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रविवार, 25 जुलाई 2021

विश्वास

 

          बौबी की अकस्मात मृत्यु ने मुझे जीवन के क्षणिक होने और मृत्यु के कटु सत्य के सामने लाकर खड़ा कर दिया। वह मेरे बचपन की सहेली थी, और अभी केवल चौबीस वर्ष की ही थी, जब एक सड़क-दुर्घटना में उसका देहांत हो गया। वह एक बिखरे हुए परिवार में पली-बड़ी हुई थी, और अभी हाल ही में वह कुछ संभली थी, उसने आगे बढ़ना आरंभ किया था। उसने हाल ही में अपना जीवन प्रभु यीशु मसीह को सौंपा था; उसके जीवन का अन्त इतनी शीघ्रता से कैसे हो सकता था?

          कभी-कभी जीवन बहुत छोटा और दुखों से भरा हुआ प्रतीत होता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार दाऊद ने भजन 39 में अपने दुखों के लिए विलाप करते हुए कहा: “हे यहोवा ऐसा कर कि मेरा अन्त मुझे मालूम हो जाए, और यह भी कि मेरी आयु के दिन कितने हैं; जिस से मैं जान लूं कि कैसा अनित्य हूं!  देख, तू ने मेरे आयु बालिश्त भर की रखी है, और मेरी अवस्था तेरी दृष्टि में कुछ है ही नहीं। सचमुच सब मनुष्य कैसे ही स्थिर क्यों न हों तौभी व्यर्थ ठहरे हैं” (पद 4-5)। जीवन अल्पकालीन है। हम चाहे एक सदी जितना भी जी लें, किन्तु समस्त समय में हमारा जीवन फिर भी एक बूंद के समान ही होगा।

          किन्तु फिर भी हम दाऊद के साथ प्रभु परमेश्वर से यह कह सकते हैं कि,मेरी आशा तो तेरी ओर लगी है” (पद 7)। हम मसीही विश्वासी यह विश्वास रख सकते हैं कि हमारे जीवनों का एक अर्थ है, महत्व है। चाहे हमारे शरीर क्षीण होते चले जाते हैं, किन्तु हम मसीही विश्वासियों को यह आश्वासन है कि हमारा “भीतरी मनुष्यत्व दिन प्रति दिन नया होता जाता है”, और एक दिन हम अपने प्रभु परमेश्वर के साथ अनन्त जीवन का आनन्द लेंगे (2 कुरिन्थियों 4:16-5:1)। हम यह जानते हैं क्योंकि परमेश्वर ने हमें बयाने में अपना आत्मा दिया है, जो आने वाली बातों का निश्चय है, और हमें उनका विश्वास दिलाता है (2 कुरिन्थियों 5:5 )। - एलीसन कीड़ा

 

हे प्रभु हम अपना ध्यान उस अनन्त की ओर लगाएँ जो हम आपके साथ बिताएँगे।


और जिसने हमें इसी बात के लिये तैयार किया है वह परमेश्वर है, जिसने हमें बयाने में आत्मा भी दिया है। - 2 कुरिन्थियों 5:5

बाइबल पाठ: भजन 39:1-13

भजन संहिता 39:1 मैं ने कहा, मैं अपनी चाल चलन में चौकसी करूंगा, ताकि मेरी जीभ से पाप न हो; जब तक दुष्ट मेरे सामने है, तब तक मैं लगाम लगाए अपना मुंह बन्द किए रहूंगा।

भजन संहिता 39:2 मैं मौन धारण कर गूंगा बन गया, और भलाई की ओर से भी चुप्पी साधे रहा; और मेरी पीड़ा बढ़ गई,

भजन संहिता 39:3 मेरा हृदय अन्दर ही अन्दर जल रहा था। सोचते सोचते आग भड़क उठी; तब मैं अपनी जीभ से बोल उठा;

भजन संहिता 39:4 हे यहोवा ऐसा कर कि मेरा अन्त मुझे मालूम हो जाए, और यह भी कि मेरी आयु के दिन कितने हैं; जिस से मैं जान लूं कि कैसा अनित्य हूं!

भजन संहिता 39:5 देख, तू ने मेरे आयु बालिश्त भर की रखी है, और मेरी अवस्था तेरी दृष्टि में कुछ है ही नहीं। सचमुच सब मनुष्य कैसे ही स्थिर क्यों न हों तौभी व्यर्थ ठहरे हैं।

भजन संहिता 39:6 सचमुच मनुष्य छाया सा चलता फिरता है; सचमुच वे व्यर्थ घबराते हैं; वह धन का संचय तो करता है परन्तु नहीं जानता कि उसे कौन लेगा!

भजन संहिता 39:7 और अब हे प्रभु, मैं किस बात की बाट जोहूं? मेरी आशा तो तेरी ओर लगी है।

भजन संहिता 39:8 मुझे मेरे सब अपराधों के बन्धन से छुड़ा ले। मूढ़ मेरी निन्दा न करने पाए।

भजन संहिता 39:9 मैं गूंगा बन गया और मुंह न खोला; क्योंकि यह काम तू ही ने किया है।

भजन संहिता 39:10 तू ने जो विपत्ति मुझ पर डाली है उसे मुझ से दूर कर दे, क्योंकि मैं तो तरे हाथ की मार से भस्म हुआ जाता हूं।

भजन संहिता 39:11 जब तू मनुष्य को अधर्म के कारण डाँट डपटकर ताड़ना देता है; तब तू उसकी सुन्दरता को पतंगे के समान नाश करता है; सचमुच सब मनुष्य व्यर्थ अभिमान करते हैं।

भजन संहिता 39:12 हे यहोवा, मेरी प्रार्थना सुन, और मेरी दोहाई पर कान लगा; मेरा रोना सुनकर शांत न रह! क्योंकि मैं तेरे संग एक परदेशी यात्री के समान रहता हूं, और अपने सब पुरखाओं के समान परदेशी हूं।

भजन संहिता 39:13 आह! इस से पहिले कि मैं यहां से चला जाऊं और न रह जाऊं, मुझे बचा ले जिस से मैं प्रदीप्त जीवन प्राप्त करूं!

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 37-39
  • प्रेरितों 26

शनिवार, 24 जुलाई 2021

घमण्ड

 

          वास्तविक होने का क्या अर्थ होता है? छोटे बच्चों की पुस्तक The Velveteen Rabbit में इसी बड़े प्रश्न का उत्तर दिया गया है। यह पुस्तक एक कहानी है बच्चों की नर्सरी (शिशु सदन) के खिलौनों की, जिनमें से एक वेलवेटीन खरगोश जो वास्तविक बन गया, एक बच्चे के द्वारा उसे प्यार किए जाने की अनुमति देने के द्वारा। उन खिलौनों में से एक अन्य है पुराना और बुद्धिमान स्किन घोड़ा। उस घोड़े ने बहुत से मशीनी खिलौनों को आते, अपने बारे में घमण्ड करते, इठलाते, और कुछ समय के बाद टूटने या खराब हो जाने के कारण बेकार और अनुपयोगी हो जाते हुए देखा था। आरंभ में तो वे मशीनी खिलौने बड़े प्रभावी दिखाई देते थे, किन्तु उनका घमण्ड करना, अन्ततः व्यर्थ रहत था, विशेषकर उन्हें प्रेम से सहलाने के भाव में।

          घमण्ड करने का आरंभ तो बल प्रदर्शन के साथ होता है; किन्तु अन्त में आकर, यह सदा ही धूमिल होकर मिट जाता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में यिर्मयाह नबी ने तीन ऐसे क्षेत्र बताए जिनमें यह प्रकट होता है: “बुद्धिमत्ता ... वीरता ... धन” (यिर्मयाह 9:23)। वह वृद्ध बुद्धिमान नबी, अपने काफी वर्षों के अनुभव से इनके बारे में कुछ बातें तो अवश्य ही जानता था। उसने इस प्रकार से घमण्ड करने का सामना परमेश्वर के वचन से किया: “परन्तु जो घमण्ड करे वह इसी बात पर घमण्ड करे, कि वह मुझे जानता और समझता हे, कि मैं ही वह यहोवा हूँ, जो पृथ्वी पर करुणा, न्याय और धर्म के काम करता है; क्योंकि मैं इन्हीं बातों से प्रसन्न रहता हूँ” (पद 24)।

          हम मसीही विश्वासी जो कि परमेश्वर की संतान हैं, अपने विषय नहीं वरन अपने परमेश्वर पिता के बारे में घमण्ड करें, उसी का व्याख्यान करें। हमारे प्रति उसके महान प्रेम के प्रकटीकरण की खुलती जाती कहानी में, यह अद्भुत है कि मैं और आप उसके प्रेम के कारण उसकी समानता में बदलते चले जा रहे हैं, और एक दिन उसके समान हो जाएँगे। - जॉन ब्लेज़

 

हे पिता परमेश्वर, मैं केवल आप में और आपके महान चिर-स्थाई प्रेम में ही घमण्ड करूं।


क्योंकि जिन्हें उसने पहिले से जान लिया है उन्हें पहिले से ठहराया भी है कि उसके पुत्र के स्वरूप में हों ताकि वह बहुत भाइयों में पहलौठा ठहरे। - रोमियों 8:29

बाइबल पाठ: यिर्मयाह 9:23-29

यिर्मयाह 9:23 यहोवा यों कहता है, बुद्धिमान अपनी बुद्धि पर घमण्ड न करे, न वीर अपनी वीरता पर, न धनी अपने धन पर घमण्ड करे;

यिर्मयाह 9:24 परन्तु जो घमण्ड करे वह इसी बात पर घमण्ड करे, कि वह मुझे जानता और समझता हे, कि मैं ही वह यहोवा हूँ, जो पृथ्वी पर करुणा, न्याय और धर्म के काम करता है; क्योंकि मैं इन्हीं बातों से प्रसन्न रहता हूँ।

यिर्मयाह 9:25 देखो, यहोवा की यह वाणी है कि ऐसे दिन आने वाले हैं कि जिनका खतना हुआ हो, उन को खतनारहितों के समान दण्ड दूंगा,

यिर्मयाह 9:26 अर्थात मिस्रियों, यहूदियों, एदोमियों, अम्मोनियों, मोआबियों को, और उन रेगिस्तान के निवासियों के समान जो अपने गाल के बालों को मुंड़ा डालते हैं; क्योंकि ये सब जातियाँ तो खतनारहित हैं, और इस्राएल का सारा घराना भी मन में खतनारहित है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 35-36
  • प्रेरितों 25

शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

दृष्टि

 

          बचपन में, मैं भी किसी भी अन्य बच्चे के समान ही शरारती थी, और अपनी शरारतों और बुराइयों को छिपाने के प्रयास करती थी, जिससे उनके लिए मुझे कोई दण्ड न मिले। लेकिन फिर भी अकसर मेरी माँ को तुरंत ही पता चल जाता था। मुझे अचंभा होता था कि वह कैसे मेरी शैतानियों के बारे में सब कुछ जान लेती थी। मैं जब भी अचंभित होकर उससे इसके बारे में पूछती, तो माँ का एक ही उत्तर होता था, “मेरे सिर के पीछे भी आँखें है।”  इस कारण जब भी उसकी पीठ मेरी ओर होती थी तो मैं बड़े ध्यान से उसके सिर को देखती रहती थी, कि उसकी उन आँखों को देखने पाऊँ – क्या वे आँखें अदृश्य थीं या उसके बालों से ढकी रहती थीं? बड़ी होते हुए, मैंने उसकी उन अतिरिक्त आँखों के प्रमाण को ढूँढना बन्द कर दिया, क्योंकि मुझे एहसास हो गया था कि मैं उतनी चतुर थी नहीं जितना मैं अपने आप को समझती थी। माँ की ध्यान से हम बच्चों पर लगी रहने वाली दृष्टि, हमारे प्रति उसके प्रेम और देखभाल का प्रमाण थी।

          मैं अपनी माँ की उस सतर्क दृष्टि और देखभाल के लिए बहुत कृतज्ञ हूँ (चाहे कभी-कभी मुझे लगता था कि मेरी शैतानी उसकी दृष्टि में नहीं आनी चाहिए थी), किन्तु उससे भी अधिक कृतज्ञ मैं इस बात के लिए हूँ कि परमेश्वर स्वर्ग पर से भी “सब मनुष्यों को निहारता है” (भजन 33:13)। वह केवल वह सब ही नहीं देखता है जो हम करते रहते हैं; वो हमारे दुखों, हमारी प्रसन्नता, और एक-दूसरे के प्रति हमारे प्रेम तथा व्यवहार आदि को भी देखता रहता है।

          परमेश्वर हमारे वास्तविक चरित्र को देखता है और उसे हमेशा पता होता है कि हमें किस बात की आवश्यकता है। अपनी सिद्ध दृष्टि से वह हमारे हृदयों की भीतरी दशा को भी देखता है, और जो उससे प्रेम करते हैं और उसमें अपनी आशा बनाए रखते हैं, उन पर अपनी सुरक्षा की दृष्टि बनाए रहता है। वह हम से प्रेम करने और हमारी देखभाल करने वाला पिता है, जिसकी दृष्टि से हम कभी ओझल नहीं होते हैं। - किर्स्टन होल्मबर्ग

 

परमेश्वर सारे संसार पर, विशेषकर अपने बच्चों पर, अपनी दृष्टि को बनाए रखता है।


 और हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा। - 1 इतिहास 28:9

बाइबल पाठ: भजन 33:6-19

भजन संहिता 33:6 आकाशमण्डल यहोवा के वचन से, और उसके सारे गण उसके मुंह ही श्वास से बने।

भजन संहिता 33:7 वह समुद्र का जल ढेर के समान इकट्ठा करता; वह गहिरे सागर को अपने भण्डार में रखता है।

भजन संहिता 33:8 सारी पृथ्वी के लोग यहोवा से डरें, जगत के सब निवासी उसका भय मानें!

भजन संहिता 33:9 क्योंकि जब उसने कहा, तब हो गया; जब उसने आज्ञा दी, तब वास्तव में वैसा ही हो गया।

भजन संहिता 33:10 यहोवा अन्य अन्य जातियों की युक्ति को व्यर्थ कर देता है; वह देश देश के लोगों की कल्पनाओं को निष्फल करता है।

भजन संहिता 33:11 यहोवा की युक्ति सर्वदा स्थिर रहेगी, उसके मन की कल्पनाएं पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहेंगी।

भजन संहिता 33:12 क्या ही धन्य है वह जाति जिसका परमेश्वर यहोवा है, और वह समाज जिसे उसने अपना निज भाग होने के लिये चुन लिया हो!

भजन संहिता 33:13 यहोवा स्वर्ग से दृष्टि करता है, वह सब मनुष्यों को निहारता है;

भजन संहिता 33:14 अपने निवास के स्थान से वह पृथ्वी के सब रहने वालों को देखता है,

भजन संहिता 33:15 वही जो उन सभों के हृदयों को गढ़ता, और उनके सब कामों का विचार करता है।

भजन संहिता 33:16 कोई ऐसा राजा नहीं, जो सेना की बहुतायत के कारण बच सके; वीर अपनी बड़ी शक्ति के कारण छूट नहीं जाता।

भजन संहिता 33:17 बच निकलने के लिये घोड़ा व्यर्थ है, वह अपने बड़े बल के द्वारा किसी को नहीं बचा सकता है।

भजन संहिता 33:18 देखो, यहोवा की दृष्टि उसके डरवैयों पर और उन पर जो उसकी करुणा की आशा रखते हैं बनी रहती है,

भजन संहिता 33:19 कि वह उनके प्राण को मृत्यु से बचाए, और अकाल के समय उन को जीवित रखे।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 31-32
  • प्रेरितों 23:16-35

गुरुवार, 22 जुलाई 2021

योजना

 

          1948 में, उस दिन प्रातः जब उसके दरवाज़े की घंटी बजी, तब हरालान पोपोव को अंदाजा भी नहीं था कि उसके साथ क्या होने वाला है। बिना किसी चेतावनी के, बुलगारिया की पुलिस हरालान को पकड़ कर ले गई और उसे उसके मसीही विश्वास के कारण जेल में डाल दिया गया। उसने जीवन के अगले तेरह वर्ष जेल में बिताए, और वह शक्ति तथा साहस के लिए प्रार्थना करता रहा। यद्यपि उसे बहुत कठोर व्यवहार का सामना करना पड़ा, परन्तु वह जानता था कि परमेश्वर उसके साथ है, और वह अपने साथी बन्दियों के साथ सुसमाचार बाँटता रहा – और बहुतों ने प्रभु यीशु में विश्वास किया।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में उत्पत्ति 37 के वृतांत में, यूसुफ को भी कोई अंदाजा नहीं था  कि उसके साथ क्या होने जा रहा है। उससे ईर्ष्या रखने वाले उसके भाइयों ने उसे निर्दयता से व्यापारियों को बेच दिया, जो उसे मिस्र ले गए और वहाँ उसे एक मिस्री अधिकारी पोतीपर के हाथों बेच दिया। यूसुफ ऐसे लोगों के मध्य में था जो हज़ारों देवताओं को मानते थे। उसके स्थिति और बदतर बन गई, क्योंकि पोतीपर की पत्नी ने उसपर कुदृष्टि डाली और उसके साथ व्यभिचार के संबंध बनाने चाहे। जब यूसुफ बार बार उसे मना करता रहा, तो एक दिन खिसिया कर उसने यूसुफ पर उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और उसे बंदीगृह में डाल दिया गया (39:16-20)। लेकिन वहाँ पर भी परमेश्वर ने उसे छोड़ नहीं दिया; वरन,जो काम वह करता है उसको यहोवा उसके हाथ से सफल कर देता” और “और बन्‍दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई” (39:3, 21)।

          आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि यूसुफ कितना भयभीत हुआ होगा। लेकिन वह विश्वासयोग्य बना रहा और अपनी ईमानदारी से कभी पीछे नहीं हटा। इस कठिन यात्रा में परमेश्वर यूसुफ के साथ था; यूसुफ के लिए परमेश्वर की एक योजना थी; और उस योजना के अंतर्गत वह मिस्र का प्रधानमंत्री, तथा मिस्र के लोगों और अपने संपूर्ण परिवार को अकाल से बचाने वाला बना।

          मेरे और आपके जीवनों के लिए भी परमेश्वर की योजना है। विश्वास और ईमानदारी के साथ परमेश्वर के साथ बने रहिए, उसके मार्गों पर चलते रहिए। परमेश्वर सब देखता है, सब जानता है, और अपनी योजना के अनुसार आपको आशीषित भी करेगा। - एस्तोरा पिरोसका एस्कोबार

 

हर परिस्थिति में हमारे साथ बने रहने और हमारा भला करने के लिए प्रभु आपका धन्यवाद।


इसलिये परमेश्वर के बलवन्‍त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है। - 1 पतरस 5:6-7

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 39:6-12, 20-23

उत्पत्ति 39:6 सो उसने अपना सब कुछ यूसुफ के हाथ में यहां तक छोड़ दिया: कि अपने खाने की रोटी को छोड़, वह अपनी सम्पत्ति का हाल कुछ न जानता था। और यूसुफ सुन्दर और रूपवान था।

उत्पत्ति 39:7 इन बातों के पश्चात ऐसा हुआ, कि उसके स्वामी की पत्नी ने यूसुफ की ओर आंख लगाई; और कहा, मेरे साथ सो।

उत्पत्ति 39:8 पर उसने अस्वीकार करते हुए अपने स्वामी की पत्नी से कहा, सुन, जो कुछ इस घर में है मेरे हाथ में है; उसे मेरा स्वामी कुछ नहीं जानता, और उसने अपना सब कुछ मेरे हाथ में सौंप दिया है।

उत्पत्ति 39:9 इस घर में मुझ से बड़ा कोई नहीं; और उसने तुझे छोड़, जो उसकी पत्नी है; मुझ से कुछ नहीं रख छोड़ा; सो भला, मैं ऐसी बड़ी दुष्टता कर के परमेश्वर का अपराधी क्योंकर बनूं?

उत्पत्ति 39:10 और ऐसा हुआ, कि वह प्रति दिन यूसुफ से बातें करती रही, पर उसने उसकी न मानी, कि उसके पास लेटे और उसके संग रहे।

उत्पत्ति 39:11 एक दिन क्या हुआ, कि यूसुफ अपना काम काज करने के लिये घर में गया, और घर के सेवकों में से कोई भी घर के अन्दर न था।

उत्पत्ति 39:12 तब उस स्त्री ने उसका वस्त्र पकड़कर कहा, मेरे साथ सो, पर वह अपना वस्त्र उसके हाथ में छोड़कर भागा, और बाहर निकल गया।

उत्पत्ति 39:20 और यूसुफ के स्वामी ने उसको पकड़कर बन्‍दीगृह में, जहां राजा के कैदी बन्द थे, डलवा दिया: सो वह उस बन्‍दीगृह में रहने लगा।

उत्पत्ति 39:21 पर यहोवा यूसुफ के संग संग रहा, और उस पर करुणा की, और बन्‍दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई।

उत्पत्ति 39:22 सो बन्‍दीगृह के दरोगा ने उन सब बन्धुओं को, जो कारागार में थे, यूसुफ के हाथ में सौंप दिया; और जो जो काम वे वहां करते थे, वह उसी की आज्ञा से होता था।

उत्पत्ति 39:23 बन्‍दीगृह के दरोगा के वश में जो कुछ था; क्योंकि उस में से उसको कोई भी वस्तु देखनी न पड़ती थी; इसलिये कि यहोवा यूसुफ के साथ था; और जो कुछ वह करता था, यहोवा उसको उस में सफलता देता था।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 31-32
  • प्रेरितों 23:16-35

बुधवार, 21 जुलाई 2021

विलंब

 

          मेरी सास को दिल का दौरा पड़ा, और उस चिंताजनक समय में वह सौभाग्यशाली रही कि उसे तुरंत ही सही चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध हो गई। बाद में मुझे डॉक्टर ने बताया कि यदि दिल का दौरा पड़ने के पंद्रह मिनिट के अन्दर सही उपचार आरंभ हो जाता है तो बचने का दर 33% होता है, किन्तु इससे अधिक विलम्ब हो जाए तो केवल 5% लोग ही बच पाते हैं।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि प्रभु यीशु याईर की बहुत बीमार और गंभीर हालत में पड़ी बेटी की सहायता के लिए उसके घर जा रहे थे, जिसे निःसंदेह तुरंत ही चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता थी। लेकिन प्रभु ने चलते चलते वह किया जो उस परिस्थिति में बिलकुल अनपेक्षित था; वे अचानक ही रुक गए (मरकुस 5:30); वे पता करना चाह रहे थे उन्हें किस ने छूआ था! जब तक उन्हें छूने वाली स्त्री सामने नहीं आ गई, और प्रभु ने उससे कृपा तथा ढाढ़स के साथ बात नहीं कर ली, वे आगे नहीं बढ़े। आप सोच सकते हैं कि ऐसे में याईर क्या सोच रहा होगा, ‘प्रभु, इस सब के लिए अभी समय नहीं है; मेरी बेटी मरने को है! और फिर वह हो गया जिसका याईर को भय था – उसके घर से समाचार आया कि उसकी बेटी का देहांत हो गया है (पद 35); शायद प्रभु ने अनावश्यक विलंब कर दिया था।

          लेकिन प्रभु ने याईर की ओर मुड़कर उसे प्रोत्साहित करते हुए, जो बात वे कह रहे थे, उसको यीशु ने अनसुनी कर के, आराधनालय के सरदार से कहा; मत डर; केवल विश्वास रख” (पद 36)। और फिर उपस्थित लोगों के उपहास की अवहेलना करते हुए, वह शांत भाव में याईर के घर गया, उसकी बेटी के पास जाकर उससे बात की, और वह जी उठी! प्रभु ने दिखा दिया की वह कभी विलंब से नहीं होता है। जो वह करना चाहता है, और जो वो कर सकता है, समय उसके लिए प्रभु को सीमित नहीं कर सकता है।

          कितनी ही बार हम भी याईर के समान सोचते हैं, कि प्रभु ने हमारी सहायता करने में अनुचित विलम्ब कर दिया है; अब बात बिगाड़ गई है, और जो हम चाहते थे अब वह नहीं होने पाएगा। किन्तु हमारे प्रभु परमेश्वर के लिए विलंब नाम की कोई बात नहीं है। हमारे जीवनों में अपने भले और कृपालु कार्य को करने में वह कोई विलम्ब नहीं करता है। - पीटर चिन

 

प्रभु, मैं यह कभी न भूलूँ, कि आप समय के भी स्वामी हैं।


छोटे से छोटा एक हजार हो जाएगा और सब से दुर्बल एक सामर्थी जाति बन जाएगा। मैं यहोवा हूं; ठीक समय पर यह सब कुछ शीघ्रता से पूरा करूंगा। - यशायाह 60:22

बाइबल पाठ: मरकुस 5:35-43

मरकुस 5:35 वह यह कह ही रहा था, कि आराधनालय के सरदार के घर से लोगों ने आकर कहा, कि तेरी बेटी तो मर गई; अब गुरु को क्यों दुख देता है?

मरकुस 5:36 जो बात वे कह रहे थे, उसको यीशु ने अनसुनी कर के, आराधनालय के सरदार से कहा; मत डर; केवल विश्वास रख।

मरकुस 5:37 और उसने पतरस और याकूब और याकूब के भाई यूहन्ना को छोड़, और किसी को अपने साथ आने न दिया।

मरकुस 5:38 और आराधनालय के सरदार के घर में पहुंचकर, उसने लोगों को बहुत रोते और चिल्लाते देखा।

मरकुस 5:39 तब उसने भीतर जा कर उस से कहा, तुम क्यों हल्ला मचाते और रोते हो? लड़की मरी नहीं, परन्तु सो रही है।

मरकुस 5:40 वे उस की हंसी करने लगे, परन्तु उसने सब को निकाल कर लड़की के माता-पिता और अपने साथियों को ले कर, भीतर जहां लड़की पड़ी थी, गया।

मरकुस 5:41 और लड़की का हाथ पकड़कर उस से कहा, ‘तलीता कूमी’; जिस का अर्थ यह है कि ‘हे लड़की, मैं तुझ से कहता हूं, उठ’।

मरकुस 5:42 और लड़की तुरन्त उठ कर चलने फिरने लगी; क्योंकि वह बारह वर्ष की थी। और इस पर लोग बहुत चकित हो गए।

मरकुस 5:43 फिर उसने उन्हें चिताकर आज्ञा दी कि यह बात कोई जानने न पाए और कहा; कि उसे कुछ खाने को दिया जाए।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 29-30
  • प्रेरितों 23:1-15