क्रिस्टोफर लॉक पुराने भोंपू, तुरही, फ्रेंचहॉर्न आदि खरीदता है और उन्हें फिर आईफोन्स और आईपैड्स के लिए ध्वनि आवर्धन कर देने वाले उपकरण बना देता है। उसकी ये रचनाएं सन 1800 के अन्त के समय में आए ध्वनि तथा संगीत बजाने वाले प्रथम फोनोग्राफ्स के भोंपू-समान स्पीकरों पर आधारित हैं। क्रिस्टोफर के इन एनालॉग टेलीफोनोग्राफ्स से निकल कर आना वाला संगीत गुणवन्ता में उन डिजिटल उपकरणों में लगे छोटे स्पीकर्स से अधिक "ऊँची आवाज़ वाला, स्पष्ट, बेहतर और गहराई लिए हुए" होता है। व्यर्थता से बचाए गए ये पीतल के उपकरण ना केवल कला के रुचिकर नमूने हो जाते हैं, वरन लोगों को पसन्द आने वाला उच्च गुणवन्ता का संगीत सुनने में इनके प्रयोग से अतिरिक्त बिजली का खर्च भी नहीं आता।
परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस के मसीही विश्वासियों जो बात लिखी वह आज हमें भी स्मरण दिलाती है कि मसीही विश्वास का जीवन जीते समय, और मसीह यीशु को औरों से बाँटते समय, हम अपने आप में कोई "मधुर संगीत" नहीं हैं, वरन क्रिस्टोफार के भोंपुओं के समान, केवल उस संगीत को सुनाने वाले उपकरण मात्र हैं। पौलुस ने लिखा, "क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं" (2 कुरिन्थियों 4:5)। हमारे मसीही विश्वास के जीवनों का उद्देश्य स्वयं को सन्देश बनाना नहीं वरन मसीही विश्वास के सन्देश को अपने जीवन और मुख से प्रसारित करना है: "परन्तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे" (2 कुरिन्थियों 4:7)। हम तो केवल उपकरण हैं, हम से निकलने और सुनाई देना वाला संगीत और सामर्थ तो प्रभु परमेश्वर से है।
यदि एक पुराना भोंपू सुधारा जाकर संगीत को आवर्धित करके सुनने वालों के लिए आकर्षक बना सकता है, तो मसीह यीशु में लाए विश्वास द्वारा ठीक किए गए हमारे दोषपूर्ण जीवन परमेश्वर की भलाई और अनुग्रह को आवर्धित करके लोगों को आकर्षित करने वाले क्यों नहीं बन सकते है? - डेविड मैक्कैसलैंड
परमेश्वर के हाथों में कुछ भी, कोई भी अनुपयोगी अथवा व्यर्थ नहीं है।
परन्तु परमेश्वर ने जगत के मूर्खों को चुन लिया है, कि ज्ञान वालों को लज्ज़ित करे; और परमेश्वर ने जगत के निर्बलों को चुन लिया है, कि बलवानों को लज्ज़ित करे। और परमेश्वर ने जगत के नीचों और तुच्छों को, वरन जो हैं भी नहीं उन को भी चुन लिया, कि उन्हें जो हैं, व्यर्थ ठहराए। ताकि कोई प्राणी परमेश्वर के साम्हने घमण्ड न करने पाए। - 1 कुरिन्थियों 1:27-29
बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 3:17-4:7
2 Corinthians 3:17 प्रभु तो आत्मा है: और जहां कहीं प्रभु का आत्मा है वहां स्वतंत्रता है।
2 Corinthians 3:18 परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जिस प्रकार दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्वी रूप में अंश अंश कर के बदलते जाते हैं।
2 Corinthians 4:1 इसलिये जब हम पर ऐसी दया हुई, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम हियाव नहीं छोड़ते।
2 Corinthians 4:2 परन्तु हम ने लज्ज़ा के गुप्त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, परन्तु सत्य को प्रगट कर के, परमेश्वर के साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं।
2 Corinthians 4:3 परन्तु यदि हमारे सुसमाचार पर परदा पड़ा है, तो यह नाश होने वालों ही के लिये पड़ा है।
2 Corinthians 4:4 और उन अविश्वासियों के लिये, जिन की बुद्धि को इस संसार के ईश्वर ने अन्धी कर दी है, ताकि मसीह जो परमेश्वर का प्रतिरूप है, उसके तेजोमय सुसमाचार का प्रकाश उन पर न चमके।
2 Corinthians 4:5 क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं।
2 Corinthians 4:6 इसलिये कि परमेश्वर ही है, जिसने कहा, कि अन्धकार में से ज्योति चमके; और वही हमारे हृदयों में चमका, कि परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति यीशु मसीह के चेहरे से प्रकाशमान हो।
2 Corinthians 4:7 परन्तु हमारे पास यह धन मिट्टी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 20-21
- 2 तिमुथियुस 4
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