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सोमवार, 15 मार्च 2021

सामर्थ्य

 

          व्यावसायिक जगत में काम करने के कारण मुझे अवसर मिला कि अनेकों कुशल और सूझ-बूझ वाले लोगों के साथ बातचीत और कार्य करूं, उनसे संपर्क रखूँ। लेकिन एक परियोजना पर काम करने का अनुभव कुछ भिन्न ही था। उस परियोजना का संचालक बाहर स्थान पर रहता था, और हमारी उससे बातचीत फोन के द्वारा होती थी, साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट उसे फोन के द्वारा दी जाती थी। हमने चाहे जितना भी कार्य किया हो, कितनी भी अच्छी प्रगति हुई हो, यह मैनेजर हमेशा ही हमारे कार्य की कटु आलोचना करता था, और हर बार हमारे कार्य को कम बता कर, और अधिक कार्य करने के लिए कहता था। उसकी ये बातें सुनते-सुनते मैं निरुत्साहित होने लगा और उससे बात करने में संकोच करने लगा। कभी-कभी तो मैं काम छोड़ देना चाहता था।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में संभव है कि मूसा को भी कुछ ऐसा ही लगा होगा जब अन्धकार वाली विपत्ति के समय वह फिरौन से मिला होगा। परमेश्वर ने मिस्र पर इससे पहले आठ विपत्तियाँ भेजी थीं, और अब इस नौवीं विपत्ति में पड़ने से फिरौन ने आप खो दिया, और उसने क्रोध में मूसा से कहा,मेरे सामने से चला जा; और सचेत रह; मुझे अपना मुख फिर न दिखाना; क्योंकि जिस दिन तू मुझे मुंह दिखलाए उसी दिन तू मारा जाएगा” (निर्गमन 10:28)।

          उसकी इस धमकी के बावजूद, परमेश्वर ने मूसा ही को इस्राएलियों को मिस्र और फिरौन की अधीनता से छुड़ाने के लिए प्रयोग किया, “विश्वास ही से राजा के क्रोध से न डर कर उसने मिस्र को छोड़ दिया, क्योंकि वह अनदेखे को मानो देखता हुआ दृढ़ रहा” (इब्रानियों 11:27)। मूसा फिरौन का सामना करके उस पर विजय इसलिए प्राप्त कर सका क्योंकि उसे पूरा भरोसा था कि परमेश्वर छुटकारे की अपनी प्रतिज्ञा को पूरा करेगा (निर्गमन 3:17)।

          आज हम इस प्रतिज्ञा पर भरोसा रख सकते हैं कि हर परिस्थिति में परमेश्वर हमारे साथ है, अपनी पवित्र आत्मा के द्वारा हमें सहारा दिए हुए है। वह हमारी सहायता करता है कि हम धमकियों और दबाव का प्रतिरोध कर सकें, उनकी कोई अनुचित प्रतिक्रिया न दें। ऐसा करने के लिए वह हमें अलौकिक सामर्थ्य, प्रेम, और आत्मा-नियंत्रण प्रदान करता है (2 तिमुथियुस 1:7)। हम मसीही विश्वासियों में निवास करने वाला परमेश्वर पवित्र आत्मा हमें अपने कार्यों को करते रहने और परमेश्वर के मार्गदर्शन में चलते रहने का साहस और सामर्थ्य प्रदान करता है। - जेनिफर बेनसन शुल्टज़

 

प्रभु मेरी सहायता करें कि मैं हर बात के लिए आपकी ओर देखता रहूं, 

आपसे मार्गदर्शन और सामर्थ्य प्राप्त करता रहूं।


क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ्य, और प्रेम, और संयम की आत्मा दी है। - 2 तीमुथियुस 1:7

बाइबल पाठ: निर्गमन 10:21-29

निर्गमन 10:21 फिर यहोवा ने मूसा से कहा, अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ा कि मिस्र देश के ऊपर अन्धकार छा जाए, ऐसा अन्धकार कि टटोला जा सके।

निर्गमन 10:22 तब मूसा ने अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ाया, और सारे मिस्र देश में तीन दिन तक घोर अन्धकार छाया रहा।

निर्गमन 10:23 तीन दिन तक न तो किसी ने किसी को देखा, और न कोई अपने स्थान से उठा; परन्तु सारे इस्राएलियों के घरों में उजियाला रहा।

निर्गमन 10:24 तब फिरौन ने मूसा को बुलवाकर कहा, तुम लोग जाओ, यहोवा की उपासना करो; अपने बालकों को भी संग ले जाओ; केवल अपनी भेड़-बकरी और गाय-बैल को छोड़ जाओ।

निर्गमन 10:25 मूसा ने कहा, तुझ को हमारे हाथ मेलबलि और होमबलि के पशु भी देने पड़ेंगे, जिन्हें हम अपने परमेश्वर यहोवा के लिये चढ़ाएं।

निर्गमन 10:26 इसलिये हमारे पशु भी हमारे संग जाएंगे, उनका एक खुर तक न रह जाएगा, क्योंकि उन्हीं में से हम को अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना का सामान लेना होगा, और हम जब तक वहां न पहुंचें तब तक नहीं जानते कि क्या क्या ले कर यहोवा की उपासना करनी होगी।

निर्गमन 10:27 पर यहोवा ने फिरौन का मन हठीला कर दिया, जिस से उसने उन्हें जाने न दिया।

निर्गमन 10:28 तब फिरौन ने उस से कहा, मेरे सामने से चला जा; और सचेत रह; मुझे अपना मुख फिर न दिखाना; क्योंकि जिस दिन तू मुझे मुंह दिखलाए उसी दिन तू मारा जाएगा।

निर्गमन 10:29 मूसा ने कहा, कि तू ने ठीक कहा है; मैं तेरे मुंह को फिर कभी न देखूंगा।

 

एक साल में बाइबल: 

  • व्यवस्थाविवरण 26-27
  • मरकुस 14:27-53

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