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गुरुवार, 12 सितंबर 2013

धन्य निश्चय

   मैं एक सज्जन से बात कर रहा था, हाल ही में उसकी पत्नि का देहान्त हुआ था। उस सज्जन ने मेरे साथ एक आप-बीति बाँटी - उसकी पत्नि के देहान्त के बारे में जानने के बाद उसके एक मित्र ने उससे कहा, "मुझे शोक है कि आपने अपनी पत्नि खो दी है"; और उसने अपने उस मित्र को तुरंत उत्तर दिया, "अरे नहीं, मेरी पत्नि खोई नहीं है, मुझे निश्चित पता है कि वह अब कहाँ है!"

   कुछ लोगों को यह एक बहुत बेबाक अथवा परिहास पूर्ण दावा लग सकता है। मृत्योपरांत होने वाली बातों के अनेकों दावे मौजूद होने के कारण, हम यह कैसे जान सकते हैं कि कौन सा दावा सही है और विश्वासयोग्य है? हम यह कैसे जान सकते हैं कि मृत्योपरांत हमारे प्रीय जन कहाँ गए हैं और हम भी उस दशा में कहाँ जाएंगे?

   लेकिन मसीही विश्वासियों के लिए मसीही दावों पर विश्वास रखना सर्वथा उपयुक्त है क्योंकि हमें परमेश्वर के वचन से यह आश्वासन है कि मृत्यु के तुरंत बाद हम अपने उद्धारकर्ता प्रभु यीशु के पास उसके साथ होंगे (2 कुरिन्थियों 5:8); और यह मात्र अभिलाषी विचार नहीं है। यह विश्वास प्रभु यीशु की एतिहासिक सच्चाई पर आधारित है। उस प्रभु यीशु की जो संसार में आया, समस्त मानव जाति के पापों के लिए अपने आप को बलिदान किया, जिससे हमारे पापों का दोष और दण्ड रद्द हो सके तथा हम अनन्त जीवन प्राप्त कर सकें (रोमियों 6:23)। अपनी मृत्योपरांत उसने मृतकों से वापस आकर मृतकों के पुनरुत्थान को प्रमाणित किया और अपने स्वार्गारोहण द्वारा स्वर्ग में अनन्तजीवन का विश्वास बंधाया, जहाँ वह हमारे लिए स्थान तैयार कर रहा है और हमें ले जाने तथा अपने साथ रखने के लिए एक दिन फिर वापस आएगा (यूहन्ना 14:2)।

   इसलिए आनन्दित रहो, क्योंकि प्रभु यीशु मसीह के दावों की सच्चाई के लाभ अलौकिक हैं, इसलिए हम भी पौलुस के साथ निर्भीक हो कर कह सकते हैं, "इसलिये हम ढाढ़स बान्‍धे रहते हैं, और देह से अलग हो कर प्रभु के साथ रहना और भी उत्तम समझते हैं" (2 कुरिन्थियों 5:8)। - जो स्टोवैल


मसीही विश्वासी के लिए मृत्यु का अर्थ है स्वर्ग, आनन्द और अनन्त काल तक मसीह यीशु का साथ।

क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है, परन्तु परमेश्वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है। - रोमियों 6:23

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 5:1-10
2 Corinthians 5:1 क्योंकि हम जानते हैं, कि जब हमारा पृथ्वी पर का डेरा सरीखा घर गिराया जाएगा तो हमें परमेश्वर की ओर से स्वर्ग पर एक ऐसा भवन मिलेगा, जो हाथों से बना हुआ घर नहीं परन्तु चिरस्थाई है।
2 Corinthians 5:2 इस में तो हम कराहते, और बड़ी लालसा रखते हैं; कि अपने स्‍वर्गीय घर को पहिन लें।
2 Corinthians 5:3 कि इस के पहिनने से हम नंगे न पाए जाएं।
2 Corinthians 5:4 और हम इस डेरे में रहते हुए बोझ से दबे कराहते रहते हैं; क्योंकि हम उतारना नहीं, वरन और पहिनना चाहते हैं, ताकि वह जो मरनहार है जीवन में डूब जाए।
2 Corinthians 5:5 और जिसने हमें इसी बात के लिये तैयार किया है वह परमेश्वर है, जिसने हमें बयाने में आत्मा भी दिया है।
2 Corinthians 5:6 सो हम सदा ढाढ़स बान्‍धे रहते हैं और यह जानते हैं; कि जब तक हम देह में रहते हैं, तब तक प्रभु से अलग हैं।
2 Corinthians 5:7 क्योंकि हम रूप को देखकर नहीं, पर विश्वास से चलते हैं।
2 Corinthians 5:8 इसलिये हम ढाढ़स बान्‍धे रहते हैं, और देह से अलग हो कर प्रभु के साथ रहना और भी उत्तम समझते हैं।
2 Corinthians 5:9 इस कारण हमारे मन की उमंग यह है, कि चाहे साथ रहें, चाहे अलग रहें पर हम उसे भाते रहें।
2 Corinthians 5:10 क्योंकि अवश्य है, कि हम सब का हाल मसीह के न्याय आसन के साम्हने खुल जाए, कि हर एक व्यक्ति अपने अपने भले बुरे कामों का बदला जो उसने देह के द्वारा किए हों पाए।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 13-15 
  • 2 कुरिन्थियों 5