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रविवार, 9 मई 2021

सहायक

 

          हम दर्शकों के स्थान में बैठे हुए हमारी बेटी के बास्केटबाल खेल को देख रहे थे; खेल के दौरान उनके प्रशिक्षक ने एक शब्द कहा “डबल्स” (दो एक साथ)। यह सुनते ही तुरंत ही उनकी टीम की सुरक्षा रणनीति परिवर्तित हो गई, और उनके प्रतिरोधियों की सबसे लम्बे खिलाड़ी, जिसके पास गेंद थी, का सामना करने के लिए एक के स्थान पर अब दो खिलाड़ी आ गए। उन दोनों के आ जाने से वह प्रतिरोधी खिलाड़ी बॉल को सही दिशा में फेंक कर अंक नहीं बनाने पाई, और बॉल हमारी बेटी की टीम के हाथों में आ गई।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में जब सभोपदेशक का लेखक सुलैमान, इस संसार की कठिनाइयों और हताशाओं का सामना करता है, तब वह भी इस बात को मान लेता है कि परिश्रम के समय यदि कोई सहायक साथ हो तो परिश्रम से अच्छा परिणाम मिलता है (4:9)। जब कोई अकेला ही परिस्थितियों का सामना कर रहा होता है तो उसके पराजित होने की संभावना अधिक होती है; किन्तु यदि दो एक साथ हों तो वे अपने आप को बचा सकते हैं (पद 12)। यदि कोई मित्र हमारे साथ हो, तो वह हमें गिरने से बचा सकता है (पद 10)।

          सुलैमान के शब्द हमें प्रोत्साहित करते हैं कि अपनी जीवन यात्रा में किसी के मित्र, किसी के सहायक बनें; या किसी को अपनी सहायता के लिए साथ लिए चलें, जिससे हमें अकेले ही समस्याओं से जूझना न पड़े। किन्तु यह करने के लिए हम में से कुछ को अपने आप को इस प्रकार से खुला और उपलब्ध करवाना होगा, जैसा औरों के साथ होने से हम संकोच करते हैं और इस कारण अपने ही अंदर सीमित रहते हैं। लेकिन हम में से कुछ ऐसे भी हैं जो अपने साथ घनिष्ठता चाहते हैं, उन्हें लालसा रहते है कि लोग उनके संपर्क में आएँ और संगति करें, जिन से फिर वो अपने मन की बातों को बाँट सकें। कारण चाहे कुछ भी हो, हमें सहायता देने और सहायता लेने से संकोच नहीं करना चाहिए।

          उस बास्केटबॉल प्रशिक्षक की रणनीति वही थी जो सुलैमान की थी – अपने साथ सहायक ले लेना, जिससे चाहे खेल का स्थान हो या जीवन का मैदान हो, हमारे साथ हमें संभालने के लिए एक सहायक हो। हम अपने प्रभु परमेश्वर के धन्यवादी बने रहें कि वह हमारे जीवनों में सहायक खड़े करता है, और स्वयं भी हमारा सहायक बनकर हमारे साथ रहता है, तथा उसने हमारे सहायक के रूप में पवित्र आत्मा को हम मसीही विश्वासियों में बसाया है। - कर्स्टन होल्मबर्ग

 

प्रभु परमेश्वर जीवन के संघर्षों में आप हमारे सहायक बनें और हमें औरों के सहायक बनाएँ।


और मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे। अर्थात सत्य का आत्मा, जिसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क्योंकि वह न उसे देखता है और न उसे जानता है: तुम उसे जानते हो, क्योंकि वह तुम्हारे साथ रहता है, और वह तुम में होगा। - यूहन्ना 14:16-17

बाइबल पाठ: सभोपदेशक 4:1-12

सभोपदेशक 4:1 तब मैं ने वह सब अन्धेर देखा जो संसार में होता है। और क्या देखा, कि अन्धेर सहने वालों के आंसू बह रहे हैं, और उन को कोई शान्ति देने वाला नहीं! अन्धेर करने वालों के हाथ में शक्ति थी, परन्तु उन को कोई शान्ति देने वाला नहीं था।

सभोपदेशक 4:2 इसलिये मैं ने मरे हुओं को जो मर चुके हैं, उन जीवतों से जो अब तक जीवित हैं अधिक सराहा;

सभोपदेशक 4:3 वरन उन दोनों से अधिक सुभागी वह है जो अब तक हुआ ही नहीं, न ये बुरे काम देखे जो संसार में होते हैं।

सभोपदेशक 4:4 तब मैंने सब परिश्रम के काम और सब सफल कामों को देखा जो लोग अपने पड़ोसी से जलन के कारण करते हैं। यह भी व्यर्थ और मन का कुढ़ना है।

सभोपदेशक 4:5 मूर्ख छाती पर हाथ रखे रहता और अपना मांस खाता है।

सभोपदेशक 4:6 चैन के साथ एक मुट्ठी उन दो मुट्ठियों से अच्छा है, जिनके साथ परिश्रम और मन का कुढ़ना हो।

सभोपदेशक 4:7 फिर मैं ने धरती पर यह भी व्यर्थ बात देखी।

सभोपदेशक 4:8 कोई अकेला रहता और उसका कोई नहीं है; न उसके बेटा है, न भाई है, तौभी उसके परिश्रम का अन्त नहीं होता; न उसकी आंखें धन से सन्तुष्ट होती हैं, और न वह कहता है, मैं किस के लिये परिश्रम करता और अपने जीवन को सुख रहित रखता हूं? यह भी व्यर्थ और निरा दु:ख भरा काम है।

सभोपदेशक 4:9 एक से दो अच्छे हैं, क्योंकि उनके परिश्रम का अच्छा फल मिलता है।

सभोपदेशक 4:10 क्योंकि यदि उन में से एक गिरे, तो दूसरा उसको उठाएगा; परन्तु हाय उस पर जो अकेला हो कर गिरे और उसका कोई उठाने वाला न हो।

सभोपदेशक 4:11 फिर यदि दो जन एक संग सोए तो वे गर्म रहेंगे, परन्तु कोई अकेला क्योंकर गर्म हो सकता है?

सभोपदेशक 4:12 यदि कोई अकेले पर प्रबल हो तो हो, परन्तु दो उसका सामना कर सकेंगे। जो डोरी तीन तागे से बटी हो वह जल्दी नहीं टूटती।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 7-9
  • यूहन्ना 1:1-28

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