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बुधवार, 17 अगस्त 2011

अन्त तक विश्वासयोग्य

सन १९८१ में एक १० कि.मी. दौड़ में एक विकलांग व्यक्ति बिल ब्रौडहौर्स्ट ने भाग लिया। इससे १० वर्ष पूर्व बिल के मस्तिष्क में रक्त-प्रवाह में उत्पन्न बाधा के कारण उसका ऑप्रेशन हुआ था जिस के कारण उसे शरीर के बाएं भाग में अधरंग हो गया था। लेकिन दौड़ की उस प्रातः वह १२०० अन्य स्वस्थ व्यक्तियों के साथ प्रतियोगिता में खड़ा हुआ था। दौड़ आरंभ करने के लिए बन्दूक की गोली दाग़ी गई और प्रतियोगियों की भीड़ आगे बढ़ निकली। बिल ने भी अपना कमज़ोर बांया पैर आगे बढ़ाया, ज़मीन पर उसे संभाला और लचकते हुए फिर अपना दायां पैर आगे बढ़ाया; और ऐसे बड़े कष्ट पूर्ण तरीके से आगे बढ़ने लगा। प्रतियोगियों की भीड़ आगे निकल कर आंखों से ओझल भी हो गई, बिल इसी तरह अपने प्रयास में लगा रहा। उसका पसीना बह रहा था, टखने में बहुत पीड़ा थी लेकिन वह रुका नहीं, और २ घंटे २९ मिनिट बाद वह दौड़ समाप्त होने के स्थान पर पहुँच पाया। जब वह वहाँ पहुंचा तो केवल थोड़े से दर्शकों ही वहाँ खड़े थे। उसके पहुँचने पर उन में से एक जन, जो लंबी दूरी की दौड़ का विख्यात प्रतियोगी - बिल रौजर्स था, आगे बढ़ा और बड़े आदर सहित बिल ब्रौडहौर्स्ट के गले में अपना जीता हुआ पदक डाला और बोला, "तुमने इसके लिए मुझ से अधिक मेहनत करी है।"

लगभग दो हज़ार वर्ष पूर्व, यीशु निस्सहाय अवस्था में क्रूस पर टंगा हुआ था, और देखने वालों को लग रहा था कि यह एक शर्मनाक हार है। लेकिन उस क्रूस पर से उसकी पुकार, "पूरा हुआ" शैतान और उसकी शक्तियों के विरुद्ध प्राप्त जय का जयनाद था, जिसकी वास्तविकता तीन दिन पश्चात प्रगट हो गई। आज उसकी खाली कब्र इस का प्रमाण है। उसने मृत्यु पर विजय पाई और समस्त संसार के पाप के लिए अपने बलिदान द्वारा प्रायश्चित के कार्य को पूरा किया था।

मसीही जीवन कोई ऐसी दौड़ नहीं है जिसमें प्रथम आने की होड़ हो या पुरुस्कार हो; वरन यह जीवन ऐसी लंबी दौड़ है जिसे धैर्य तथा विश्वासयोग्यता के साथ पूरा करा जाता है। बिल ब्रौडहौर्स्ट की तरह, जो अपनी विकलांगता और कष्ट के बावजूद अन्त तक विश्वासयोग्य रहा, वह प्रत्येक विश्वासी विजयी माना जाएगा और पुरुस्कार पाएगा जो अपनी दौड़ विश्वासयोग्यता सहित पूरी करेगा। - डेनिस डी हॉन


हमारा आरंभ करना नहीं वरन विश्वासयोग्यता के साथ हमारा दौड़ को पूरा करना, हमारे प्रतिफल निर्धारित करेगा।

मैं अच्‍छी कुश्‍ती लड़ चुका हूं मैं ने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैं ने विश्वास की रखवाली की है। - २ तिमुथियुस ४:७

बाइबल पाठ: २ तिमुथियुस ४:१-८

2Ti 4:1 परमेश्वर और मसीह यीशु को गवाह कर के, जो जीवतों और मरे हुओं का न्याय करेगा, उसे और उसके प्रगट होने, और राज्य को सुधि दिलाकर मैं तुझे चिताता हूं।
2Ti 4:2 कि तू वचन को प्रचार कर; समय और असमय तैयार रह, सब प्रकार की सहनशीलता, और शिक्षा के साथ उलाहना दे, और डांट, और समझा।
2Ti 4:3 क्‍योंकि ऐसा समय आएगा, कि लोग खरा उपदेश न सह सकेंगे पर कानों की खुजली के कारण अपनी अभिलाषाओं के अनुसार अपने लिये बहुतेरे उपदेशक बटोर लेंगे।
2Ti 4:4 और अपने कान सत्य से फेर कर कथा-कहानियों पर लगाएंगे।
2Ti 4:5 पर तू सब बातों में सावधान रह, दुख उठा, सुसमाचार प्रचार का काम कर और अपनी सेवा को पूरा कर।
2Ti 4:6 क्‍योंकि अब मैं अर्घ की नाई उंडेला जाता हूं, और मेरे कूच का समय आ पहुंचा है।
2Ti 4:7 मैं अच्‍छी कुश्‍ती लड़ चुका हूं मैं ने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैं ने विश्वास की रखवाली की है।
2Ti 4:8 भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं।

एक साल में बाइबल:
  • भजन ९७-९९
  • रोमियों १६

मंगलवार, 16 अगस्त 2011

सदा विश्वासयोग्य

बेरूत शहर में सन १९८३ में अमरीकी सैनिक ठिकानों पर हुए हमले में बहुत से सैनिक मारे गए, उनमें से एक सैनिक बहुत गंभीर रूप से घायल हुआ। इस सैनिक के हौसले और विश्वासयोग्यता के साथ अपने साथियों के साथ बने रहने ने बहुतों का हृदय छू लिया। घायल अवस्था में, पट्टियों से ढका और शरीर में इलाज के लिए लगाई गई कई नालियों के साथ वह अस्पताल में था जब उस क्षेत्र के सेनाध्यक्ष जैनरल पौल कैली अस्पताल में घायलों को देखने आए। जब जैनरल कैली उसके पास पहुँचे तो उसने हाथ से कुछ लिखने का इशारा किया क्योंकि वह बोल पाने में असमर्थ था। उसे लिखने की सामग्री दी गई तो बड़ी कठिनाई से उसने दो शब्द लिखे: semper fi - जो उसके सैनिक दल के आदर्ष वाक्य semper fidelis का छोटा रूप है, और जिसका अर्थ है "सदा विश्वासयोग्य"।

हम परमेश्वर के विश्वासी जो परमेश्वर की कार्य-सेना के अंग हैं, इस नवयुवक के उदाहरण से बहुत कुछ सीख सकते हैं। हम सदा शत्रु शैतान के हमलों में रहते हैं, कई बार वह हमें घायल भी कर देता है और हमारे कुछ साथी मारे भी जाते हैं। लेकिन तौ भी हमें अन्त तक विश्वासी बने रहना है। अपने परमेश्वर के प्रति विश्वास्योग्यता का जज़्बा हमारे हृदयों में भरा रहना चाहिए और हर परिस्थिति में हमें आगे बढते रहने का हौसला बनाए रखना चाहिए। परमेश्वर का वचन विश्वासयोग्यता की सराहना करता है। मत्ती रचित सुसमाचार के २४ तथा २५ अध्याय हमें प्रभु यीशु मसिह के दूसरे आगमन के लिए, जो कभी भी हो सकता है, सदा तैयार बने रहने को कहते हैं क्योंकि जो तैयार रहेगा और परमेश्वर के कार्य में लगा होग वह परमेश्वर से प्रशंसा और पुरुस्कार पाएगा।

हाँ, semper fidelis - "सदा विश्वासयोग्य" मसीही विश्वासी का जीवन उद्देश्य भी है। - डेव एग्नर


हमारे विश्वास का प्रमाण हमारी विश्वासयोग्यता है।

सच्चे मनुष्य पर बहुत आशीर्वाद होते रहते हैं - नीतिवचन २८:२०


बाइबल पाठ: मत्ती २४:४२-५१

Mat 24:42 इसलिये जागते रहो, क्‍योंकि तुम नहीं जानते कि तुम्हारा प्रभु किस दिन आएगा।
Mat 24:43 परन्‍तु यह जान लो कि यदि घर का स्‍वामी जानता होता कि चोर किस पहर आएगा, तो जागता रहता और अपने घर में सेंध लगने न देता।
Mat 24:44 इसलिये तुम भी तैयार रहो, क्‍योंकि जिस घड़ी के विषय में तुम सोचते भी नहीं हो, उसी घड़ी मनुष्य का पुत्र आ जाएगा।
Mat 24:45 सो वह विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास कौन है, जिसे स्‍वामी ने अपने नौकर चाकरों पर सरदार ठहराया, कि समय पर उन्‍हें भोजन दे?
Mat 24:46 धन्य है, वह दास, जिसे उसका स्‍वामी आकर ऐसा की करते पाए।
Mat 24:47 मैं तुम से सच कहता हूं वह उसे अपनी सारी संपत्ति पर सरदार ठहराएगा।
Mat 24:48 परन्‍तु यदि वह दुष्‍ट दास सोचने लगे, कि मेरे स्‍वामी के आने में देर है।
Mat 24:49 और अपने साथी दासों को पीटने लगे, और पियक्कड़ों के साथ खाए पीए।
Mat 24:50 तो उस दास का स्‍वामी ऐसे दिन आएगा, जब वह उस की बाट न जोहता हो।
Mat 24:51 और ऐसी घड़ी कि वह न जानता हो, और उसे भारी ताड़ना देकर, उसका भाग कपटियों के साथ ठहराएगा: वहां रोना और दांत पीसना होगा।

एक साल में बाइबल:
  • भजन ९४-९६
  • रोमियों १५:१४-३३

सोमवार, 15 अगस्त 2011

अदृश्य सहायक

जोआना एम्ब्रोसियस एक गरीब किसान की पत्नी थी जो १९वीं शताबदी के अन्तिम समयों में जर्मनी में रहते थे। वे दोनो पति-पत्नि बाहर की दुनिया के विष्य में बहुत कम जानते थे और संपर्क रखते थे। जोआना का हृदय कवि का हृदय था। वह अपने जीवन के उतार चढ़ाव और परमेश्वर पर अपने भरोसे और आनन्द को कविताओं मे व्यक्त करती रहती थी। किसी रीति से उसकी लिखी कुछ पंक्तियाँ प्रकाशित हो गईं और जर्मनी की रानी के पास तक पहुँच गईं। उन पंक्तियों के सौन्दर्य से प्रभावित होकर रानी ने कवि को ढूँढ निकलने का आदेश दिया। जब रानी को जोआना और उसकी तंगहाली का पता चला, तो रानी ने जोआना के प्रति अपने प्रेम को दर्शाने के लिए ना केवल उसकी तत्कालीन आवश्यक्ताओं की पूर्ति करी वरन उसे आजीवन पेंशन दिये जाने का आदेश भी ज़ारी किया।

परमेश्वर कभी कभी कुछ लोगों को ऐसे स्थानों में अपनी सेवकाई के लिए भेजता है जो बहुत छोटी और अनजान होती हैं, जहाँ उन सेवकों को कभी कोई मान नहीं देता और ना ही उनके द्वारा करी गई किसी सहायता के लिए अपनी कृतज्ञता दिखाता है। लेकिन परमेश्वर सब कुछ देखता है, दूसरों की सहायतार्थ हम जो भी कार्य करते हैं, उसे उनका पूरा संज्ञान रहता है, और हमारा कोई परिश्रम ऐसा नहीं है जो व्यर्थ जाएगा, जिसके लिए परमेश्वर हमें प्रतिफल नहीं देगा। वह हमारे संघर्षों को भी जानता है, हमारे बोझों से भी अनजान नहीं है और हमारी विश्वासयोग्यता का स्तर भी उससे छिपा नहीं रहता। हमारी जीवन यात्रा में वह हमारी देखभाल करता रहता है और अपने दूसरे आगमन पर सब को उनका योग्य प्रतिफल देगा।

परमेश्वर हमारे काम और प्रेम को कभी भूलता नहीं। न केवल वर्तमान में वह हमारा अदृश्य सहायक है, वरन अनन्त भविष्य के लिए भी उसकी सहायता हमारे लिए बनी हुई है। इस जीवन से सेवा-निवृति के बाद अनन्तकाल की पेंशन उसके प्रत्येक विश्वासी के लिए तय तथा निशचित है। - पौल वैन गोर्डर


परमेश्वर के लिए कार्य कीजिए; वेतन चाहे अभी कम भी लगे, लेकिन सेवा-निवृति राशि आलौकिक है।

क्‍योंकि परमेश्वर अन्यायी नहीं, कि तुम्हारे काम, और उस प्रेम को भूल जाए, जो तुम ने उसके नाम के लिये इस रीति से दिखाया, कि पवित्र लोगों की सेवा की, और कर रहे हो। - इब्रानियों ६:१०


बाइबल पाठ: १ कुरिन्थियों ३:७-१५

1Co 3:7 इसलिये न तो लगाने वाला कुछ है, और न सींचने वाला, परन्‍तु परमेश्वर जो बढ़ाने वाला है।
1Co 3:8 लगाने वाला और सींचने वाला दानों एक हैं; परन्‍तु हर एक व्यक्ति अपने ही परिश्र्म के अनुसार अपनी ही मजदूरी पाएगा।
1Co 3:9 क्‍योंकि हम परमेश्वर के सहकर्मी हैं; तुम परमेश्वर की खेती और परमेश्वर की रचना हो।
1Co 3:10 परमेश्वर के उस अनुग्रह के अनुसार, जो मुझे दिया गया, मैं ने बुद्धिमान राजमिस्त्री की नाईं नेव डाली, और दूसरा उस पर रद्दा रखता है, परन्‍तु हर एक मनुष्य चौकस रहे, कि वह उस पर कैसा रद्दा रखता है।
1Co 3:11 क्‍योंकि उस नेव को छोड़ जो पड़ी है, और वह यीशु मसीह है कोई दूसरी नेव नहीं डाल सकता।
1Co 3:12 और यदि कोई इस नेव पर सोना या चान्‍दी या बहुमोल पत्थर या काठ या घास या फूस का रद्दा रखता है।
1Co 3:13 तो हर एक का काम प्रगट हो जाएगा, क्‍योंकि वह दिन उसे बताएगा; इसलिये कि आग के साथ प्रगट होगा: और वह आग हर एक का काम परखेगी कि कैसा है?
1Co 3:14 जिस का काम उस पर बना हुआ स्थिर रहेगा, वह मजदूरी पाएगा।
1Co 3:15 और यदि किसी का काम जल जाएगा, तो हानि उठाएगा; पर वह आप बच जाएगा परन्‍तु जलते जलते।

एक साल में बाइबल:
  • भजन ९१-९३
  • रोमियों १५:१-१३

रविवार, 14 अगस्त 2011

परमेश्वर पिता की विश्वासयोग्यता

हडसन टेलर, जो China Inland Mission के संस्थापक थे, ने अपनी डायरी में लिखा: "हमारा स्वर्गीय परमेश्वर पिता बहुत अनुभवी पिता है। वह भली भांति जानता है कि उसके बच्चे जब प्रातः उठते हैं तो वे भूखे होते हैं, वह सदैव उनके लिए प्रातः का नाशता उपलब्ध रखता है, और उन्हें रात को भूखे भी नहीं सोने देता है। वह ४० वर्ष तक बियाबान की यात्रा में ३० लाख इस्त्राएलियों को प्रतिदिन उनका भोजन पानी उपलब्ध कराता रहा। हम यह नहीं कहते कि वह ३० लाख मिशनरियों को चीन में सेवकाई के लिए भेजेगा, लेकिन यदि वह भेजे भी, तो विश्वास रखो कि उन सब के जीवन की आवश्यक्ताओं के लिए उसके पास पर्याप्त व्यवस्था भी होगी। परमेश्वर का कार्य यदि परमेश्वर के तरीके से किया जाए तो उसमें कभी परमेश्वर के संसाधनों की घटी नहीं होगी।"

हडसन टेलर को परमेश्वर की विश्वासयोग्यता में अटूट विश्वास था, और परमेश्वर ने कभी उसके विश्वास को टूटने नहीं दिया, जो कार्य टेलर ने आरंभ किया परमेश्वर ने उसे अद्भुत रीति से संभाला और स्थापित किया। हम कमज़ोर हैं किंतु हमारा स्वर्गीय पिता सर्वसामर्थी है; हमारी भावनाएं बदल सकती हैं परन्तु वह सदा स्थिर रहता है, कभी नहीं बदलता। सारी सृष्टी उसकी स्थिरता और विश्वासयोग्यता का प्रमाण है।

प्रेरित पौलुस ने उसके विष्य में लिखा:"परमेश्वर सच्‍चा है, जिस ने तुम को अपने पुत्र हमारे प्रभु यीशु मसीह की संगति में बुलाया है।" (१ कुरिन्थियों १:९)। मसिही विश्वासी के लिए वर्तमान के लिए उसकी सामर्थ और भविष्य के लिए उसकी आशा उसकी अपनी योग्यता, कौशल और सामर्थ पर निर्भर नहीं, वरन परमेश्वर की विश्वासयोग्यता पर निर्भर है।

जीवन के हर मोड़ पर हर परिस्थिति के लिए प्रत्येक विश्वासी अपने पिता की विश्वासयोग्यता पर बिना झिझके भरोसा रख सकता है। - पौल वैन गोर्डर


जो अपने आप को परमेश्वर के हाथों में छोड़ देता है, परमेश्वर उसे कभी असहाय नहीं छोड़ता।

हम मिट नहीं गए, यह यहोवा की महाकरुणा का फल है, क्योंकि उसकी दया अमर है। प्रति भोर वह नई होती रहती है; तेरी सच्चाई महान है। - विलपगीत ३:२२, २३


बाइबल पाठ: भजन १०७:१-१५

Psa 107:1 यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है और उसकी करूणा सदा की है!
Psa 107:2 यहोवा के छुड़ाए हुए ऐसा ही कहें, जिन्हें उस ने द्रोही के हाथ से दाम देकर छुड़ा लिया है,
Psa 107:3 और उन्हें देश देश से पूरब- पश्चिम, उत्तर और दक्खिन से इकट्ठा किया है।
Psa 107:4 वे जंगल में मरूभूमि के मार्ग पर भटकते फिरे, और कोई बसा हुआ नगर न पाया;
Psa 107:5 भूख और प्यास के मारे, वे विकल हो गए।
Psa 107:6 तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी, और उस ने उनको सकेती से छुड़ाया;
Psa 107:7 और उनको ठीक मार्ग पर चलाया, ताकि वे बसने के लिये किसी नगर को जा पहुंचें।
Psa 107:8 लोग यहोवा की करूणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण, जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें!
Psa 107:9 क्योंकि वह अभिलाषी जीव को सन्तुष्ट करता है, और भूखे को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है।
Psa 107:10 जो अन्धियारे और मृत्यु की छाया में बैठे, और दु:ख में पड़े और बेड़ियों से जकड़े हुए थे,
Psa 107:11 इसलिये कि वे ईश्वर के वचनों के विरूद्ध चले, और परमप्रधान की सम्मति को तुच्छ जाना।
Psa 107:12 जब उसने उनको कष्ट के द्वारा दबाया; वे ठोकर खाकर गिर पड़े, और उनको कोई सहायक न मिला।
Psa 107:13 तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी, और उस ने सकेती से उनका उद्धार किया;
Psa 107:14 उस ने उनको अन्धियारे और मृत्यु की छाया में से निकाल लिया और उनके बन्धनों को तोड़ डाला।
Psa 107:15 लोग यहोवा की करूणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें!

एक साल में बाइबल:
  • भजन ८९-९०
  • रोमियों १४

शनिवार, 13 अगस्त 2011

परमेश्वर के उद्देश्य

एक युवती को बहुत दुख हुआ जब उसकी मंगनी टूट गई और जिस से उसकी शादी तय हुई थी उस से सारे संबंध समाप्त हो गए। लेकिन आज वह उस दुख की घड़ी के लिए परमेश्वर की धन्यवादी है, उस को आनन्द से याद करती है। अब जो उसका पति है वह एक अच्छा मसीही जीवन साथी है, जबकि जिससे उसकी मंगनी टूटी थी वह बहुत लापरवाह निकला और अब तक दो बार उसका तलाक हो चुका है।

परमेश्वर के वचन बाइबल में एक पुस्तक है होशे की पुस्तक। होशे उस परमेश्वर के नबी का नाम है जिसके द्वारा परमेश्वर ने वह पुस्तक लिखवाई थी। जब पुस्तक लिखे जाने का समय आया तो परमेश्वर ने होशे के द्वारा उसके जीवन की आप बीती लिखवाई। लिखने के समय होशे ने अपने बीते समय को जिस परिपेक्ष में देखा वह उससे भिन्न था जिसमें उसने उन घटानाओं के घटित होते समय देखा था। होशे से परमेश्वर ने गोमेर नामक एक स्त्री से ब्याह करने को कहा। ब्याह के कुछ समय बाद गोमेर ने होशे को छोड़ दिया, वह पराए पुरषों के साथ रहने लगी और उनसे उसे सन्तान भी हुई और वह वेश्यवृति में भी पड़ गई। एक टूटे हृदय के साथ होशे परमेश्वर के कार्य भी करता रहा और गोमेर के फिर बदले जाने और फिर से मिलन की लालसा रखे हुए उसके प्रति अपने प्रेम को बनाए भी रहा।

अन्ततः होशे गोमेर को मुक्त करवा के वापस उसे घर ले कर आ सका। यह सब कुछ परमेश्वर और उसकी प्रजा बेवफा इस्त्राएल के संबंधों का नाटकीय चित्रण था जो इस्त्राएल के प्रति परमेश्वर के कभी न अन्त होने वाले प्रेम को दिखाता है साथ ही गोमेर के समान इस्त्राएल का परमेश्वर को तुच्छ जानने को भी दिखाता है। यह आने वाले समय में इस्त्राएल के परमेश्वर की ओर पुनः मुड़ कर फिर सदा काल तक उसके साथ बने रहने को भी दर्शाता है। मेरा मानना है कि इसी कारण होशे अपनी पुस्तक के आरंभ में ही कह सका कि परमेश्वर ने अपने अद्भुत उद्देश्यों और भविष्य ज्ञान के अन्तर्गत ही उसे गोमेर से विवाह करने की आज्ञा दी थी।

आज इस पृथ्वी पर हमें कई बातें समझ में नहीं आतीं, उन पर विस्मय होता है और लगता है कि परमेश्वर अन्याय देख कर भी खामोश है, कुछ परवाह नहीं करता। जब हम स्वर्ग पहुँचेंगे तब समझ पाएंगे कि पृथ्वी पर होने वाली घटानाओं के उद्देश्य क्या थे। परमेश्वर का धैर्य और अपने हाथ को रोके रखना अकारण नहीं है। वह नहीं चाहता कि कोई उद्धार के अवसर से वंचित रहे और कोई भी पश्चाताप करने का अवसर न मिलने की बात कहने पाए।

सभी घटनाओं में हम भजनकार के साथ कह सकते हैं: "तू सम्मति देता हुआ, मेरी अगुवाई करेगा, और तब मेरी महिमा कर के मुझ को अपने पास रखेगा।" - हर्ब वैण्डर लुग्ट


सर्वज्ञानी परमेश्वर के हाथ में अपने अनजाने भविष्य को सौंप देने से कभी न घबराएं।

तू सम्मति देता हुआ, मेरी अगुवाई करेगा, और तब मेरी महिमा कर के मुझ को अपने पास रखेगा। - भजन ७३:२४


बाइबल पाठ: २ पतरस ३:१-१८

2Pe 3:1 हे प्रियो, अब मैं तुम्हें यह दूसरी पत्री लिखता हूं, और दोनों में सुधि दिला कर तुम्हारे शुद्ध मन को उभारता हूं।
2Pe 3:2 कि तुम उन बातों को, जो पवित्र भविश्यद्वक्ताओं ने पहिले से कही हैं और प्रभु, और उद्धारकर्ता की उस आज्ञा को स्मरण करो, जो तुम्हारे प्रेरितों के द्वारा दी गई थीं।
2Pe 3:3 और यह पहिले जान लो, कि अन्‍तिम दिनों में हंसी ठट्ठा करने वाले आएंगे, जो अपनी ही अभिलाषाओं के अनुसार चलेंगे।
2Pe 3:4 और कहेंगे, उसके आने की प्रतिज्ञा कहां गई; क्‍योंकि जब से बाप-दादे सो गए हैं, सब कुछ वैसा ही है, जैसा सृष्‍टि के आरम्भ से था?
2Pe 3:5 वे तो जान बूझ कर यह भूल गए, कि परमेश्वर के वचन के द्वारा से आकाश प्राचीन काल से वर्तमान है और पृथ्वी भी जल में से बनी और जल में स्थिर है।
2Pe 3:6 इन्‍हीं के द्वारा उस युग का जगत जल में डूब कर नाश हो गया।
2Pe 3:7 पर वर्तमान काल के आकाश और पृथ्वी उसी वचन के द्वारा इसलिये रखे हैं, कि जलाए जाएं और वह भक्तिहीन मनुष्यों के न्याय और नाश होने के दिन तक ऐसे ही रखे रहेंगे।
2Pe 3:8 हे प्रियों, यह एक बात तुम से छिपी न रहे, कि प्रभु के यहां एक दिन हजार वर्ष के बराबर है, और हजार वर्ष एक दिन के बराबर हैं।
2Pe 3:9 प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के विषय में देर नहीं करता, जैसी देर कितने लोग समझते हैं; पर तुम्हारे विषय में धीरज धरता है, और नहीं चाहता, कि कोई नाश हो, वबरन यह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले।
2Pe 3:10 परन्‍तु प्रभु का दिन चोर की नाईं आ जाएगा, उस दिन आकाश बड़ी हड़हड़ाहट के शब्‍द से जाता रहेगा, और तत्‍व बहुत ही तप्‍त होकर पिघल जाएंगे, और पृथ्वी और उस पर के काम जल जाऐंगे।
2Pe 3:11 तो जब कि ये सब वस्‍तुएं, इस रीति से पिघलने वाली हैं, तो तुम्हें पवित्र चाल चलन और भक्ति में कैसे मनुष्य होना चाहिए।
2Pe 3:12 और परमेश्वर के उस दिन की बाट किस रीति से जोहना चाहिए और उसके जल्द आने के लिये कैसा यत्‍न करना चाहिए; जिस के कारण आकाश आग से पिघल जाएंगे, और आकाश के गण बहुत ही तप्‍त होकर गल जाएंगे।
2Pe 3:13 पर उस की प्रतिज्ञा के अनुसार हम एक नए आकाश और नई पृथ्वी की आस देखते हैं जिन में धामिर्कता वास करेगी।
2Pe 3:14 इसलिये, हे प्रियो, जब कि तुम इन बातों की आस देखते हो तो यत्‍न करो कि तुम शान्‍ति से उसके साम्हने निष्‍कलंक और निर्दोष ठहरो।
2Pe 3:15 और हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार समझो, जैसे हमारे प्रिय भाई पौलुस न भी उस ज्ञान के अनुसार जो उसे मिला, तुम्हें लिखा है।
2Pe 3:16 वैसे ही उस ने अपनी सब पत्रियों में भी इन बातों की चर्चा की है जिन में कितनी बातें ऐसी है, जिनका समझना कठिन है, और अनपढ़ और चंचल लोग उन के अर्थों को भी पवित्र शास्‍त्र की और बातों की नाईं खींच तान कर अपने ही नाश का कारण बनाते हैं।
2Pe 3:17 इसलिये हे प्रियो तुम लोग पहिले ही से इन बातों को जान कर चौकस रहो, ताकि अधमिर्यों के भ्रम में फंस कर अपनी स्थिरता को हाथ से कहीं खो न दो।
2Pe 3:18 पर हमारे प्रभु, और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनुग्रह और पहचान में बढ़ते जाओ। उसी की महिमा अब भी हो, और युगानुयुग होती रहे। आमीन।

एक साल में बाइबल:
  • भजन ८७-८८
  • रोमियों १३

शुक्रवार, 12 अगस्त 2011

दर्शक कौन?

गोल्फ के व्यावसायिक खिलाड़ी रे फ्लोयड के खेल जीवन से संबंधित एक घटना ईमानदारी की मिसाल है। गोल्फ के खेल के नियमों के अनुसार यदि मारने से पहले गेंद ज़रा भी हिलती है तो खिलाड़ी को उसे मारने का अधिकार नहीं रहता, उसे दण्ड के रूप में अपनी बारी छोड़कर एक अतिरिक्त बारी लेनी होती है। रे एक प्रतियोगिता में भाग ले रहे थे जिसका ईनाम और एक बहुत बड़ी राशि थी। रे प्रतियोगिता के अग्रिम खिलाड़ियों में से एक थे, ऐसी स्थिति में अतिरिक्त बारी लेना या कोई अंक गंवाना उन के लिए प्रतियोगिता हारने के समान हो सकता था। अपनी बारी उन्हें गेंद को जिस छेद में डालना था, वे उस छेद के बहुत निकट गेंद को पहुँचा चुके थे और अब गेंद को घर पहुँचाना उनके लिए मात्र औपचारिकता ही रह गई थी। जब वे अपनी बारी लेने के लिए गेंद के निकट आए तो उन्हों ने देखा कि गेंद हलकी सी हिल गई है।

एक अन्य गोल्फ खिलाड़ी डेविड होलमैन बताते हैं कि ऐसी दशा में अधिकांश खिलाड़ी क्या करते: "वे अपने सिर को इधर उधर झटकते और अपने हाथ तेज़ी से हवा में इधर उधर हिलाते मानो उन पर किसी मधुमक्खी का हमला हो रहा हो और वे उससे बचने का प्रयास कर रहे हैं; फिर वे गेंद के समीप से हट कर अपनी आंख को पोंछने और साफ करने का उपक्रम करते, मानों उनकी आंख में कोई रेत का कण पड़ गया हो। इस सारी प्रक्रिया में उन की नज़रें वहां उपस्थित अन्य खिलाड़ीयों और लोगों को भांपती रहतीं कि कहीं किसी ने गेंद के हिलने को देख तो नहीं लिया। यदि वे निश्चिंत होते कि किसी ने नहीं देखा तो बे झिझक आगे बढ़कर गेंद को छेद में मार देते और अपने अंक बना लेते।"

किंतु रे फ्लोयड ने ऐसा नहीं किया। उसने गज़ब की ईमानदारी दिखाते हुए अपनी बारी छोड़ दी, अतिरिक्त बारी ली और अपने अंक बनाने से चूक गए।

परमेश्वर के वचन बाइबल में अय्युब ने भी उन बातों के विष्य में जिन में उसे कोई मनुष्य देख नहीं रहा था, अद्भुत ईमानदारी दिखाई। उसने अपने चरित्र की खराई को परमेश्वर का भय मान कर और बुराई से दूरी बनाए रखने के द्वारा कायम रखा। अय्युब जानता था कि परमेश्वर की निगाहें उस हर समय पर बनी हुई हैं, वह मनुष्यों से छुपा सकता है लेकिन परमेश्वर से नहीं। उसके लिए अपनी ईमानदारी और खराई को बनाए रखने के लिए यही पर्याप्त कारण था।

हमारी खराई और ईमानदारी की वास्तविक परख तब होती है जब कोई हमें देख नहीं रहा होता। ऐसे में यदि हम इस बात को ध्यान रखें कि और कोई हमारा दर्शक हो न हो किंतु परमेश्वर प्रतिपल हमारा दर्शक बना रहता है, तो हमारी ईमानदारी और खराई का स्तर स्वतः ही सुधर जाएगा। - मार्ट डी हॉन


सत्य के लिए नुकसान उठाना, झूठ के लिए पुरस्कार पाने से उत्तम है।

क्या वह मेरी गति नहीं देखता और क्या वह मेरे पग पग नहीं गिनता? - अय्युब ३१:४


बाइबल पाठ: अय्युब ३१:१-८

Job 31:1 मैं ने अपनी आंखों के विषय वाचा बान्धी है, फिर मैं किसी कुंवारी पर क्यों कर आंखें लगाऊं?
Job 31:2 क्योंकि ईश्वर स्वर्ग से कौन सा अंश और सर्वशक्तिमान ऊपर से कौन सी सम्पत्ति बांटता है?
Job 31:3 क्या वह कुटिल मनुष्यों के लिये विपत्ति और अनर्थ काम करने वालों के लिये सत्यानाश का कारण नहीं है?
Job 31:4 क्या वह मेरी गति नहीं देखता और क्या वह मेरे पग पग नहीं गिनता?
Job 31:5 यदि मैं व्यर्थ चाल चालता हूं, वा कपट करने के लिये मेरे पैर दौड़े हों;
Job 31:6 (तो मैं धर्म के तराजू में तौला जाऊं, ताकि ईश्वर मेरी खराई को जान ले)।
Job 31:7 यदि मेरे पग मार्ग से बहक गए हों, और मेरा मन मेरी आंखो की देखी चाल चला हो, वा मेरे हाथों को कुछ कलंक लगा हो;
Job 31:8 तो मैं बीज बोऊं, परन्तु दूसरा खाए; वरन मेरे खेत की उपज उखाड़ डाली जाए।

]एक साल में बाइबल:
  • भजन ८४-८६
  • रोमियों १२

गुरुवार, 11 अगस्त 2011

अपनी ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध

एक पत्रिका Moody Monthly में जौन सौउटर का लेख छपा जिसमें उन्होंने अपनी आप-बीती को बताया; उन्होंने लिखा, "रात के ११ बज रहे थे, मैं छपाई करने वाली एक बड़ी सी मशीन को नियंत्रण करने वाले उपकरणों के सामने बैठा था, मेरे पीछे पत्रिका में विज्ञापन छपवाने के लिए ज़िम्मेदार एक व्यक्ति खड़ा मेरे कंधों के ऊपर से मेरे काम को देख रहा था; वो एक मसीही विश्वासी था। उस व्यक्ति ने मुझे सोते से जगा कर बुलाया था जिससे कि वह अपने एक ग्राहक के लिए अचानक से आए कार्य को तुरंत पूरा कर के दे सके। मेरा दिमाग़ मुझे कह रहा था कि इस अचानक आए अतिरिक्त कार्य के लिए वह मुझे कोई मेहनताना नहीं देने वाला, लेकिन मैंने ऐसी सभी भावनाओं को एक किनारे कर दिया; क्योंकि मेरा मन मुझे कह रहा था कि आखिर वह व्यक्ति भी तो मसीह में मेरा भाई, नया जन्म पाया हुआ मेरा सह-विश्वासी है, जो अवश्य ही उसके द्वारा मांगी गई मेरी असमय की अतिरिक्त मेहनत का बिल विश्वासयोग्यता से चुकाएगा। लेकिन मेरा मस्तिष्क सही निकला, उसने उस अनायास कार्य के लिए अपने ग्राहक से तो कमा लिया, लेकिन मेरी मेहनत के लिए मुझे कुछ नहीं दिया। दुर्भाग्य यह है कि मेरे लिए यह अनुभव कोई नया नहीं था। मेरे अनुभवों ने मुझे सिखाया है कि मसीही विश्वासियों की कथनी और करनी में बहुत अन्तर होता है।"

मसीही विश्वासियों के चरित्र पर यह कितनी बुरी टिप्पणी थी, मसीह के नाम पर यह कैसा बड़ा धब्बा था। कड़ुवी सच्चाई यही है कि बहुतेरे मसीही विश्वासियों ने आज के समाज की इस बात को अपने जीवनों में ढाल लिया है कि जीवन में ईमानदारी आवश्य्क नहीं है, और आज उनके व्यक्तिगत जीवनों में ईमानदारी कम ही देखने को मिलती है। लेकिन बाइबल की शिक्षा, मसीह के जीवन का उदाहरण और आरंभिक मसीही मण्डली के सद्स्यों के जीवन चरित्र इसके बिलकुल विपरीत हैं। प्रेरित पौलुस ने कहा, "तुम मेरी सी चाल चलो जैसी मैं मसीह की सी चाल चलता हूँ" ( १ कुरिन्थियों ११:१)। मसीह यीशु के विष्य में वचन कहता है, "न तो उस ने पाप किया, और न उसके मुंह से छल की कोई बात निकली" (१ पतरस २:२२); तथा "...वह सब बातों में हमारी नाई परखा तो गया, तौ भी निष्‍पाप निकला" (इब्रानियों ४:५)।

यदि हम ने अपने किए वायदे अधूरे छोड़े हुए हैं तो उन्हें पूरा निभाने के लिए कदम बढ़ाएं; यदि किसी का कोई कर्ज़ या कोई बकाया बाकी है, तो तुरंत उसे चुका दें। जब कभी हमारे सामने पाप और बुराई के साथ समझौता करने का, या सत्य को उलझाने बिगाड़ने का प्रलोभन हो तो हमें तुरंत ऐसे विचारों को अपनी पीठ पीछे फेंक देना चाहिए और दृढ़ता से केवल वही करना चाहिए जो परमेश्वर के निकट सही है, चाहे उसकी कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े। प्रत्येक मसीही विश्वासी को वह जन होना चाहिए जो हर परिस्थिति में, हर कीमत पर, ईमानदारी से चलता हो।

संसार में हम वे लोग हों जो अपने प्रभु के समान अपनी अपनी खराई के लिए जाने जाएं, अपनी ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध हों। - डेव एग्नर


कोई भी कर्ज़ कभी इतना पुराना नहीं होता कि चुकाया ना जा सके।

अपने आप को स्‍वतंत्र जानो पर अपनी इस स्‍वतंत्रता को बुराई के लिये आड़ न बनाओ, परन्‍तु अपने आप को परमेश्वर के दास समझ कर चलो। - १ पतरस २:१६


बाइबल पाठ: १ पतरस २:९-२५

1Pe 2:9 पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी, याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और ( परमेश्वर की ) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्‍धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
1Pe 2:10 तुम पहिले तो कुछ भी नहीं थे, पर अब परमेश्वर ही प्रजा हो: तुम पर दया नहीं हुई थी पर अब तुम पर दया हुई है।
1Pe 2:11 हे प्रियों मैं तुम से बिनती करता हूं, कि तुम अपने आप को परदेशी और यात्री जान कर उन सांसारिक अभिलाषाओं से जो आत्म से युद्ध करती हैं, बचे रहो।
1Pe 2:12 अन्यजातियों में तुम्हारा चालचलन भला हो; इसलिये कि जिन जिन बातों में वे तुम्हें कुकर्मी जान कर बदनाम करते हैं, वे तुम्हारे भले कामों को देख कर उन्‍हीं के कारण कृपा दृष्‍टि के दिन परमेश्वर की महिमा करें।
1Pe 2:13 प्रभु के लिये मनुष्यों के ठहराए हुए हर एक प्रबन्‍ध के आधीन में रहो, राजा के इसलिये कि वह सब पर प्रधान है।
1Pe 2:14 और हाकिमों के, क्‍योंकि वे कुकिर्मयों को दण्‍ड देने और सुकिर्मयों की प्रशंसा के लिये उसके भेजे हुए हैं।
1Pe 2:15 क्‍योंकि परमेश्वर की इच्‍छा यह है, कि तुम भले काम करने से निर्बुद्धि लोगों की अज्ञानता की बातों को बन्‍द कर दो।
1Pe 2:16 और अपने आप को स्‍वतंत्र जानो पर अपनी इस स्‍वतंत्रता को बुराई के लिये आड़ न बनाओ, परन्‍तु अपने आप को परमेश्वर के दास समझ कर चलो।
1Pe 2:17 सब का आदर करो, भाइयों से प्रेम रखो, परमेश्वर से डरो, राजा का सम्मान करो।
1Pe 2:18 हे सेवकों, हर प्रकार के भय के साथ अपने स्‍वामियों के आधीन रहो, न केवल भलों और नम्रों के, पर कुटिलों के भी।
1Pe 2:19 क्‍योंकि यदि कोई परमेश्वर का विचार कर के अन्याय से दुख उठाता हुआ क्‍लेश सहता है, तो यह सुहावना है।
1Pe 2:20 क्‍योंकि यदि तुम ने अपराध कर के घूसे खाए और धीरज धरा, तो उस में क्‍या बड़ाई की बात है? पर यदि भला काम करके दुख उठाते हो और धीरज धरते हो, तो यह परमेश्वर को भाता है।
1Pe 2:21 और तुम इसी के लिये बुलाए भी गए हो क्‍योंकि मसीह भी तुम्हारे लिये दुख उठा कर, तुम्हें एक आदर्श दे गया है, कि तुम भी उसके चिन्‍ह पर चलो।
1Pe 2:22 न तो उस ने पाप किया, और न उसके मुंह से छल की कोई बात निकली।
1Pe 2:23 वह गाली सुन कर गाली नहीं देता था, और दुख उठा कर किसी को भी धमकी नहीं देता था, पर अपने आप को सच्‍चे न्यायी के हाथ में सौपता था।
1Pe 2:24 वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिए हुए क्रूस पर चढ़ गया जिस से हम पापों के लिये मर कर के धामिर्कता के लिये जीवन बिताएं: उसी के मार खाने से तुम चंगे हुए।
1Pe 2:25 क्‍योंकि तुम पहिले भटकी हुई भेड़ों की नाईं थे, पर अब अपने प्राणों के रखवाले और अध्यक्ष के पास फिर आ गए हो।

एक साल में बाइबल:
  • भजन ८१-८३
  • रोमियों ११:१९-३६