बाइबल पाठ: मत्ती १०:२७-३१
इस लिये डरो नहीं तुम बहुत गौरयों से बढ़कर हो। - मत्ती १०:३१
हमारे लिये यह जानना लाभदायक है कि परमेश्वर जो हमारा संरक्षण करता है, हम सदा उसकी नज़रों में बने रहते हैं। यीशु ने कहा, तुम्हारे पिता की इच्छा के बिना एक गौरैया भी भूमि पर नहीं गिर सकती। इसलिय्र डरो नहीं, तुम बहुत गौरयों से बढ़कर हो (मत्ती १०:२९-३१)।
जब हम कठिन हालत में होते हैं तब भय के कारण सन्देह करते हैं कि परमेश्वर हमारी परिस्थिति जानता है कि नहीं। यीशु की शिक्षा है कि परमेश्वर पूरी तौर से हमारी देख-भल करता है और हमारी परिस्थितियों पर नियंत्रण रखता है। हमारे जीवन का नियंत्रण उसके हाथ से कभी नहीं छूटता। - डैनिस फिशर
अगर परमेश्वर पक्षियों का खयाल करता है तो क्या वह अपनी संतान की देख रेख नहीं करेगा?
एक साल में बाइबल:
इस लिये डरो नहीं तुम बहुत गौरयों से बढ़कर हो। - मत्ती १०:३१
ऐलेन टेनेन्ट अपनी पुस्तक "पंख पर" में बाज़ जाति की एक प्रकार के पलायन का मार्ग जानने के अपने प्रयासों को लिखा है। अपने सौन्दर्य, तेज़ी और शक्ति के लिये ये पक्षी बहुत मूल्यवान माने जाते थे।और वे महराजाओं और धनी ऊगों के शिकार के साथी भी रहे। दुखः की बात है कि १९५० के दशक से कीटनाशक रसायन डी.डी.टी.के प्रयोग के कारण इन पक्षियों की प्रजनन क्षम्ता कम हो गई और अब ये लुप्त होने वली प्रजातियों में गिने जाते हैं।
इनकी जाति को बढ़ाने के प्रयत्न में टेनेन्ट ने कुछ चुने बाज़ पक्षियों पर संप्रेषक (ट्रांसमीटर) लगाए, ताकि उनका पलायन के विवरण जान ले। परन्तु उनके पीछे जब वे विमान में उड़े तो उनपर लगाए गये संप्रेषक से संकेत कई बार खो गए।अपने बहुत प्रगतिशील टेक्नीकी ज्ञान के बावजूद, वे उन पक्षियों के पलायन-मार्ग का ठीक से पता नहीं लगा सके।
इनकी जाति को बढ़ाने के प्रयत्न में टेनेन्ट ने कुछ चुने बाज़ पक्षियों पर संप्रेषक (ट्रांसमीटर) लगाए, ताकि उनका पलायन के विवरण जान ले। परन्तु उनके पीछे जब वे विमान में उड़े तो उनपर लगाए गये संप्रेषक से संकेत कई बार खो गए।अपने बहुत प्रगतिशील टेक्नीकी ज्ञान के बावजूद, वे उन पक्षियों के पलायन-मार्ग का ठीक से पता नहीं लगा सके।
हमारे लिये यह जानना लाभदायक है कि परमेश्वर जो हमारा संरक्षण करता है, हम सदा उसकी नज़रों में बने रहते हैं। यीशु ने कहा, तुम्हारे पिता की इच्छा के बिना एक गौरैया भी भूमि पर नहीं गिर सकती। इसलिय्र डरो नहीं, तुम बहुत गौरयों से बढ़कर हो (मत्ती १०:२९-३१)।
जब हम कठिन हालत में होते हैं तब भय के कारण सन्देह करते हैं कि परमेश्वर हमारी परिस्थिति जानता है कि नहीं। यीशु की शिक्षा है कि परमेश्वर पूरी तौर से हमारी देख-भल करता है और हमारी परिस्थितियों पर नियंत्रण रखता है। हमारे जीवन का नियंत्रण उसके हाथ से कभी नहीं छूटता। - डैनिस फिशर
अगर परमेश्वर पक्षियों का खयाल करता है तो क्या वह अपनी संतान की देख रेख नहीं करेगा?
एक साल में बाइबल:
- उत्पत्ती ३३-३५
- मत्ती १०:१-२०
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें