ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शनिवार, 16 मार्च 2013

प्रार्थना के उत्तर


   जब हम परमेश्वर के पास प्रार्थना में आते हैं तो कुछ बातें निश्चित हैं और कुछ ऐसी हैं जिनके बारे में हम एकदम से नहीं जान पाते; जैसे, हमें यह परमेश्वर से आशवासन है कि यदि हम प्रभु यीशु में होकर उसे अपना पिता परमेश्वर जानते हैं तो वह हमारी प्रत्येक प्रार्थना को अवश्य सुनेंगा और अपने समय तथा विधि में उसका उत्तर भी देगा। यह उत्तर हाँ भी हो सकता है, ना भी हो सकता है, ’अभी कुछ समय प्रतीक्षा करो’ भी हो सकता है, या कुछ अनूठा और अनेपक्षित भी हो सकता है जैसा दानिय्येल भविष्यद्वकता ने पाया; उस ने अपनी प्रार्थना का जो उत्तर पाया वह ना केवल अद्भुत था वरन उसकी हर कलपना से परे था।

   परमेश्वर के भविष्यद्वकता दानिय्येल ने यर्मियाह भविष्यद्वकता की पुस्तक के अध्ययन से जाना कि इस्त्राएल के दास्तव के निर्धारित 70 वर्ष पूरे होने वाले थे, और वह अपने लोगों के लिए परमेश्वर से प्रार्थना और विनती करने में जुट गया कि इस छुटकारे में विलंब ना हो और परमेश्वर अपनी दया-दृष्टि अपने लोगों इस्त्राएल पर बनाए (दानिय्येल 9:2, 19)। दानिय्येल की प्रार्थना का उत्तर तुरंत आया और अद्भुत रीति से आया। उसके प्रार्थना करते करते ही परमेश्वर का एक प्रधान स्वर्गदूत जिब्राइल उत्तर लेकर उसके पास आया। परमेश्वर का वह उत्तर जितना शीघ्र था, उतना ही विसमयकारी भी था। दानिय्येल ने प्रार्थना करी थी इस्त्राएल की बन्धुवाई के 70 वर्षों के बारे में, परमेश्वर ने उसे भविष्य में होने वाली घटनाओं को ’७० सप्ताह’ की भविष्यवाणी के रूप में दे दिया। दानिय्येल केवल वर्तमान की आस में था किंतु परमेश्वर ने उसे हज़ारों वर्ष आगे आने वाला भविष्य भी दिखा दिया।

   हमारा परिपेक्ष चाहे वर्तमान ही हो, लेकिन परमेश्वर समय और काल से बंधा नहीं है, और हमें वह भी बता सकता है जिसकी हमने कलपना भी ना करी हो। लेकिन यह निश्चित है कि परमेश्वर अपने बच्चों की प्रार्थनाओं को सुनता है, उनका उत्तर देता है और हर बात में सदा उनका भला करता है, जिससे वे जानते और मानते रहें कि वह ही आदर, स्तुति और महिमा के योग्य एकमात्र जीवता और सच्चा परमेश्वर है। - डेव ब्रैनन


परमेश्वर के उत्तर हमारी प्रार्थनाओं की सीमाओं से परे तथा हमारी उम्मीदों से बढ़कर भी हो सकते हैं।

हे प्रभु, सुन ले; हे प्रभु, पाप क्षमा कर; हे प्रभु, ध्यान देकर जो करता है उसे कर, विलम्ब न कर; हे मेरे परमेश्वर, तेरा नगर और तेरी प्रजा तेरी ही कहलाती है; इसलिये अपने नाम के निमित्त ऐसा ही कर। - दानिय्येल 9:19

बाइबल पाठ: दानिय्येल 9:1-9, 20-24
Daniel 9:1 मादी क्षयर्ष का पुत्र दारा, जो कसदियों के देश पर राजा ठहराया गया था,
Daniel 9:2 उसके राज्य के पहिले वर्ष में, मुझ दानिय्येल ने शास्त्र के द्वारा समझ लिया कि यरूशलेम की उजड़ी हुई दशा यहोवा के उस वचन के अनुसार, जो यिर्मयाह नबी के पास पहुंचा था, कुछ वर्षों के बीतने पर अर्थात सत्तर वर्ष के बाद पूरी हो जाएगी।
Daniel 9:3 तब मैं अपना मुख परमेश्वर की ओर कर के गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करने लगा, और उपवास कर, टाट पहिन, राख में बैठ कर वरदान मांगने लगा।
Daniel 9:4 मैं ने अपने परमेश्वर यहोवा से इस प्रकार प्रार्थना की और पाप का अंगीकार किया, हे प्रभु, तू महान और भययोग्य परमेश्वर है, जो अपने प्रेम रखने और आज्ञा मानने वालों के साथ अपनी वाचा को पूरा करता और करूणा करता रहता है,
Daniel 9:5 हम लोगों ने तो पाप, कुटिलता, दुष्टता और बलवा किया है, और तेरी आज्ञाओं और नियमों को तोड़ दिया है।
Daniel 9:6 और तेरे जो दास नबी लोग, हमारे राजाओं, हाकिमों, पूर्वजों और सब साधारण लोगों से तेरे नाम से बातें करते थे, उनकी हम ने नहीं सुनी।
Daniel 9:7 हे प्रभु, तू धर्मी है, परन्तु हम लोगों को आज के दिन लज्जित होना पड़ता है, अर्थात यरूशलेम के निवासी आदि सब यहूदी, क्या समीप क्या दूर के सब इस्राएली लोग जिन्हें तू ने उस विश्वासघात के कारण जो उन्होंने तेरा किया था, देश देश में बरबस कर दिया है, उन सभों को लज्जित होना पड़ता है।
Daniel 9:8 हे यहोवा हम लोगों ने अपने राजाओं, हाकिमों और पूर्वजों समेत तेरे विरुद्ध पाप किया है, इस कारण हम को लज्जित होना पड़ता है।
Daniel 9:9 परन्तु, यद्यपि हम अपने परमेश्वर प्रभु से फिर गए, तौभी तू दयासागर और क्षमा की खानि है।
Daniel 9:20 इस प्रकार मैं प्रार्थना करता, और अपने और अपने इस्राएली जाति भाइयों के पाप का अंगीकार करता हुआ, अपने परमेश्वर यहोवा के सम्मुख उसके पवित्र पर्वत के लिये गिड़गिड़ाकर बिनती करता ही था,
Daniel 9:21 तब वह पुरूष जिब्राएल जिस मैं ने उस समय देखा जब मुझे पहिले दर्शन हुआ था, उसने वेग से उड़ने की आज्ञा पाकर, सांझ के अन्नबलि के समय मुझ को छू लिया; और मुझे समझाकर मेरे साथ बातें करने लगा।
Daniel 9:22 उसने मुझ से कहा, हे दानिय्येल, मैं तुझे बुद्धि और प्रविणता देने को अभी निकल आया हूं।
Daniel 9:23 जब तू गिड़गिड़ाकर बिनती करने लगा, तब ही इसकी आज्ञा निकली, इसलिये मैं तुझे बताने आया हूं, क्योंकि तू अति प्रिय ठहरा है; इसलिये उस विषय को समझ ले और दर्शन की बात का अर्थ बूझ ले।
Daniel 9:24 तेरे लोगों और तेरे पवित्र नगर के लिये सत्तर सप्ताह ठहराए गए हैं कि उनके अन्त तक अपराध का होना बन्द हो, और पापों को अन्त और अधर्म का प्रायश्चित्त किया जाए, और युगयुग की धामिर्कता प्रगट हो; और दर्शन की बात पर और भविष्यवाणी पर छाप दी जाए, और परमपवित्र का अभिषेक किया जाए।

एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 28-29 
  • मरकुस 14:54-72