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शनिवार, 28 जनवरी 2012

संपर्क

   आज की जीवन शैली का एक मुख्य भाग ’संपर्क में रहना’ हो गया है। ऐसे अनेक लोग हैं जो अपने साथ सदा अपना मोबाइल फोन, लैप्टॉप, आईपौड या अन्य कोई ऐसा उपकरण रखते हैं जिसके द्वारा वे कभी भी कहीं भी दूसरों से संपर्क में रह सकें। अब चौबीसों घंटे उपलब्ध रहना जीवन का उसूल बन गया है। कुछ मनोवैज्ञानिक इस लगातार संपर्क की लालसा को एक व्यसन के रूप में देखते हैं। लेकिन साथ ही ऐसे लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है जो संपर्क में रहने के इन उपकरणों के अपने प्रयोग को सीमित रखने के प्रयत्न में लगे हैं। वे जीवन में प्रौद्यौगिकी के बढ़ते दख़ल को बढ़ावा देने के बजाए, अपने जीवन में जानकारी और प्रौद्यौगिकी के प्रवाह को सीमित करके, अपना समय शांत रहने में व्यतीत करना चाहते हैं जिससे वे अपने मन-मस्तिष्क को आराम दे सकें।

   एक और भी संपर्क है आज जिसकी अवहेलना होती जा रही है, किंतु जिसका महत्व और जिसकी उपयोगिता संसार के आपसी संपर्क से कहीं अधिक बढ़कर है - परमेश्वर के साथ हमारा नित्यप्रायः संपर्क। मसीही विश्वासी इस बात को पहचानते हैं कि प्रतिदिन परमेश्वर के वचन बाइबल का अध्ययन और परमेश्वर के साथ प्रार्थना में बिताया गया समय न केवल उनके विश्वास के जीवन वरन प्रतिदिन के जीवन में भी में आगे बढ़ने के लिए कितना महत्व रखता है। उनका यह "शांत समय" संसार से ध्यान हटा कर परमेश्वर के साथ संपर्क साधने का समय होता है, जहां वे अपनी दिनचर्या और अपनी गतिविधियों के लिए परमेश्वर से सामर्थ और क्षमता पाते हैं। भजन २३ के दूसरे पद में भजनकार परमेश्वर द्वारा ’हरी चराईयों’ और ’सुखदायी जल के सोतों’ पर ले जाए जाने की बात करता है; यह किसी सुन्दर प्राकृतिक स्थान में ले जाए जाने की बात नहीं है। यह परमेश्वर से बने संपर्क द्वारा हमारे मन को शांत और बहाल किए जाने के स्रोतों पर जाने तथा परमेश्वर के मार्गों में चलने के बारे में है।

   हम में से प्रत्येक परमेश्वर के साथ समय बिता सकता है, लेकिन क्या हम में से प्रत्येक ऐसा करता है या करना भी चाहता है? अपनी पुस्तक "7 Minutes With God" में रौबर्ट फौस्टर इस संपर्क की साधना को आरंभ करने के लिए एक विधि सुझाते हैं: मार्गदर्शन के लिए एक छोटी सी प्रार्थना के साथ आरंभ करें, फिर कुछ मिनिट बाइबल पढ़ने और पढ़े गए पर मनन में बिताएं, और फिर कुछ समय प्रार्थना में बिताएं जिसमें परमेश्वर की आराधना, पापों का अंगीकार, परमेश्वर को धन्यवाद और दूसरों की आवश्यक्ताओं के लिए विनती सम्मिलित हो।

   परमेश्वर के साथ अपने संपर्क को जोड़िए; संसार के साथ के किसी भी संपर्क से यह कहीं अधिक अनिवार्य और अति लाभप्रद है। - डेविड मैककैसलैंड


परमेश्वर के साथ बिताया गया समय, समय का सदुपयोग है।

वह मुझे हरी हरी चराइयों में बैठाता है; वह मुझे सुखदाई जल के झरने के पास ले चलता है; - भजन २३:२

बाइबल पाठ: भजन २३
Psa 23:1  यहोवा मेरा चरवाहा है, मुझे कुछ घटी न होगी।
Psa 23:2  वह मुझे हरी हरी चराइयों में बैठाता है; वह मुझे सुखदाई जल के झरने के पास ले चलता है;
Psa 23:3  वह मेरे जी में जी ले आता है। धर्म के मार्गो में वह अपने नाम के निमित्त अगुवाई करता है।
Psa 23:4  चाहे मैं घोर अन्धकार से भरी हुई तराई में होकर चलूं, तौभी हानि से न डरूंगा, क्योंकि तू मेरे साथ रहता है; तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है।
Psa 23:5  तू मेरे सताने वालों के साम्हने मेरे लिये मेज बिछाता है; तू ने मेरे सिर पर तेल मला है, मेरा कटोरा उमण्ड रहा है।
Psa 23:6  निश्चय भलाई और करूणा जीवन भर मेरे साथ साथ बनी रहेंगी; और मैं यहोवा के धाम में सर्वदा वास करूंगा।
 
एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन १९-२० 
  • मत्ती १८:२१-३५

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