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शुक्रवार, 5 दिसंबर 2014

जीवन का जल


   परमेश्वर के वचन बाइबल में यूहन्ना रचित सुसमाचार के चौथे अध्याय में दी गई घटना को पढ़ते समय एक विचार आता है - प्रभु यीशु मसीह ने कुएँ पर बैठे हुए, वहाँ पानी भरने आई उस स्त्री में क्या देखा होगा? दिया हुआ घटनाक्रम हमें बताता है कि प्रभु ने उस स्त्री में एक ऐसा व्यक्ति देखा जो समाज की स्वीकृति और प्रेम के लिए लालायित था, क्योंकि उसके जीवन में इन बातों की बहुत कमी थी। लेकिन उस से भी बढ़कर प्रभु नें उसमें एक नए मन, नए जीवन की आवश्यकता को देखा - एक ऐसी बात जो केवल वह ही कर सकता था।

   यह संयोग मात्र नहीं था कि उस समय प्रभु यीशु उस कुएं पर अकेले थे; सभी चेले भोजन लाने के लिए नगर को चले गए थे। यदि वे चेले वहाँ उसके साथ होते तो प्रभु यीशु को उस स्त्री से बात करने में बाधा बनते। वे प्रभु को बताते कि जिससे वह बात करना चाह रहा है, वह एक स्त्री है, सामरी जाति की है - जिनसे यहूदी कोई व्यवहार नहीं रखते, और उसकी छवि अच्छी नहीं है - उस इलाके के लोग उस स्त्री को अच्छी नज़रों से नहीं देखते हैं।

   लेकिन प्रभु यीशु इन बातों के कारण वार्तालाप करने से रुक जाने वालों में नहीं थे। प्रभु यीशु ने उस स्त्री के बारे में सब कुछ जानते हुए भी, उस स्त्री से बातचीत करने के कारण प्रभु पर आ सकने वाले लांछन को समझते हुए भी उस से वार्तालाप किया, और उसे जीवन के जल के विषय में अवगत करवाया। एक ही वार्तालाप में प्रभु ने परस्पर व्यवहार के मतभेद, लिंग-भेद, नसल और जाति के मतभेद आदि सभी मतभेदों की बाधाओं को मिटा दिया, और यह स्त्री उन अनेकों सामरियों में से पहली बन गई जिन्होंने प्रभु यीशु मसीह को जगत के उद्धारकर्ता और परमेश्वर के पुत्र के रूप में स्वीकार कर लिया (यूहन्ना 4:39-42)।

   उस स्त्री ने केवल स्वयं ही प्रभु यीशु पर विश्वास नहीं किया परन्तु उसने तुरन्त जाकर वहाँ के लोगों में प्रभु यीशु मसीह के बारे में बताया भी, और उन में से बहुतेरों ने उसी दिन उस स्त्री के समान प्रभु यीशु पर विश्वास भी किया। प्रभु यीशु के मृतकों में से पुनरुत्थान तथा स्वर्गारोहण के बाद जब प्रभु यीशु के चेले, फिलिप, पतरस, यूहन्ना तथा अन्य सामरिया में प्रचार के लिए आए तो और भी बहुत से लोगों ने प्रभु यीशु पर विश्वास किया (प्रेरितों 8:5-14; 15:3)।

   हम जब प्रभु यीशु के साथ हुए अपने साक्षात्कार के बारे में और लोगों को बताते हैं तो हम भी उन्हें अपने समान ही जीवन के जल से आशीषित हो जाने के अवसर प्रदान करते हैं। - सिंडी हैस कैसपर

रखने लायक विश्वास, बाँटने लायक विश्वास भी है।

फिर पर्व के अंतिम दिन, जो मुख्य दिन है, यीशु खड़ा हुआ और पुकार कर कहा, यदि कोई प्यासा हो तो मेरे पास आकर पीए। जो मुझ पर विश्वास करेगा, जैसा पवित्र शास्त्र में आया है उसके हृदय में से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगी। - यूहन्ना 7:37-38

बाइबल पाठ: यूहन्ना 4:21-39
John 4:21 यीशु ने उस से कहा, हे नारी, मेरी बात की प्रतीति कर कि वह समय आता है कि तुम न तो इस पहाड़ पर पिता का भजन करोगे न यरूशलेम में। 
John 4:22 तुम जिसे नहीं जानते, उसका भजन करते हो; और हम जिसे जानते हैं उसका भजन करते हैं; क्योंकि उद्धार यहूदियों में से है। 
John 4:23 परन्तु वह समय आता है, वरन अब भी है जिस में सच्चे भक्त पिता का भजन आत्मा और सच्चाई से करेंगे, क्योंकि पिता अपने लिये ऐसे ही भजन करने वालों को ढूंढ़ता है। 
John 4:24 परमेश्वर आत्मा है, और अवश्य है कि उसके भजन करने वाले आत्मा और सच्चाई से भजन करें। 
John 4:25 स्त्री ने उस से कहा, मैं जानती हूं कि मसीह जो ख्रीस्‍तुस कहलाता है, आनेवाला है; जब वह आएगा, तो हमें सब बातें बता देगा। 
John 4:26 यीशु ने उस से कहा, मैं जो तुझ से बोल रहा हूं, वही हूं।
John 4:27 इतने में उसके चेले आ गए, और अचम्भा करने लगे, कि वह स्त्री से बातें कर रहा है; तौभी किसी ने न कहा, कि तू क्या चाहता है? या किस लिये उस से बातें करता है। 
John 4:28 तब स्त्री अपना घड़ा छोड़कर नगर में चली गई, और लोगों से कहने लगी। 
John 4:29 आओ, एक मनुष्य को देखो, जिसने सब कुछ जो मैं ने किया मुझे बता दिया: कहीं यह तो मसीह नहीं है? 
John 4:30 सो वे नगर से निकलकर उसके पास आने लगे। 
John 4:31 इतने में उसके चेले यीशु से यह बिनती करने लगे, कि हे रब्बी, कुछ खा ले। 
John 4:32 परन्तु उसने उन से कहा, मेरे पास खाने के लिये ऐसा भोजन है जिसे तुम नहीं जानते। 
John 4:33 तब चेलों ने आपस में कहा, क्या कोई उसके लिये कुछ खाने को लाया है? 
John 4:34 यीशु ने उन से कहा, मेरा भोजन यह है, कि अपने भेजने वाले की इच्छा के अनुसार चलूं और उसका काम पूरा करूं। 
John 4:35 क्या तुम नहीं कहते, कि कटनी होने में अब भी चार महीने पड़े हैं? देखो, मैं तुम से कहता हूं, अपनी आंखे उठा कर खेतों पर दृष्टि डालो, कि वे कटनी के लिये पक चुके हैं। 
John 4:36 और काटने वाला मजदूरी पाता, और अनन्त जीवन के लिये फल बटोरता है; ताकि बोने वाला और काटने वाला दोनों मिलकर आनन्द करें। 
John 4:37 क्योंकि इस पर यह कहावत ठीक बैठती है कि बोने वाला और है और काटने वाला और। 
John 4:38 मैं ने तुम्हें वह खेत काटने के लिये भेजा, जिस में तुम ने परिश्रम नहीं किया: औरों ने परिश्रम किया और तुम उन के परिश्रम के फल में भागी हुए।
John 4:39 और उस नगर के बहुत सामरियों ने उस स्त्री के कहने से, जिसने यह गवाही दी थी, कि उसने सब कुछ जो मैं ने किया है, मुझे बता दिया, विश्वास किया।
एक साल में बाइबल: 
  • फिलिप्पियों 1-4