ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

बुधवार, 11 मई 2016

मुद्दा


   प्रमुख प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले भूतपूर्व बेसबॉल खिलाड़ी टोनी ग्राफिनो ने यूरपीय देशों में ज़ारी मसीही सेवकाई के एक प्रयास के बारे में बताया। उनकी संस्था प्रति-वर्ष स्पताह भर का बेसबॉल शिविर आयोजित करती है। इस शिविर के दौरान वे प्रतिदिन परमेश्वर के वचन बाइबल का अध्ययन भी आयोजित करते हैं। पहले, शिविर और बाइबल अध्ययन के अगुवे प्रयास करते थे कि शिविर में आने वाले लोगों को समझाएं कि परमेश्वर है, जिससे वे लोग परमेश्वर में विश्वास ला सकें। लेकिन इस कार्यविधि के अन्तर्गत, 13 वर्ष के आयोजनों में केवल 3 लोगों ने ही प्रभु यीशु के अनुयायी होने का निर्णय लिया।

   अब उन्होंने अपनी कार्यविधि बदल दी है। टोनी का कहना है कि बजाए इसके कि वे लोगों के सामने "तथ्य रखें और उन से तर्क द्वारा बहस जीतने का प्रयास करें", अब वे लोगों को "केवल प्रभु यीशु मसीह की अद्भुत जीवन और शिक्षाओं" के बारे में बताते हैं। परिणामस्वरूप, अब शिविर में भाग लेने वालों मे से अधिक लोग आकर उन की बात को सुनते हैं और कई लोगों ने प्रभु यीशु के अनुयायी होने का निर्णय लिया है।

   प्रेरित पौलुस ने कहा कि जब हम औरों के साथ प्रभु यीशु के सुसमाचार को बाँटें, तो हम उनके सामने सच्चाई को स्पष्ट रखें, स्वयं अपना प्रचार ना करें वरन यीशु का जो प्रभु है (2 कुरिन्थियों 4:2, 5)। सुसमाचार प्रचार के लिए पौलुस का मुद्दा था: "क्योंकि मैं ने यह ठान लिया था, कि तुम्हारे बीच यीशु मसीह, वरन क्रूस पर चढ़ाए हुए मसीह को छोड़ और किसी बात को न जानूं" (1 कुरिन्थियों 2:2)।

   हमें अवश्य ही अपने मसीही विश्वास और परमेश्वर के वचन बाइबल के बारे में, तथा प्रभु यीशु पर लाए गए विश्वास के कारण के बारे में जानकार रहना है, और ऐसे अवसर भी आ सकते हैं जब हमें इन बातों को किसी को समझाना पड़े। लेकिन जो सबसे प्रभावी और विवश करने वाला मुद्दा हम दूसरों के सामने रख सकते हैं वह प्रभु यीशु मसीह स्वयं है। - डेव ब्रैनन


मृतकों में से जीवित हो उठा मसीह यीशु ही हमारी गवाही का मुद्दा है।

पर मसीह को प्रभु जान कर अपने अपने मन में पवित्र समझो, और जो कोई तुम से तुम्हारी आशा के विषय में कुछ पूछे, तो उसे उत्तर देने के लिये सर्वदा तैयार रहो, पर नम्रता और भय के साथ। - 1 पतरस 3:15 

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 4:1-6
2 Corinthians 4:1 इसलिये जब हम पर ऐसी दया हुई, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम हियाव नहीं छोड़ते। 
2 Corinthians 4:2 परन्तु हम ने लज्ज़ा के गुप्‍त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, परन्तु सत्य को प्रगट कर के, परमेश्वर के साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं। 
2 Corinthians 4:3 परन्तु यदि हमारे सुसमाचार पर परदा पड़ा है, तो यह नाश होने वालों ही के लिये पड़ा है। 
2 Corinthians 4:4 और उन अविश्वासियों के लिये, जिन की बुद्धि को इस संसार के ईश्वर ने अन्‍धी कर दी है, ताकि मसीह जो परमेश्वर का प्रतिरूप है, उसके तेजोमय सुसमाचार का प्रकाश उन पर न चमके। 
2 Corinthians 4:5 क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं। 
2 Corinthians 4:6 इसलिये कि परमेश्वर ही है, जिसने कहा, कि अन्धकार में से ज्योति चमके; और वही हमारे हृदयों में चमका, कि परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति यीशु मसीह के चेहरे से प्रकाशमान हो।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 राजा 13-14
  • यूहन्ना 2