ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शुक्रवार, 21 सितंबर 2018

परीक्षाएं



      आग पेड़ों की सबसे बड़ी दुश्मन हो सकती है; परन्तु वह सहायक भी हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि छोटी, और बार-बार लगने वाली आग, जिसे वे “ठंडी आग” कहते हैं, जंगल की भूमि से सूखे पत्तों और टहनियों को साफ़ कर देती है, परन्तु पेड़ों को हानि नहीं पहुंचाती है। उस आग के पीछे छूटी हुई राख बीजों के उगने के लिए बहुत अच्छी होती है। यह आश्चर्यजनक किन्तु सत्य है कि ऐसी छोटी आग पेड़ों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में हम मसीही विश्वासियों पर आने वाली परीक्षाओं को “आग” के समान दिखाया गया है, और वे भी हमारे आत्मिक स्वास्थ्य और बढ़ोतरी के लिए आवश्यक हैं (1 पतरस 1:7; 4:12)। याकूब ने लिखा, “हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो तो इसको पूरे आनन्द की बात समझो, यह जान कर, कि तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है। पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ और तुम में किसी बात की घटी न रहे” (याकूब 1:2-4)।

      परीक्षाओं के समयों में ही परमेश्वर के उद्देश्य अधिकाँशतः पहचाने जाते हैं, क्योंकि तब ही स्थिति हमारी आत्मिक बढ़ोतरी के लिए सबसे अनुकूल होती है। यह बढ़ोतरी न केवल हमें जीवन जीने के लिए तैयार करती है, वरन हमें प्रभु यीशु को सँसार के सामने, जिसे उनकी बहुत आवश्यकता है, अधिक भली-भांति प्रतिबिंबित करने में सक्षम करती है।

      हमारे परमेश्वर पिता के हाथों में, हमारी परीक्षाएं परमेश्वर के उद्देश्यों की पूर्ति, हमारी भलाई और उसके आदर के लिए, करती हैं। ये परीक्षाएं हमें हमारे उद्धारकर्ता प्रभु की समानता में ढलने में सहायता करती हैं।


विश्वास परमेश्वर को अन्धकार और उजियाले, दोनों में देखता है।

क्योंकि हमारा पल भर का हल्का सा क्‍लेश हमारे लिये बहुत ही महत्‍वपूर्ण और अनन्त महिमा उत्पन्न करता जाता है। - 2 कुरिन्थियों 4:17

बाइबल पाठ: याकूब 1:2-12
James 1:2 हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो
James 1:3 तो इसको पूरे आनन्द की बात समझो, यह जान कर, कि तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है।
James 1:4 पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ और तुम में किसी बात की घटी न रहे।
James 1:5 पर यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है; और उसको दी जाएगी।
James 1:6 पर विश्वास से मांगे, और कुछ सन्‍देह न करे; क्योंकि सन्‍देह करने वाला समुद्र की लहर के समान है जो हवा से बहती और उछलती है।
James 1:7 ऐसा मनुष्य यह न समझे, कि मुझे प्रभु से कुछ मिलेगा।
James 1:8 वह व्यक्ति दुचित्ता है, और अपनी सारी बातों में चंचल है।
James 1:9 दीन भाई अपने ऊंचे पद पर घमण्‍ड करे।
James 1:10 और धनवान अपनी नीच दशा पर: क्योंकि वह घास के फूल के समान जाता रहेगा।
James 1:11 क्योंकि सूर्य उदय होते ही कड़ी धूप पड़ती है और घास को सुखा देती है, और उसका फूल झड़ जाता है, और उस की शोभा जाती रहती है; उसी प्रकार धनवान भी अपने मार्ग पर चलते चलते धूल में मिल जाएगा।
James 1:12 धन्य है वह मनुष्य, जो परीक्षा में स्थिर रहता है; क्योंकि वह खरा निकल कर जीवन का वह मुकुट पाएगा, जिस की प्रतिज्ञा प्रभु ने अपने प्रेम करने वालों को दी है।


एक साल में बाइबल: 
  • सभोपदेशक 7-9
  • 2 कुरिन्थियों 13