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सोमवार, 3 अक्टूबर 2016

प्रकाश


   कोलेराडो स्प्रिंग्स के चित्रकार बॉब सिमपिच के एक चित्र, A Trail of Light में एस्पन पेड़ों के एक झुरमुट को दिखाया गया है जिस पर सूर्य चमक रहा है। पतझड़ ऋतु में पेड़ों के सबसे ऊपर के पत्ते सुनहले होकर सूर्य के प्रकाश में चमक रहे हैं, परन्तु पेड़ों के नीचे की ज़मीन पर कहीं परछाईं तो कहीं प्रकाश का मिश्रण है। इस तुलना के बारे में चित्रकार ने कहा, "मैं वन के पेड़ों में से छनकर आने वाले प्रकाश द्वारा धरती पर किए गए इस जादूई प्रभाव से बहुत प्रभावित हुआ।"

   प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस के मसीही विश्वासियों को लिखा, "इसलिये कि परमेश्वर ही है, जिसने कहा, कि अन्धकार में से ज्योति चमके; और वही हमारे हृदयों में चमका, कि परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति यीशु मसीह के चेहरे से प्रकाशमान हो" (2 कुरिन्थियों 4:6)। फिर आगे पौलुस अपने जीवन के अनुभव के यथार्त को लिखता है, "हम चारों ओर से क्‍लेश तो भोगते हैं, पर संकट में नहीं पड़ते; निरूपाय तो हैं, पर निराश नहीं होते। सताए तो जाते हैं; पर त्यागे नहीं जाते; गिराए तो जाते हैं, पर नाश नहीं होते" (पद 8-9)।

   जीवन में ऐसे समय भी आते हैं जब कठिनाईयों, दुःख और हानि आदि के कारण प्रतीत होता है कि परमेश्वर की हमारे साथ सहभागिता तथा उपस्थिति का प्रकाश धूमिल पड़ गया है। परन्तु यदि ध्यान से देखें तो इन गहरी परछाईंयों के समयों में भी उसके प्रकाश की किरणें यहाँ-वहाँ हमारे जीवनों को प्रकाशित करती हुई दिखाई देती हैं। यदि आप आज इस परछाईं और प्रकाश के मिश्रण के समय से होकर निकल रहे हैं, तो विश्वास रखें कि परमेश्वर का प्रकाश - प्रभु यीशु मसीह, सदा हमारे साथ बना रहेगा, हमारे जीवनों को प्रकाशमान करता रहेगा। - डेविड मैक्कैस्लैंड


परिस्थितियों के अन्धकार में, परमेश्वर का प्रकाश 
सदैव हमारा मार्गदर्शन करता रहता है।

तब यीशु ने फिर लोगों से कहा, जगत की ज्योति मैं हूं; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अन्धकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा। - यूहन्ना 8:12

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 4:1-12
2 Corinthians 4:1 इसलिये जब हम पर ऐसी दया हुई, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम हियाव नहीं छोड़ते। 
2 Corinthians 4:2 परन्तु हम ने लज्ज़ा के गुप्‍त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, परन्तु सत्य को प्रगट कर के, परमेश्वर के साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं। 
2 Corinthians 4:3 परन्तु यदि हमारे सुसमाचार पर परदा पड़ा है, तो यह नाश होने वालों ही के लिये पड़ा है। 
2 Corinthians 4:4 और उन अविश्वासियों के लिये, जिन की बुद्धि को इस संसार के ईश्वर ने अन्‍धी कर दी है, ताकि मसीह जो परमेश्वर का प्रतिरूप है, उसके तेजोमय सुसमाचार का प्रकाश उन पर न चमके। 
2 Corinthians 4:5 क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं। 
2 Corinthians 4:6 इसलिये कि परमेश्वर ही है, जिसने कहा, कि अन्धकार में से ज्योति चमके; और वही हमारे हृदयों में चमका, कि परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति यीशु मसीह के चेहरे से प्रकाशमान हो।। 
2 Corinthians 4:7 परन्तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे। 
2 Corinthians 4:8 हम चारों ओर से क्‍लेश तो भोगते हैं, पर संकट में नहीं पड़ते; निरूपाय तो हैं, पर निराश नहीं होते। 
2 Corinthians 4:9 सताए तो जाते हैं; पर त्यागे नहीं जाते; गिराए तो जाते हैं, पर नाश नहीं होते। 
2 Corinthians 4:10 हम यीशु की मृत्यु को अपनी देह में हर समय लिये फिरते हैं; कि यीशु का जीवन भी हमारी देह में प्रगट हो। 
2 Corinthians 4:11 क्योंकि हम जीते जी सर्वदा यीशु के कारण मृत्यु के हाथ में सौंपे जाते हैं कि यीशु का जीवन भी हमारे मरनहार शरीर में प्रगट हो। 
2 Corinthians 4:12 सो मृत्यु तो हम पर प्रभाव डालती है और जीवन तुम पर।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 17-19
  • इफिसियों 5:17-33


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