हम में से कई लोग सीमित संसाधनों के साथ कार्य करने की चुनौती का सामना करते हैं। कभी-कभी हमें कम धन, समय तथा सहायकों की घटी और क्षीण होती कार्यशक्ति के साथ भी पहले के जितने कार्यभार को निभाना ही होता है; और कभी-कभी तो यह कार्यभार घटने की बजाए बढ़ भी जाता है। एक वाक्यांश है जो इस दशा को दर्शाता है - अधिक ईंटें और भूसा कम!
जब इस्त्राएली मिस्त्र में ग़ुलामी में थे, यह वाक्यांश उनकी तब की दशा पर आधारित है। मिस्त्र के राजा फिरौन ने इस्त्राएलियों को ईंटें बनाने के लिए भूसा उपलब्ध करवाना बन्द कर दिया जिससे कि इस्त्राएलियों को भूसा स्वयं ही जुटाना पड़ता था किंतु फिरौन ने उनकी बनाई ईंटों में घटी नहीं होने दी। ऐसे में ग़ुलाम इस्त्रएली इधर-उधर से भूसा जुटाते भी फिरते थे और फिरौन द्वारा नियुक्त कार्य-निरीक्षकों से अधिक परिश्रम करके ईंटों की संख्या को पूरा करते रहने के लिए ताड़ना भी झेलते थे (निर्गमन 5:13)। इस विकट परिस्थिति से इस्त्राएली इतने हताश हो गए कि उन्होंने परमेश्वर द्वारा मूसा के माध्यम से कही गई बात, "...मैं यहोवा हूं, और तुम को मिस्रियों के बोझों के नीचे से निकालूंगा, और उनके दासत्व से तुम को छुड़ाऊंगा, और अपनी भुजा बढ़ाकर और भारी दण्ड देकर तुम्हें छुड़ा लूंगा" (निर्गमन 6:6) को मानने से इंकार कर दिया (निर्गमन 6:9)।
चाहे इस्त्राएलियों ने परमेश्वर की बात को मानने से इंकार कर दिया हो परन्तु परमेश्वर फिर भी मूसा को निर्देश और मार्गदर्शन देता रहा, उसे फिरौन के पास जाकर उससे इस्त्राएलियों को छोड़ने के लिए बात करने को तैयार करता रहा। परमेश्वर अपनी प्रजा, इस्त्राएलियों के पक्ष में बना रहा, पृष्ठभूमि में उनके हित के लिए कार्य करता रहा और उन्हें मिस्त्र की ग़ुलामी से छुड़ाकर वाचा किए हुए कनान देश में ले आया।
जब परिस्थितियाँ कठिन हों तो संभव है कि हम भी उन इस्त्राएलियों के समान हताश होकर परमेश्वर के प्रोत्साहन और आश्वासन को नज़रंदाज़ कर दें; परन्तु ऐसे समयों में भी हमें स्मरण रखना चाहिए कि परमेश्वर ही हमारा तारणहार है (भजन 37:5)। चाहे हमें उसका कार्य दिखाई ना भी दे, वह सदा हमारे पक्ष में कार्य करता रहता है, और हर बात में अन्ततः हमारा भला ही करेगा। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट
परेशानी के समय विश्वास में दृढ़ रहने के समय होते हैं।
अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़; और उस पर भरोसा रख, वही पूरा करेगा। - भजन 37:5
बाइबल पाठ: निर्गमन 6:1-13
Exodus 6:1 तब यहोवा ने मूसा से कहा, अब तू देखेगा कि मैं फिरौन ने क्या करूंगा; जिस से वह उन को बरबस निकालेगा, वह तो उन्हें अपने देश से बरबस निकाल देगा।
Exodus 6:2 और परमेश्वर ने मूसा से कहा, कि मैं यहोवा हूं।
Exodus 6:3 मैं सर्वशक्तिमान ईश्वर के नाम से इब्राहीम, इसहाक, और याकूब को दर्शन देता था, परन्तु यहोवा के नाम से मैं उन पर प्रगट न हुआ।
Exodus 6:4 और मैं ने उनके साथ अपनी वाचा दृढ़ की है, अर्थात कनान देश जिस में वे परदेशी हो कर रहते थे, उसे उन्हें दे दूं।
Exodus 6:5 और इस्राएली जिन्हें मिस्री लोग दासत्व में रखते हैं उनका कराहना भी सुनकर मैं ने अपनी वाचा को स्मरण किया है।
Exodus 6:6 इस कारण तू इस्राएलियों से कह, कि मैं यहोवा हूं, और तुम को मिस्रियों के बोझों के नीचे से निकालूंगा, और उनके दासत्व से तुम को छुड़ाऊंगा, और अपनी भुजा बढ़ाकर और भारी दण्ड देकर तुम्हें छुड़ा लूंगा,
Exodus 6:7 और मैं तुम को अपनी प्रजा बनाने के लिये अपना लूंगा, और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूंगा; और तुम जान लोगे कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूं जो तुम्हें मिस्रियों के बोझों के नीचे से निकाल ले आया।
Exodus 6:8 और जिस देश के देने की शपथ मैं ने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब से खाई थी उसी में मैं तुम्हें पहुंचाकर उसे तुम्हारा भाग कर दूंगा। मैं तो यहोवा हूं।
Exodus 6:9 और ये बातें मूसा ने इस्राएलियों को सुनाईं; परन्तु उन्होंने मन की बेचैनी और दासत्व की क्रूरता के कारण उसकी न सुनी।
Exodus 6:10 तब यहोवा ने मूसा से कहा,
Exodus 6:11 तू जा कर मिस्र के राजा फिरौन से कह, कि इस्राएलियों को अपने देश में से निकल जाने दे।
Exodus 6:12 और मूसा ने यहोवा से कहा, देख, इस्राएलियों ने मेरी नहीं सुनी; फिर फिरौन मुझ भद्दे बोलने वाले की क्योंकर सुनेगा?
Exodus 6:13 और यहोवा ने मूसा और हारून को इस्राएलियों और मिस्र के राजा फिरौन के लिये आज्ञा इस अभिप्राय से दी कि वे इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाल ले जाएं।
एक साल में बाइबल:
- निर्गमन 4-6
- मत्ती 14:22-36
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