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गुरुवार, 15 मार्च 2018

उठा



   चिकित्सा-शास्त्र से संबंधित जर्नल Surgical Technology International में एक लेख में बताया गया कि जब कोई व्यक्ति सर झुकाकर अपने फोन की ओर देखता है, तो यह गर्दन पर 60 पाउंड भार को उठाने के बराबर होता है। जब हम इसका विचार करते हैं कि सँसार भर में प्रतिदिन लाखों लोग औसतन 2-4 घंटे सर झुकाए हुए फोन पर सन्देश पढ़ने और भेजने में बिताते हैं, तो इसके परिणामस्वरूप गर्दन और रीढ़ की हड्डी को होने वाली हानि स्वास्थ्य के लिए एक बढ़ती हुई चिन्ता का विषय हो जाता है।

   इसी प्रकार जीवन के बोझों के सामने आत्मिक रीति से भी सिर झुका लेना सरल बात है। कितनी ही बार हम अपने आप को समस्याओं और प्रिय जनों की आवश्यकताओं की पूर्ति को लेकर निराश पाते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने चिन्ता के इस बोझ को समझा, परन्तु उसने आशा भी देखी; वह लिखता है, “वह आकाश और पृथ्वी और समुद्र और उन में जो कुछ है, सब का कर्ता है; और वह अपना वचन सदा के लिये पूरा करता रहेगा। वह पिसे हुओं का न्याय चुकाता है; और भूखों को रोटी देता है। यहोवा बन्धुओं को छुड़ाता है; यहोवा अन्धों को आंखें देता है। यहोवा झुके हुओं को सीधा खड़ा करता है; यहोवा धर्मियों से प्रेम रखता है” (भजन 146:6-8)

   जब हम परमेश्वर की देखभाल के बारे में, उसकी महान सामर्थ्य के बारे में, और उसके प्रेमी हृदय के बारे में विचार करते हैं, तब हम सिर उठाकर ऊपर देखने और उसकी स्तुति-आराधना करने के लिए प्रेरित होते हैं; और हम अपने प्रति दिन को इस आश्वासन के साथ बिता सकते हैं कि, “यहोवा सदा के लिये, तेरा परमेश्वर पीढ़ी पीढ़ी राज्य करता रहेगा” (पद 10)।

   हम जब भी झुके होते हैं, वह हमें उठाता है। परमेश्वर की स्तुति हो। - डेविड मैक्कैस्लैंड


परमेश्वर की भलाई में विश्वास, हमारे हृदयों में स्तुतिगान भर देता है।

तू मेरे छिपने का स्थान है; तू संकट से मेरी रक्षा करेगा; तू मुझे चारों ओर से छुटकारे के गीतों से घेर लेगा। - भजन 32:7

बाइबल पाठ: भजन 146:1-10
Psalms 146:1 याह की स्तुति करो। हे मेरे मन यहोवा की स्तुति कर!
Psalms 146:2 मैं जीवन भर यहोवा की स्तुति करता रहूंगा; जब तक मैं बना रहूंगा, तब तक मैं अपने परमेश्वर का भजन गाता रहूंगा।
Psalms 146:3 तुम प्रधानों पर भरोसा न रखना, न किसी आदमी पर, क्योंकि उस में उद्धार करने की भी शक्ति नहीं।
Psalms 146:4 उसका भी प्राण निकलेगा, वही भी मिट्टी में मिल जाएगा; उसी दिन उसकी सब कल्पनाएं नाश हो जाएंगी।
Psalms 146:5 क्या ही धन्य वह है, जिसका सहायक याकूब का ईश्वर है, और जिसका भरोसा अपने परमेश्वर यहोवा पर है।
Psalms 146:6 वह आकाश और पृथ्वी और समुद्र और उन में जो कुछ है, सब का कर्ता है; और वह अपना वचन सदा के लिये पूरा करता रहेगा।
Psalms 146:7 वह पिसे हुओं का न्याय चुकाता है; और भूखों को रोटी देता है। यहोवा बन्धुओं को छुड़ाता है;
Psalms 146:8 यहोवा अन्धों को आंखें देता है। यहोवा झुके हुओं को सीधा खड़ा करता है; यहोवा धर्मियों से प्रेम रखता है।
Psalms 146:9 यहोवा परदेशियों की रक्षा करता है; और अनाथों और विधवा को तो सम्भालता है; परन्तु दुष्टों के मार्ग को टेढ़ा मेढ़ा करता है।
Psalms 146:10 हे सिय्योन, यहोवा सदा के लिये, तेरा परमेश्वर पीढ़ी पीढ़ी राज्य करता रहेगा। याह की स्तुति करो!


एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 26-27
  • मरकुस 14:27-53