mat 25:19 बहुत दिनों के बाद उन दासों का स्वामी आ कर उन से लेखा लेने लगा।
Mat 25:20 जिस को पांच तोड़े मिले थे, उस ने पांच तोड़े और ला कर कहा, हे स्वामी, तू ने मुझे पांच तोड़े सौंपे थे, देख मैं ने पांच तोड़े और कमाए हैं।
Mat 25:21 उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।
Mat 25:22 और जिस को दो तोड़े मिले थे, उस ने भी आ कर कहा, हे स्वामी तू ने मुझे दो तोड़े सौंपें थे, देख, मैं ने दो तोड़े और कमाएं।
Mat 25:23 उसके स्वामी ने उस से कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।
Mat 25:24 तब जिस को एक तोड़ा मिला था, उस ने आ कर कहा, हे स्वामी, मैं तुझे जानता था, कि तू कठोर मनुष्य है, और जहां नहीं छीटता वहां से बटोरता है।
Mat 25:25 सो मैं डर गया और जा कर तेरा तोड़ा मिट्टी में छिपा दिया, देख, जो तेरा है, वह यह है।
Mat 25:26 उसके स्वामी ने उसे उत्तर दिया, कि हे दुष्ट और आलसी दास, जब यह तू जानता था, कि जहां मैं ने नहीं बोया वहां से काटता हूं; और जहां मैं ने नहीं छीटा वहां से बटोरता हूं।
Mat 25:27 तो तुझे चाहिए था, कि मेरा रूपया सर्राफों को दे देता, तब मैं आ कर अपना धन ब्याज समेत ले लेता।
Mat 25:28 इसलिये वह तोड़ा उस से ले लो, और जिस के पास दस तोड़े हैं, उस को दे दो।
Mat 25:29 क्योंकि जिस किसी के पास है, उसे और दिया जाएगा; और उसके पास बहुत हो जाएगा: परन्तु जिस के पास नहीं है, उस से वह भी जो उसके पास है, ले लिया जाएगा।
Mat 25:30 और इस निकम्मे दास को बाहर के अन्धेरे में डाल दो, जहां रोना और दांत पीसना होगा।
एक साल में बाइबल:
- भजन १००-१०२
- १ कुरिन्थियों १
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