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गुरुवार, 15 अगस्त 2013

पृथ्वी की कसीदाकारी

   परमेश्वर की रची विलक्षण प्रकृति के एक भव्य स्थल - विश्व-विख्यात नाइग्रा जल प्रपात के कैनाडा वाले छोर के निकट, एक विस्मित कर देने वाली सुन्दरता से भरा वानस्पतिक उद्यान है; उस छोर पर एक फूलों का बाग़ बनाया गया है। इस बाग़ की रचना और रख-रखाव बहुत विशिष्ट है और इसमें संसार भर से लाए गए बहुत सुन्दर फूलों और अद्भुत पौधों का संग्रह है, जिनकी सुन्दरता स्तब्ध कर देती है। इस सुन्दरता को निहारते हुए जब हम उस बाग़ में घूम रहे थे तो एक अन्य बात ने हमारा ध्यान खींचा - एक तख़ती जिस पर लिखा था, "मित्रों आईए, परमेश्वर की अद्भुत कारीगरी - पृथ्वी की कसीदाकारी को निहारिए।" हमारे सृष्टिकर्ता ने जो अद्भुत सुन्दरता इस पृथ्वी पर हमारे लिए सजाई है, उसे व्यक्त करने का कितना बेहतरीन तरीका है यह संज्ञा - "पृथ्वी की कसीदाकारी"।

   पृथ्वी की कसीदाकारी के अन्य भव्य नमूने हैं ब्राज़ील देश के घने जंगल जिनमें अनेक प्रकार के वनस्पति और अद्भुत जीव-जन्तु पाए जाते हैं; उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रूवों पर स्थित हिमशिलाएं, हिमनद और बर्फ के मैदान जिनकी सुन्दरता देखते ही बनती है तथा उन स्थानों पर रहने वाले विशेष जीव-जन्तु; संसार के कई स्थानों पर बड़े बड़े मैदानों में लहलहाते अन्न के खेत जिनमें हवा के साथ अटखेलियाँ करती अन्न की बालें एक अति मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करती हैं; अफ्रीका में स्थित सेरेन्गटी का सैंकड़ों वर्ग किलोमीटर में फैला विशाल उपजाऊ मैदान जो अनेक प्रकार के जीव-जन्तुओं का निवास स्थल है; इत्यादि।

   परमेश्वर का वचन बाइबल भी हमें स्मरण दिलाती है कि हर वस्तु, हर फूल - गुलाब (यशायाह 35:1) से लेकर सोसन के फूल (मत्ती 6:28) तक और, हर वनस्पति - जंगल के देवदार, बबूल, मेंहदी, और जलपाई तथा सनौवर, तिधार वृक्ष, और सीधा सनौबर वृक्ष तक (यशायाह 41-19-20), सब परमेश्वर ही की रचना है।

   परमेश्वर ने हमारी पृथ्वी को भव्य सुन्दरता से सजाया है, इसे ऐसे ही बनाए रखना हमारी ज़िम्मेदारी है। धरती की यह सुन्दरता ना केवल हमारे मनों को प्रफुल्लित करती है, वरन परमेश्वर की यह कसीदाकारी हमें उसकी आराधना करने को प्रेरित भी करती है। अपने चारों ओर परमेश्वर की कसीदाकारी को निहारिए और उसकी आराधना करने और उसे धन्यवाद देने में समय बिताईए। - डेव ब्रैनन


सारी सृष्टि सृष्तिकर्ता की ओर संकेत करने वाले चिन्हों से भरी हुई है।

मैं जंगल में देवदार, बबूल, मेंहदी, और जलपाई उगाऊंगा; मैं अराबा में सनौवर, तिधार वृक्ष, और सीधा सनौबर इकट्ठे लगाऊंगा; जिस से लोग देखकर जान लें, और सोचकर पूरी रीति से समझ लें कि यह यहोवा के हाथ का किया हुआ और इस्राएल के पवित्र का सृजा हुआ है। - यशायाह 41:19-20 

बाइबल पाठ: भजन 19:1-11
Psalms 19:1 आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है।
Psalms 19:2 दिन से दिन बातें करता है, और रात को रात ज्ञान सिखाती है।
Psalms 19:3 न तो कोई बोली है और न कोई भाषा जहां उनका शब्द सुनाई नहीं देता है।
Psalms 19:4 उनका स्वर सारी पृथ्वी पर गूंज गया है, और उनके वचन जगत की छोर तक पहुंच गए हैं। उन में उसने सूर्य के लिये एक मण्डप खड़ा किया है,
Psalms 19:5 जो दुल्हे के समान अपने महल से निकलता है। वह शूरवीर की नाईं अपनी दौड़ दौड़ने को हर्षित होता है।
Psalms 19:6 वह आकाश की एक छोर से निकलता है, और वह उसकी दूसरी छोर तक चक्कर मारता है; और उसकी गर्मी सब को पहुंचती है।
Psalms 19:7 यहोवा की व्यवस्था खरी है, वह प्राण को बहाल कर देती है; यहोवा के नियम विश्वासयोग्य हैं, साधारण लोगों को बुद्धिमान बना देते हैं;
Psalms 19:8 यहोवा के उपदेश सिद्ध हैं, हृदय को आनन्दित कर देते हैं; यहोवा की आज्ञा निर्मल है, वह आंखों में ज्योति ले आती है;
Psalms 19:9 यहोवा का भय पवित्र है, वह अनन्तकाल तक स्थिर रहता है; यहोवा के नियम सत्य और पूरी रीति से धर्ममय हैं।
Psalms 19:10 वे तो सोने से और बहुत कुन्दन से भी बढ़कर मनोहर हैं; वे मधु से और टपकने वाले छत्ते से भी बढ़कर मधुर हैं।
Psalms 19:11 और उन्हीं से तेरा दास चिताया जाता है; उनके पालन करने से बड़ा ही प्रतिफल मिलता है।
एक साल में बाइबल: भजन 91-93 रोमियों 15:1-13