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सोमवार, 29 सितंबर 2014

सच्चाई और निश्चयता


   एक दिन मैंने कहीं जाने के लिए टैक्सी करी। जब मैं टैक्सी के अन्दर जा कर बैठा तो मैंने पाया कि अन्दर एक ’न्यू ऐज’ (नए युग) गुरू के कई विज्ञापन लगे हुए हैं। टैक्सी चालक से इस बारे में बात करने पर उस चालक ने बताया कि उसका मानना है कि परमेश्वर ने हर समय और काल में अनेक दिव्य व्यक्तित्वों को गुरू बनाकर भेजा ताकि वे लोगों की आत्मिक अगुवाई करें और वह गुरु हमारे समय के लिए भेजा गया दिव्य व्यक्तित्व था। उस टैक्सी चालक के अनुसार यीशु मसीह भी अपने समय के लिए भेजे गए दिव्य व्यक्तित्व थे। मैंने उस टक्सी चालक से अपनी असहमति व्यक्त करते हुए उसे प्रभु यीशु द्वारा कही गई बात बताई: "...मार्ग और सच्चाई और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता" (यूहन्ना 14:6)।

   उस टैक्सी चालक तथा उसके समान विश्वास रखने वाले लोगों की धारणा के विपरीत, प्रभु यीशु दिव्य व्यक्तित्वों की किसी श्रंखला की एक कड़ी मात्र नहीं हैं वरन स्वयं उनके अपने दावे के अनुसार केवल वे ही परमेश्वर तक पहुँचने का एकमात्र मार्ग हैं; उनके बिना स्वर्ग पहुँचने का और कोई रास्ता नहीं है।

   "जीवते परमेश्वर का पुत्र" (मत्ती 16:16) होने के कारण प्रभु यीशु ने अपने आप को एकमात्र सच्चा आध्यात्मिक अगुवा केवल घोषित ही नहीं किया, वरन उस घोषणा के अनुरूप जीवन जी कर भी दिखाया। उनके जन्म से लेकर आज तक, 2000 वर्ष के लंबे अन्तराल में कोई भी जन उनके जीवन में किसी भी प्रकार का कोई पाप या दुराचार दिखा अथवा प्रमाणित नहीं कर सका है। प्रभु यीशु का परिपेक्ष किसी धर्म, जाति, काल या भौगोलिक इलाके तक ही सीमित नहीं था; वे समस्त संसार के हर जन के लिए, वो चाहे किसी भी समय-काल-स्थान का रहने वाला हो, आए थे। प्रभु यीशु ने समस्त संसार के सभी लोगों के उद्धार के लिए प्रभावी अपने जीवन के बलिदान (इब्रानियों 10:12) तथा फिर मृतकों में से अपने पुनरुत्थान के द्वारा अपने एकमात्र सच्चा आध्यात्मिक अगुवा होने के दावे को भी प्रमाणित कर के दिखाया है।

   प्रभु यीशु ने कहा, "मेरी ही प्रतीति करो, कि मैं पिता में हूं; और पिता मुझ में है; नहीं तो कामों ही के कारण मेरी प्रतीति करो" (यूहन्ना 14:11)। जितनी अधिक प्रभु यीशु के जीवन पर खोज हुई है उतनी संसार के किसी अन्य जन पर कभी नहीं हुई, और हर खोज ने प्रभु यीशु तथा उनसे संबंधित परमेश्वर के वचन बाइबल के सभी दावों को सदा सच ही प्रमाणित किया है। इसलिए समस्त मानव जाति को पाप क्षमा तथा उद्धार पाने के लिए किसी अन्य गुरू या मार्ग की आवश्यकता नहीं है - प्रभु यीशु में यह सभी के लिए सेंत-मेंत और सहज रीति से साधारण विश्वास द्वारा उपलब्ध है।

   प्रभु यीशु के बारे में सीखिए और उसे अपना गुरू तथा मार्गदर्शक ग्रहण कर लिजिए; आत्मिक सच्चाई और निश्चयता केवल वह ही प्रदान कर सकता है। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


आत्मिक छलिए केवल भटका सकते हैं; केवल प्रभु यीशु ही है जो परमेश्वर से आपका मेल करवा सकता है, आपको स्वर्ग ले जा सकता है।

उसने उन से कहा; परन्तु तुम मुझे क्या कहते हो? शमौन पतरस ने उत्तर दिया, कि तू जीवते परमेश्वर का पुत्र मसीह है। - मत्ती 16:15-16

बाइबल पाठ: यूहन्ना 14:1-11
John 14:1 तुम्हारा मन व्याकुल न हो, तुम परमेश्वर पर विश्वास रखते हो मुझ पर भी विश्वास रखो। 
John 14:2 मेरे पिता के घर में बहुत से रहने के स्थान हैं, यदि न होते, तो मैं तुम से कह देता क्योंकि मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूं। 
John 14:3 और यदि मैं जा कर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूं, तो फिर आकर तुम्हें अपने यहां ले जाऊंगा, कि जहां मैं रहूं वहां तुम भी रहो। 
John 14:4 और जहां मैं जाता हूं तुम वहां का मार्ग जानते हो। 
John 14:5 थोमा ने उस से कहा, हे प्रभु, हम नहीं जानते कि तू कहां जाता है तो मार्ग कैसे जानें? 
John 14:6 यीशु ने उस से कहा, मार्ग और सच्चाई और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता। 
John 14:7 यदि तुम ने मुझे जाना होता, तो मेरे पिता को भी जानते, और अब उसे जानते हो, और उसे देखा भी है। 
John 14:8 फिलेप्पुस ने उस से कहा, हे प्रभु, पिता को हमें दिखा दे: यही हमारे लिये बहुत है। 
John 14:9 यीशु ने उस से कहा; हे फिलेप्पुस, मैं इतने दिन से तुम्हारे साथ हूं, और क्या तू मुझे नहीं जानता? जिसने मुझे देखा है उसने पिता को देखा है: तू क्यों कहता है कि पिता को हमें दिखा। 
John 14:10 क्या तू प्रतीति नहीं करता, कि मैं पिता में हूं, और पिता मुझ में हैं? ये बातें जो मैं तुम से कहता हूं, अपनी ओर से नहीं कहता, परन्तु पिता मुझ में रहकर अपने काम करता है। 
John 14:11 मेरी ही प्रतीति करो, कि मैं पिता में हूं; और पिता मुझ में है; नहीं तो कामों ही के कारण मेरी प्रतीति करो।

एक साल में बाइबल: 
  • अमोस 4-6