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बुधवार, 16 अक्टूबर 2019

साक्षी



      जे बफ्टन ने अपने कमरे को प्रकाशस्तंभ बना दिया था। बावन वर्ष का वह पति, हाई-स्कूल का अध्यापक, और खेल प्रशिक्षक, कैंसर से पीड़ित था और मर रहा था; परन्तु उसका कमरा, कमरा संख्या 5020, मित्रों, परिवार जनों, और अस्पताल के कर्मचारियों के लिए आशा का ज्योति-स्तंभ बन गया था। उसके आनन्दित रहने वाले रवैये और प्रभु यीशु मसीह में दृढ़ विश्वास के कारण, अस्पताल के नर्सें भी जे के इलाज के लिए उसके साथ लगाई जाने की इच्छा रखती थीं। कुछ तो अपना कार्य समाप्त होने के बाद उससे मिलने आती थीं।

      यद्यपि उसका कभी सबल रहने वाला शरीर अब दुर्बल होता जा रहा था, फिर भी वह सब का अभिनन्दन मुस्कराहट और प्रोत्साहन के साथ किया करता था। एक मित्र ने कहा, “मैं जब भी जे के पास जाता था, वह उत्साहित, सकारात्मक, और आशा से भरा हुआ रहता था। कैंसर और मृत्यु का प्रत्यक्ष सामना करते हुए भी, वह अपने मसीही विश्वास को जी कर दिखा रहा था।

      जे के अंतिम संस्कार के समय, एक वक्ता ने ध्यान दिलाया कि उसके कमरे की संख्या 5020 का विशेष महत्व था। उसने बताया कि परमेश्वर के वचन बाइबल की पहली पुस्तक, उत्पत्ति 50:20 में, यूसुफ अपने भाईयो को संबोधित करते समय कहता है कि यद्यपि उन्होंने उसे दासत्व में बेच दिया था, परन्तु परमेश्वर ने उनके बुरे कार्य को भी भले के लिए प्रयोग कर लिया जिससे बहुतेरों के प्राणों की रक्षा हो सकी। कैंसर जे के जीवन में नाश करने के लिए घुस आया, परन्तु परमेश्वर के हाथों में सब कुछ छोड़कर और इसमें भी परमेश्वर की योजना का ध्यान करने के द्वारा, जे कह सका कि “परमेश्वर ने इसे भी भलाई के लिए प्रयोग किया।” इसीलिए जे कैंसर के द्वारा होने वाले नाश को भी प्रभु यीशु मसीह के बारे में औरों को बताने के लिए प्रयोग कर सका।

      यह कितनी अद्भुत गवाही है; मृत्यु द्वार पर दस्तक दे रही है, परन्तु प्रभु यीशु में विश्वास न केवल अडिग बना हुआ है वरन औरों को प्रोत्साहित कर रहा है, औरों को प्रभु की ओर आकर्षित कर रहा है। हमारे भले और विश्वासयोग्य परमेश्वर में भरोसे तथा उसकी भलाइयों की यह एक महान साक्षी है। - डेव ब्रैनन

परमेश्वर के अनुग्रह से हम अपने सबसे बुरे समय में भी अपनी सर्वोत्तम साक्षी प्रस्तुत कर सकते हैं।

देखो, हम धीरज धरने वालों को धन्य कहते हैं: तुम ने अय्यूब के धीरज के विषय में तो सुना ही है, और प्रभु की ओर से जो उसका प्रतिफल हुआ उसे भी जान लिया है, जिस से प्रभु की अत्यन्‍त करूणा और दया प्रगट होती है। - याकूब 5:11

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 50:15-20
Genesis 50:15 जब यूसुफ के भाइयों ने देखा कि हमारा पिता मर गया है, तब कहने लगे, कदाचित यूसुफ अब हमारे पीछे पड़े, और जितनी बुराई हम ने उस से की थी सब का पूरा पलटा हम से ले।
Genesis 50:16 इसलिये उन्होंने यूसुफ के पास यह कहला भेजा, कि तेरे पिता ने मरने से पहिले हमें यह आज्ञा दी थी,
Genesis 50:17 कि तुम लोग यूसुफ से इस प्रकार कहना, कि हम बिनती करते हैं, कि तू अपने भाइयों के अपराध और पाप को क्षमा कर; हम ने तुझ से बुराई तो की थी, पर अब अपने पिता के परमेश्वर के दासों का अपराध क्षमा कर। उनकी ये बातें सुनकर यूसुफ रो पड़ा।
Genesis 50:18 और उसके भाई आप भी जाकर उसके साम्हने गिर पड़े, और कहा, देख, हम तेरे दास हैं।
Genesis 50:19 यूसुफ ने उन से कहा, मत डरो, क्या मैं परमेश्वर की जगह पर हूं?
Genesis 50:20 यद्यपि तुम लोगों ने मेरे लिये बुराई का विचार किया था; परन्तु परमेश्वर ने उसी बात में भलाई का विचार किया, जिस से वह ऐसा करे, जैसा आज के दिन प्रगट है, कि बहुत से लोगों के प्राण बचे हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 47-49
  • 1 थिस्सलुनीकियों 4



शुक्रवार, 3 जुलाई 2015

सेवा एवं साक्षी


   20वीं शताब्दी के आरंभिक वर्षों में ग्लैडिस एय्लवर्ड इंग्लैंड के लंडन शहर में एक नौकरानी का कार्य कर रही थी, परन्तु उसका उद्देश्य चीन में मिशनरी होकर जाना था। उसके चीन जाने के प्रयासों में जब एक मिशनरी संस्था ने उसे "अयोग्य" कहकर उसे भेजने से मना कर दिया तो उसने अपने आप ही जाने की ठान ली। 28 वर्ष की आयु में ग्लौडिस ने अपनी सारी बचाए जमा-पूँजी को एकत्रित करके चीन के भीतरी भागों में सुदूर स्थित यांगचैन गाँव का एकतरफा टिकिट खरीदा और वहाँ पहुँच गई। उस गाँव में उसने व्यापार करने के लिए आने-जाने वालों की सुविधा के लिए एक सराय़ खोली जहाँ वह लोगों को परमेश्वर के वचन बाइबल की कहानियाँ सुनाती थी और उस गाँव के अलावा आस-पास के अन्य गाँवों में भी लोगों की सहायता, सेवा करती थी जिसके फलस्वरूप लोग उसे "आई-वे-देह" अर्थात "सदाचारी" के नाम से पुकारने लगे।

   प्रेरित पौलुस ने भी सुसमाचार को संसार के सुदूर स्थानों में पहुँचाने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करी। इस सेवकाई के लिए उसने अपने आप को औरों का दास बना लिया (2 कुरिन्थियों 11:16-29)। अपनी सेवकाई के संबंध में पौलुस ने लिखा: "क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं" (2 कुरिन्थियों 4:5)।

   हम सभी मसीही विश्वासियों को सुदूर इलाकों में सुसमाचार प्रचार के लिए कठिनाईयों एवं कष्टों को सहने के लिए नहीं बुलाया गया है; लेकिन हम में से प्रत्येक पर ज़िम्मेदारी है कि वह अपने रहने तथा कार्य करने के स्थान में प्रभु यीशु मसीह का गवाह बन कर रहे। हम मसीही विश्वासियों के लिए अपने सहकर्मियों, पड़ौसियों, मित्रों, रिश्तेदारों की सहायता करना एक सेवकाई है। परमेश्वर से प्रार्थना करें कि इस सेवा के कार्य में वह आपको प्रभु यीशु की साक्षी देने के लिए भी प्रयोग करे जिससे आप अपने साथ के लोगों में प्रभु यीशु के बारे में भी बाँट सकें। - डेनिस फिशर


दूसरों के साथ परमेश्वर के वचन को बाँटने के द्वारा हम परमेश्वर की सेवकाई करते हैं।

परन्तु जो घमण्‍ड करे, वह प्रभु पर घमण्‍ड करें। क्योंकि जो अपनी बड़ाई करता है, वह नहीं, परन्तु जिस की बड़ाई प्रभु करता है, वही ग्रहण किया जाता है। - 2 कुरिन्थियों 10:17-18

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 4:1-12
2 Corinthians 4:1 इसलिये जब हम पर ऐसी दया हुई, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम हियाव नहीं छोड़ते। 
2 Corinthians 4:2 परन्तु हम ने लज्ज़ा के गुप्‍त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, परन्तु सत्य को प्रगट कर के, परमेश्वर के साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं। 
2 Corinthians 4:3 परन्तु यदि हमारे सुसमाचार पर परदा पड़ा है, तो यह नाश होने वालों ही के लिये पड़ा है। 
2 Corinthians 4:4 और उन अविश्वासियों के लिये, जिन की बुद्धि को इस संसार के ईश्वर ने अन्‍धी कर दी है, ताकि मसीह जो परमेश्वर का प्रतिरूप है, उसके तेजोमय सुसमाचार का प्रकाश उन पर न चमके। 
2 Corinthians 4:5 क्योंकि हम अपने को नहीं, परन्तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और अपने विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं। 
2 Corinthians 4:6 इसलिये कि परमेश्वर ही है, जिसने कहा, कि अन्धकार में से ज्योति चमके; और वही हमारे हृदयों में चमका, कि परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति यीशु मसीह के चेहरे से प्रकाशमान हो।
2 Corinthians 4:7 परन्तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे। 
2 Corinthians 4:8 हम चारों ओर से क्‍लेश तो भोगते हैं, पर संकट में नहीं पड़ते; निरूपाय तो हैं, पर निराश नहीं होते। 
2 Corinthians 4:9 सताए तो जाते हैं; पर त्यागे नहीं जाते; गिराए तो जाते हैं, पर नाश नहीं होते। 
2 Corinthians 4:10 हम यीशु की मृत्यु को अपनी देह में हर समय लिये फिरते हैं; कि यीशु का जीवन भी हमारी देह में प्रगट हो। 
2 Corinthians 4:11 क्योंकि हम जीते जी सर्वदा यीशु के कारण मृत्यु के हाथ में सौंपे जाते हैं कि यीशु का जीवन भी हमारे मरनहार शरीर में प्रगट हो। 
2 Corinthians 4:12 सो मृत्यु तो हम पर प्रभाव डालती है और जीवन तुम पर।

एक साल में बाइबल: 
  • अय्युब 25-27
  • प्रेरितों 12


शुक्रवार, 13 मार्च 2015

जीवित साक्षी


   वॉचमैन नी को प्रभु यीशु मसीह में विश्वास रखने के कारण चीन में सन 1952 में पकड़ कर जेल में डाल दिया गया था, जहाँ उन्होंने अपना शेष जीवन व्यतीत किया। उस जेल की कोठरी में उन्होंने 30 मई 1972 को अपनी अन्तिम श्वास ली। जब उनकी भतीजी उनकी बची हुई चीज़ें लेने के लिए आई तो उसे जेल के एक पहरेदार ने काग़ज़ का एक टुकड़ा दिया जिस पर वॉचमैन नी ने अपने जीवन की यह साक्षी लिखी थी: "मसीह परमेश्वर का पुत्र है जो पापियों के छुटकारे के लिए मारा गया और तीसरे दिन मृतकों में से जी उठा। यह सृष्टि का सबसे बड़ा सत्य है। मैं इस लिए मर रहा हूँ क्योंकि मैं मसीह पर विश्वास रखता हूँ - वॉचमैन नी।"

   प्रेरित पौलुस भी मसीह यीशु में अपने विश्वास के लिए मारा गया। अपनी म्रुत्यु से कुछ समय पहले, जेल में से, जहाँ वह मृत्यु दण्ड के दिए जाने की प्रतीक्षा में था, पौलुस ने कुछ पत्रियाँ लिखीं। अपनी अन्तिम पत्री में पौलुस ने अपने पाठकों से कहा, "यीशु मसीह को स्मरण रख, जो दाऊद के वंश से हुआ, और मरे हुओं में से जी उठा; और यह मेरे सुसमाचार के अनुसार है। जिस के लिये मैं कुकर्मी की नाईं दुख उठाता हूं, यहां तक कि कैद भी हूं; परन्तु परमेश्वर का वचन कैद नहीं" (2 तिमुथियुस 2:8-9)।

   संभव है कि हमें मसीह यीशु में विश्वास करने के कारण, उन लाखों लोगों के समान जो सदियों से अपने प्राण बलिदान करते आए हैं, अपने प्राणों की आहुति नहीं देनी पड़े, लेकिन फिर भी हम सभी मसीही विश्वासियों को प्रभु यीशु के लिए जीवित साक्षी होने के लिए बुलाया गया है। हमारे इस विश्वास के कारण हमारा अन्जाम जो भी हो, लेकिन हर समय और हर हाल में हमें परमेश्वर के प्रति धन्यवादी हृदय के साथ लोगों के सामने प्रभु यीशु में होकर मिली आशीषों का वर्णन रखना है, उन्हें प्रभु यीशु में मिलने वाली पापों की क्षमा और उद्धार के बारे में बताना है। - डेनिस फिशर


होने दें कि आपके होंठ और जीवन दोनों ही मसीह यीशु का वर्णन करते रहें।

इसी कारण मैं ने सब से पहिले तुम्हें वही बात पहुंचा दी, जो मुझे पहुंची थी, कि पवित्र शास्त्र के वचन के अनुसार यीशु मसीह हमारे पापों के लिये मर गया। और गाड़ा गया; और पवित्र शास्त्र के अनुसार तीसरे दिन जी भी उठा। - 1 कुरिन्थियों 15:3-4

बाइबल पाठ: 2 तिमुथियुस 2:1-10
2 Timothy 2:1 इसलिये हे मेरे पुत्र, तू उस अनुग्रह से जो मसीह यीशु में है, बलवन्‍त हो जा। 
2 Timothy 2:2 और जो बातें तू ने बहुत गवाहों के साम्हने मुझ से सुनी हैं, उन्हें विश्वासी मनुष्यों को सौंप दे; जो औरों को भी सिखाने के योग्य हों। 
2 Timothy 2:3 मसीह यीशु के अच्‍छे योद्धा की नाईं मेरे साथ दुख उठा। 
2 Timothy 2:4 जब कोई योद्धा लड़ाई पर जाता है, तो इसलिये कि अपने भरती करने वाले को प्रसन्न करे, अपने आप को संसार के कामों में नहीं फंसाता 
2 Timothy 2:5 फिर अखाड़े में लड़ने वाला यदि विधि के अनुसार न लड़े तो मुकुट नहीं पाता। 
2 Timothy 2:6 जो गृहस्थ परिश्रम करता है, फल का अंश पहिले उसे मिलना चाहिए। 
2 Timothy 2:7 जो मैं कहता हूं, उस पर ध्यान दे और प्रभु तुझे सब बातों की समझ देगा। 
2 Timothy 2:8 यीशु मसीह को स्मरण रख, जो दाऊद के वंश से हुआ, और मरे हुओं में से जी उठा; और यह मेरे सुसमाचार के अनुसार है। 
2 Timothy 2:9 जिस के लिये मैं कुकर्मी की नाईं दुख उठाता हूं, यहां तक कि कैद भी हूं; परन्तु परमेश्वर का वचन कैद नहीं। 
2 Timothy 2:10 इस कारण मैं चुने हुए लोगों के लिये सब कुछ सहता हूं, कि वे भी उस उद्धार को जो मसीह यीशु में हैं अनन्त महिमा के साथ पाएं।

एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 20-22
  • मरकुस 13:21-37



बुधवार, 5 नवंबर 2014

व्यावाहरिक एवं कारगर विश्वास


   इंगलैंड में 19वीं शताब्दी में मज़दूरों के लिए कार्य करने और रहने की परिस्थितियाँ बहुत खराब थीं। पुरुष, महिलाएं और बच्चे सारा दिन खतरनाक कारखानों में श्रम करते थे और शाम को गन्दी झुग्गी-झोंपड़ियों में आकर रात बिताते थे। कारखानों के मालिक अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य और भलाई की कम ही चिन्ता किया करते थे। लेकिन उस काल में भी कैडबरी चॉकलेट कंपनी के मालिक अलग ही प्रवृति के थे।

   कैडबरी कंपनी के मालिक व्यवसाय की दृष्टि से प्रतिभावान और मसीही विश्वास की दृष्टि से क्वेकर्स थे, जो परमेश्वर के वचन बाइबल की आज्ञाकारिता में रहने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपनी कंपनी में कार्य करने वाले 200 कर्मचारियों की कार्य परिस्थिति सुधारने के प्रयास किए। उन्होंने उपलब्ध जानकारी के अनुसार सबसे आधुनिक कारखाना बनवाया, जहाँ कपड़े बदलने के लिए गर्म कमरे, रसोई घर और आराम तथा मनोरंजन के लिए स्थल भी बनावाए। उन कर्मचारियों की आत्मिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रतिदिन उनके कार्य समय का आरंभ बाइबल अध्ययन से होता था। बाइबल हमें सिखाती है कि परमेश्वर ने मेहनत करने वालों के लिए सदा उचित पारिश्रमिक और कार्य-स्थितियों की आज्ञा दी है ना कि उन्हें दबाने या उनसे अनुचित व्यवहार की। प्रेरित पौलुस ने कुलुस्से के मसीही विश्वासियों को लिखी अपनी पत्री में लिखा: "हे स्‍वामियों, अपने अपने दासों के साथ न्याय और ठीक ठीक व्यवहार करो, यह समझकर कि स्वर्ग में तुम्हारा भी एक स्‍वामी है" (कुलुस्सियों 4:1)। कैडबरी कंपनी के मालिकों ने भी यही किया, और ना केवल अपने कर्मचारियों की शारीरिक आवश्यकताओं का ध्यान रखा, वरन साथ ही आत्मिक आवश्यकताओं को भी पूरा किया। क्योंकि उन्होंने परमेश्वर के वचन को आदर दिया, परमेश्वर ने उनको भी आदर का पात्र बनाया और आज भी कैडबरी सारे संसार भर में चॉकलेट और उससे संबंधित उत्पादों के लिए सबसे अधिक जाना-माना और विश्वसनीय नाम है।

   आज चाहे हम किसी कंपनी के मालिक ना भी हों, लेकिन लोगों के साथ हमारा नियमित रूप से संपर्क और संवाद होता रहता है, और मसीही विश्वासी होने के नाते यह हमारे लिए अनिवार्य है कि सभी के साथ हमारा व्यवहार नैतिक और हमारे मसीही विश्वास के अनुरूप हो। यह सिद्धांत ना केवल लोगों के साथ व्यवहार में, वरन परिवार में और कार्य-स्थल पर भी लागू होता है। दूसरों के लिए प्रार्थना करने, उन्हें प्रोत्साहित करने और उनकी शारीरिक तथा आत्मिक आवश्यकतओं की पूर्ति में योगदान के द्वारा हम अपने मसीही विश्वास को उनके सामने व्यावाहरिक एवं कारगर रीति से प्रस्तुत कर सकते हैं। - डेनिस फिशर


परमेश्वर हमें अपनी आशीषों से परिपूर्ण करके हमें उन्हें दूसरों तक पहुँचाने का स्त्रोत बनाता है।

इसलिये जहां तक अवसर मिले हम सब के साथ भलाई करें; विशेष कर के विश्वासी भाइयों के साथ। - गलतियों 6:10

बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 3:17 - 4:1
Colossians 3:17 और वचन से या काम से जो कुछ भी करो सब प्रभु यीशु के नाम से करो, और उसके द्वारा परमेश्वर पिता का धन्यवाद करो।
Colossians 3:18 हे पत्‍नियों, जैसा प्रभु में उचित है, वैसा ही अपने अपने पति के आधीन रहो। 
Colossians 3:19 हे पतियों, अपनी अपनी पत्‍नी से प्रेम रखो, और उन से कठोरता न करो। 
Colossians 3:20 हे बालको, सब बातों में अपने अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करो, क्योंकि प्रभु इस से प्रसन्न होता है। 
Colossians 3:21 हे बच्‍चे वालो, अपने बालकों को तंग न करो, न हो कि उन का साहस टूट जाए। 
Colossians 3:22 हे सेवकों, जो शरीर के अनुसार तुम्हारे स्‍वामी हैं, सब बातों में उन की आज्ञा का पालन करो, मनुष्यों को प्रसन्न करने वालों की नाईं दिखाने के लिये नहीं, परन्तु मन की सीधाई और परमेश्वर के भय से। 
Colossians 3:23 और जो कुछ तुम करते हो, तन मन से करो, यह समझ कर कि मनुष्यों के लिये नहीं परन्तु प्रभु के लिये करते हो। 
Colossians 3:24 क्योंकि तुम जानते हो कि तुम्हें इस के बदले प्रभु से मीरास मिलेगी: तुम प्रभु मसीह की सेवा करते हो। 
Colossians 3:25 क्योंकि जो बुरा करता है, वह अपनी बुराई का फल पाएगा; वहां किसी का पक्षपात नहीं। 
Colossians 4:1 हे स्‍वामियों, अपने अपने दासों के साथ न्याय और ठीक ठीक व्यवहार करो, यह समझकर कि स्वर्ग में तुम्हारा भी एक स्‍वामी है।

एक साल में बाइबल: 
  • यूहन्ना 11-13



मंगलवार, 4 नवंबर 2014

साक्षी


   लगभग 20 वर्षों से डैन स्मिथ का नाम और चेहरा न्यू-यॉर्क शहर के छोटे व्यावासायिक स्थानों, कॉफी की दुकानों, दैनिक उपयोग की सामग्री की दुकानों आदि में लगे विज्ञापनों में दिखाई देता रहा है और प्रचलित रहा है। डैन स्मिथ का एक छोटे से वाक्य का छोटा सा विज्ञापन है: "डैन स्मिथ आपको गिटार सिखाएगा।" बस इस छोटे से विज्ञापन का परिणाम है कि डैन स्मिथ अपने छात्रों को गिटार बजाना सिखाने में व्यस्त रहता है; उसके पास काम की कमी नहीं है, अपनी व्यस्तता का स्तर वह स्वयं निर्धारित करता है। उसके सिखाए हुए छात्र फिर अन्य स्थानों पर उसके विज्ञापन को लगा देते हैं, जो उनकी साक्षी है कि डैन स्मिथ ने मुझे सिखाया और वह आपको भी सिखा सकता है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के पृष्ठ उन लोगों की साक्षियों से भरे पड़े हैं जिनके जीवनों में परमेश्वर ने अद्भुत रीति से कार्य किया है। इन अद्भुत साक्षियों में से एक है यूहन्ना के 9 अध्याय में दी गई जन्म से अन्धे व्यक्ति की साक्षी, जिसकी दृष्टि प्रभु यीशु ने ठीक कर दी। इस विषय में जब शक्की और प्रभु यीशु के प्रति बैर रखने वाले धर्म के अगुवों ने बार-बार उस व्यक्ति से प्रश्न किए तो, "उसने उत्तर दिया: मैं नहीं जानता कि वह पापी है या नहीं: मैं एक बात जानता हूं कि मैं अन्‍धा था और अब देखता हूं" (यूहन्ना 9:25)।

   यदि आप से कहा जाए कि एक छोटे वाक्य में किसी व्यक्ति को बताएं कि प्रभु यीशु ने आपके लिए ऐसा क्या किया है जो वह दूसरों के जीवन में भी कर सकता है, तो आप क्या कहेंगे? संभवतः आपका उत्तर होगा, "प्रभु यीशु आपके भी पाप क्षमा कर सकता है"; या फिर, "...आपको भी अनन्त जीवन की चिर-स्थाई आशा दे सकता है"; या "...अनन्त विनाश से आपके भी प्राण बचा सकता है"। यदि प्रभु यीशु ने हमारे जीवनों में परिवर्तन किया है तो हम भी अपने जीवन में अनुभव किए गए उसके सामर्थ कि साक्षी दूसरों के समक्ष रख सकते हैं, कि जो उसने मेरे जीवन में किया है वह आपके जीवन में भी कर सकता है, जैसे प्रभु यीशु से साक्षात्कार के बाद उस अन्धे व्यक्ति ने कहा और संसार भर के आत्मिक रीति से अनेक अन्धे कहते आ रहे हैं - "... मैं अन्‍धा था और अब देखता हूं"। - डेविड मैक्कैसलैंड


सावधान रहें कि लोग हमारे जीवनों में क्या पढ़ते हैं; क्योंकि हमारे जीवन ही मसीह यीशु के साक्षी पत्र हैं।

...और उस से कहा, अपने घर जा कर अपने लोगों को बता, कि तुझ पर दया कर के प्रभु ने तेरे लिये कैसे बड़े काम किए हैं। - मरकुस 5:19

बाइबल पाठ: यूहन्ना 9:1-25
John 9:1 फिर जाते हुए उसने एक मनुष्य को देखा, जो जन्म का अन्‍धा था। 
John 9:2 और उसके चेलों ने उस से पूछा, हे रब्बी, किस ने पाप किया था कि यह अन्‍धा जन्मा, इस मनुष्य ने, या उसके माता पिता ने? 
John 9:3 यीशु ने उत्तर दिया, कि न तो इस ने पाप किया था, न इस के माता पिता ने: परन्तु यह इसलिये हुआ, कि परमेश्वर के काम उस में प्रगट हों। 
John 9:4 जिसने मुझे भेजा है; हमें उसके काम दिन ही दिन में करना अवश्य है: वह रात आनेवाली है जिस में कोई काम नहीं कर सकता। 
John 9:5 जब तक मैं जगत में हूं, तब तक जगत की ज्योति हूं। 
John 9:6 यह कहकर उसने भूमि पर थूका और उस थूक से मिट्टी सानी, और वह मिट्टी उस अन्धे की आंखों पर लगाकर। 
John 9:7 उस से कहा; जा शीलोह के कुण्ड में धो ले, (जिस का अर्थ भेजा हुआ है) सो उसने जा कर धोया, और देखता हुआ लौट आया। 
John 9:8 तब पड़ोसी और जिन्हों ने पहले उसे भीख मांगते देखा था, कहने लगे; क्या यह वही नहीं, जो बैठा भीख मांगा करता था? 
John 9:9 कितनों ने कहा, यह वही है: औरों ने कहा, नहीं; परन्तु उसके समान है: उसने कहा, मैं वही हूं। 
John 9:10 तब वे उस से पूछने लगे, तेरी आंखें क्योंकर खुल गईं? 
John 9:11 उसने उत्तर दिया, कि यीशु नाम एक व्यक्ति ने मिट्टी सानी, और मेरी आंखों पर लगाकर मुझ से कहा, कि शीलोह में जा कर धो ले; सो मैं गया, और धोकर देखने लगा। 
John 9:12 उन्होंने उस से पूछा; वह कहां है? उसने कहा; मैं नहीं जानता।
John 9:13 लोग उसे जो पहिले अन्‍धा था फरीसियों के पास ले गए। 
John 9:14 जिस दिन यीशु ने मिट्टी सानकर उस की आंखे खोलीं थी वह सब्त का दिन था। 
John 9:15 फिर फरीसियों ने भी उस से पूछा; तेरी आंखें किस रीति से खुल गईं? उस न उन से कहा; उसने मेरी आंखो पर मिट्टी लगाई, फिर मैं ने धो लिया, और अब देखता हूं। 
John 9:16 इस पर कई फरीसी कहने लगे; यह मनुष्य परमेश्वर की ओर से नहीं, क्योंकि वह सब्त का दिन नहीं मानता। औरों ने कहा, पापी मनुष्य क्योंकर ऐसे चिन्ह दिखा सकता है? सो उन में फूट पड़ी। 
John 9:17 उन्होंने उस अन्धे से फिर कहा, उसने जो तेरी आंखे खोलीं, तू उसके विषय में क्या कहता है? उसने कहा, यह भविष्यद्वक्ता है। 
John 9:18 परन्तु यहूदियों को विश्वास न हुआ कि यह अन्‍धा था और अब देखता है जब तक उन्होंने उसके माता-पिता को जिस की आंखे खुल गईं थी, बुलाकर। 
John 9:19 उन से न पूछा, कि क्या यह तुम्हारा पुत्र है, जिसे तुम कहते हो कि अन्‍धा जन्मा था? फिर अब क्योंकर देखता है? 
John 9:20 उसके माता-पिता ने उत्तर दिया; हम तो जानते हैं कि यह हमारा पुत्र है, और अन्‍धा जन्मा था। 
John 9:21 परन्तु हम यह नहीं जानते हैं कि अब क्योंकर देखता है; और न यह जानते हैं, कि किस ने उस की आंखे खोलीं; वह सयाना है; उसी से पूछ लो; वह अपने विषय में आप कह देगा। 
John 9:22 ये बातें उसके माता-पिता ने इसलिये कहीं क्योंकि वे यहूदियों से डरते थे; क्योंकि यहूदी एका कर चुके थे, कि यदि कोई कहे कि वह मसीह है, तो आराधनालय से निकाला जाए। 
John 9:23 इसी कारण उसके माता-पिता ने कहा, कि वह सयाना है; उसी से पूछ लो। 
John 9:24 तब उन्होंने उस मनुष्य को जो अन्‍धा था दूसरी बार बुलाकर उस से कहा, परमेश्वर की स्‍तुति कर; हम तो जानते हैं कि वह मनुष्य पापी है। 
John 9:25 उसने उत्तर दिया: मैं नहीं जानता कि वह पापी है या नहीं: मैं एक बात जानता हूं कि मैं अन्‍धा था और अब देखता हूं।

एक साल में बाइबल: 
  • यूहन्ना 7-10