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मंगलवार, 20 जनवरी 2015

स्मरण गीत



   मुझे एक मुफ्त उपहार मिला - एक ऐसी सी.डी. जिसमें परमेश्वर के वचन बाइबल के भाग संगीतबद्ध करके रिकॉर्ड किए गए थे। उस सी.डी. को कई बार सुनने के बाद, उनमें से कुछ भाग मेरे मस्तिषक में बस गए, और कुछ समय के बाद मैं उनमें से कई को बिना उस सी.डी. के बजाए ही गा लेती थी।

   कुछ ऐसी बातों और विचारों को स्मरण रखने में, जिन्हें हम अकसर भूल जाते हैं, संगीत हमारी सहायता करता है, और परमेश्वर भी इस बात को जानता है। जब परमेश्वर इस्त्राएलियों को मिस्त्र के दास्तव से निकालकर ला रहा था तब वह जानता था कि वाचा किए हुए कनान देश में बसने के थोड़े ही समय के बाद वे इस्त्राएली परमेश्वर को भूल जाएंगे, उसे नज़रन्दाज़ कर देंगे; और फिर वे अन्य देवी-देवताओं और मूर्ति-पूजा की ओर मुड़ जाएंगे, जिस कारण वे फिर मुसीबतों में पड़ेंगे (व्यवस्थाविवरण 31:16-20)। इसीलिए परमेश्वर ने मूसा से कहा कि वह इस्त्राएलियों के लिए एक स्मरण-गीत रचे तथा उसे इस्त्राएलियों को सिखाए जिससे वे परमेश्वर के साथ अपने निकट संबंध को स्मरण रख सकें और उस पाप को भी जिसके कारण परमेश्वर से उनका संबंध बाधित हो सकता था। साथ ही उस स्मरण-गीत के द्वारा वे परमेश्वर के चरित्र को भी ध्यान रख सकें, कि "वह चट्टान है, उसका काम खरा है; और उसकी सारी गति न्याय की है। वह सच्चा ईश्वर है, उस में कुटिलता नहीं, वह धर्मी और सीधा है" (व्यवस्थाविवरण 32:4)।

   थोड़ा विचार कीजिए कि अपने किस गुण के बारे में परमेश्वर चाहता है कि आज आप उसपर मनन करें - उसकी सामर्थ, उसकी पवित्रता, उसका निस्वार्थ प्रेम, उसकी अटल विश्वासयोग्यता, या अन्य कोई गुण। क्या आप किसी ऐसे स्तुति गीत या भजन के बारे में सोच सकते हैं जो परमेश्वर के गुणों पर रचा गया है? ऐसे गीत स्मरण कीजिए और उन्हें उसके चरित्र और गुणों के स्मरण को बनाए रखने के लिए स्मरण-गीत की तरह गाते रहिए, चाहे मन में या फिर खुली आवाज़ में। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


परमेश्वर की भलाईयों का स्मरण मन में उसकी स्तुति के गीत जगा देता है।

और आपस में भजन और स्‍तुतिगान और आत्मिक गीत गाया करो, और अपने अपने मन में प्रभु के साम्हने गाते और कीर्तन करते रहो। - इफिसीयों 5:19

बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 31:16-22
Deuteronomy 31:16 तब यहोवा ने मूसा से कहा, तू तो अपने पुरखाओं के संग सो जाने पर है; और ये लोग उठ कर उस देश के पराये देवताओं के पीछे जिनके मध्य वे जा कर रहेंगे व्यभिचारी हो जाएंगे, और मुझे त्यागकर उस वाचा को जो मैं ने उन से बान्धी है तोडेंगे। 
Deuteronomy 31:17 उस समय मेरा कोप इन पर भड़केगा, और मैं भी इन्हें त्यागकर इन से अपना मुंह छिपा लूंगा, और ये आहार हो जाएंगे; और बहुत सी विपत्तियां और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे, यहां तक कि ये उस समय कहेंगे, क्या ये विपत्तियां हम पर इस कारण तो नहीं आ पड़ीं, क्योंकि हमारा परमेश्वर हमारे मध्य में नहीं रहा? 
Deuteronomy 31:18 उस समय मैं उन सब बुराइयों के कारण जो ये पराये देवताओं की ओर फिर कर करेंगे नि:सन्देह उन से अपना मुंह छिपा लूंगा। 
Deuteronomy 31:19 सो अब तुम यह गीत लिख लो, और तू उसे इस्राएलियों को सिखाकर कंठ करा देना, इसलिये कि यह गीत उनके विरुद्ध मेरा साक्षी ठहरे। 
Deuteronomy 31:20 जब मैं इन को उस देश में पहुंचाऊंगा जिसे देने की मैं ने इनके पूर्वजों से शपथ खाईं थी, और जिस में दूध और मधु की धाराएं बहती हैं, और खाते-खाते इनका पेट भर जाए, और ये हृष्ट-पुष्ट हो जाएंगे; तब ये पराये देवताओं की ओर फिरकर उनकी उपासना करने लगेंगे, और मेरा तिरस्कार कर के मेरी वाचा को तोड़ देंगे। 
Deuteronomy 31:21 वरन अभी भी जब मैं इन्हें इस देश में जिसके विषय मैं ने शपथ खाई है पहुंचा नहीं चुका, मुझे मालूम है, कि ये क्या क्या कल्पना कर रहे हैं; इसलिये जब बहुत सी विपत्तियां और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे, तब यह गीत इन पर साक्षी देगा, क्योंकि इनकी सन्तान इस को कभी भी नहीं भूलेगी। 
Deuteronomy 31:22 तब मूसा ने उसी दिन यह गीत लिख कर इस्राएलियों को सिखाया।

एक साल में बाइबल: 

  • उत्पत्ति 49-50
  • मत्ती 13:31-58