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सोमवार, 11 जून 2012

सहायता

   कोनेटिकट प्रांत के वाटरबेरी अस्पताल में शल्य चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष, डॉक्टर स्कौट कुर्टज़मैन, एक भाषण देने के लिए जा रहे थे के मार्ग में उन्होंने भयानक दुर्घटना का दश्य मिला जिसमें २० गाड़ियां फंसी हुई थीं। डॉक्टर स्कौट ने तुरंत रुक कर सहायता कार्य आरंभ कर दिया, और अगले ९० मिनिट तक टूटी और आपस में फंसी गाड़ियों में घुस घुस कर घायलों का पता किया, उन्हें बाहर निकाला और उनका प्राथमिक उपचार किया। जब सभी घायल निकाल कर निकट के अस्पतालों में पहुंचा दिए गए, तब ही वे वहां से आगे चले। बाद में इस घटना पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "मेरी जैसी योग्यताओं वाला कोई व्यक्ति किसी घायल को नज़रंदाज़ करके कैसे जा सकता था? मैं ऐसा बेपरवाही का जीवन नहीं जी सकता।"

   परमेश्वर के वचन बाइबल में, प्रभु यीशु ने, ऐसे ही किसी दूसरे की सहायता के लिए रुकने वाले व्यकि की नीतिकथा बयान करी (लूका १०:३०-३७)। उन्होंने जो कहा उसका सार इस प्रकार है: एक यहूदी व्यक्ति मार्ग में जाते हुए डाकुओं द्वारा घेर कर मारा-पीटा और लूटा गया और नंगा तथा अधमुआ करके मार्ग के किनारे छोड़ दिया गया। वहां से निकलने वाले परमेश्वर के मन्दिर के एक पुजारी और मन्दिर के एक और सेवक ने उसे देखा किंतु वे उससे मुंह फेर कर ऐसे ही चले गए। फिर वहां से एक सामरी व्यक्ति निकला; यद्यपि सामरी लोग यहूदियों द्वारा तुच्छ और अछूत समझे जाते थे फिर भी वह रुका, उस घायल की सहायता करी, उसके घावों की सफाई और देखभाल करी और उसे उठाकर एक सराय में लाया; वहां सराय के मालिक को उस घायल व्यक्ति की देखभाल का खर्चा दिया तथा सराय के स्वामी को आश्वासन दिया कि यदि और भी खर्चा होगा तो लौटते समय वह भी भर देगा।

   हमारे चारों ओर संसार में अनेक लोग ऐसे हैं जिन्हें हमारी सहायता की आवश्यक्ता है; कोई मानसिक रूप से आहत है तो कोई शारीरिक या सामाजिक या पारिवारिक रूप से। सभी को किसी न किसी रूप में सांत्वना और सहायता देने वाला कोई सहायक चाहिए। सच्ची शांति और समस्या का समाधान तो परमेश्वर प्रभु यीशु के पास ही है, लेकिन हम जो प्रभु यीशु के अनुयायी हैं, अपने प्रयासों और सेवा द्वारा प्रभु यीशु में मिलने वाली उस शांति और सहृदयता का एक नमूना उस दुखी जन के समक्ष रख सकते हैं, उसे उस सच्ची शांति देने वाले की ओर इशारा दे सकते हैं। - मार्विन विलियम्स


करुणा सदा कार्यशील रहती है।


... तू प्रभु अपने परमेश्वर से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी शक्ति और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख; और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख। - लूका १०:२७

बाइबल पाठ: लूका १०:३०-३७
Luk 10:30  यीशु ने उत्तर दिया, कि एक मनुष्य यरूशलेम से यरीहो को जा रहा था, कि डाकुओं ने घेर कर उसके कपड़े उतार लिए, और मार पीट कर उसे अधमूआ छोड़ कर चले गए।
Luk 10:31 और ऐसा हुआ कि उसी मार्ग से एक याजक जा रहा था: परन्‍तु उसे देख के कतराकर चला गया।
Luk 10:32  इसी रीति से एक लेवी उस जगह पर आया, वह भी उसे देख के कतराकर चला गया।
Luk 10:33 परन्‍तु एक सामरी यात्री वहां आ निकला, और उसे देख कर तरस खाया।
Luk 10:34 और उसके पास आकर और उसके घावों पर तेल और दाखरस डालकर पट्टियां बान्‍धी, और अपनी सवारी पर चढ़ाकर सराय में ले गया, और उस की सेवा टहल की।
Luk 10:35  दूसरे दिन उस ने दो दिनार निकाल कर भटियारे को दिए, और कहा इस की सेवा टहल करना, और जो कुछ तेरा और लगेगा, वह मैं लौटने पर तुझे भर दूंगा।
Luk 10:36  अब तेरी समझ में जो डाकुओं में घिर गया था, इन तीनों में से उसका पड़ोसी कौन ठहरा?
Luk 10:37  उस ने कहा, वही जिस ने उस पर तरस खाया: यीशु ने उस से कहा, जा, तू भी ऐसा ही कर।


एक साल में बाइबल: 

  • एज़रा १-२ 
  • यूहन्ना १९:२३-४२