ऑस्ट्रेलिया
के दक्षिण क्वींसलैंड के समुद्र तट के निकट अनेकों बार देखी जाने वाली श्वेत
हम्पबैक व्हेल मछली, इस जाति की सबसे
पहली पहचानी गई श्वेत व्हेल है। उसकी लंबाई का अनुमान लगभग चालीस फीट का है, और यह इतनी दुर्लभ है कि ऑस्ट्रेलिया ने उसे
सुरक्षित रखने के लिए एक विशेष अधिनियम ज़ारी किया है।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में भी हम एक अनुपम “विशाल मछली” का उल्लेख पाते हैं, जिसे परमेश्वर ने एक भगोड़े भविष्यद्वक्ता को
निगल लेने के लिए बनाया था (योना 1:17)। अधिकांश लोग इस कहानी को जानते होंगे। परमेश्वर ने योना से कहा कि वह
नीनवे के लोगों के पास उन पर परमेश्वर के आने वाले न्याय के सन्देश को लेकर जाए। परन्तु
योना नीनवे वासियों के साथ कुछ व्यवहार रखना नहीं चाहता था, क्योंकि वे एक क्रूर स्वभाव के लोग थे, जो हर किसी के साथ, यहूदियों के साथ भी,
क्रूरता का व्यवहार करते थे। इसलिए वह परमेश्वर के कहे के अनुसार जाने के स्थान पर, दूसरी ही दिशा में एक समुद्री जहाज़ पर चढ़कर भाग
निकला। उसकी यात्रा में बहुत परेशानियां आईं, और नाविकों को अपनी जान तथा जहाज़ को बचाने के लिए उसे समुद्र में फेंकना
पड़ा, जहाँ उसे उस विशाल मछली ने
निगल लिया। मछली के पेट के अन्दर से उसने पश्चाताप किया, परमेश्वर की बात मानने के लिए तैयार हुआ, और मछली ने उसे तट पर जाकर उगल दिया। उसने नीनवे जाकर परमेश्वर के सन्देश
का प्रचार किया, और नीनवे के सभी लोगों ने भी पश्चाताप किया (3:5-10) जिससे फिर परमेश्वर ने उन्हें दण्ड देना
टाल दिया।
कहानी
बहुत बढ़िया लगती है; किन्तु यह
कहानी का अन्त नहीं है। जब नीनवे के लोगों ने पश्चाताप किया और परमेश्वर ने उन्हें
क्षमा किया, तो प्रसन्न होने के
स्थान पर योना को परमेश्वर पर और उन लोगों पर खीझ आई। योना ने परमेश्वर से कहा, “और उसने यहोवा से यह कह कर प्रार्थना की, हे यहोवा जब मैं अपने देश में था, तब क्या मैं यही बात न कहता था? इसी कारण मैं ने तेरी आज्ञा सुनते ही तर्शीश को
भाग जाने के लिये फुर्ती की; क्योंकि
मैं जानता था कि तू अनुग्रहकारी और दयालु परमेश्वर है, विलम्ब से कोप करने वाला करुणा निधान है, और दु:ख देने से प्रसन्न नहीं होता” (4:2)। निश्चित मौत से बचाए जाने के बाद भी योना
का पाप से भरा क्रोध बढ़ता गया और उसकी प्रार्थना भी आत्मघाती हो गई (पद 3)।
योना
की यह कहानी मछली के बारे में नहीं है। यह हमारे मानवीय स्वभाव और हमारे पीछे-पीछे
आकर हमें पापों से पश्चाताप के लिए प्रेरित करते रहने वाले परमेश्वर की है।
प्रेरित पतरस ने लिखा, “प्रभु अपनी
प्रतिज्ञा के विषय में देर नहीं करता, जैसी देर कितने लोग समझते हैं; पर तुम्हारे विषय में धीरज धरता है, और नहीं चाहता, कि कोई नाश हो; वरन यह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले” (2 पतरस 3:9)। परमेश्वर अपने प्रेम को क्रूर नीनवे निवासियों, खीझने और अनाज्ञाकारिता करने वाले
भविष्यद्वक्ता, तथा मुझे और आपको
देना चाहता है; क्या आप अपने पापों
से पश्चाताप करके, प्रभु यीशु को
अपना उद्धारकर्ता स्वीकार करके, उसके
प्रेम को स्वीकार करेंगे? – टिम
गुस्ताफसन
हमारे प्रेम की सीमाएं है; परमेश्वर का प्रेम असीम है।
क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि
उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया, ताकि
जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न
हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। - यूहन्ना 3:16
बाइबल पाठ: योना 3:10-4:4
योना 3:10 जब परमेश्वर ने उनके कामों को देखा, कि वे कुमार्ग से फिर रहे हैं, तब परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी, और उनकी जो हानि करने की ठानी थी, उसको न किया।
योना 4:1 यह बात योना को बहुत ही बुरी लगी, और उसका क्रोध भड़का।
योना 4:2 और उसने यहोवा से यह कह कर प्रार्थना की, हे यहोवा जब मैं अपने देश में था, तब क्या मैं यही बात न कहता था? इसी कारण मैं ने तेरी आज्ञा सुनते ही तर्शीश को भाग जाने के लिये फुर्ती की; क्योंकि मैं जानता था कि तू अनुग्रहकारी और दयालु
परमेश्वर है, विलम्ब से कोप करने वाला
करुणा निधान है, और दु:ख देने से प्रसन्न
नहीं होता।
योना 4:3 सो अब हे यहोवा, मेरा प्राण
ले ले; क्योंकि मेरे लिये जीवित रहने
से मरना ही भला है।
योना 4:4 यहोवा ने कहा, तेरा जो क्रोध
भड़का है, क्या वह उचित है?
एक साल में बाइबल:
- यशायाह 1-2
- गलातियों 5
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