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सोमवार, 27 दिसंबर 2010

अनुग्रह का स्थान

२८ दिसंबर २००८ को अमेरिका के न्यू यॉर्क शहर के टाईम्स स्कुऐर में Good Riddance Day (पिंड छुड़ाने का दिन) का आयोजन किया गया। आयोजकों ने लोगों को उत्साहित किया कि वे बीते वर्ष की अपनी बुरी यादें और तकलीफें लेकर आयें और कागज़ की धज्जियां बनाने वाली विशाल मशीन (Shredder) या रखे गये बड़े से कूड़ेदान में उन्हें डाल दें।

लोगों ने जिन बातों को सांकेतिक रूप से अपने से दूर किया उनमें कुछ थीं ’स्टॉक मार्केट’, ’कैंसर’आदि। कुछ ने बैंक के कागज़ात फाड़े, एक लड़की ने अपने ’बॉयफ्रैंड’, जो उससे अलग हो गया था, की ईमेल फाड़ीं।

हम अपने दुखदायी अनुभवों, लोगों द्वारा हमारे विरोध में करी गई बातों, अपनी कठिन परिस्थितियों आदि की यादों को भुला देने की लालसा रखते हैं। प्रेरित पौलुस भी चाहता था कि उसे तकलीफ देने वाली व्याधि, जो उसे कमज़ोर कर रही थी, से वह छुटकारा पाये (२ कुरिन्थियों १२:७-१०)। परन्तु परमेश्वर ने उससे कहा, "मेरा अनुग्रह तेरे लिये बहुत है, क्‍योंकि मेरी सामर्थ निर्बलता में सिद्ध होती है" (२ कुरिन्थियों १२:९)। परमेश्वर ने वह तकलीफ नहीं हटाई वरन उसे सहन करने की सामर्थ और उस समस्या में भी परमेश्वर की महिमा करने की सामर्थ दे दी।

जब हम अपने मनों में समस्याओं पर विचार करते रहते हैं तो वे हमें बोझिल कर देती हैं और हमारे रिश्तों और जीवन के प्रति नज़रिये पर प्रभाव डालती हैं। प्रभु यीशु के विश्वासियों के पास इन समस्याओं को ले जाने का ऐसा स्थान है जहां से वे फिर उन्हें परेशान नहीं कर सकतीं - "इसलिये परमेश्वर के बलवन्‍त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्‍ता उसी पर डाल दो, क्‍योंकि उस को तुम्हारा ध्यान है।" (१ पतरस ५:६, ७)

क्या आपने इस अनुग्रह के स्थान को जाना है? क्या आप ने अपनी चिन्ताएं उस अनुग्रह के स्थान पर डाल दी हैं? परमेश्वर का निमंत्रण आज आपके लिये है, प्रभु यीशु में आपके लिये अनुग्रह का स्थान खुला है उसने वय्दा दिया है - "हे सब परिश्र्म करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ, मैं तुम्हें विश्रम दूंगा" (मती ११:२८)। - ऐनी सेटास


परमेश्वर हमें प्रत्येक समस्या का सामना करने की सामर्थ देता है।

मेरा अनुग्रह तेरे लिये बहुत है, क्‍योंकि मेरी सामर्थ निर्बलता में सिद्ध होती है। - २ कुरिन्थियों १२:९


बाइबल पाठ: २ कुरिन्थियों १२:७-१०

और इसलिये कि मैं प्रकाशों की बहुतायत से फूल न जाऊं, मेरे शरीर में एक कांटा चुभाया गया अर्थात शैतान का एक दूत कि मुझे घूसे मारे ताकि मैं फूल न जाऊं।
इस के विषय में मैं ने प्रभु से तीन बार विनती की, कि मुझ से यह दूर हो जाए।
और उस ने मुझ से कहा, मेरा अनुग्रह तेरे लिये बहुत है, क्‍योंकि मेरी सामर्थ निर्बलता में सिद्ध होती है; इसलिये मैं बड़े आनन्‍द से अपनी निर्बलताओं पर घमण्‍ड करूंगा, कि मसीह की सामर्थ मुझ पर छाया करती रहे।
इस कारण मैं मसीह के लिये निर्बलताओं, और निन्‍दाओं में, और दरिद्रता में, और उपद्रवों में, और संकटों में, प्रसन्न हूं, क्‍योंकि जब मैं निर्बल होता हूं, तभी बलवन्‍त होता हूं।

एक साल में बाइबल:
  • ज़क्कर्याह १-४
  • प्रकाशितवाक्य १८