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गुरुवार, 5 मई 2011

बिजली नहीं तो गर्जन भी नहीं

प्रकृति में बिजली का चमकना और गर्जन होना उत्तम उदाहरण हैं मसीही जीवन में विश्वास और भले कार्यों के रिशते को समझाने के लिए। जब कभी आकाश में बिजली कौंधती है तो हम जानते हैं कि गर्जन भी इसके साथ होगी। बिना बिजली चमके गर्जन भी नहीं होगी क्योंकि एक का होना दूसरे के होने का कारण है। इसी प्रकार भले कार्य भी उद्धार के विश्वास के साथ जुड़े हैं; एक, दूसरे के कारण होता है।

हमें सदा अपने सन्मुख यह स्पष्ट सत्य रखना चहिए कि हमारा उद्धार केवल अनुग्रह और केवल अनुग्रह ही से है; इफिसियों २:८, ९ में लिख है, "क्‍योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, बरन परमेश्वर का दान है। और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्‍ड करे।" लेकिन कितने ही मसीही विश्वासी जो इस पद को उद्वत करते हैं, इसके तुरंत बाद लिखे पद को भूल जाते हैं "क्‍योंकि हम उसके बनाए हुए हैं; और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्‍हें परमेश्वर ने पहिले से हमारे करने के लिये तैयार किया" (पद १०)।

जैसे गर्जन बिजली के कौंधने में कोई योगदान नहीं करता, वरन बिजली के कौंधने से उत्पन्न होता है, वैसे ही भले कार्य हमारे उद्धार पाने में कोई योग्दान नहीं करते वरन उद्धार के कारण हमें भले कार्य करने की ज़िम्मेदारी मिलती है। जहाँ कहीं मसीह में सच्चा विश्वास और उद्धार होगा वहाँ भले कार्य भी होंगे। एक के बिना दूसरा खरा नहीं है। बहुत से लोग भले कार्यों के द्वारा पुण्य कमाना और अपने ईश्वर को प्रसन्न करना चाहते हैं; ऐसे भले कार्य एक स्वार्थ के लिए किये जाते हैं। मसीही विश्वास और उद्धार में भले कार्य किसी स्वार्थ के आधीन नहीं वरन अनुग्रह द्वारा उद्धार देने वले के प्रति, उसके द्वारा दी गई ज़िम्मेदारी का निर्वाह करने के लिए हैं - पहले उद्धार, फिर उसके अनुरूप कार्य।

सच्चा मसीही विश्वास सदा ही विश्वास से उत्पन्न कार्यों द्वारा पहचाना जाता है। - रिचर्ड डी हॉन


कार्यों बिना विश्वास मरा हुआ है; विश्वास के साथ कार्य अमूल्य हैं।

पर हे निकम्मे मनुष्य क्‍या तू यह भी नहीं जानता, कि कर्म बिना विश्वास व्यर्थ है। - याकूब २:२०


बाइबल पाठ: याकूब २:१४-२६

Jas 2:14 हे मेरे भाइयों, यदि कोई कहे कि मुझे विश्वास है पर वह कर्म न करता हो, तो उस से क्‍या लाभ? क्‍या ऐसा विश्वास कभी उसका उद्धार कर सकता है?
Jas 2:15 यदि कोई भाई या बहिन नगें उघाड़े हों, और उन्‍हें प्रति दिन भोजन की घटी हो।
Jas 2:16 और तुम में से कोई उन से कहे, कुशल से जाओ, तुम गरम रहो और तृप्‍त रहो; पर जो वस्‍तुएं देह के लिये आवश्यक हैं वह उन्‍हें न दे, तो क्‍या लाभ?
Jas 2:17 वैसे ही विश्वास भी, यदि कर्म सहित न हो तो अपने स्‍वभाव में मरा हुआ है।
Jas 2:18 वरन कोई कह सकता है कि तुझे विश्वास है, और मैं कर्म करता हूं: तू अपना विश्वास मुझे कर्म बिना तो दिखा; और मैं अपना विश्वास अपने कर्मों के द्वारा तुझे दिखाऊंगा।
Jas 2:19 तुझे विश्वास है कि एक ही परमेश्वर है: तू अच्‍छा करता है: दुष्‍टात्मा भी विश्वास रखते, और थरथराते हैं।
Jas 2:20 पर हे निकम्मे मनुष्य क्‍या तू यह भी नहीं जानता, कि कर्म बिना विश्वास व्यर्थ है?
Jas 2:21 जब हमारे पिता इब्राहीम ने अपने पुत्र इसहाक को वेदी पर चढ़ाया, तो क्‍या वह कर्मो से धामिर्क न ठहरा था?
Jas 2:22 सो तू ने देख लिया कि विश्वास ने उस के कामों के साथ मिलकर प्रभाव डाला है और कर्मो से विश्वास सिद्ध हुआ।
Jas 2:23 और पवित्र शास्‍त्र का यह वचन पूरा हुआ, कि इब्राहीम ने परमेश्वर की प्रतीति की, और यह उसके लिये धर्म गिना गया, और वह परमेश्वर का मित्र कहलाया।
Jas 2:24 सो तुम ने देख लिया कि मनुष्य केवल विश्वास से ही नहीं, वरन कर्मों से भी धर्मी ठहरता है।
Jas 2:25 वैसे ही राहाब वेश्या भी जब उस ने दूतों को अपने घर में उतारा, और दूसरे मार्ग से विदा किया, तो क्‍या कर्मों से धामिर्क न ठहरी?
Jas 2:26 निदान, जैसे देह आत्मा बिना मरी हुई है वैसा ही विश्वास भी कर्म बिना मरा हुआ है।

एक साल में बाइबल:
  • १ राजा १९-२०
  • लूका २३:१-२५