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मंगलवार, 8 जुलाई 2014

सुसमाचार


   इंटरनैट पर उपलब्ध अनेक प्रकार की सामग्री से संबंधित एक शब्द है "वायरल" अर्थात वह जो बड़ी तेज़ी से एक इंटरनैट प्रयोगकर्ता के द्वारा दूसरे तक पहुँचाया जाता है और इस प्रकार एक से दूसरे स्थान पर संसार भर में फैलता रहता है। इस प्रकार से फैलने वाली यह सामग्री हास्यास्प्रद हो सकती है, प्रेर्णादायक हो सकती है, विचारों को उकसाने वाली हो सकती है, किसी विशेष परिस्थित या घटना का समाचार हो सकती है, और तेज़ी से फैल कर यह बहुत ही कम समय में लाखों लोगों तक पहुँच जाती है।

   इस प्रकार की "वायरल" फैलाव की क्षमता रखने वाली सामग्री बनाना प्रत्येक विज्ञापन बनाने वाले का सपना होता है, लेकिन इंटरनैट के द्वारा व्यापार करने वाले बहुत ही कम लोग ऐसा कर पाते हैं। लेसी केम्प ने इस संबंध में realnetworksblog.com पर लिखा: "कैसे आप किसी बात को इतनी तीव्रता के साथ फैला सकते हैं? उत्तर है कि आप ऐसा नहीं कर सकते, क्योंकि यह कोई ऐसी बात नहीं है जो किसी योजना या विधि के अन्तर्गत करी जा सके, नहीं तो सभी ऐसा कर लेते। उस बात में स्वतः ही कुछ ऐसा अद्भुत होना चाहिए कि वह अपने ही बूते पर तेज़ी से प्रसारित हो सके।"

   समस्त संसार के लिए प्रभु यीशु में विश्वास द्वारा पापों से क्षमा एवं उद्धार का सुसमाचार भी कुछ ऐसा ही है, जो एक से दूसरे तक फैलता है। जिसने इस सुसमाचार पर विश्वास कर लिया और इसे अपना लिया, फिर वह इसे किसी ना किसी माध्यम द्वारा दूसरे तक पहुँचाए बिना रह नहीं सकता। मसीही विश्वासियों की प्रथम मण्डली का एक अगुवा स्‍तिुफनुस अपने मसीही विश्वास के कारण पत्थरवाह करके मार डाला गया, और फिर यरूशलेम में स्थित सारी मसीही मण्डली पर अत्याचार का पहाड़ टूट पड़ा। इस सताव के कारण बहुत से मसीही विश्वासी बेघर हो गए और यरुशलेम छोड़कर भागने को मजबूर हो गए। लेकिन जान बचाकर भागते हुए भी वे जहाँ कहीं जाते, प्रभु यीशु के सुसमाचार को लोगों को अवश्य बताते (प्रेरितों 8:1-4)। इस प्रकार सुसमाचार को दबाने और नष्ट करने का वह प्रयास सुसमाचार की तेज़ी से बढ़ती तथा फैलने का कारण बन गया।

   आज भी यही स्थिति किसी ना किसी रूप में सारे संसार में बारंबार घटित हो रही है। जितना मसीही विश्वास के सुसमाचार को दबाने का प्रयास किया जाता है, मसीही विश्वासियों को सताया जाता है, मसीह यीशु के विरोध में किया जाता है, वह सब मसीही विश्वास के सुसमाचार को संसार भर में समाचारों या अन्य किसी माध्यम से फैलाने का कारण हो जाता है और अनेक ऐसे लोग जिन्होंने उस सुसमाचार के बारे में सुना नहीं हो या उस पर कभी ध्यान ना दिया हो, उसे सुनने और उसे गंभीरता से देखने को प्रोत्साहित हो जाते हैं। मसीह यीशु का सुसमाचार समस्त संसार में फैलने से रुक नहीं सकता - या तो मसीही विश्वासी इसे फैलाते रहेंगे, नहीं तो उन पर ढाया जाने वाला अत्याचार उसे फैलाने का माध्यम बन जाएगा। - डेविड मैक्कैसलैंड


सुसमाचार संक्रामक है, वह तो फैलेगा ही; उसके फैलने में आपका योगदान क्या है?

हे भाइयों, मैं चाहता हूं, कि तुम यह जान लो, कि मुझ पर जो बीता है, उस से सुसमाचार ही की बढ़ती हुई है। - फिलिप्पियों 1:12

बाइबल पाठ: प्रेरितों 7:59-8:8
Acts 7:59 और वे स्‍तिुफनुस को पत्थरवाह करते रहे, और वह यह कहकर प्रार्थना करता रहा; कि हे प्रभु यीशु, मेरी आत्मा को ग्रहण कर। 
Acts 7:60 फिर घुटने टेककर ऊंचे शब्द से पुकारा, हे प्रभु, यह पाप उन पर मत लगा, और यह कहकर सो गया: और शाऊल उसके बध में सहमत था।
Acts 8:1 उसी दिन यरूशलेम की कलीसिया पर बड़ा उपद्रव होने लगा और प्रेरितों को छोड़ सब के सब यहूदिया और सामरिया देशों में तित्तर बित्तर हो गए। 
Acts 8:2 और भक्तों ने स्‍तिुफनुस को कब्र में रखा; और उसके लिये बड़ा विलाप किया। 
Acts 8:3 शाऊल कलीसिया को उजाड़ रहा था; और घर घर घुसकर पुरूषों और स्‍त्रियों को घसीट घसीट कर बन्‍दीगृह में डालता था।
Acts 8:4 जो तित्तर बित्तर हुए थे, वे सुसमाचार सुनाते हुए फिरे। 
Acts 8:5 और फिलेप्पुस सामरिया नगर में जा कर लोगों में मसीह का प्रचार करने लगा। 
Acts 8:6 और जो बातें फिलेप्पुस ने कहीं उन्हें लोगों ने सुनकर और जो चिन्ह वह दिखाता था उन्हें देख देखकर, एक चित्त हो कर मन लगाया। 
Acts 8:7 क्योंकि बहुतों में से अशुद्ध आत्माएं बड़े शब्द से चिल्लाती हुई निकल गई, और बहुत से झोले के मारे हुए और लंगडे भी अच्‍छे किए गए। 
Acts 8:8 और उस नगर में बड़ा आनन्द हुआ।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 137-139