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मंगलवार, 2 फ़रवरी 2010

भविश्यद्वक्ता फिल

अमेरिका के पेन्‍सिल्वेनिया प्रदेश की एक लोक कथा के अनुसार फिल मांद में रहने वाली एक ’ग्राउंडहौग’ (- गिलहरी की जाति का एक बड़ा जान्वर) है जो ‌ऋतु की भविश्यद्वाणी देने को हर साल फरवरी दूसरी तारीख़ को गौब्लर्स नौब नामक स्थान में अपनी मांद से बाहर निकलती है। परंपरागत विश्वास यह है कि अगर फिल अपनी परछाईं देखती है तो ठंड और ६ हफ्तों के लिये होगी, अगर वह अपनी परछाईं नहीं देखती तो बसंत का आगमन जल्दी होगा।

ये सब केवल किंवदंती और मज़ाक की बातें हैं। कोई फिल और उसकी भविश्यद्वाणी को गंभीरता से नहीं लेता। मैंने यह भी सुना है कि उसकी भविश्यद्वाणी अक्सर ग़लत ही होती है।

परन्तु एक ऐसा है जो हमेशा सही होता है और जिसकी बातों को हमें गंभीरतापूर्वक स्वीकार करना है। पतरस उसके विष्य में यों कहता है, "हमारे पास जो भविष्यद्वक्ताओं का वचन है, वह एक ज्योति है, जो अंधियारे स्थान में उस समय तक प्रकाश देती है जब तक कि पौ न फटे और भोर का तारा तुम्हारे हृदयों में न चमक उठे" (२ पतरह १:१९)।

पतरस अपने उस समय को याद कर रहा था जब उसने याकूब और युहन्ना के साथ एक पहाड़ी पर यीशु के रूपांतर को देखा और पुराने नियम के दो महान भविश्यद्वक्ता मूसा और एलिय्याह, यीशु के साथ खड़े थे। सच्चे भविष्यद्वक्ताओं की उस आदर्णीय संगति में पिता परमेश्वर ने अपने पुत्र प्रभु यीशु की तरफ इशारा करके कहा, "यह मेरा प्रीय पुत्र है, इसकी सुनो" (लूका ९:३५)। यीशु के वचन निसन्देह एक ऐसी "भविश्यद्वाणी" हैं जो कभी ग़लत नहीं हुई।

प्रभु यीशु हमें कभी पथ-भ्रष्ट नहीं करता। हम अपने प्रभु यीशु मसीह की सुनें। - डेविड रोपर


अनुमान या कल्पना से भरपूर संसार में केवल परमेश्वर का वचन सत्य है।

बाइबल पाठ:२ पतरस १:१९

हमारे पास भविष्य्द्वक्ताओं का जो वचन है, वह इस घटना से दृढ़ ठहरा। - २ पतरस १:१९


एक साल में बाइबल:
  • निर्गमन २९, ३०
  • मत्ती २१:२३-४६

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