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शनिवार, 10 जुलाई 2021

नियंत्रण

 

          डिस्कवर पत्रिका का एक संपादक, स्टीफन कास दृढ़ निश्चय था कि वह उसके जीवन की कुछ अदृश्य बातों के विषय और खोज-बीन करेगा। न्यू-यॉर्क शहर में अपने दफतर की ओर जाते हुए  वह सोच रहा था, “यदि मैं एम्पायर स्टेट बिलडिंग के ऊपर लगे अनेकों टी.वी. तथा रेडियो एंटीनाओं से निकलने वाली रेडियो तरंगों को देखने पाऊँ, तो वह एक ऐसी बहुरंगी और हिलती हुई रौशनी के समान होगा जो सारे शहर को प्रज्वलित करती है। उसे यह एहसास था कि वह रेडियो, टी.वी., और वाई-फाई सिग्नलों की अदृश्य इलैक्ट्रो-मैगनेटिक तरंगों से घिरा हुआ था।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में एलिशा के सेवक ने एक प्रातः एक अन्य प्रकार की अदृश्य वास्तविकता के बारे में सीखा – अदृश्य संसार के विषय। एक प्रातः जब वह सो कर उठा तो उसे और उसके स्वामी को अराम की सेनाओं ने घेर रखा था। जहाँ तक उसकी दृष्टि जाती थी, शकतीशाली घोड़ों पर सवार सैनिक थे (2 राजाओं 6:15)। वह सेवक तो भयभीत था, किन्तु एलिशा निश्चिन्त था, क्योंकि उसे तो उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए घेरे हुए स्‍वर्गदूतों की सेना दिखाई दे रही थी। उसने अपने सेवक से कहा,मत डर; क्योंकि जो हमारी ओर हैं, वह उन से अधिक हैं, जो उनकी ओर हैं” (पद 16)। फिर एलिशा ने परमेश्वर से प्रार्थना की, कि उसके सेवक की आँखें भी खोल दे जिससे कि वह देख सके कि प्रभु ने उनके शत्रुओं को घेरे में ले रखा था, और सारी परिस्थिति प्रभु ही के नियंत्रण में थी।

          क्या कभी आप अपने आप को पराजित और किसी अन्य के वश में अनुभव करते हो? कभी न भूलें कि हर परिस्थिति, हर बात परमेश्वर की निगरानी में है, और वही सर बात को निर्देशित करता है, सभी पर नियंत्रण रखता है; तथा “क्योंकि वह अपने दूतों को तेरे निमित्त आज्ञा देगा, कि जहां कहीं तू जाए वे तेरी रक्षा करें” (भजन 91:11)। - पोह फैंग चिया

 

मत डर; हमारा प्रभु सदा हमारे साथ, हमारे पक्ष में बना रहता है।


परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे उकाबों के समान उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे, चलेंगे और थकित न होंगे। - यशायाह 40:31

बाइबल पाठ: 2 राजाओं 6:8-17

2 राजा 6:8 और अराम का राजा इस्राएल से युद्ध कर रहा था, और सम्मति कर के अपने कर्मचारियों से कहा, कि अमुक स्थान पर मेरी छावनी होगी।

2 राजा 6:9 तब परमेश्वर के भक्त ने इस्राएल के राजा के पास कहला भेजा, कि चौकसी कर और अमुक स्थान से हो कर न जाना क्योंकि वहां अरामी चढ़ाई करने वाले हैं।

2 राजा 6:10 तब इस्राएल के राजा ने उस स्थान को, जिसकी चर्चा कर के परमेश्वर के भक्त ने उसे चिताया था, भेज कर, अपनी रक्षा की; और उस प्रकार एक दो बार नहीं वरन बहुत बार हुआ।

2 राजा 6:11 इस कारण अराम के राजा का मन बहुत घबरा गया; सो उसने अपने कर्मचारियों को बुला कर उन से पूछा, क्या तुम मुझे न बताओगे कि हम लोगों में से कौन इस्राएल के राजा की ओर का है? उसके एक कर्मचारी ने कहा, हे मेरे प्रभु! हे राजा! ऐसा नहीं,

2 राजा 6:12 एलिशा जो इस्राएल में भविष्यद्वक्ता है, वह इस्राएल के राजा को वे बातें भी बताया करता है, जो तू शयन की कोठरी में बोलता है।

2 राजा 6:13 राजा ने कहा, जा कर देखो कि वह कहां है, तब मैं भेज कर उसे पकड़वा मंगाऊंगा। और उसको यह समाचार मिला कि वह दोतान में है।

2 राजा 6:14 तब उसने वहां घोड़ों और रथों समेत एक भारी दल भेजा, और उन्होंने रात को आकर नगर को घेर लिया।

2 राजा 6:15 भोर को परमेश्वर के भक्त का टहलुआ उठा और निकल कर क्या देखता है कि घोड़ों और रथों समेत एक दल नगर को घेरे हुए पड़ा है। और उसके सेवक ने उस से कहा, हाय! मेरे स्वामी, हम क्या करें?

2 राजा 6:16 उसने कहा, मत डर; क्योंकि जो हमारी ओर हैं, वह उन से अधिक हैं, जो उनकी ओर हैं।

2 राजा 6:17 तब एलिशा ने यह प्रार्थना की, हे यहोवा, इसकी आंखें खोल दे कि यह देख सके। तब यहोवा ने सेवक की आंखें खोल दीं, और जब वह देख सका, तब क्या देखा, कि एलिशा के चारों ओर का पहाड़ अग्निमय घोड़ों और रथों से भरा हुआ है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • अय्यूब 41-42
  • प्रेरितों 16:22-40

रविवार, 6 जून 2021

समय

 

          मोहावे मरुभूमि में भी, अधिकांश अन्य मरुभूमियों के समान रेत के टीले, निर्जल शुष्क घाटियाँ, पठार, और पहाड़ हैं। किन्तु एक अमेरिकन जीव-शास्त्री, एडमण्ड जैगर ने ध्यान किया कि थोड़े-थोड़े वर्षों के बाद, जब बहुतायत से वर्षा होती है तो सारी मरुभूमि थोड़े से समय के लिए रंग-बिरंगे फूलों से भर जाती है; उस रेत या कंकड़-पत्थर से भरी भूमि का शायद ही कोई स्थान होता हो जहाँ पर फूल नहीं खिले होते हैं। मोहावे के फूलों का यह दृश्य वार्षिक बात नहीं है। शोध कर्ताओं ने पुष्टि के है कि उस सूखी भूमि को तूफानों के द्वारा पानी से अच्छे से भीगना और फिर सूर्य के द्वारा तपना आवश्यक होता है, और तब ठीक समय पर मरुभूमि फूलों से भर जाती है।

          निर्जल सूखे में से परमेश्वर द्वारा जीवन उत्पन्न कर देने का यह चित्रण परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह भविष्यद्वक्ता का स्मरण करवाता है। यशायाह ने सभी जातियों पर परमेश्वर के न्याय का सन्देश देने के बाद आशा का एक प्रोत्साहक सन्देश भी दिया (यशायाह 35)। भविष्य के ऐसे समय का वर्णन करते हुए, जब परमेश्वर सब कुछ ठीक कर देगा, भविष्यद्वक्ता ने कहा, जंगल और निर्जल देश प्रफुल्लित होंगे, मरुभूमि मगन हो कर केसर के समान फूलेगी” (पद 1)। उसने घोषित किया “और यहोवा के छुड़ाए हुए लोग लौटकर जयजयकार करते हुए सिय्योन में आएंगे; और उनके सिर पर सदा का आनन्द होगा; वे हर्ष और आनन्द पाएंगे और शोक और लम्बी सांस का लेना जाता रहेगा” (पद 10)।

          परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के द्वारा हमारे अनन्त भविष्य के सुरक्षित कर दिए जाने के कारण, हम जीवन के सूखे या, तूफानों से तर कर दिए जाने वाले समयों में उस पर भरोसा बनाए रखें। उसके प्रेम में गहरी जड़ पकड़े हुए, हम उसमें बढ़ते रहें, और सही समय पर, सही परिस्थितियों के द्वारा, वह हमारे शुष्क जीवनों को भी अपनी आशीषों के फूलों से भर देगा। - सोहचील डिक्सन

 

प्रभु परमेश्वर जीवन की हर परिस्थिति में हमारे साथ बने रहने

 और हमें संभाले रहने के लिए आपका बहुत धन्यवाद।


और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती है; अर्थात उन्हीं के लिये जो उस की इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं। - रोमियों 8:28

बाइबल पाठ: यशायाह 35:1-10

यशायाह 35:1 जंगल और निर्जल देश प्रफुल्लित होंगे, मरुभूमि मगन हो कर केसर के समान फूलेगी;

यशायाह 35:2 वह अत्यन्त प्रफुल्लित होगी और आनन्द के साथ जयजयकार करेगी। उसकी शोभा लबानोन की सी होगी और वह कर्मेल और शारोन के तुल्य तेजोमय हो जाएगी। वे यहोवा की शोभा और हमारे परमेश्वर का तेज देखेंगे।

यशायाह 35:3 ढीले हाथों को दृढ़ करो और थरथराते हुए घुटनों को स्थिर करो।

यशायाह 35:4 घबराने वालों से कहो, हियाव बान्धो, मत डरो! देखो, तुम्हारा परमेश्वर पलटा लेने और प्रतिफल देने को आ रहा है। हां, परमेश्वर आकर तुम्हारा उद्धार करेगा।

यशायाह 35:5 तब अन्धों की आँखें खोली जाएंगी और बहरों के कान भी खोले जाएंगे;

यशायाह 35:6 तब लंगड़ा हरिण की सी चौकड़ियाँ भरेगा और गूंगे अपनी जीभ से जयजयकार करेंगे। क्योंकि जंगल में जल के सोते फूट निकलेंगे और मरुभूमि में नदियां बहने लगेंगी

यशायाह 35:7 मृगतृष्णा ताल बन जाएगी और सूखी भूमि में सोते फूटेंगे; और जिस स्थान में सियार बैठा करते हैं उस में घास और नरकट और सरकण्डे होंगे।

यशायाह 35:8 और वहां एक सड़क अर्थात राजमार्ग होगा, उसका नाम पवित्र मार्ग होगा; कोई अशुद्ध जन उस पर से न चलने पाएगा; वह तो उन्हीं के लिये रहेगा और उस मार्ग पर जो चलेंगे वह चाहे मूर्ख भी हों तौभी कभी न भटकेंगे।

यशायाह 35:9 वहां सिंह न होगा और न कोई हिंसक जन्तु उस पर चढ़ेगा न वहां पाया जाएगा, परन्तु छुड़ाए हुए उस में नित चलेंगे।

यशायाह 35:10 और यहोवा के छुड़ाए हुए लोग लौटकर जयजयकार करते हुए सिय्योन में आएंगे; और उनके सिर पर सदा का आनन्द होगा; वे हर्ष और आनन्द पाएंगे और शोक और लम्बी सांस का लेना जाता रहेगा।

 

एक साल में बाइबल: 

  • इतिहास 25-27
  • यूहन्ना 16


बुधवार, 26 मई 2021

हिम्मत

 

            लंडन के पार्लियामेंट स्क्वायर में लगी महान पुरुषों (नेल्सन मेंडेला, विंस्टन चर्चिल, महात्मा गांधी, और अन्य) की प्रतिमाओं के मध्य में केवल एक महिला की प्रतिमा भी है। यह एकमात्र महिला है मिलीसेंट फॉसेट, जिन्होंने महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिए जाने के लिए संघर्ष किया। काँसे में बनी उनकी प्रतिमा में उन्हें अमर किया गया है, और उन्हें हाथ में एक बैनर थामे हुए दिखाया गया है, जिसमें उनके द्वारा अपने साथी संघर्ष करने वालों के लिए उनके शब्द “साहस हर स्थान पर औरों में साहस का आह्वान करता है” लिखे गए हैं। फॉसेट ने इस बात पर जोर दिया कि एक व्यक्ति का साहस औरों में भी साहस उत्पन्न करता है, और डरपोक आत्माओं को सक्रिय होने के लिए जागृत करता है।

            परमेश्वर के वचन बाइबल में जब दाऊद अपनी राजगद्दी अपने पुत्र सुलैमान को सौंप रहा था, तो उसने उसे उन भारी दायित्वों के बारे में भी समझाया जो शीघ्र ही उसके कन्धों पर आ पड़ेंगे। बहुत संभव है कि सुलैमान उन दायित्वों  – इस्राएल का नेतृत्व करना कि सभी लोग परमेश्वर के निर्देशों के अनुसार चलें, जो भूमि परमेश्वर ने उन्हें प्रदान की थी उसकी ठीक से रक्षा करे, और मंदिर को बनवाने के महान कार्य को करवाए (1 इतिहास 28:8-10) के भार का अंदाजा लगाकर काँप उठा।

            सुलैमान के कंपकंपाते हृदय को भांपते हुए, दाऊद ने अपने पुत्र को सामर्थी शब्द भी कहे: “फिर दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान से कहा, हियाव बान्ध और दृढ़ हो कर इस काम में लग जा। मत डर, और तेरा मन कच्चा न हो, क्योंकि यहोवा परमेश्वर जो मेरा परमेश्वर है, वह तेरे संग है; और जब तक यहोवा के भवन में जितना काम करना हो वह न हो चुके, तब तक वह न तो तुझे धोखा देगा और न तुझे त्यागेगा” (पद 20)। सच्ची हिम्मत कभी भी सुलैमान की अपनी योग्यता अथवा स्वावलंबी होने से नहीं आती, वरन परमेश्वर पर निर्भर करने और उसकी उपस्थिति तथा सामर्थ्य का सहारा लेने से उसे प्रदान की जानी थी; और परमेश्वर ने सुलैमान को उसके दायित्वों के निर्वाह के लिए आवश्यक हिम्मत प्रदान भी की।

            जब हमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, तो अकसर हम अपने आप को बहादुरी दिखाने के लिए उकसाते हैं या अपने कौशल का ढोल पीटने लगते हैं। किन्तु हमारे विश्वास को नूतन और कारगर करने वाला परमेश्वर है। वह हमारे साथ बना रहेगा, और हमारे साथ उसकी उपस्थिति हमें हिम्मत देती रहेगी। - विन्न कोलियर

 

प्रभु मेरी हर परिस्थिति में मुझे अपनी उपस्थिति का एहसास करवाएँ।


जब तू जल में हो कर जाए, मैं तेरे संग संग रहूंगा और जब तू नदियों में हो कर चले, तब वे तुझे न डुबा सकेंगी; जब तू आग में चले तब तुझे आंच न लगेगी, और उसकी लौ तुझे न जला सकेगी। - यशायाह 43:2

बाइबल पाठ: 1 इतिहास 28:8-10, 19-21

1 इतिहास 28:8 इसलिये अब इस्राएल के देखते अर्थात यहोवा की मण्डली के देखते, और अपने परमेश्वर के सामने, अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाओं को मानो और उन पर ध्यान करते रहो; ताकि तुम इस अच्छे देश के अधिकारी बने रहो, और इसे अपने बाद अपने वंश का सदा का भाग होने के लिये छोड़ जाओ।

1 इतिहास 28:9 और हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा।

1 इतिहास 28:10 अब चौकस रह, यहोवा ने तुझे एक ऐसा भवन बनाने को चुन लिया है, जो पवित्रस्थान ठहरेगा, हियाव बान्धकर इस काम में लग जा।

1 इतिहास 28:19 मैं ने यहोवा की शक्ति से जो मुझ को मिली, यह सब कुछ बूझ कर लिख दिया है।

1 इतिहास 28:20 फिर दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान से कहा, हियाव बान्ध और दृढ़ हो कर इस काम में लग जा। मत डर, और तेरा मन कच्चा न हो, क्योंकि यहोवा परमेश्वर जो मेरा परमेश्वर है, वह तेरे संग है; और जब तक यहोवा के भवन में जितना काम करना हो वह न हो चुके, तब तक वह न तो तुझे धोखा देगा और न तुझे त्यागेगा।

1 इतिहास 28:21 और देख परमेश्वर के भवन के सब काम के लिये याजकों और लेवियों के दल ठहराए गए हैं, और सब प्रकार की सेवा के लिये सब प्रकार के काम प्रसन्नता से करने वाले बुद्धिमान पुरुष भी तेरा साथ देंगे; और हाकिम और सारी प्रजा के लोग भी जो कुछ तू कहेगा वही करेंगे।

 

एक साल में बाइबल: 

  • इतिहास 28-29
  • यूहन्ना 9:24-41

सोमवार, 17 मई 2021

सुरक्षित

 

          न्यूयार्क से सैनएंटोनियो जाने वाली उड़ान को आरंभ हुए अभी बीस मिनिट ही हुए थे, कि उड़ान की सारी योजना बदल गई, और शान्ति का स्थान कोलाहल ने ले लिया। जहाज़ के एक इंजन ने काम करना बन्द कर दिया, उस खराब इंजन से निकलने वाले मलबे का एक टुकड़ा जहाज़ के साथ टकराया और मुख्य कक्ष में छेद कर दिया, जिससे अन्दर का दबाव एक दम से कम हो गया, और सामान इधर-उधर बिखरने लगा। इन सब बातों के कारण कई यात्री घायल हो गए, और एक की मृत्यु भी हो गई। यदि एक शांत स्वभाव का निपुण पायलेट, जिसने नेवी के युद्ध-विमान उड़ाने का प्रशिक्षण पाया हुआ था, जहाज़ को न उड़ा रहा होता, तो परिस्थिति और भी दुखद और भयावह हो जाती। किन्तु उसने संयम और नियंत्रण बनाए रखा और विमान को सुरक्षित उतार लिया। हमारे स्थानीय अखबार में अगले दिन की सुर्खियाँ थीं – “योग्य हाथों में!”

          परमेश्वर के वचन बाइबल में, भजन 31 में, दाऊद ने प्रकट किया कि वह परमेश्वर के अद्भुत और देखभाल करने वाले हाथों के बारे में कुछ जानकारी रखता था। इसीलिए वह पूरे भरोसे के साथ कह सका,मैं अपनी आत्मा को तेरे ही हाथ में सौंप देता हूं” (पद 5)। दाऊद का विश्वास था कि जब जीवन यात्रा दुर्गम हो जाए, तब भी वह परमेश्वर पर अपना भरोसा बनाए रख सकता था। क्योंकि वह प्रतिकूल शक्तियों के निशाने पर रहता था, इसलिए दाऊद के लिए जीवन कठिन था। यद्यपि उस पर कभी भी हमला हो सकता था, किन्तु फिर भी वह निराश और हताश नहीं रहता था। सताव के मध्य में भी दाऊद चैन की साँस ले सकता था और आनन्दित हो सकता था क्योंकि उसका विश्वासयोग्य, प्रेमी परमेश्वर उसके भरोसे का स्त्रोत था (पद 5-7)।

          संभव है कि आप अपने आप को जीवन के ऐसे समय में पाते हैं जब हर ओर से आप पर संकट और परेशानियों का प्रहार हो रहा है, और यह देख पाना कठिन है कि आगे क्या रखा है। इस सारी अनिश्चितता, असमंजस, और अस्त-व्यस्तता के मध्य, एक बात बिलकुल निश्चित है – जो प्रभु परमेश्वर के हाथों में अपनी सुरक्षा देखते हैं, वे अद्भुत और योग्य हाथों में हमेशा सुरक्षित बने रहते हैं। - आर्थर जैक्सन

 

पिता परमेश्वर जीवन की हर परिस्थिति में मेरी सुरक्षा आप ही बने रहें।


यहोवा मेरी चट्टान, और मेरा गढ़ और मेरा छुड़ाने वाला है; मेरा ईश्वर, मेरी चट्टान है, जिसका मैं शरणागत हूं, वह मेरी ढाल और मेरी मुक्ति का सींग, और मेरा ऊँचा गढ़ है। - भजन संहिता 18:2

बाइबल पाठ: भजन 31:1-8

भजन संहिता 31:1 हे यहोवा मेरा भरोसा तुझ पर है; मुझे कभी लज्जित होना न पड़े; तू अपने धर्मी होने के कारण मुझे छुड़ा ले!

भजन संहिता 31:2 अपना कान मेरी ओर लगाकर तुरन्त मुझे छुड़ा ले!

भजन संहिता 31:3 क्योंकि तू मेरे लिये चट्टान और मेरा गढ़ है; इसलिये अपने नाम के निमित्त मेरी अगुवाई कर, और मुझे आगे ले चल।

भजन संहिता 31:4 जो जाल उन्होंने मेरे लिये बिछाया है उस से तू मुझ को छुड़ा ले, क्योंकि तू ही मेरा दृढ़ गढ़ है।

भजन संहिता 31:5 मैं अपनी आत्मा को तेरे ही हाथ में सौंप देता हूं; हे यहोवा, हे सत्यवादी ईश्वर, तू ने मुझे मोल ले कर मुक्त किया है।

भजन संहिता 31:6 जो व्यर्थ वस्तुओं पर मन लगाते हैं, उन से मैं घृणा करता हूं; परन्तु मेरा भरोसा यहोवा ही पर है।

भजन संहिता 31:7 मैं तेरी करुणा से मगन और आनन्दित हूं, क्योंकि तू ने मेरे दु:ख पर दृष्टि की है, मेरे कष्ट के समय तू ने मेरी सुधि ली है,

भजन संहिता 31:8 और तू ने मुझे शत्रु के हाथ में पड़ने नहीं दिया; तू ने मेरे पांवों को चौड़े स्थान में खड़ा किया है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 1 इतिहास 1-3
  • यूहन्ना 5:25-47

रविवार, 9 मई 2021

सहायक

 

          हम दर्शकों के स्थान में बैठे हुए हमारी बेटी के बास्केटबाल खेल को देख रहे थे; खेल के दौरान उनके प्रशिक्षक ने एक शब्द कहा “डबल्स” (दो एक साथ)। यह सुनते ही तुरंत ही उनकी टीम की सुरक्षा रणनीति परिवर्तित हो गई, और उनके प्रतिरोधियों की सबसे लम्बे खिलाड़ी, जिसके पास गेंद थी, का सामना करने के लिए एक के स्थान पर अब दो खिलाड़ी आ गए। उन दोनों के आ जाने से वह प्रतिरोधी खिलाड़ी बॉल को सही दिशा में फेंक कर अंक नहीं बनाने पाई, और बॉल हमारी बेटी की टीम के हाथों में आ गई।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में जब सभोपदेशक का लेखक सुलैमान, इस संसार की कठिनाइयों और हताशाओं का सामना करता है, तब वह भी इस बात को मान लेता है कि परिश्रम के समय यदि कोई सहायक साथ हो तो परिश्रम से अच्छा परिणाम मिलता है (4:9)। जब कोई अकेला ही परिस्थितियों का सामना कर रहा होता है तो उसके पराजित होने की संभावना अधिक होती है; किन्तु यदि दो एक साथ हों तो वे अपने आप को बचा सकते हैं (पद 12)। यदि कोई मित्र हमारे साथ हो, तो वह हमें गिरने से बचा सकता है (पद 10)।

          सुलैमान के शब्द हमें प्रोत्साहित करते हैं कि अपनी जीवन यात्रा में किसी के मित्र, किसी के सहायक बनें; या किसी को अपनी सहायता के लिए साथ लिए चलें, जिससे हमें अकेले ही समस्याओं से जूझना न पड़े। किन्तु यह करने के लिए हम में से कुछ को अपने आप को इस प्रकार से खुला और उपलब्ध करवाना होगा, जैसा औरों के साथ होने से हम संकोच करते हैं और इस कारण अपने ही अंदर सीमित रहते हैं। लेकिन हम में से कुछ ऐसे भी हैं जो अपने साथ घनिष्ठता चाहते हैं, उन्हें लालसा रहते है कि लोग उनके संपर्क में आएँ और संगति करें, जिन से फिर वो अपने मन की बातों को बाँट सकें। कारण चाहे कुछ भी हो, हमें सहायता देने और सहायता लेने से संकोच नहीं करना चाहिए।

          उस बास्केटबॉल प्रशिक्षक की रणनीति वही थी जो सुलैमान की थी – अपने साथ सहायक ले लेना, जिससे चाहे खेल का स्थान हो या जीवन का मैदान हो, हमारे साथ हमें संभालने के लिए एक सहायक हो। हम अपने प्रभु परमेश्वर के धन्यवादी बने रहें कि वह हमारे जीवनों में सहायक खड़े करता है, और स्वयं भी हमारा सहायक बनकर हमारे साथ रहता है, तथा उसने हमारे सहायक के रूप में पवित्र आत्मा को हम मसीही विश्वासियों में बसाया है। - कर्स्टन होल्मबर्ग

 

प्रभु परमेश्वर जीवन के संघर्षों में आप हमारे सहायक बनें और हमें औरों के सहायक बनाएँ।


और मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे। अर्थात सत्य का आत्मा, जिसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क्योंकि वह न उसे देखता है और न उसे जानता है: तुम उसे जानते हो, क्योंकि वह तुम्हारे साथ रहता है, और वह तुम में होगा। - यूहन्ना 14:16-17

बाइबल पाठ: सभोपदेशक 4:1-12

सभोपदेशक 4:1 तब मैं ने वह सब अन्धेर देखा जो संसार में होता है। और क्या देखा, कि अन्धेर सहने वालों के आंसू बह रहे हैं, और उन को कोई शान्ति देने वाला नहीं! अन्धेर करने वालों के हाथ में शक्ति थी, परन्तु उन को कोई शान्ति देने वाला नहीं था।

सभोपदेशक 4:2 इसलिये मैं ने मरे हुओं को जो मर चुके हैं, उन जीवतों से जो अब तक जीवित हैं अधिक सराहा;

सभोपदेशक 4:3 वरन उन दोनों से अधिक सुभागी वह है जो अब तक हुआ ही नहीं, न ये बुरे काम देखे जो संसार में होते हैं।

सभोपदेशक 4:4 तब मैंने सब परिश्रम के काम और सब सफल कामों को देखा जो लोग अपने पड़ोसी से जलन के कारण करते हैं। यह भी व्यर्थ और मन का कुढ़ना है।

सभोपदेशक 4:5 मूर्ख छाती पर हाथ रखे रहता और अपना मांस खाता है।

सभोपदेशक 4:6 चैन के साथ एक मुट्ठी उन दो मुट्ठियों से अच्छा है, जिनके साथ परिश्रम और मन का कुढ़ना हो।

सभोपदेशक 4:7 फिर मैं ने धरती पर यह भी व्यर्थ बात देखी।

सभोपदेशक 4:8 कोई अकेला रहता और उसका कोई नहीं है; न उसके बेटा है, न भाई है, तौभी उसके परिश्रम का अन्त नहीं होता; न उसकी आंखें धन से सन्तुष्ट होती हैं, और न वह कहता है, मैं किस के लिये परिश्रम करता और अपने जीवन को सुख रहित रखता हूं? यह भी व्यर्थ और निरा दु:ख भरा काम है।

सभोपदेशक 4:9 एक से दो अच्छे हैं, क्योंकि उनके परिश्रम का अच्छा फल मिलता है।

सभोपदेशक 4:10 क्योंकि यदि उन में से एक गिरे, तो दूसरा उसको उठाएगा; परन्तु हाय उस पर जो अकेला हो कर गिरे और उसका कोई उठाने वाला न हो।

सभोपदेशक 4:11 फिर यदि दो जन एक संग सोए तो वे गर्म रहेंगे, परन्तु कोई अकेला क्योंकर गर्म हो सकता है?

सभोपदेशक 4:12 यदि कोई अकेले पर प्रबल हो तो हो, परन्तु दो उसका सामना कर सकेंगे। जो डोरी तीन तागे से बटी हो वह जल्दी नहीं टूटती।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 7-9
  • यूहन्ना 1:1-28

मंगलवार, 6 अप्रैल 2021

असहनीय

 

          एक समय था जब The Experience Project, इक्कीसवीं सदी का सबसे बड़ा इंटरनेट का समुदाय था, और इस पर करोड़ों लोग अपने व्यक्तिगत पीड़ादायक अनुभव साझा किया करते थे। उनकी हृदय-विदारक कहानियों और अनुभवों को पढ़कर मुझे समझ में आता था कि कैसे हमें किसी ऐसे का साथ चाहिए होता है जो हमारी पीड़ा को समझे; कोई ऐसा जिसके साथ हम अपनी भावनाएँ बाँट सकें।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में, उत्पत्ति की पुस्तक में, एक युवा दासी की कहानी है, जो बताती है कि किसी का साथ कितना शान्तिदायक हो सकता है; जीवन को असहनीय से सहनीय बना सकता है। हाजिरा एक दासी थी, जिसे संभवतः अब्राहम को मिस्र के एक फिरौन ने दिया था (देखिए उत्पत्ति 12:16; 16:1)। जब अब्राहम की पत्नी सारा गर्भवती नहीं हो सकी, तो उसने अब्राहम पर जोर दिया कि वह हाजिरा के द्वारा उसके लिए संतान उत्पन्न करे – जो आज हमें विचलित करने वाला, किन्तु उस समय की प्रथाओं में एक सामान्य बात थी। लेकिन जब हाजिरा गर्भवती हो गई, तो घर में तनाव आ गया, और सारा के द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न से बचने के लिए हाजिरा जंगल में भाग गई (16:1-6)।

          लेकिन हाजिरा की कठिन और दयनीय स्थिति परमेश्वर की दृष्टि से छुपी हुई नहीं थी। परमेश्वर के एक दूत ने हाजिर से बात की, उसे दिलासा और प्रोत्साहन दिया (पद 7-12), और हाजिरा ने परमेश्वर के लिए कहा, “अत्ताएलरोई – तू सब कुछ देखने वाला परमेश्वर है” (पद 13)। इन शब्दों के द्वारा हाजिरा उस की स्तुति और आराधना कर रही थी जो केवल बाहरी स्थितियों और तथ्यों को ही नहीं देखता है,वरन सभी के मनों के अन्दर के हाल को भी अच्छे से जानता है और परखता है (1 इतिहास 28:9)।

          यही परमेश्वर देहधारी होकर पृथ्वी पर प्रभु यीशु मसीह के नाम से रहा, और “जब उसने भीड़ को देखा तो उसको लोगों पर तरस आया, क्योंकि वे उन भेड़ों के समान जिनका कोई रखवाला न हो, व्याकुल और भटके हुए से थे” (मत्ती 9:36)। हाजिरा की मुलाक़ात उस परमेश्वर से हुई थी जो ना केवल देखता है, वरन समझता भी है, और सहानुभूति भी रखता है, और समस्या के निवारण के लिए प्रावधान भी करता है। जिसने हाजिरा की स्थिति को देखा, समझा, और उसकी पीड़ा को जाना, उसे समाधान दिया, वही हमारी भी समस्त स्थिति को उसी प्रकार से जानता और समझता है और उचित कार्यवाही भी करता है (इब्रानियों 4:15-16)। हमारे इस प्रभु परमेश्वर की सहानुभूति और प्रावधान, यदि हम उन्हें विश्वास के साथ स्वीकार करें और मानें, तो हमारे असहनीय अनुभवों को न केवल सहनीय बना देते हैं, वरन “और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती है; अर्थात उन्हीं के लिये जो उस की इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं” (रोमियों 8:28)। - जेफ़ ओल्सन

 

परमेश्वर हमारी सारी पीड़ा को ऐसे अनुभव करता है, जैसे वह उस ही की हो।


और हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा। - 1 इतिहास 28:9

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 16:7-16

उत्पत्ति 16:7 तब यहोवा के दूत ने उसको जंगल में शूर के मार्ग पर जल के एक सोते के पास पाकर कहा,

उत्पत्ति 16:8 हे सारै की दासी हाजिरा, तू कहां से आती और कहां को जाती है? उसने कहा, मैं अपनी स्वामिनी सारै के सामने से भाग आई हूं।

उत्पत्ति 16:9 यहोवा के दूत ने उस से कहा, अपनी स्वामिनी के पास लौट जा और उसके वश में रह।

उत्पत्ति 16:10 और यहोवा के दूत ने उस से कहा, मैं तेरे वंश को बहुत बढ़ाऊंगा, यहां तक कि बहुतायत के कारण उसकी गणना न हो सकेगी।

उत्पत्ति 16:11 और यहोवा के दूत ने उस से कहा, देख तू गर्भवती है, और पुत्र जनेगी, सो उसका नाम इश्माएल रखना; क्योंकि यहोवा ने तेरे दु:ख का हाल सुन लिया है।

उत्पत्ति 16:12 और वह मनुष्य बनैले गदहे के समान होगा उसका हाथ सबके विरुद्ध उठेगा, और सब के हाथ उसके विरुद्ध उठेंगे; और वह अपने सब भाई बन्धुओं के मध्य में बसा रहेगा।

उत्पत्ति 16:13 तब उसने यहोवा का नाम जिसने उस से बातें की थीं, अत्ताएलरोई रखकर कहा कि, क्या मैं यहां भी उसको जाते हुए देखने पाई जो मेरा देखने वाला है?

उत्पत्ति 16:14 इस कारण उस कुएं का नाम लहैरोई कुआं पड़ा; वह तो कादेश और बेरेद के बीच में है।

उत्पत्ति 16:15 सो हाजिरा अब्राम के द्वारा एक पुत्र जनी: और अब्राम ने अपने पुत्र का नाम, जिसे हाजिरा जनी, इश्माएल रखा।

उत्पत्ति 16:16 जब हाजिरा ने अब्राम के द्वारा इश्माएल को जन्म दिया उस समय अब्राम छियासी वर्ष का था।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 1 शमूएल 4-6
  • लूका 9:1-17