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शनिवार, 3 नवंबर 2018

सप्रेम



      अपनी पुस्तक Spiritual Leadership में ओस्वौल्ड सैंडर्स मसीही अगुवों द्वारा युक्ति और सप्रेम कूटनीति के गुणों के प्रयोग के महत्व को उजागर करते हैं। सैंडर्स ने कहा कि इन दो शब्दों के मेल से वह मार्ग बनता है जिससे कि, बिना ठेस पहुँचाए और बिना नैतिक सिद्धांतों से समझौता किए, विपरीत दृष्टिकोणों को परस्पर साथ लेकर चला जा सकता है।

      पौलुस जब रोम में बन्दीगृह में था, उस समय वह फिलेमोन नामक मसीही विश्वासी, जो कुलुस्से की एक मसीही मण्डली का अगुवा था, के एक भगोड़े दास उनेसिमुस का आत्मिक सलाहकार और अंतरंग मित्र हो गया था। जब पौलुस ने फिलेमोन को उनेसिमुस को एक मसीही भाई के समान वापस स्वीकार करने के लिए लिखा, तब पौलुस ने इसी सप्रेम युक्ति और कूटनीति के गुणों का उपयोग किया। पौलुस ने फिलेमोन को लिखी पत्री में कहा, “इसलिये यद्यपि मुझे मसीह में बड़ा हियाव तो है, कि जो बात ठीक है, उस की आज्ञा तुझे दूं। तौभी मुझ बूढ़े पौलुस को जो अब मसीह यीशु के लिये कैदी हूं, यह और भी भला जान पड़ा कि प्रेम से बिनती करूं। परन्तु अब से दास के समान नहीं, वरन दास से भी उत्तम, अर्थात भाई के समान रहे जो शरीर में भी और विशेष कर प्रभु में भी मेरा प्रिय हो” (फिलेमोन 1:8-9, 16)।

      पौलुस आरंभिक मसीही मंडलियों में एक आदरणीय अगुवा था, और बहुधा मसीही विश्वासियों को स्पष्ट और सीधे निर्देश दिया करता था। परन्तु इस बार उसने आदेश देने के स्थान पर फिलेमोन के साथ समानता, मित्रता और प्रेम द्वारा व्यवहार किया; उसने फिलेमोन से कहा, “पर मैं ने तेरी इच्छा बिना कुछ भी करना न चाहा कि तेरी यह कृपा दबाव से नहीं पर आनन्द से हो” (पद 14)।

      अपने सभी संबंधों में हम परस्पर तालमेल और नैतिक सिद्धांतों के सप्रेम पालन को बनाए रखें। - डेविड मैक्कैस्लैंड


अच्छे अगुवे बनकर वे ही सेवकाई कर सकते हैं, 
जो सहनशीलता और नम्रता के साथ सेवा करते हैं ।

और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो: जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो। और इन सब के ऊपर प्रेम को जो सिद्धता का कटिबन्‍ध है बान्‍ध लो। - कुलुस्सियों 3:13-14

बाइबल पाठ: फिलेमोन 1:8-18
Philemon 1:8 इसलिये यद्यपि मुझे मसीह में बड़ा हियाव तो है, कि जो बात ठीक है, उस की आज्ञा तुझे दूं।
Philemon 1:9 तौभी मुझ बूढ़े पौलुस को जो अब मसीह यीशु के लिये कैदी हूं, यह और भी भला जान पड़ा कि प्रेम से बिनती करूं।
Philemon 1:10 मैं अपने बच्‍चे उनेसिमुस के लिये जो मुझ से मेरी कैद में जन्मा है तुझ से बिनती करता हूं।
Philemon 1:11 वह तो पहिले तेरे कुछ काम का न था, पर अब तेरे और मेरे दोनों के बड़े काम का है।
Philemon 1:12 उसी को अर्थात जो मेरे हृदय का टुकड़ा है, मैं ने उसे तेरे पास लौटा दिया है।
Philemon 1:13 उसे मैं अपने ही पास रखना चाहता था कि तेरी ओर से इस कैद में जो सुसमाचार के कारण है, मेरी सेवा करे।
Philemon 1:14 पर मैं ने तेरी इच्छा बिना कुछ भी करना न चाहा कि तेरी यह कृपा दबाव से नहीं पर आनन्द से हो।
Philemon 1:15 क्योंकि क्या जाने वह तुझ से कुछ दिन तक के लिये इसी कारण अलग हुआ कि सदैव तेरे निकट रहे।
Philemon 1:16 परन्तु अब से दास के समान नहीं, वरन दास से भी उत्तम, अर्थात भाई के समान रहे जो शरीर में भी और विशेष कर प्रभु में भी मेरा प्रिय हो।
Philemon 1:17 सो यदि तू मुझे सहभागी समझता है, तो उसे इस प्रकार ग्रहण कर जैसे मुझे।
Philemon 1:18 और यदि उसने तेरी कुछ हानि की है, या उस पर तेरा कुछ आता है, तो मेरे नाम पर लिख ले।


एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 30-31
  • फिलेमोन