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बुधवार, 13 जून 2012

प्रयासरत रहिए

   १९२४ के ओलंपिक खेलों से जुड़ी सच्ची घटनाओं पर आधारित तथा पुरस्कार प्राप्त अंग्रज़ी फिल्म Chariots of Fire का एक पात्र है ब्रिटेन का प्रसिद्ध धावक हैरल्ड एब्राहम्स जिसे दौड़ में जीतने की धुन सवार थी, किंतु ओलंपिक में भाग लेने से पूर्व की चुनावी दौड़ों में से एक में उसे अपने प्रतिद्वन्दी एरिक लिडल से करारी हार का सामना करना पड़ता है। एब्राहम्स अपनी इस हार से बहुत आहत होता है और घोर निराशा में आ जाता है। जब उसकी सहेली सिबिल उसे प्रोत्साहित करने का प्रयास करती है तो वह क्रोधित हो उठता है और कहता है, "मैं जीतने के लिए दौड़ता हूँ; अगर मैं जीत नहीं सकता, तो मैं दौड़ूंगा भी नहीं।" तब सिबिल उसे बड़ी बुद्धिमानी से उत्तर देती है, "अगर तुम दौड़ोगे नहीं तो जीतोगे भी नहीं!"

   जीवन में निराशाएं और पराजय आती रहती हैं जिन से हतोत्साहित हो करके सब कुछ छोड़ कर बैठ जाने की इच्छा होती है; हम मसीही विश्वासी भी इस से अछूते नहीं हैं। लेकिन वह दौड़ जिसका नाम मसीही जीवन है, उस के लिए, हर परिस्थिति के बावजूद, प्रेरित पौलुस हमें दौड़ते रहने की चुनौती देता है। उसने कुरिन्थुस के विश्वासियों को लिखा, "क्‍या तुम नहीं जानते, कि दौड़ में तो दौड़ते सब ही हैं, परन्‍तु इनाम एक ही ले जाता है तुम वैसे ही दौड़ो, कि जीतो" (१ कुरिन्थियों ९:२४)। पौलुस ने अपने बारे में फिलिप्पियों के विश्वासियों को लिखा, "हे भाइयों, मेरी भावना यह नहीं कि मैं पकड़ चुका हूं: परन्‍तु केवल यह एक काम करता हूं, कि जो बातें पीछे रह गई हैं उन को भूल कर, आगे की बातों की ओर बढ़ता हुआ निशाने की ओर दौड़ा चला जाता हूं, ताकि वह इनाम पाऊं, जिस के लिये परमेश्वर ने मुझे मसीह यीशु में ऊपर बुलाया है" (फिलिप्पियों ३:१३-१४)। फिर वह अपने जीवन के अन्त के निकट आकर लिख सका, "मैं अच्‍छी कुश्‍ती लड़ चुका हूं मैं ने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैं ने विश्वास की रखवाली की है। भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं" (२ तिमुथियुस २:७-८)। पौलुस ने अपने मसीही जीवन के उदाहरण से सिखाना चाहा कि हम मसीही विश्वासियों को विश्वासयोग्यता सहित अपने विश्वास की दौड़ दौड़ते रहनी है क्योंकि हम अपने प्रभु और राजा मसीह यीशु के आदर के लिए दौड़ रहे हैं, और उस से ही हमें अनन्त काल तक बने रहने वाले मुकुट मिलेंगे।

   यदि हम अपनी दौड़ में, परमेश्वर की सेवकाई छोड़ने या पाप में पड़ जाने के द्वारा, ढीले पड़ जाएंगे तो हम अपने प्रतिफल और स्वर्गीय मुकुट भी खो देंगे जो हमारे प्रभु ने हमारे लिए रखे हैं, और हमें हमारी दौड़ पूरी करने पर देगा।

   सिबिल ने बिलकुल ठीक कहा था, अगर दौड़ेंगे नहीं तो जीतेंगे भी नहीं; मसीही जीवन की अपनी दौड़ में सदा प्रयासरत रहिए। - बिल क्राउडर


किसी भी पदक के जीतने से बढ़ कर मसीह का हमें "शाबाश; बहुत अच्छा किया" कहना होगा।
क्‍या तुम नहीं जानते, कि दौड़ में तो दौड़ते सब ही हैं, परन्‍तु इनाम एक ही ले जाता है तुम वैसे ही दौड़ो, कि जीतो। - १ कुरिन्थियों ९:२४
बाइबल पाठ: १ कुरिन्थियों ९:१९-२७
1Co 9:19  क्‍योंकि सब से स्‍वतंत्र होने पर भी मैं ने अपने आप को सब का दास बना दिया है, कि अधिक लोगों को खींच लाऊं।
1Co 9:20  मैं यहूदियों के लिये यहूदी बना कि यहूदियों को खींच लाऊं, जो लोग व्यवस्था के आधीन हैं उन के लिये मैं व्यवस्था के आधीन न होने पर भी व्यवस्था के आधीन बना, कि उन्‍हें जो व्यवस्था के आधीन हैं, खींच लाऊं।
1Co 9:21 व्यवस्थाहीनों के लिये मैं (जो परमेश्वर की व्यवस्था से हीन नहीं, परन्‍तु मसीह की व्यवस्था के आधीन हूं) व्यवस्थाहीन सा बना, कि व्यवस्थाहीनों को खींच लाऊं।
1Co 9:22  मैं निर्बलों के लिये निर्बल सा बना, कि निर्बलों को खींच लाऊं, मैं सब मनुष्यों के लिये सब कुछ बना हूं, कि किसी न किसी रीति से कई एक का उद्धार कराऊं।
1Co 9:23  और मैं सब कुछ सुसमाचार के लिये करता हूं, कि औरों के साथ उसका भागी हो जाऊं।
1Co 9:24 क्‍या तुम नहीं जानते, कि दौड़ में तो दौड़ते सब ही हैं, परन्‍तु इनाम एक ही ले जाता है तुम वैसे ही दौड़ो, कि जीतो।
1Co 9:25 और हर एक पहलवान सब प्रकार का संयम करता है, वे तो एक मुरझाने वाले मुकुट को पाने के लिये यह सब करते हैं, परन्‍तु हम तो उस मुकुट के लिये करते हैं, जो मुरझाने का नहीं।
1Co 9:26 इसलिये मैं तो इसी रीति से दौड़ता हूं, परन्‍तु बेठिकाने नहीं, मैं भी इसी रीति से मुक्कों से लड़ता हूं, परन्‍तु उस की नाईं नहीं जो हवा पीटता हुआ लड़ता है।
1Co 9:27  परन्तु मैं अपनी देह को मारता कूटता, और वश में लाता हूं; ऐसा न हो कि औरों को प्रचार करके, मैं आप ही किसी रीति से निकम्मा ठहरूं।
एक साल में बाइबल: 
  • एज़रा ६-८ 
  • यूहन्ना २१

रविवार, 23 अक्टूबर 2011

लक्षय पर दृष्टि

   पौल पोवेल ने एक चित्र का वर्णन लिखा जिसमें पुराने समय के माल तथा यात्रि ले जाने वाली घोड़ा गाड़ियों के एक काफिले को दिखाया गया है। रात्रि का समय है, सुरक्षा के लिए सभी घोड़ा गाड़ियों को गोलाकार खड़ा किया गया है, गोलाकार के मध्य में आग के चारों ओर काफिले के लोग एकत्रित हैं और काफिले का अगुआ उनसे कुछ बात कर रहा है। अगुए के सामने एक नक्षा बिछा हुआ है जिसपर एक टेढ़ी-मेढ़ी रेखा द्वारा उनका अब तब का तय किया हुआ मार्ग अंकित है। उस रेखा के एक सिरे पर अगुए की एक अंगुली रखी हुई है, चेहरे पर दृढ़ निश्चय झलक रहा है और दूसरा हाथ दूर हलके से दिख रहे पर्वत श्रंखला की ओर संकेत कर रहा है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे वह कह रहा हो कि चाहे हमें इस ओर से पर्वत श्रंखला से होकर जाना पड़े अथवा दूसरी ओर से बहती नदी में से होकर, लेकिन हमारा लक्षय उधर पश्चिम दिशा की ओर ही रहेगा।

   प्रत्येक मसीही विश्वासी को भी ऐसे ही दृढ़ निश्चय के साथ अपने निशाने की ओर बढ़ना चाहिए। मसीही जीवन यात्रा आसान नहीं है। जो मार्ग हमारे परमेश्वर ने हमारे लिए चुना है उस में पर्वत हो सकते हैं, कठिनाईयां और प्रलोभन हमें मार्ग से भटकाने के लिए सामने आ सकते हैं, किंतु यदि हम अपनी दिशा और लक्षय - प्रभु यीशु मसीह पर अपनी नज़रें लगाए रहें तो हम मार्ग से नहीं भटकेंगे। यदि हम अपने प्रभु के पीछे विश्वासयोग्यता से होकर चलते रहें तो अपने लक्षय तक अवश्य पहुंचेंगे।

   जब कभी मार्ग में प्रलोभन या ध्यान भंग करने वाली बातें हमें मार्ग से भटका कर ले जाएं, तो हम अपनी इस गलती को मान कर उसके लिए प्रभु यीशु से क्षमा मांग सकते हैं और फिर अपनी नज़रें अपने लक्षय की ओर लगा कर आगे बढ़ सकते हैं। जब तक हमारी दृष्टि हमारे प्रभु पर लगी रहेगी, हमारी दृष्टि सही दिशा और लक्षय पर भी लगी रहेगी। - डेव एगनर


यदि दृष्टि लक्ष्य पर टिकी रहे तो कोई बाधा हमें रोक नहीं पाएगी।

...तो आओ, हर एक रोकने वाली वस्‍तु, और उलझाने वाले पाप को दूर करके, वह दौड़ जिस में हमें दौड़ना है, धीरज से दौड़ें। और विश्वास के कर्ता और सिद्ध करने वाले यीशु की ओर ताकते रहें;... - इब्रानियों १२:१, २
 
बाइबल पाठ: इब्रानियों ११:३२-१२:२
    Heb 11:32  अब और क्‍या कहूँ क्‍योंकि समय नहीं रहा, कि गिदोन का, और बाराक और समसून का, और यिफतह का, और दाऊद का और शामुएल का, और भविष्यद्वक्ताओं का वर्णन करूं।
    Heb 11:33  इन्‍होंने विश्वास ही के द्वारा राज्य जीते; धर्म के काम किए; प्रतिज्ञा की हुई वस्‍तुएं प्राप्‍त की, सिंहों के मुंह बन्‍द किए।
    Heb 11:34  आग की ज्‍वाला को ठंडा किया; तलवार की धार से बच निकले, निर्बलता में बलवन्‍त हुए; लड़ाई में वीर निकले; विदेशियों की फौजों को मार भगाया।
    Heb 11:35  स्‍त्रियों ने अपने मरे हुओं को फिर जीवते पाया; कितने तो मार खाते खाते मर गए और छुटकारा न चाहा; इसलिये कि उत्तम पुनरूत्थान के भागी हों।
    Heb 11:36  कई एक ठट्ठों में उड़ाए जाने, और कोड़े खाने, वरन बान्‍धे जाने और कैद में पड़ने के द्वारा परखे गए।
    Heb 11:37  पत्थरवाह किए गए; आरे से चीरे गए; उन की परीक्षा की गई; तलवार से मारे गए; वे कंगाली में और क्‍लेश में और दुख भोगते हुए भेड़ों और बकिरयों की खालें ओढ़े हुए, इधर उधर मारे मारे फिरे।
    Heb 11:38  और जंगलों, और पहाड़ों, और गुफाओं में, और पृथ्वी की दरारों में भटकते फिरे।
    Heb 11:39  संसार उन के योगय न था: और विश्वास ही के द्वारा इन सब के विषय में अच्‍छी गवाही दी गई, तौभी उन्‍हें प्रतिज्ञा की हुई वस्‍तु न मिली।
    Heb 11:40  क्‍योंकि परमेश्वर ने हमारे लिये पहिले से एक उत्तम बात ठहराई, कि वे हमारे बिना सिद्धता को न पहुंचे।
    Heb 12:1  इस कारण जब कि गवाहों का ऐसा बड़ा बादल हम को घेरे हुए है, तो आओ, हर एक रोकने वाली वस्‍तु, और उलझाने वाले पाप को दूर करके, वह दौड़ जिस में हमें दौड़ना है, धीरज से दौड़ें।
    Heb 12:2  और विश्वास के कर्ता और सिद्ध करने वाले यीशु की ओर से ताकते रहें; जिस ने उस आनन्‍द के लिये जो उसके आगे धरा था, लज्ज़ा की कुछ चिन्‍ता न करके, क्रूस का दुख सहा; और सिंहासन पर परमेश्वर के दाहिने जा बैठा।
 
एक साल में बाइबल: 
  • यर्मियाह १-२ 
  • १ तिमुथियुस ३