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सोमवार, 10 नवंबर 2014

भय


   मुझे अपने बचपन का भय कभी नहीं भूलता; मुझे लगता था कि मेरे बिस्तर पर पड़े कपड़े कमरे की बत्ती बुझते ही परछाईं जैसे दैत्य में बदल जाएंगे और मेरी नींद उड़ जाती थी। बचपन में ही भय से उत्पन्न इस अनिंद्रा की स्थिति ने मुझे जता दिया कि जीवन की परेशानियों में भय मेरा मित्र कदापि नहीं है। भय हमें आगे बढ़ने से रोकता है, जो करना चाहिए वह नहीं करने देता, हमें शक्तिहीन बना देता है। मैंने अपने अनुभवों से यह भी सीखा है कि भय का एक ही निवारण है - प्रभु यीशु पर अपनी नज़रें लगाए रखना, उससे सामर्थ और मार्गदर्शन पाकर जीवन में आगे बढ़ते रहना।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के नए नियम खण्ड में प्रभु यीशु के शिष्यों के सामने विकट परिस्थिति थी, वे नाव में यात्रा कर रहे थे और तूफान में फंस गए थे; तेज़ हवा और ऊँची लहरों के थपड़ों से नाव डूबने की आशंका हो रही थी। ऐसे में प्रभु यीशु पानी पर चलकर उनके पास आए और उन्हें सांत्वना दी, "यीशु ने तुरन्त उन से बातें की, और कहा; ढाढ़स बान्‍धो; मैं हूं; डरो मत" (मत्ती 14:27)। प्रभु यीशु के क्रूस पर मारे जाने और फिर मृतकों में से जी उठने के बाद भी उन्होंने भय से बन्द कमरे में जमा अपने शिष्यों के पास आकर उनसे पूछा, "उसने उन से कहा; क्यों घबराते हो और तुम्हारे मन में क्यों सन्‍देह उठते हैं?" (लूका 24:38)। मसीही जीवन में आने वाले क्लेषों की अवश्यंभाविता के विषय में प्रभु ने चेलों को आश्वस्त किया, "मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि तुम्हें मुझ में शान्‍ति मिले; संसार में तुम्हें क्‍लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बांधो, मैं ने संसार को जीत लिया है" (यूहन्ना 16:33)। इन सभी उदाहरणों से यह बात स्पष्ट है कि प्रभु यीशु की अपने चेलों के साथ बनी रहने वाली उपस्थिति और उससे उन्हें मिलने वाली सामर्थ पर किया गया विश्वास ही हम मसीही विश्वासियों के लिए भय पर जय पाने का मार्ग है।

   एक चिर-परिचित अंग्रेज़ी भाषा में लिखे गए भजन के भाव हैं, "अपनी नज़रें प्रभु यीशु पर टिकाए रखो, उसके अद्भुत चेहरे को भरपूरी से निहारते रहो और तुम पाओगे कि उसकी महिमा और अनुग्रह के प्रकाश में संसार की बातें धूमिल हो जाएंगी।" हम मसीही विश्वासी हर परिस्थिति और संसार की हर बात के भय में इस बात से आश्वस्त और शान्त होकर रह सकते हैं कि हमारा परमेश्वर प्रभु सदा हमारे साथ है, हमारा सहायक है। - जो स्टोवैल


जीवन के आंधी-तूफानों में प्रभु यीशु की उपस्थिति और उससे उपलब्ध सामर्थ में विश्वास रखें।

तू हियाव बान्ध और दृढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो; क्योंकि तेरे संग चलने वाला तेरा परमेश्वर यहोवा है; वह तुझ को धोखा न देगा और न छोड़ेगा। - व्यवस्थाविवरण 31:6

बाइबल पाठ: मत्ती 14:22-33
Matthew 14:22 और उसने तुरन्त अपने चेलों को बरबस नाव पर चढ़ाया, कि वे उस से पहिले पार चले जाएं, जब तक कि वह लोगों को विदा करे। 
Matthew 14:23 वह लोगों को विदा कर के, प्रार्थना करने को अलग पहाड़ पर चढ़ गया; और सांझ को वहां अकेला था। 
Matthew 14:24 उस समय नाव झील के बीच लहरों से डगमगा रही थी, क्योंकि हवा साम्हने की थी। 
Matthew 14:25 और वह रात के चौथे पहर झील पर चलते हुए उन के पास आया। 
Matthew 14:26 चेले उसको झील पर चलते हुए देखकर घबरा गए! और कहने लगे, वह भूत है; और डर के मारे चिल्ला उठे। 
Matthew 14:27 यीशु ने तुरन्त उन से बातें की, और कहा; ढाढ़स बान्‍धो; मैं हूं; डरो मत। 
Matthew 14:28 पतरस ने उसको उत्तर दिया, हे प्रभु, यदि तू ही है, तो मुझे अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे। 
Matthew 14:29 उसने कहा, आ: तब पतरस नाव पर से उतरकर यीशु के पास जाने को पानी पर चलने लगा। 
Matthew 14:30 पर हवा को देखकर डर गया, और जब डूबने लगा, तो चिल्लाकर कहा; हे प्रभु, मुझे बचा। 
Matthew 14:31 यीशु ने तुरन्त हाथ बढ़ाकर उसे थाम लिया, और उस से कहा, हे अल्प-विश्वासी, तू ने क्यों सन्‍देह किया? 
Matthew 14:32 जब वे नाव पर चढ़ गए, तो हवा थम गई। 
Matthew 14:33 इस पर जो नाव पर थे, उन्होंने उसे दण्‍डवत कर के कहा; सचमुच तू परमेश्वर का पुत्र है।

एक साल में बाइबल: 
प्रेरितों 6-9