क्रिसमस के समय को उपहार देने का समय भी कहा जाता है। हम मित्रों तथा परिवारजनों के लिए ऐसे उपहार लेने के प्रयास करते हैं जो उन्हें पसन्द आएं, लेकिन सभी उपहार एक समान नहीं होते। कुछ उपहार एक हल्के से संकेत के साथ दिए जाते हैं, जैसे कि व्यायाम करवाने वाली मशीन या वज़न घटाने के तरीकों की पुस्तक; कुछ उपहार ऐसे होते हैं जिन्हें देने वाला स्वयं अपने लिए चाहता है। लेकिन सबसे उत्तम उपहार उनसे आते हैं जो हम से प्रेम करते हैं और जानते हैं कि हमें वास्तव में किस चीज़ की आवश्यकता है।
पिछले क्रिसमस पर हमारे पास्टर जिम सामरा ने हमें प्रेरित किया कि हम क्रिसमस को एक अलग नज़रिए से देखें। हम यह जानते हैं कि प्रभु यीशु हमारे लिए परमेश्वर की ओर से सिद्ध उपहार हैं (रोमियों 6:23), लेकिन पास्टर जिम ने एक अन्य विचार इसके साथ जोड़ा। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु के स्वर्ग से पृथ्वी पर आने को प्रभु यीशु द्वारा परमेश्वर पिता को दिए जाने वाले उपहार के रूप में भी देखा जा सकता है। प्रभु यीशु परमेश्वर पिता से बहुत प्रेम रखते हैं और जानते हैं कि परमेश्वर पिता की हार्दिक इच्छा क्या है - यही कि उनकी सृष्टि पाप के दोष से मुक्त होकर पुनः उनके साथ संगति और सहभागिता में आ जाए। अपने पृथ्वी पर आने के द्वारा प्रभु यीशु ने यह संभव कर दिया कि हम परमेश्वर के सम्मुख पवित्र और निर्दोष होकर एक उपहार के रूप में प्रस्तुत किए जाएं (कुलुस्सियों 1:22)।
अपने आप को परमेश्वर को भावता हुआ और परमेश्वर का प्रीय उपहार के रूप में देखने से हम में यह ज़िम्मेदारी की भावना भी आती है कि हम हमारे लिए चुकाई गई कीमत के अनुरूप भी बने रहें - "ताकि तुम्हारा चाल-चलन प्रभु के योग्य हो, और वह सब प्रकार से प्रसन्न हो, और तुम में हर प्रकार के भले कामों का फल लगे, और परमेश्वर की पहिचान में बढ़ते जाओ" (कुलुस्सियों 1:10)। - जूली ऐकरमैन लिंक
समस्त संसार को परमेश्वर के सर्वोत्त्म उपहार, प्रभु यीशु के प्रति हमारी उच्चत्तम कृतज्ञता बनी रहे।
क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है, परन्तु परमेश्वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है। - रोमियों 6:23
बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 1:19-27
Colossians 1:19 क्योंकि पिता की प्रसन्नता इसी में है कि उस में सारी परिपूर्णता वास करे।
Colossians 1:20 और उसके क्रूस पर बहे हुए लोहू के द्वारा मेल मिलाप कर के, सब वस्तुओं का उसी के द्वारा से अपने साथ मेल कर ले चाहे वे पृथ्वी पर की हों, चाहे स्वर्ग में की।
Colossians 1:21 और उसने अब उसकी शारीरिक देह में मृत्यु के द्वारा तुम्हारा भी मेल कर लिया जो पहिले निकाले हुए थे और बुरे कामों के कारण मन से बैरी थे।
Colossians 1:22 ताकि तुम्हें अपने सम्मुख पवित्र और निष्कलंक, और निर्दोष बनाकर उपस्थित करे।
Colossians 1:23 यदि तुम विश्वास की नेव पर दृढ़ बने रहो, और उस सुसमाचार की आशा को जिसे तुम ने सुना है न छोड़ो, जिस का प्रचार आकाश के नीचे की सारी सृष्टि में किया गया; और जिस का मैं पौलुस सेवक बना।
Colossians 1:24 अब मैं उन दुखों के कारण आनन्द करता हूं, जो तुम्हारे लिये उठाता हूं, और मसीह के क्लेशों की घटी उस की देह के लिये, अर्थात कलीसिया के लिये, अपने शरीर में पूरी किए देता हूं।
Colossians 1:25 जिस का मैं परमेश्वर के उस प्रबन्ध के अनुसार सेवक बना, जो तुम्हारे लिये मुझे सौंपा गया, ताकि मैं परमेश्वर के वचन को पूरा पूरा प्रचार करूं।
Colossians 1:26 अर्थात उस भेद को जो समयों और पीढिय़ों से गुप्त रहा, परन्तु अब उसके उन पवित्र लोगों पर प्रगट हुआ है।
Colossians 1:27 जिन पर परमेश्वर ने प्रगट करना चाहा, कि उन्हें ज्ञात हो कि अन्यजातियों में उस भेद की महिमा का मूल्य क्या है और वह यह है, कि मसीह जो महिमा की आशा है तुम में रहता है।
एक साल में बाइबल:
- 1 पतरस 1-2
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें