अपने पास्टर होने के आरंभिक समय में मैंने छोटे चर्चों में सेवकाई करी, जहां आर्थिक स्थिति अकसर तंग हुआ करती थी। कभी कभी घर के खर्च के लिये पैसे कम पड़ जाते थे। एक अवसर ऐसा आया जब हमारे घर में भोजन वस्तुएं बिलकुल समाप्ति की कगार पर आ गईं और वेतन मिलने में अभी कुछ दिन बाकी थे। मैं और मेरी पत्नी चिंतित थे और आपस में बातचीत कर रहे थे कि आते दिनों में हम अपने बच्चों के भोजन का प्रबंध कैसे करेंगे? इतने में घर के दरवाज़े की घंटी बजी। जब हमने जाकर दरवाज़ा खोला तो बाहर कोई नहीं था, लेकिन दरवाज़े पर भोजन वस्तुओं से भरे दो थैले रखे थे। हमने किसी को भी अपनी स्थिति नहीं बताई थी, लेकिन फिर भी हमारे उपाय करने वाले परमेश्वर ने किसी को हमारी आवश्यक्ता की पूर्ति के लिये प्रेरित करके भेजा।
इस घटना से मुझे पुराने नियम में एब्राहम के साथ हुई घटना को याद दिलाया, जब परमेश्वर ने उसे अपने पुत्र इसहाक को बलिदान करने को कहा। एब्राहम आज्ञाकारी हुआ और अपने पुत्र को परमेश्वर द्वारा बताए स्थान पर लेजा कर बलिदान के लिये वेदी पर लेटा दिया, परन्तु उसे बलि करने से ठीक पहले परमेश्वर ने एब्राहम के हाथ को रोक दिया और इसहाक के स्थान पर बलि के लिये एक मेढ़ा उपलब्ध करा दिया। एब्राहम ने उस स्थान का नाम ’यहोवा-यीरे’ अर्थात ’परमेश्वर-उपाय-करेगा’ रखा (उतपत्ति २२:१४); परमेश्वर आज भी अपने बच्चों की अत्याधिक चिंता करता है।
प्रभु यीशु ने कहा "...तुम्हारा पिता तुम्हारे मांगने से पहिले ही जानता है, कि तुम्हारी क्या क्या आवश्यक्ता है।" (मती ६:८) वो लगातार हमारा ध्यान रखता है और हमारे लिये जो सर्वोत्तम है करता है। पतरस ने लिखा "इसलिये परमेश्वर के बलवन्त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उस को तुम्हारा ध्यान है।" (१ पतरस ५:६, ७) यह हमें याद दिलाने के लिये कि कठिनाइयों, आवश्यक्ताओं और भय के समयों में एक है जिसे सदा हमारी चिन्ता रहती है। पौलुस ने कहा "और मेरा परमश्ेवर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा।" (फिलिप्पियों ४:१९)
यदि आप परमेश्वर की सन्तान हैं तो अपनी चिन्ताएं उसपर डाल दीजिए और बस स्मरण रखिये आप यहोवा-यीरे की सन्तान हैं। - बिल क्राउडर
...तुम्हारा पिता तुम्हारे मांगने से पहिले ही जानता है, कि तुम्हारी क्या क्या आवश्यक्ता है। - मती ६:८
बाइबल पाठ: मती ६:५-१५
और जब तू प्रार्थना करे, तो कपटियों के समान न हो क्योंकि लोगों को दिखाने के लिये सभाओं में और सड़कों के मोड़ों पर खड़े होकर प्रार्थना करना उन को अच्छा लगता है; मैं तुम से सच कहता हूं, कि वे अपना प्रतिफल पा चुके।
परन्तु जब तू प्रार्थना करे, तो अपनी कोठरी में जा और द्वार बन्द कर के अपने पिता से जो गुप्त में है प्रार्थना कर और तब तेरा पिता जो गुप्त में देखता है, तुझे प्रतिफल देगा।
प्रार्थना करते समय अन्यजातियों की नाई बक बक न करो क्योंकि वे समझते हैं कि उनके बहुत बोलने से उन की सुनी जाएगी।
सो तुम उन की नाई न बनो, क्योंकि तुम्हारा पिता तुम्हारे मांगने से पहिले ही जानता है, कि तुम्हारी क्या क्या आवश्यक्ता है।
सो तुम इस रीति से प्रार्थना किया करो - हे हमारे पिता, तू जो स्वर्ग में हैं, तेरा नाम पवित्र माना जाए।
तेरा राज्य आए, तेरी इच्छा जैसी स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो।
हमारी दिन भर की रोटी आज हमें दे।
और जिस प्रकार हम ने अपने अपराधियों को क्षमा किया है, वैसे ही तू भी हमारे अपराधों को क्षमा कर।
और हमें परीक्षा में न ला, परन्तु बुराई से बचा, क्योंकि राज्य और पराक्रम और महिमा सदा तेरे ही है। आमीन।
इसलिये यदि तुम मनुष्य के अपराध क्षमा करोगे, तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता भी तुम्हें क्षमा करेगा।
और यदि तुम मनुष्यों के अपराध क्षमा न करोगे, तो तुम्हारा पिता भी तुम्हारे अपराध क्षमा न करेगा।
एक साल में बाइबल:
इस घटना से मुझे पुराने नियम में एब्राहम के साथ हुई घटना को याद दिलाया, जब परमेश्वर ने उसे अपने पुत्र इसहाक को बलिदान करने को कहा। एब्राहम आज्ञाकारी हुआ और अपने पुत्र को परमेश्वर द्वारा बताए स्थान पर लेजा कर बलिदान के लिये वेदी पर लेटा दिया, परन्तु उसे बलि करने से ठीक पहले परमेश्वर ने एब्राहम के हाथ को रोक दिया और इसहाक के स्थान पर बलि के लिये एक मेढ़ा उपलब्ध करा दिया। एब्राहम ने उस स्थान का नाम ’यहोवा-यीरे’ अर्थात ’परमेश्वर-उपाय-करेगा’ रखा (उतपत्ति २२:१४); परमेश्वर आज भी अपने बच्चों की अत्याधिक चिंता करता है।
प्रभु यीशु ने कहा "...तुम्हारा पिता तुम्हारे मांगने से पहिले ही जानता है, कि तुम्हारी क्या क्या आवश्यक्ता है।" (मती ६:८) वो लगातार हमारा ध्यान रखता है और हमारे लिये जो सर्वोत्तम है करता है। पतरस ने लिखा "इसलिये परमेश्वर के बलवन्त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उस को तुम्हारा ध्यान है।" (१ पतरस ५:६, ७) यह हमें याद दिलाने के लिये कि कठिनाइयों, आवश्यक्ताओं और भय के समयों में एक है जिसे सदा हमारी चिन्ता रहती है। पौलुस ने कहा "और मेरा परमश्ेवर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा।" (फिलिप्पियों ४:१९)
यदि आप परमेश्वर की सन्तान हैं तो अपनी चिन्ताएं उसपर डाल दीजिए और बस स्मरण रखिये आप यहोवा-यीरे की सन्तान हैं। - बिल क्राउडर
परमेश्वर जो वायदा करता है उसे पूरा भी करता है।
...तुम्हारा पिता तुम्हारे मांगने से पहिले ही जानता है, कि तुम्हारी क्या क्या आवश्यक्ता है। - मती ६:८
बाइबल पाठ: मती ६:५-१५
और जब तू प्रार्थना करे, तो कपटियों के समान न हो क्योंकि लोगों को दिखाने के लिये सभाओं में और सड़कों के मोड़ों पर खड़े होकर प्रार्थना करना उन को अच्छा लगता है; मैं तुम से सच कहता हूं, कि वे अपना प्रतिफल पा चुके।
परन्तु जब तू प्रार्थना करे, तो अपनी कोठरी में जा और द्वार बन्द कर के अपने पिता से जो गुप्त में है प्रार्थना कर और तब तेरा पिता जो गुप्त में देखता है, तुझे प्रतिफल देगा।
प्रार्थना करते समय अन्यजातियों की नाई बक बक न करो क्योंकि वे समझते हैं कि उनके बहुत बोलने से उन की सुनी जाएगी।
सो तुम उन की नाई न बनो, क्योंकि तुम्हारा पिता तुम्हारे मांगने से पहिले ही जानता है, कि तुम्हारी क्या क्या आवश्यक्ता है।
सो तुम इस रीति से प्रार्थना किया करो - हे हमारे पिता, तू जो स्वर्ग में हैं, तेरा नाम पवित्र माना जाए।
तेरा राज्य आए, तेरी इच्छा जैसी स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो।
हमारी दिन भर की रोटी आज हमें दे।
और जिस प्रकार हम ने अपने अपराधियों को क्षमा किया है, वैसे ही तू भी हमारे अपराधों को क्षमा कर।
और हमें परीक्षा में न ला, परन्तु बुराई से बचा, क्योंकि राज्य और पराक्रम और महिमा सदा तेरे ही है। आमीन।
इसलिये यदि तुम मनुष्य के अपराध क्षमा करोगे, तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता भी तुम्हें क्षमा करेगा।
और यदि तुम मनुष्यों के अपराध क्षमा न करोगे, तो तुम्हारा पिता भी तुम्हारे अपराध क्षमा न करेगा।
एक साल में बाइबल:
- ओबादियाह
- प्रकाशितवाक्य ९
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें