कुछ लोगों का मानना है कि हमें अपनी बाइबल में चित्रांकन नहीं करना चाहिये। परन्तु मुझे खुशी है कि मेरी बेटी मेलिसा ने अपनी बाइबल में चित्रांकन किया। उसने अपनी बाइबल में रोमियों ५ के हाशिये में हरी स्याही से एक मुस्कुराता चेहरा बनाया और पद ३ पर गोलाकार निशान लगाया।
वह कैसे जान सकी कि उसके परिवार और मित्रों को, १७ वर्ष की आयु में उसके अचानक कार दुर्घटना में चले जाने के बाद, इस खंड की आवश्यक्ता होगी? वह कैसे जान सकी कि ये पद उसकी कहानी बयान करेंगे और हमारे तथा दूसरों के जीवन को मार्गदर्शन देते रहेंगे, जैसे वे पिछले ७ वर्षों से, उसके जाने के बाद से कर रहे हैं?
रोमियों ५ का आरंभ होता है प्रभु यीशु पर विश्वास करने के द्वारा हमारा परमेश्वर की दृष्टि में धर्मी ठहराये जाकर उसके साथ हुए मेल से मिलने वाली शांति की व्याख्या से (पद १)। मेलिसा के पास यह शांति थी। अब वह अपने इस विश्वास के फलों का आनन्द ले रही है, जैसा पद २ में बताया गया है। कलपना कीजिये कि अब ऐसे आनन्द में वह और कैसा मुस्कुराता चेहरा बनाती!
और फिर हम सब हैं - हम सब जो पीछे रह गये हैं, जब हमारे प्रीय जन मृत्यु द्वारा हम से आगे चले गये। ऐसे में भी हम "हम क्लेशों में भी घमण्ड करें" - क्यों? क्योंकि क्लेशों से धीरज और धीरज से खरा निकलना होता है और उससे आशा उत्पन्न होती है (पद ३, ४)।
त्रासदी के समय हम असहाय महसूस करते हैं, परन्तु फिर भी हम कभी आशाविहीन नहीं होते। परमेश्वर अपने प्रेम को हमारे हृदय में उंडेलता है और उसके साथ अपनी महीमा की महान आशा भी। यह सब परमेश्वर की महान, रहस्यमयी और अद्भुत योजना का भाग है। - डेव ब्रैनन
केवल यही नहीं, बरन हम क्लेशोंमें भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज [उत्पन्न होता है]। - रोमियों ५:३
बाइबल पाठ: रोमियों ५:१-५
सो जब हम विश्वास से धर्मी ठहरे, तो अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर के साथ मेल रखें।
जिस के द्वारा विश्वास के कारण उस अनुग्रह तक, जिस में हम बने हैं, हमारी पहुंच भी हुई, और परमेश्वर की महिमा की आशा पर घमण्ड करें।
केवल यही नहीं, बरन हम क्लेशों में भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज।
ओर धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्पन्न होती है।
और आशा से लज्ज़ा नहीं होती, क्योंकि पवित्र आत्मा जो हमें दिया गया है उसके द्वारा परमेश्वर का प्रेम हमारे मन में डाला गया है।
एक साल में बाइबल:
वह कैसे जान सकी कि उसके परिवार और मित्रों को, १७ वर्ष की आयु में उसके अचानक कार दुर्घटना में चले जाने के बाद, इस खंड की आवश्यक्ता होगी? वह कैसे जान सकी कि ये पद उसकी कहानी बयान करेंगे और हमारे तथा दूसरों के जीवन को मार्गदर्शन देते रहेंगे, जैसे वे पिछले ७ वर्षों से, उसके जाने के बाद से कर रहे हैं?
रोमियों ५ का आरंभ होता है प्रभु यीशु पर विश्वास करने के द्वारा हमारा परमेश्वर की दृष्टि में धर्मी ठहराये जाकर उसके साथ हुए मेल से मिलने वाली शांति की व्याख्या से (पद १)। मेलिसा के पास यह शांति थी। अब वह अपने इस विश्वास के फलों का आनन्द ले रही है, जैसा पद २ में बताया गया है। कलपना कीजिये कि अब ऐसे आनन्द में वह और कैसा मुस्कुराता चेहरा बनाती!
और फिर हम सब हैं - हम सब जो पीछे रह गये हैं, जब हमारे प्रीय जन मृत्यु द्वारा हम से आगे चले गये। ऐसे में भी हम "हम क्लेशों में भी घमण्ड करें" - क्यों? क्योंकि क्लेशों से धीरज और धीरज से खरा निकलना होता है और उससे आशा उत्पन्न होती है (पद ३, ४)।
त्रासदी के समय हम असहाय महसूस करते हैं, परन्तु फिर भी हम कभी आशाविहीन नहीं होते। परमेश्वर अपने प्रेम को हमारे हृदय में उंडेलता है और उसके साथ अपनी महीमा की महान आशा भी। यह सब परमेश्वर की महान, रहस्यमयी और अद्भुत योजना का भाग है। - डेव ब्रैनन
परमेश्वर अक्सर दुखों के फावड़ों से हमारे जीवनों में आनन्द के कुएं खोदता है।
केवल यही नहीं, बरन हम क्लेशोंमें भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज [उत्पन्न होता है]। - रोमियों ५:३
बाइबल पाठ: रोमियों ५:१-५
सो जब हम विश्वास से धर्मी ठहरे, तो अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर के साथ मेल रखें।
जिस के द्वारा विश्वास के कारण उस अनुग्रह तक, जिस में हम बने हैं, हमारी पहुंच भी हुई, और परमेश्वर की महिमा की आशा पर घमण्ड करें।
केवल यही नहीं, बरन हम क्लेशों में भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज।
ओर धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्पन्न होती है।
और आशा से लज्ज़ा नहीं होती, क्योंकि पवित्र आत्मा जो हमें दिया गया है उसके द्वारा परमेश्वर का प्रेम हमारे मन में डाला गया है।
एक साल में बाइबल:
- नीतिवचन १६-१८
- २ कुरिन्थियों ६
पेश करने का अंदाज बहुत पसंद आया ....
जवाब देंहटाएंएक बार पढ़कर अपनी राय दे :-
(आप कभी सोचा है कि यंत्र क्या होता है ..... ?)
http://oshotheone.blogspot.com/2010/09/blog-post_13.html