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शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

प्रकाश

 

लोस एंजेलिस शहर की सड़कों और गलियों में, नशे की आदत से संघर्ष करता एक बेघर व्यक्ति, ब्रायन, सहायता के निवेदन के साथ एक मानव सेवा संस्था – द मिडनाईट मिशन में आया; वहाँ से ब्रायन की पुनःस्थापना का लंबा सिलसिला आरंभ हुआ। इस प्रक्रिया में ब्रायन का संगीत के प्रति प्रेम फिर से जागृत हुआ। अन्ततः वह एक ऐसी व्यावसायिक संगीत मण्डली के साथ सम्मिलित हो गया जो बेघर लोगों में रुचि रखती थी। उस मण्डली के लोगों ने एक बार ब्रायन से कहा कि वह हैंडल की सुप्रसिद्ध संगीत रचना “मसायाह” के एक अंश, जिसका शीर्षक है “The People That Walked in Darkness (अन्धकार में चलने वाले लोग) का एकल प्रदर्शन करे। परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह नबी के द्वारा लिखे गए शब्दों, जो लोग अन्धियारे में चल रहे थे उन्होंने बड़ा उजियाला देखा; और जो लोग घोर अन्धकार से भरे हुए मृत्यु के देश में रहते थे, उन पर ज्योति चमकी” (यशायाह 9:2) पर आधारित उस संगीत रचना को ब्रायन ने गाया तो न्यू यॉर्क पत्रिका के संगीत समीक्षक ने उसके बारे में लिखा कि ब्रायन ने उसे ऐसे गाया मानो “वह लेख उसके अपने जीवन से लिया गया है।”

          सुसमाचार लेखक मत्ती ने भी अपने द्वारा लिखित प्रभु यीशु मसीह की जीवनी में इस पद को उद्धत किया है। मत्ती एक यहूदी था और रोमी प्रशासन के अधीन चुंगी लेने का कम किया करता था, और ऐसा करते हुए वह अपने साथी यहूदियों से बेईमानी से पैसे भी ठग लेता था। प्रभु यीशु ने इस धोखेबाज़ यहूदी को अपना शिष्य होने के लिए बुलाया; और मत्ती ने प्रभु यीशु की जीवनी लिखते हुए लिखा कि किस प्रकार प्रभु यीशु ने यशायाह नबी की यह भविष्यवाणी पूरी की, जब वह उद्धार को यर्दन के पार अन्यजातियों और गैर-यहूदियों में लेकर गया (मत्ती 4:13-15)।

          कौन यह विचार और विश्वास कर सकता था कि रोमी सम्राट कैसर के लिए चुंगी लेने वाला ठग मत्ती (देखें मत्ती 9:9); एक नशे की आदत में बेघर व्यक्ति, ब्रायन; या मेरे और आप के समान लोगों को यह अवसर मिलेगा कि प्रभु यीशु में विश्वास के द्वारा हमारे जीवन बदले जाएँ, और हम प्रभु के अद्भुत परिवर्तन करने वाले प्रकाश को औरों तक पहुँचाएँ, संसार के लोगों को जीवन की ज्योति के पास लेकर आएँ। जिनके जीवन प्रभु यीशु के प्रकाश से प्रज्वलित होते हैं, वे औरों को भी उस प्रकाश में लाने के लिए प्रयासरत रहते हैं। - मार्ट डीहान

 

पिता परमेश्वर, पाप के अन्धकार से घिरे हुए इस संसार में हमें, 

प्रभु यीशु में उद्धार की ज्योति को पहुंचाने वाला बनाएँ।


तब यीशु ने फिर लोगों से कहा, जगत की ज्योति मैं हूं; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अन्धकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा। - यूहन्ना 8:12

बाइबल पाठ: मत्ती:4:12-25

मत्ती 4:12 जब उसने यह सुना कि यूहन्ना पकड़वा दिया गया, तो वह गलील को चला गया।

मत्ती 4:13 और नासरत को छोड़कर कफरनहूम में जो झील के किनारे जबूलून और नप्ताली के देश में है जा कर रहने लगा।

मत्ती 4:14 ताकि जो यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था, वह पूरा हो।

मत्ती 4:15 कि जबूलून और नप्ताली के देश, झील के मार्ग से यरदन के पार अन्यजातियों का गलील।

मत्ती 4:16 जो लोग अन्धकार में बैठे थे उन्होंने बड़ी ज्योति देखी; और जो मृत्यु के देश और छाया में बैठे थे, उन पर ज्योति चमकी।

मत्ती 4:17 उस समय से यीशु ने प्रचार करना और यह कहना आरम्भ किया, कि मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आया है।

मत्ती 4:18 उसने गलील की झील के किनारे फिरते हुए दो भाइयों अर्थात शमौन को जो पतरस कहलाता है, और उसके भाई अन्द्रियास को झील में जाल डालते देखा; क्योंकि वे मछवे थे।

मत्ती 4:19 और उन से कहा, मेरे पीछे चले आओ, तो मैं तुम को मनुष्यों के पकड़ने वाले बनाऊंगा।

मत्ती 4:20 वे तुरन्त जालों को छोड़कर उसके पीछे हो लिए।

मत्ती 4:21 और वहां से आगे बढ़कर, उसने और दो भाइयों अर्थात जब्‍दी के पुत्र याकूब और उसके भाई यूहन्ना को अपने पिता जब्‍दी के साथ नाव पर अपने जालों को सुधारते देखा; और उन्हें भी बुलाया

मत्ती 4:22 वे तुरन्त नाव और अपने पिता को छोड़कर उसके पीछे हो लिए।

मत्ती 4:23 और यीशु सारे गलील में फिरता हुआ उन की सभाओं में उपदेश करता और राज्य का सुसमाचार प्रचार करता, और लोगों की हर प्रकार की बीमारी और दुर्बलता को दूर करता रहा।

मत्ती 4:24 और सारे सीरिया में उसका यश फैल गया; और लोग सब बीमारों को, जो नाना प्रकार की बीमारियों और दुखों में जकड़े हुए थे, और जिन में दुष्टात्माएं थीं और मिर्गी वालों और झोले के मारे हुओं को उसके पास लाए और उसने उन्हें चंगा किया।

मत्ती 4:25 और गलील और दिकापुलिस और यरूशलेम और यहूदिया से और यरदन के पार से भीड़ की भीड़ उसके पीछे हो ली।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 शमूएल 16-18
  • लूका 17:20-37

बुधवार, 24 मार्च 2021

संगीत

 

          बीसवीं सदी के आरंभिक समय में इंग्लैंड में हुए वेल्श मसीही-पुनर्जागरण के समय में बाइबल शिक्षक और लेखक जी. कैम्पबेल मॉर्गन ने जो होते हुए देखा, उसका वर्णन किया। उनका मानना था कि परमेश्वर का पवित्र आत्मा, “पवित्र भजनों की उफनती हुई लहरों” पर होकर लोगों में कार्य कर रहा था। मॉर्गन ने लिखा कि उन्होंने उन सभाओं में संगीत के एकता लाने वाले प्रभाव को देखा था, जिन में स्वेच्छा से प्रार्थना करना, पाप अंगीकार करना, और भजन गाना प्रोत्साहित किया जाता था। यदि कोई भावनाओं में बहकर बहुत लंबी प्रार्थना करने लगता था, या ऐसा बोलने लगता था जो उस माहौल में औरों के साथ तालमेल नहीं रखता था, तो कोई भी जन धीरे से कोई भजन गाना आरंभ कर देता था। धीरे धीरे अन्य लोग भी उस भजन के गाने में जुड़ते चले जाते थे, और शीघ्र ही उस संगीत की आवाज़ इतनी ऊँची हो जाती थी कि उस में अन्य सभी आवाजें दब जाती थीं।

          मॉर्गन ने संगीत के द्वारा जिस पुनः जागृत होने का वर्णन किया है, उसका आधार परमेश्वर के वचन बाइबल में से है, जहाँ पर संगीत की कई बातों में प्रमुख भूमिका दिखाई गई है। बाइबल में हम देखते हैं कि संगीत का प्रयोग विजय के उत्सव मनाने के लिए किया गया (निर्गमन 15:1-21); आराधना के साथ मंदिर के परमेश्वर को समर्पित किए जाने के लिए किया गया (2 इतिहास 5:12-14); और शत्रुओं पर विजयी होने के लिए सैनिक रणनीति के समान किया गया (2 इतिहास 20:21-23)। बाइबल के ठीक मध्य में हम 150 भजनों के संकलन की पुस्तक, भजन संहिता, को पाते हैं। और पौलुस ने इफिसुस के मसीही विश्वासियों को लिखी अपनी पत्री में उन्हें एक दूसरे के साथ वार्तालाप में भी भजनों का प्रयोग करने के लिए लिखा (इफिसियों 5:19)।

          चाहे संघर्ष हों, चाहे आराधना करनी हो, जीवन की चाहे कोई भी परिस्थिति क्यों न हो, हमारे मसीही विश्वास का संगीत हम सभी को एक स्वर में होकर बोलने वाला बना सकता है। नए और पुराने गीतों और भजनों के द्वारा, हम बारंबार पुनः जागृत किए जाते हैं – न तो बल से, न शक्ति से, परन्तु परमेश्वर के आत्मा और परमेश्वर की स्तुति के संगीत के द्वारा। - मार्ट डीहान

 

जिनके पास सुनने के कान हों, उनके लिए पवित्र आत्मा के पास उपयुक्त संगीत है।


और आपस में भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाया करो, और अपने अपने मन में प्रभु के सामने गाते और कीर्तन करते रहो। - इफिसियों 5:19

बाइबल पाठ: 2 इतिहास 5:7-14

2 इतिहास 5:7 तब याजकों ने यहोवा की वाचा का सन्दूक उसके स्थान में, अर्थात भवन की भीतरी कोठरी में जो परम पवित्र स्थान है, पहुंचा कर, करूबों के पंखों के तले रख दिया।

2 इतिहास 5:8 सन्दूक के स्थान के ऊपर करूब तो पंख फैलाए हुए थे, जिससे वे ऊपर से सन्दूक और उसके डंडों को ढांपे थे।

2 इतिहास 5:9 डण्डे तो इतने लम्बे थे, कि उनके सिरे सन्दूक से निकले हुए भीतरी कोठरी के सामने देख पड़ते थे, परन्तु बाहर से वे दिखाई न पड़ते थे। वे आज के दिन तक वहीं हैं।

2 इतिहास 5:10 सन्दूक में पत्थर की उन दो पटियाओ को छोड़ कुछ न था, जिन्हें मूसा ने होरेब में उसके भीतर उस समय रखा, जब यहोवा ने इस्राएलियों के मिस्र से निकलने के बाद उनके साथ वाचा बान्‍धी थी।

2 इतिहास 5:11 जब याजक पवित्रस्थान से निकले ( जितने याजक उपस्थित थे, उन सभों ने तो अपने अपने को पवित्र किया था, और अलग अलग दलों में हो कर सेवा न करते थे;

2 इतिहास 5:12 और जितने लेवीय गवैये थे, वे सब के सब अर्थात पुत्रों और भाइयों समेत आसाप, हेमान और यदूतून सन के वस्त्र पहने झांझ, सारंगियां और वीणाएँ लिये हुए, वेदी के पूर्व की ओर खड़े थे, और उनके साथ एक सौ बीस याजक तुरहियां बजा रहे थे।)

2 इतिहास 5:13 तो जब तुरहियां बजाने वाले और गाने वाले एक स्वर से यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, और तुरहियां, झांझ आदि बाजे बजाते हुए यहोवा की यह स्तुति ऊंचे शब्द से करने लगे, कि वह भला है और उसकी करुणा सदा की है, तब यहोवा के भवन में बादल छा गया,

2 इतिहास 5:14 और बादल के कारण याजक लोग सेवा-टहल करने को खड़े न रह सके, क्योंकि यहोवा का तेज परमेश्वर के भवन में भर गया था।

 

एक साल में बाइबल: 

  • यहोशू 16-18
  • लूका 2:1-24

गुरुवार, 21 जनवरी 2021

गीत

 

          खगोल विद्या में खोज के लिए ध्वनि तरंगों के प्रयोग के द्वारा वैज्ञानिक अंतरिक्ष में उत्पन्न होने वाली ध्वनियों और स्पंदनों को सुनते और उनका अध्ययन करते हैं। उन्हें पता चला है कि सितारे अपनी कक्षा में मूक होकर विचरण नहीं करते हैं, परन्तु उनमें से संगीत ध्वनियाँ निकलती रहती हैं। जैसे कि हम्पबैक व्हेल मछलियों की ध्वनि तरंगें होती हैं, वैसे ही सितारों की ध्वनि तरंगें भी मनुष्य के कानों के द्वारा सुनी तो नहीं जा सकतीं हैं, किन्तु वैज्ञानिक उपकरणों के द्वारा उनकी जानकारी ली जा सकती है। सितारों, व्हेल मछलियों और अन्य प्राणियों के द्वारा उत्पन्न की गई ध्वनि मिलकर परमेश्वर की महानता का वर्णन करने वाले संगीत को बनाते हैं।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 19:1-4 में लिखा है,आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकाशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है। दिन से दिन बातें करता है, और रात को रात ज्ञान सिखाती है। न तो कोई बोली है और न कोई भाषा जहां उनका शब्द सुनाई नहीं देता है। उनका स्वर सारी पृथ्वी पर गूंज गया है, और उनके वचन जगत की छोर तक पहुंच गए हैं।

          नए नियम में, प्रेरित पौलुस ने यह प्रकट किया है कि प्रभु यीशु में,सारी वस्तुओं की सृष्टि हुई, स्वर्ग की हो अथवा पृथ्वी की, देखी या अनदेखी, क्या सिंहासन, क्या प्रभुताएँ, क्या प्रधानताएं, क्या अधिकार, सारी वस्तुएं उसी के द्वारा और उसी के लिये सृजी गई हैं” (कुलुस्सियों 1:16)। प्रत्युत्तर में प्राकृतिक संसार की सभी वस्तुएँ, उसकी गहराई और ऊँचाई, सब कुछ मिलकर अपने सृष्टिकर्ता की स्तुति का गीत गाती हैं। हम भी सृष्टि के साथ मिलकर अपने सृष्टिकर्ता, जिसने “महासागर को चुल्लू से मापा और किस [जिस] के बित्ते से आकाश का नाप हुआ...” (यशायाह 40:12) की महानता के गीत गाएं। - रेमी ओयेडेली

 

 वे[हम] यहोवा के नाम की स्तुति करें

क्योंकि उसी ने आज्ञा दी और ये[हम] सिरजे गए। - भजन संहिता 148:5


इसलिये कि परमेश्वर के विषय का ज्ञान उन के मनों में प्रगट है, क्योंकि परमेश्वर ने उन पर प्रगट किया है। कि उसके अनदेखे गुण, अर्थात उस की सनातन सामर्थ्य, और परमेश्वरत्व जगत की सृष्टि के समय से उसके कामों के द्वारा देखने में आते है, यहां तक कि वे निरुत्तर हैं। - रोमियों 1:19-20

बाइबल पाठ: भजन 19:1-6

भजन 19:1 आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकाशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है।

भजन 19:2 दिन से दिन बातें करता है, और रात को रात ज्ञान सिखाती है।

भजन 19:3 न तो कोई बोली है और न कोई भाषा जहां उनका शब्द सुनाई नहीं देता है।

भजन 19:4 उनका स्वर सारी पृथ्वी पर गूंज गया है, और उनके वचन जगत की छोर तक पहुंच गए हैं। उन में उसने सूर्य के लिये एक मण्डप खड़ा किया है,

भजन 19:5 जो दुल्हे के समान अपने महल से निकलता है। वह शूरवीर के समान अपनी दौड़ दौड़ने को हर्षित होता है।

भजन 19:6 वह आकाश की एक छोर से निकलता है, और वह उसकी दूसरी छोर तक चक्कर मारता है; और उसकी गर्मी सब को पहुंचती है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • निर्गमन 1-3
  • मत्ती 14:1-21

सोमवार, 14 दिसंबर 2020

प्रेम गीत

 

          गीत लेखक बिली हिल ने 1936 में एक गाना प्रकाशित किया, जिसका शीर्षक था “The Glory of Love” (प्रेम की महिमा), जो शीघ्र ही सारे देश में बहुत लोकप्रिय हो गया। उस गाने का विषय था एक दूसरे के प्रति प्रेम के कारण छोटे छोटे कार्य भी एक दूसरे के लिए करते रहना। इसके पचास वर्ष बाद, एक अन्य गीत लेखक, पीटर कैटेरा, ने उसी शीर्षक का एक और प्रेम गीत लिखा, जिसमें उसने हमेशा साथ जीते रहने वाले दो लोगों की कल्पना की, जो यह जानते हैं कि उन्होंने एक दूसरे के प्रति अपने प्रेम के कारण सब कुछ किया है।

          परमेश्वर के वचन बाइबल की अंतिम पुस्तक, प्रकाशितवाक्य में, एक नए प्रेम गीत के बारे में बताया गया है जो किसी दिन स्वर्ग और पृथ्वी पर उपस्थित प्रत्येक जन के स्वर में उठाया जाएगा (प्रकाशितवाक्य 5:9, 13)। किन्तु इस संगीत का आरंभ शोक के छोटे सुर के साथ होता है, क्योंकि हमें वर्णन लिखने वाले यूहन्ना को संसार के साथ जो कुछ भी बुरा हुआ है, उसका कोई उत्तर मिलता दिखाई नहीं देता है (पद 3-4)। परन्तु उसका मन प्रसन्न हो जाता है और संगीत अपने उत्कर्ष पर पहुँचता है (पद 12-13) जब यूहन्ना प्रेम की वास्तविक महिमा और कहानी को जानने पाता है। शीघ्र ही वह समस्त सृष्टि को यहूदा के सर्व-सामर्थी सिंह-राजा की जयजयकार करते सुनता है (पद 5), जिसने अपने आप को अपने लोगों के प्रति उसके प्रेम के कारण एक मेमने के समान बलिदान कर देने के द्वारा अपनी प्रजा के हृदय को जीत लिया है (पद 13)।

          हम इस सर्वाधिक मार्मिक गीत के गए जाने में दयालुता के साथ किए गए छोटे से छोटे सामान्य कार्यों को भी संगीत में ऊँचे उठते हुए देखते हैं। जिस महिमा के बारे में हम गाते हैं, वह परमेश्वर के हृदय को प्रतिबिंबित करती है। हम उसके बारे में प्रेम गीत इसलिए गाते हैं क्योंकि उसने ही हमें यह गीत प्रदान किया है। - मार्ट डी हान

 

सामान्य और छोटे दयालुता के कार्यों के द्वारा भी आप परमेश्वर का धन्यवाद कर सकते हैं।


हम इसलिये प्रेम करते हैं, कि पहिले उसने हम से प्रेम किया। - 1 यूहन्ना 4:19

बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य 5:1-13

प्रकाशितवाक्य 5:1 और जो सिंहासन पर बैठा था, मैं ने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्तक देखी, जो भीतर और बाहर लिखी हुई भी, और वह सात मुहर लगा कर बन्द की गई थी।

प्रकाशितवाक्य 5:2 फिर मैं ने एक बलवन्‍त स्वर्गदूत को देखा जो ऊंचे शब्द से यह प्रचार करता था कि इस पुस्तक के खोलने और उस की मुहरें तोड़ने के योग्य कौन है?

प्रकाशितवाक्य 5:3 और न स्वर्ग में, न पृथ्वी पर, न पृथ्वी के नीचे कोई उस पुस्तक को खोलने या उस पर दृष्टि डालने के योग्य निकला।

प्रकाशितवाक्य 5:4 और मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्तक के खोलने, या उस पर दृष्टि करने के योग्य कोई न मिला।

प्रकाशितवाक्य 5:5 तब उन प्राचीनों में से एक ने मुझे से कहा, मत रो; देख, यहूदा के गोत्र का वह सिंह, जो दाऊद का मूल है, उस पुस्तक को खोलने और उसकी सातों मुहरें तोड़ने के लिये जयवन्त हुआ है।

प्रकाशितवाक्य 5:6 और मैं ने उस सिंहासन और चारों प्राणियों और उन प्राचीनों के बीच में, मानो एक वध किया हुआ मेमना खड़ा देखा: उसके सात सींग और सात आँखें थीं; ये परमेश्वर की सातों आत्माएं हैं, जो सारी पृथ्वी पर भेजी गई हैं।

प्रकाशितवाक्य 5:7 उसने आ कर उसके दाहिने हाथ से जो सिंहासन पर बैठा था, वह पुस्तक ले ली,

प्रकाशितवाक्य 5:8 और जब उसने पुस्तक ले ली, तो वे चारों प्राणी और चौबीसों प्राचीन उस मेमने के सामने गिर पड़े; और हर एक के हाथ में वीणा और धूप से भरे हुए सोने के कटोरे थे, ये तो पवित्र लोगों की प्रार्थनाएं हैं।

प्रकाशितवाक्य 5:9 और वे यह नया गीत गाने लगे, कि तू इस पुस्तक के लेने, और उसकी मुहरें खोलने के योग्य है; क्योंकि तू ने वध हो कर अपने लहू से हर एक कुल, और भाषा, और लोग, और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल लिया है।

प्रकाशितवाक्य 5:10 और उन्हें हमारे परमेश्वर के लिये एक राज्य और याजक बनाया; और वे पृथ्वी पर राज्य करते हैं।

प्रकाशितवाक्य 5:11 और जब मैं ने देखा, तो उस सिंहासन और उन प्राणियों और उन प्राचीनों के चारों ओर बहुत से स्‍वर्गदूतों का शब्द सुना, जिन की गिनती लाखों और करोड़ों की थी।

प्रकाशितवाक्य 5:12 और वे ऊंचे शब्द से कहते थे, कि वध किया हुआ मेमना ही सामर्थ्य, और धन, और ज्ञान, और शक्ति, और आदर, और महिमा, और धन्यवाद के योग्य है।

प्रकाशितवाक्य 5:13 फिर मैं ने स्वर्ग में, और पृथ्वी पर, और पृथ्वी के नीचे, और समुद्र की सब सृजी हुई वस्तुओं को, और सब कुछ को जो उन में हैं, यह कहते सुना, कि जो सिंहासन पर बैठा है, उसका, और मेमने का धन्यवाद, और आदर, और महिमा, और राज्य, युगानुयुग रहे।

 

एक साल में बाइबल: 

  • योएल 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 5

रविवार, 23 जून 2019

एकता



      मेरी पुत्री के स्कूल बैंड की संगीत गोष्ठी में मैं उन 11 और 12 वर्षीय बच्चों द्वारा मिलकर बजाए गए बैंड के प्रदर्शन से बहुत प्रभावित हुआ। यदि वे बच्चे अकेले-अकेले उन्हीं संगीत धुनों को बजाते, तो उनके बजाने में वह उत्कृष्टता नहीं आने पाती जो उनके साथ मिलकर एकता में बजाने से आने पाई। वे लोग अलग-अलग वाद्य यंत्र बजा रहे थे, परन्तु उनकी एकता का सामूहिक प्रभाव बहुत मधुर संगीत था।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने रोम के मसीही विश्वासियों को लिखा, “वैसा ही हम जो बहुत हैं, मसीह में एक देह हो कर आपस में एक दूसरे के अंग हैं। और जब कि उस अनुग्रह के अनुसार जो हमें दिया गया है, हमें भिन्न भिन्न वरदान मिले हैं, तो जिस को भविष्यद्वाणी का दान मिला हो, वह विश्वास के परिमाण के अनुसार भविष्यद्वाणी करे” (रोमियों 12:5-6)। पौलुस ने जिन वरदानों का उल्लेख किया उनमें भविष्यवाणी, सेवा, सिखाना, उपदेश देना, दान देना, अगुवाई करना, और दया सम्मिलित हैं (पद 7-8)। प्रत्येक वरदान को सभी के लाभ के लिए बहुतायत से प्रयोग करना है (1 कुरिन्थियों 12:7)।

      ‘साथ कार्यकारी’ होने की एक परिभाषा है, “बनावट अथवा योजना में सहमत होना; साथ मिलकर कार्य करना; ताल-मेल या सामंजस्य में रहना।” यही परमेश्वर की योजना है प्रभु यीशु मसीह में लाए गए विश्वास के द्वारा उसके बच्चों के लिए, कि “भाईचारे के प्रेम से एक दूसरे पर दया रखो; परस्पर आदर करने में एक दूसरे से बढ़ चलो” (रोमियों 12:10)। उद्देश्य परस्पर प्रतियोगिता नहीं, सहभागिता है।

      एक रीति से हम मसीही विश्वासी, सँसार के सम्मुख, “मंच” पर हैं, और सँसार के लोग हमें देख-सुन रहे हैं, हमारा आँकलन कर रहे हैं, हमारे व्यवहार से हमारे प्रभु परमेश्वर के प्रति निष्कर्ष निकाल रहे हैं। परमेश्वर की इस ‘संगीत मण्डली’ में कोई एकल गायक या वादक नहीं है; सभी वाद्यों और गायकों का साथ होकर बजाना आवश्यक है। संगीत तब ही उत्कृष्ट होता है जब हम औरों के साथ एकता में होकर अपना-अपना योगदान करते हैं। - डेविड मैक्कैस्लैंड


परमेश्वर के वाद्य-वृन्द में कोई एकल प्रदर्शनकर्ता नहीं है।

इसी प्रकार तुम सब मिल कर मसीह की देह हो, और अलग अलग उसके अंग हो। - 1 कुरिन्थियों 12:27

बाइबल पाठ: रोमियों 12:3-8
Romans 12:3 क्योंकि मैं उस अनुग्रह के कारण जो मुझ को मिला है, तुम में से हर एक से कहता हूं, कि जैसा समझना चाहिए, उस से बढ़कर कोई भी अपने आप को न समझे पर जैसा परमेश्वर ने हर एक को परिमाण के अनुसार बांट दिया है, वैसा ही सुबुद्धि के साथ अपने को समझे।
Romans 12:4 क्योंकि जैसे हमारी एक देह में बहुत से अंग हैं, और सब अंगों का एक ही सा काम नहीं।
Romans 12:5 वैसा ही हम जो बहुत हैं, मसीह में एक देह हो कर आपस में एक दूसरे के अंग हैं।
Romans 12:6 और जब कि उस अनुग्रह के अनुसार जो हमें दिया गया है, हमें भिन्न भिन्न वरदान मिले हैं, तो जिस को भविष्यद्वाणी का दान मिला हो, वह विश्वास के परिमाण के अनुसार भविष्यद्वाणी करे।
Romans 12:7 यदि सेवा करने का दान मिला हो, तो सेवा में लगा रहे, यदि कोई सिखाने वाला हो, तो सिखाने में लगा रहे।
Romans 12:8 जो उपदेशक हो, वह उपदेश देने में लगा रहे; दान देनेवाला उदारता से दे, जो अगुआई करे, वह उत्साह से करे, जो दया करे, वह हर्ष से करे।

एक साल में बाइबल: 
  • एस्तेर 9-10
  • प्रेरितों 7:1-21



शनिवार, 8 दिसंबर 2018

स्तुति-आराधना



      फिल्मों में धवनी को सुनने का एक नया प्रकार, “स्टीरियोफोनिक साउंड” या सराउंड साउंड को सबसे पहले वॉल्ट डिज़्नी स्टूडियोज लाए थे, क्योंकि फिल्म निर्माता चाहते थे कि फ़िल्में देखने जाने वाले दर्शक संगीत को एक नई रीति से सुनें।

      परन्तु सराउंड साउंड के सिद्धांत का यह सर्वप्रथम उपयोग नहीं था। हज़ारों वर्ष पहले नहेम्याह ने यरूशलेम की पुनःनिर्मित दीवार के समर्पण के समय इस विचार को कार्यान्वित किया था। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि नहेम्याह बता रहा है: “तब मैं ने यहूदी हाकिमों को शहरपनाह पर चढ़ाकर दो बड़े दल ठहराए, जो धन्यवाद करते हुए धूमधाम के साथ चलते थे। इनमें से एक दल तो दक्खिन ओर, अर्थात कूड़ाफाटक की ओर शहरपनाह के ऊपर ऊपर से चला” (नहेम्याह 12:31)। वे दोनों संगीत मंडलियां दीवार के दक्षिणी भाग से आरंभ हुईं, और एक दाहिनी ओर गई, तथा दूसरी बाईं ओर, और उन्होंने यरूशलेम शहर को स्तुति-आराधना गाते हुए घेर लिया (पद 31, 37-40)। उन मंडलियों ने स्तुति-आराधना करने में लोगों की अगुवाई की क्योंकि “परमेश्वर ने उन्हें बहुत ही आनन्दित किया था”; और उनके आनन्द की यह ध्वनी दूर-दूर तक फैल गई (पद 43)।

      उनकी यह आराधना परमेश्वर की सहायता के कारण थी क्योंकि लोग संबल्लत जैसे शत्रुओं द्वारा किए गए विरोध पर विजयी हुए थे और दीवार के निर्माण को पूरा करने पाए थे। क्या परमेश्वर ने हमें कुछ दिया है जिससे हमारा आनन्द स्तुति-आराधना में होकर प्रवाहित हो – परमेश्वर का स्पष्ट मार्गदर्शन? परेशानियों के समय में उससे मिलने वाली सांत्वना और चैन? या हमें मिला सबसे उत्तम उपहार  – हमारे पापों की क्षमा और उद्धार?

      हो सकता है कि हम अपनी स्तुति-आराधना के द्वारा सराउंड साउंड उत्पन्न न कर सकें, परन्तु हम परमेश्वर द्वारा दिए गए आनन्द में मगन हो सकते हैं। फिर अन्य लोग हमें परमेश्वर की स्तुति-आराधाना करते हुए सुन सकते हैं और जान सकते हैं कि वह कैसे कार्य करता है। - डेव ब्रैनन


हम कभी भी यीशु की अत्याधिक स्तुति-आराधाना नहीं कर सकते है!

यहोवा के लिये एक नया गीत गाओ, क्योंकि उसने आश्चर्यकर्म किए है! उसके दाहिने हाथ और पवित्र भुजा ने उसके लिये उद्धार किया है! – भजन 98:1

बाइबल पाठ: नहेम्याह 12:27-43
Nehemiah 12:27 और यरूशलेम की शहरपनाह की प्रतिष्ठा के समय लेवीय अपने सब स्थानों में ढूंढ़े गए, कि यरूशलेम को पहुंचाए जाएं, जिस से आनन्द और धन्यवाद कर के और झांझ, सारंगी और वीणा बजाकर, और गाकर उसकी प्रतिष्ठा करें।
Nehemiah 12:28 तो गवैयों के सन्तान यरूशलेम के चारों ओर के देश से और नतोपातियों के गांवों से,
Nehemiah 12:29 और बेतगिलगाल से, और गेबा और अज्माबेत के खेतों से इकट्ठे हुए; क्योंकि गवैयों ने यरूशलेम के आस-पास गांव बसा लिये थे।
Nehemiah 12:30 तब याजकों और लेवियों ने अपने अपने को शुद्ध किया; और उन्होंने प्रजा को, और फाटकों और शहरपनाह को भी शुद्ध किया।
Nehemiah 12:31 तब मैं ने यहूदी हाकिमों को शहरपनाह पर चढ़ाकर दो बड़े दल ठहराए, जो धन्यवाद करते हुए धूमधाम के साथ चलते थे। इनमें से एक दल तो दक्खिन ओर, अर्थात कूड़ाफाटक की ओर शहरपनाह के ऊपर ऊपर से चला;
Nehemiah 12:32 और उसके पीछे पीछे ये चले, अर्थात होशयाह और यहूदा के आधे हाकिम,
Nehemiah 12:33 और अजर्याह, एज्रा, मशुल्लाम,
Nehemiah 12:34 यहूदा, बिन्यामीन, शमायाह, और यिर्मयाह,
Nehemiah 12:35 और याजकों के कितने पुत्र तुरहियां लिये हुए: अर्थात जकर्याह जो योहानान का पुत्र था, यह शमायाह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र, यह मीकायाह का पुत्र, यह जक्कूर का पुत्र, यह आसाप का पुत्र था।
Nehemiah 12:36 और उसके भाई शमायाह, अजरेल, मिललै, गिललै, माऐ, नतनेल, यहूदा और हनानी परमेश्वर के भक्त दाऊद के बाजे लिये हुए थे; और उनके आगे आगे एज्रा शास्त्री चला।
Nehemiah 12:37 ये सोताफाटक से हो सीधे दाऊदपुर की सीढ़ी पर चढ़, शहरपनाह की ऊंचाई पर से चलकर, दाऊद के भवन के ऊपर से हो कर, पूरब की ओर जलफाटक तक पहुंचे।
Nehemiah 12:38 और धन्यवाद करने और धूमधाम से चलने वालों का दूसरा दल, और उनके पीछे पीछे मैं, और आधे लोग उन से मिलने को शहरपनाह के ऊपर ऊपर से भट्ठों के गुम्मट के पास से चौड़ी शहरपनाह तक।
Nehemiah 12:39 और एप्रैम के फाटक और पुराने फाटक, और मछलीफाटक, और हननेल के गुम्मट, और हम्मेआ नाम गुम्मट के पास से हो कर भेड़ फाटक तक चले, और पहरुओं के फाटक के पास खड़े हो गए।
Nehemiah 12:40 तब धन्यवाद करने वालों के दोनों दल और मैं और मेरे साथ आधे हाकिम परमेश्वर के भवन में खड़े हो गए।
Nehemiah 12:41 और एल्याकीम, मासेयाह, मिन्यामीन, मीकायाह, एल्योएनै, जकर्याह और हनन्याह नाम याजक तुरहियां लिये हुए थे।
Nehemiah 12:42 और मासेयाह, शमायाह, एलीआजर, उज्जी, यहोहानान, मल्किय्याह, एलाम, ओर एजेर (खड़े हुए थे) और गवैये जिनका मुखिया यिज्रह्याह था, वह ऊंचे स्वर से गाते बजाते रहे।
Nehemiah 12:43 उसी दिन लोगों ने बड़े बड़े मेलबलि चढ़ाए, और आनन्द लिया; क्योंकि परमेश्वर ने उन को बहुत ही आनन्दित किया था; स्त्रियों ने और बाल-बच्चों ने भी आनन्द किया। और यरूशलेम के आनन्द की ध्वनि दूर दूर तक फैल गई।


एक साल में बाइबल: 
  • दानिय्येल 8-10
  • 3 यूहन्ना



मंगलवार, 6 मार्च 2018

संगीत



   सन 1965 में रिलीज़ की गई अंग्रेज़ी फिल्म The Sound of Music फिल्म इतिहास की सबसे सफल संगीत-प्रधान फिल्मों में से एक है। इस फिल्म ने बहुत प्रशंसा कमाई तथा पाँच एकेडमी पुरुस्कार, और सँसार भर के लोगों के मनों को जीत लिया। आज, फिल्म को रिलीज़ हुई अर्ध-शताब्दी के बाद भी, उस फिल्म के विशेष प्रदर्शन के समय लोग अपने पसंदीदा चरित्र के समान वस्त्र पहन कर बड़े चाव से उसे देखने आते हैं, और प्रदर्शन के दौरान उसके गीत-संगीत को गाने में सम्मिलित होते हैं।

   संगीत हमारे मनों में गहरी पैठ रखता है। हम मसीही विश्वासियों के लिए, हमारे विश्वास की यात्रा में, एक दूसरे को प्रोत्साहित करते रहने के लिए संगीत एक प्रबल साधन है। पौलुस ने कुलुस्से के विश्वासियों से आग्रह किया, “मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्‍तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ” (कुलुस्सियों 3:16)।

   एक साथ मिलकर प्रभु परमेश्वर के लिए गीत गाना, संगीत बजाना, हमारे मन और मस्तिष्क में उसके प्रेम के सन्देश को गहराई से बसा देता है। यह शिक्षा और प्रोत्साहन देने की ऐसी प्रबल सेवकाई है, जिसमें हम सब साथ सम्मिलित होते हैं। चाहे हमारे हृदय पुकारें, “हे परमेश्वर, मेरे अन्दर शुद्ध मन उत्पन्न कर...” (भजन 51:10), या आनन्द के साथ आवाज़ उठाएँ, “...जगत का राज्य हमारे प्रभु का, और उसके मसीह का हो गया” (प्रकाशिवाक्य 11:15), संगीत की वह सामर्थ्य जो परमेश्वर को ऊँचे पर विराजमान करती है, वही हमारी आत्माओं को पुलकित कर के हमें शान्ति भी देती है।

   प्रभु परमेश्वर के लिए स्तुतिगान गाना भला है; प्रभु की स्तुति और संगीत में संलग्न रहें। - डेविड मैकैस्लैंड


संगीत दैनिक जीवन की धूल को आत्मा से धो डालता है।

याह की स्तुति करो, क्योंकि यहोवा भला है; उसके नाम का भजन गाओ, क्योंकि यह मन भाऊ है! – भजन 135:3

बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 3:12-17
Colossians 3:12 इसलिये परमेश्वर के चुने हुओं के समान जो पवित्र और प्रिय हैं, बड़ी करूणा, और भलाई, और दीनता, और नम्रता, और सहनशीलता धारण करो।
Colossians 3:13 और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो: जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो।
Colossians 3:14 और इन सब के ऊपर प्रेम को जो सिद्धता का कटिबन्‍ध है बान्‍ध लो।
Colossians 3:15 और मसीह की शान्‍ति जिस के लिये तुम एक देह हो कर बुलाए भी गए हो, तुम्हारे हृदय में राज्य करे, और तुम धन्यवादी बने रहो।
Colossians 3:16 मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्‍तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।
Colossians 3:17 और वचन से या काम से जो कुछ भी करो सब प्रभु यीशु के नाम से करो, और उसके द्वारा परमेश्वर पिता का धन्यवाद करो।


एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 1-2
  • मरकुस 10:1-31



सोमवार, 9 अक्टूबर 2017

रचियता


   मन को छू लेने वाले संगीत को भी सभी लोग भिन्न सुनते हैं। उसका रचियता उस संगीत को अपनी कल्पना के कक्ष में सुनता है। श्रोता उसे अपनी इन्द्रियों तथा भावनाओं के साथ सुनते हैं। उससे संबंधित वाद्यों को बजाने वाले कलाकार अपने सबसे निकट के संगीत वाद्य को ही सबसे स्पष्ट सुन पाते हैं।

   एक प्रकार से हम सब परमेश्वर के वाद्य-वृन्द के सदस्य हैं; और हम अपने सबसे निकट बज रहे संगीत को ही सबसे स्पष्ट सुनने पाते हैं। क्योंकि हम उसे एक संतुलित रचना के समान नहीं सुनने पाते हैं, इसलिए हम परमेश्वर के वचन बाइबल के एक पात्र अय्युब के समान ही अपनी परिस्थितियों के प्रति प्रतिक्रीया देते हैं। अय्युब ने अपने दुःख में विलाप किया, "ऐसे ही लोग अब मुझ पर लगते गीत गाते, और मुझ पर ताना मारते हैं" (अय्युब 30:9)। उसने स्मरण किया कि कैसे जवान और हाकिम उसका आदर किया करते थे, और "मैं अपने पगों को मलाई से धोता था और मेरे पास की चट्टानों से तेल की धाराएं बहा करती थीं" (अय्युब 29:6)। किंतु अब वह ठट्ठा करने वालों का निशाना बन गया था। उसने विलाप किया, "इस कारण मेरी वीणा से विलाप और मेरी बांसुरी से रोने की ध्वनि निकलती है" (अय्युब 30:31)। लेकिन अय्युब उस पूरी संगीत रचना को नहीं सुन पा रहा था, यद्यपि उस रचना में और बहुत कुछ भी था।

   हो सकता है कि आज आप अपने जीवन के संगीत के केवल उदास सुर ही सुनने पा रहे हैं; परन्तु निराश नहीं हों। आपके जीवन की हर बात परमेश्वर की रचना है, वही आपके जीवन के हर सुर, हर लय-ताल, उतार-चढ़ाव का रचियता है। या, यदि आप अपने जीवन में प्रसन्न करने वाले सुरों को सुन रहें हैं तो उसके लिए परमेश्वर की स्तुति कीजिए, अपने आनन्द को औरों के साथ बाँटिए।

   हम मसीही विश्वासी प्रभु परमेश्वर द्वारा हमें सेंत-मेंत उपलब्ध करवाई गई पाप क्षमा और उध्दार की संगीत रचना को बजा रहे हैं, उसे संसार के लोगों को अपने जीवनों से सुना रहे हैं। परमेश्वर हमारे जीवन-संगीत का रचियता है और अन्ततः सब कुछ मिलकर उसके भले उद्देश्यों की पूर्ति तथा हमारी भलाई के लिए कार्य करेगा। वह ऐसा रचियता है जिसकी रचना सदैव ही सिध्द होती है; हम हर बात के भले परिणाम के लिए उस पर भरोसा रख सकते हैं। - कीला ओकोआ


परमेश्वर की भलाई पर भरोसे रखने से हृदय में मधुर संगीत बजता रहता है।

और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती है; अर्थात उन्हीं के लिये जो उस की इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं। - रोमियों 8:28

बाइबल पाठ: अय्युब 29:1-6; 30:1-9
Job 29:1 अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, 
Job 29:2 भला होता, कि मेरी दशा बीते हुए महीनों की सी होती, जिन दिनों में ईश्वर मेरी रक्षा करता था, 
Job 29:3 जब उसके दीपक का प्रकाश मेरे सिर पर रहता था, और उस से उजियाला पाकर मैं अन्धेरे में चलता था। 
Job 29:4 वे तो मेरी जवानी के दिन थे, जब ईश्वर की मित्रता मेरे डेरे पर प्रगट होती थी। 
Job 29:5 उस समय तक तो सर्वशक्तिमान मेरे संग रहता था, और मेरे लड़के-बाले मेरे चारों ओर रहते थे। 
Job 29:6 तब मैं अपने पगों को मलाई से धोता था और मेरे पास की चट्टानों से तेल की धाराएं बहा करती थीं। 
Job 30:1 परन्तु अब जिनकी अवस्था मुझ से कम है, वे मेरी हंसी करते हैं, वे जिनके पिताओं को मैं अपनी भेड़ बकरियों के कुत्तों के काम के योग्य भी न जानता था। 
Job 30:2 उनके भुजबल से मुझे क्या लाभ हो सकता था? उनका पौरुष तो जाता रहा। 
Job 30:3 वे दरिद्रता और काल के मारे दुबले पड़े हुए हैं, वे अन्धेरे और सुनसान स्थानों में सूखी धूल फांकते हैं। 
Job 30:4 वे झाड़ी के आसपास का लोनिया साग तोड़ लेते, और झाऊ की जड़ें खाते हैं। 
Job 30:5 वे मनुष्यों के बीच में से निकाले जाते हैं, उनके पीछे ऐसी पुकार होती है, जैसी चोर के पीछे। 
Job 30:6 डरावने नालों में, भूमि के बिलों में, और चट्टानों में, उन्हें रहना पड़ता है। 
Job 30:7 वे झाड़ियों के बीच रेंकते, और बिच्छू पौधों के नीचे इकट्ठे पड़े रहते हैं। 
Job 30:8 वे मूढ़ों और नीच लोगों के वंश हैं जो मार मार के इस देश से निकाले गए थे। 
Job 30:9 ऐसे ही लोग अब मुझ पर लगते गीत गाते, और मुझ पर ताना मारते हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 32-33
  • कुलुस्सियों 1


गुरुवार, 25 मई 2017

संगीत


   संगीतकार और बैण्ड निर्देशक जौन फिलिप सॉसा, जिन्हें "द मार्च किंग" भी कहा जाता है ने ऐसा संगीत और धुनें बनाईं हैं जिन्हें संसार भर में सौ से भी अधिक वर्षों से मिलिट्री बैण्ड बजाते आ रहे हैं। संगीत के इतिहासकार तथा विरजीनिया ग्रैण्ड मिल्ट्री बैण्ड के संचालक लॉरस जौन स्कीसल के अनुसार, "जैसे बिथोवेन सुरीली संगीत रचनाओं के लिए हैं, वैसे ही सॉसा सैनिक मार्च संगीत के लिए हैं।" सॉसा ने लोगों को प्रभावित करने, प्रोत्साहित करने, प्रेरणा देने में सक्षम संगीत की शक्ति को समझा था।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में, पुराने नियम के समय में, परमेश्वर के लोगों ने आवश्यकता के समयओं में परमेश्वर से मिलने वाली सहायता से प्रेरित होकर अनेकों भजन और स्तुति-गान लिखे और गाए-बजाए। जब परमेश्वर ने फिरौन की सेना से इस्त्राएलियों को बचाया, "तब मूसा और इस्राएलियों ने यहोवा के लिये यह गीत गाया। उन्होंने कहा, मैं यहोवा का गीत गाऊंगा, क्योंकि वह महाप्रतापी ठहरा है; घोड़ों समेत सवारों को उसने समुद्र में डाल दिया है। यहोवा मेरा बल और भजन का विषय है, और वही मेरा उद्धार भी ठहरा है; मेरा ईश्वर वही है, मैं उसी की स्तुति करूंगा, (मैं उसके लिये निवासस्थान बनाऊंगा), मेरे पूर्वजों का परमेश्वर वही है, मैं उसको सराहूंगा" (निर्गमन 15:1-2)।

   जब हम बीते समयों में हमारे प्रति बनी रही परमेश्वर की विश्वासयोग्यता को स्मरण करते हैं, उसका धन्यवाद तथा अराधना करते हैं, तो यह अराधना संगीत हमारी आत्माओं को उत्साह के साथ ऊँचाईयों पर ले जाता है। जब हम निराश हों, तब भी हम भजन और गीतों के द्वारा अपनी आँखें उन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से ऊपर उठा कर परमेश्वर की सामर्थ्य और हमारे साथ बनी रहने वाली उसकी उपस्थिति पर लगाए रख सकते हैं। परमेश्वर ही सदा हमारी सामर्थ्य, संगीत और उध्दार रहा है। - डेविड मैक्कैसलैंड


स्तुति के गीत हमारी आँखें परमेश्वर की विश्वासयोग्यता पर केंद्रित कर सकते हैं।

तू मेरे छिपने का स्थान है; तू संकट से मेरी रक्षा करेगा; तू मुझे चारों ओर से छुटकारे के गीतों से घेर लेगा। - भजन 32:7

बाइबल पाठ: निर्गमन 15:10-19
Exodus 15:10 तू ने अपने श्वास का पवन चलाया, तब समुद्र ने उन को ढांप लिया; वे महाजलराशि में सीसे की नाईं डूब गए।
Exodus 15:11 हे यहोवा, देवताओं में तेरे तुल्य कौन है? तू तो पवित्रता के कारण महाप्रतापी, और अपनी स्तुति करने वालों के भय के योग्य, और आश्चर्य कर्म का कर्त्ता है।
Exodus 15:12 तू ने अपना दहिना हाथ बढ़ाया, और पृथ्वी ने उन को निगल लिया है।
Exodus 15:13 अपनी करूणा से तू ने अपनी छुड़ाई हुई प्रजा की अगुवाई की है, अपने बल से तू उसे अपने पवित्र निवासस्थान को ले चला है।
Exodus 15:14 देश देश के लोग सुनकर कांप उठेंगे; पलिश्तियों के प्राण के लाले पड़ जाएंगे।
Exodus 15:15 एदोम के अधिपति व्याकुल होंगे; मोआब के पहलवान थरथरा उठेंगे; सब कनान निवासियों के मन पिघल जाएंगें।
Exodus 15:16 उन में डर और घबराहट समा जाएगा; तेरी बांह के प्रताप से वे पत्थर की नाईं अबोल होंगे, जब तक, हे यहोवा, तेरी प्रजा के लोग निकल न जाएं, जब तक तेरी प्रजा के लोग जिन को तू ने मोल लिया है पार न निकल जाएं।
Exodus 15:17 तू उन्हें पहुँचाकर अपने निज भाग वाले पहाड़ पर बसाएगा, यह वही स्थान है, हे यहोवा जिसे तू ने अपने निवास के लिये बनाया, और वही पवित्रस्थान है जिसे, हे प्रभु, तू ने आप स्थिर किया है।
Exodus 15:18 यहोवा सदा सर्वदा राज्य करता रहेगा।
Exodus 15:19 यह गीत गाने का कारण यह है, कि फिरौन के घोड़े रथों और सवारों समेत समुद्र के बीच में चले गए, और यहोवा उनके ऊपर समुद्र का जल लौटा ले आया; परन्तु इस्राएली समुद्र के बीच स्थल ही स्थल पर हो कर चले गए।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 25-27
  • यूहन्ना 9:1-23


रविवार, 30 अक्टूबर 2016

आवर्धन


   क्रिस्टोफर लॉक पुराने भोंपू, तुरही, फ्रेंचहॉर्न आदि खरीदता है और उन्हें फिर आईफोन्स और आईपैड्स के लिए ध्वनि आवर्धन कर देने वाले उपकरण बना देता है। उसकी ये रचनाएं सन 1800 के अन्त के समय में आए ध्वनि तथा संगीत बजाने वाले प्रथम फोनोग्राफ्स के भोंपू-समान स्पीकरों पर आधारित हैं। क्रिस्टोफर के इन एनालॉग टेलीफोनोग्राफ्स से निकल कर आना वाला संगीत गुणवन्ता में उन डिजिटल उपकरणों में लगे छोटे स्पीकर्स से अधिक "ऊँची आवाज़ वाला, स्पष्ट, बेहतर और गहराई लिए हुए" होता है। व्यर्थता से बचाए गए ये पीतल के उपकरण ना केवल कला के रुचिकर नमूने हो जाते हैं, वरन लोगों को पसन्द आने वाला उच्च गुणवन्ता का संगीत सुनने में इनके प्रयोग से अतिरिक्त बिजली का खर्च भी नहीं आता।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस के मसीही विश्वासियों जो बात लिखी वह आज हमें भी स्मरण दिलाती है कि मसीही विश्वास का जीवन जीते समय, और मसीह यीशु को औरों से बाँटते समय, हम अपने आप में कोई "मधुर संगीत" नहीं हैं, वरन क्रिस्टोफार के भोंपुओं के समान, केवल उस संगीत को सुनाने वाले उपकरण मात्र हैं। पौलुस ने लिखा, "क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं" (2 कुरिन्थियों 4:5)। हमारे मसीही विश्वास के जीवनों का उद्देश्य स्वयं को सन्देश बनाना नहीं वरन मसीही विश्वास के सन्देश को अपने जीवन और मुख से प्रसारित करना है: "परन्तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे" (2 कुरिन्थियों 4:7)। हम तो केवल उपकरण हैं, हम से निकलने और सुनाई देना वाला संगीत और सामर्थ तो प्रभु परमेश्वर से है।

   यदि एक पुराना भोंपू सुधारा जाकर संगीत को आवर्धित करके सुनने वालों के लिए आकर्षक बना सकता है, तो मसीह यीशु में लाए विश्वास द्वारा ठीक किए गए हमारे दोषपूर्ण जीवन परमेश्वर की भलाई और अनुग्रह को आवर्धित करके लोगों को आकर्षित करने वाले क्यों नहीं बन सकते है? - डेविड मैक्कैसलैंड


परमेश्वर के हाथों में कुछ भी, कोई भी अनुपयोगी अथवा व्यर्थ नहीं है।

परन्तु परमेश्वर ने जगत के मूर्खों को चुन लिया है, कि ज्ञान वालों को लज्ज़ित करे; और परमेश्वर ने जगत के निर्बलों को चुन लिया है, कि बलवानों को लज्ज़ित करे। और परमेश्वर ने जगत के नीचों और तुच्‍छों को, वरन जो हैं भी नहीं उन को भी चुन लिया, कि उन्हें जो हैं, व्यर्थ ठहराए। ताकि कोई प्राणी परमेश्वर के साम्हने घमण्‍ड न करने पाए। - 1 कुरिन्थियों 1:27-29

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 3:17-4:7
2 Corinthians 3:17 प्रभु तो आत्मा है: और जहां कहीं प्रभु का आत्मा है वहां स्‍वतंत्रता है। 
2 Corinthians 3:18 परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जिस प्रकार दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्‍वी रूप में अंश अंश कर के बदलते जाते हैं।
2 Corinthians 4:1 इसलिये जब हम पर ऐसी दया हुई, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम हियाव नहीं छोड़ते। 
2 Corinthians 4:2 परन्तु हम ने लज्ज़ा के गुप्‍त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, परन्तु सत्य को प्रगट कर के, परमेश्वर के साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं। 
2 Corinthians 4:3 परन्तु यदि हमारे सुसमाचार पर परदा पड़ा है, तो यह नाश होने वालों ही के लिये पड़ा है। 
2 Corinthians 4:4 और उन अविश्वासियों के लिये, जिन की बुद्धि को इस संसार के ईश्वर ने अन्‍धी कर दी है, ताकि मसीह जो परमेश्वर का प्रतिरूप है, उसके तेजोमय सुसमाचार का प्रकाश उन पर न चमके। 
2 Corinthians 4:5 क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं। 
2 Corinthians 4:6 इसलिये कि परमेश्वर ही है, जिसने कहा, कि अन्धकार में से ज्योति चमके; और वही हमारे हृदयों में चमका, कि परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति यीशु मसीह के चेहरे से प्रकाशमान हो।
2 Corinthians 4:7 परन्तु हमारे पास यह धन मिट्टी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 20-21
  • 2 तिमुथियुस 4


मंगलवार, 6 सितंबर 2016

गीत-संगीत


   मैंने अपने एक मित्र से उसकी माँ की हालत के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि बुढ़ापे ने उनकी स्मरण-शक्ति क्षीण कर दी है, और उन्हें कई लोगों के नाम और बीते समय की अनेकों घटनाएं अब याद नहीं रहती हैं। उसने आगे बताया कि, फिर भी, वे आज भी प्यानो पर बैठकर, बिना किसी छपी हुई हुए गीत-संगीत पुस्तक के, अनेकों भजन अपनी स्मरण-शक्ति से गा लेती हैं।

   प्राचीन दार्शनिकों, प्लेटो और अरस्तु ने संगीत के चँगाई देने वाले गुण के बारे में 2500 वर्ष पूर्व लिखा था। लेकिन उन से भी सदियों पहले, परमेश्वर के वचन बाइबल की पुस्तकों में गीत-संगीत की भरपूरी थी। बाइबल की प्रथम पुस्तक उत्पत्ति में यूबाल जो "...वीणा और बांसुरी आदि बाजों के बजाने की सारी रीति का उत्पादक हुआ" (उत्पत्ति 4:21) के उल्लेख से लेकर, बाइबल की अन्तिम पुस्तक प्रकाशितवाक्य तक जहाँ परमेश्वर के लोगों को दिखाया गया है कि, "और वे परमेश्वर के दास मूसा का गीत, और मेम्ने का गीत गा गाकर कहते थे, कि हे र्स्‍वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर, तेरे कार्य बड़े, और अद्भुत हैं, हे युग युग के राजा, तेरी चाल ठीक और सच्ची है" (प्रकाशितवाक्य 15:3), बाइबल के पन्ने गीत-संगीत की गूंज से भरे पड़े हैं। भजन संहिता बाइबल की गीत-संगीत की पुस्तक है जिसके भजन हमें परमेश्वर की विश्वासयोग्यता और प्रेम के बारे में बताते हैं; और इस पुस्तक का अन्त होता है इस आहावहन से: "जितने प्राणी हैं सब के सब याह की स्तुति करें! याह की स्तुति करो" (भजन 150:6)।

   आज हमें अपने हृदयों में परमेश्वर की इस गीत-संगीत की सेवकाई की आवश्यकता इतिहास के किसी भी काल में रही आवश्यकता से बढ़कर है। दिन में हमारी चाहे जो भी परिस्थिति रही हो, संध्या के समय हम यही गाते हुए पाए जाएं: "हे मेरे बल, मैं तेरा भजन गाऊँगा, क्योंकि हे परमेश्वर, तू मेरा ऊँचा गढ़, और मेरा करुणामय परमेश्वर है" (भजन 59:17)। - डेविड मैक्कैसलैंड


जब आप अपनी आशीषों को गिनने लगते हैं, 
तो परमेश्वर कि स्तुति और आराधना स्वतः ही निकलने लगती है।

आओ हम यहोवा के लिये ऊंचे स्वर से गाएं, अपने उद्धार की चट्टान का जयजयकार करें! - भजन 95:1

बाइबल पाठ: भजन 150
Psalms 150:1 याह की स्तुति करो! ईश्वर के पवित्रस्थान में उसकी स्तुति करो; उसकी सामर्थ्य से भरे हुए आकाशमण्डल में उसी की स्तुति करो! 
Psalms 150:2 उसके पराक्रम के कामों के कारण उसकी स्तुति करो; उसकी अत्यन्त बड़ाई के अनुसार उसकी स्तुति करो! 
Psalms 150:3 नरसिंगा फूंकते हुए उसकी स्तुति करो; सारंगी और वीणा बजाते हुए उसकी स्तुति करो! 
Psalms 150:4 डफ बजाते और नाचते हुए उसकी स्तुति करो; तार वाले बाजे और बांसुली बजाते हुए उसकी स्तुति करो! 
Psalms 150:5 ऊंचे शब्द वाली झांझ बजाते हुए उसकी स्तुति करो; आनन्द के महाशब्द वाली झांझ बजाते हुए उसकी स्तुति करो! 
Psalms 150:6 जितने प्राणी हैं सब के सब याह की स्तुति करें! याह की स्तुति करो!

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 148-150
  • 1 कुरिन्थियों 15:29-58