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रविवार, 7 फ़रवरी 2010

टर्किश डिलाईट


सी. एस. लुई की पस्तक "द लायन, द विच ऐन्ड द वार्डरोब" में ’द विच’ अर्थात एक डायन, कहानी के एक पात्र एडमन्ड के बारे में केवल एक ही बात जानना चाहती थी - उसकी कमज़ोरी, ताकि वह उसके द्वारा उसके भाई बहिनों को भी पकड़ सके। उससे कुछ सरल सवाल करके उस डायन ने जाना कि एडमन्ड की कमज़ोरी है ’टर्किश डिलाईट’ नामक मिठाई। डायन ने अडमन्ड को इतनी स्वादिष्ट ’टर्किश डिलाईट’ दी जितनी उसने पहले कभी नहीं खाई थी। एडमन्ड उस मिठाई का लोभी हो गया, उसने जितना अधिक खाया उतनी ही उसकी लालसा ’टर्किश डिलाईट’ के लिये बढ़ती गई।

हम सब में एडमन्ड के समान कोई कमज़ोरी है, जिसे शैतान हमारा नाश करने के लिये प्रयोग करना चाहता है। वह कमज़ोरी नशा या शराब की लत जैसी कोई बात हो सकती है, या कोई साधारण सी वस्तु हो सकती है जैसे अच्छा भोजन, हमारे मित्र या हमारा काम।

पुनरुत्थान के बाद यीशु ने पतरस से यह व्यक्तिगत और जांचने वाला प्रश्न पूछा "क्या तू इन से बढ़कर मुझसे प्रेम करता है?" (यूहन्ना २१:१५)। कितनों ने यीशु के इस प्रश्न में प्रयुक्त ’इन्से’ का अर्थ समझना चाहा है, लेकिन शायद भला है कि यह स्पष्ट नहीं है, क्योंकि यह अवसर देता है कि हम सब अपने से यह प्रश्न कर सकें कि "मैं, यीशु से बढ़कर, किससे प्रेम करता हूँ?"

जब शैतान पता लगा लेता है कि हम परमेश्वर से बढ़कर किससे प्रेम करते हैं, तब उसी के सहारे वह हम से बुराईयां करवाता है। परन्तु यदि हम अपने प्रभु के प्रेम में आनन्दित और मगन होते हैं, तो शैतान हमारे ऊपर अपनी शक्ति खो देता है। - जूली ऐकरमैन लिंक

जब परमेश्वर हममें खुश होता है; हम क्यों न उसमें खुश हों?



बाइबल पाठ: यूहन्ना २१:१५-१९


मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूँ। - भजन संहिता ११९:१७४



एक साल में बाइबल:
  • लैव्यवस्था १-३
  • मत्ती२४:१-२८

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