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शुक्रवार, 16 जुलाई 2010

कौन देखता है?

जहां हम काम कर रहे थे वहां बहुत गर्मी, गंदगी और बदबू थी। हम हज़ारों मील की दूरी तय करके कुछ तय कार्य करने आये थे, और आज हम बहरे बच्चों के स्कूल की एक कक्षा के पिछले भाग कीर पुताई कर रहे थे। उस स्कूल यह एक ऐसा भाग था जहां कोई नहीं आता-जाता था। केवल वहां का घास काटने वाला मज़दूर या मल की टंकी साफ करने वाला ही हमारे आज के काम को शायद कभी देखने पाते।

फिर भी हमारे जवान साथी इस कार्य में पूरे मन से लगे हुए थे। उनमें से एक युवती मेलिस्सा ने हम सब की इस मेहनत को सही संदर्भ में रखते हुए कहा, "चाहे यहां आकर कोई भी इसे नहीं देखेगा, परन्तु परमेश्वर देखता है। इसलिये इसे भली-भांति करें कि उसे अच्छा लगे।" और हमने मिलकर ऐसा ही किया।

कभी कभी हम अपनी मेज़ पर बैठे सोचते हैं कि कोई हमारे काम को नहीं देखता। या हम कोई कारखाने में किसी चीज़ को जोड़कर बनाने की पंक्ति में लगे लगतार एक ही तरह का काम करते ही जाते हैं। हो सकता है कि हमें चर्च की शिशुशाला में रोते हुए बच्चों की देखभाल करने और उन्हें बहलने की ज़िम्मेदारी दी जाती हो। यह भी हो सकता है कि हम एक उत्तम मसीही जीवन जीते हैं किंतु कोई हमारी ओर ध्यान नहीं देता।

कई बार हमारा कार्य, उन पुताई करने वालों के काम की तरह, "भवन के पिछवाड़े" में होता है। किंतु यदि परमेश्वर ने हमें यही करने की ज़िम्मेदारी दी है, तो इस ज़िम्मेदारी को हमें पूरे मन से निभाना है। हमारी मसीही बुलाहट में हमें, परमेश्वर कि सामर्थ द्वारा, दूसरों से गहराई से प्रेम करना है, दुसरों की सेवा-सत्कार करनी है और परमेश्वर द्वारा हमें दिये गए गुणों को दूसरों की सेवा में लगाना है (१ पतरस ४:८-१०), जिससे हमारी नहीं वरन परमेश्वर की महीमा और स्तुति हो।

ज़रूरी यह है कि परमेश्वर जो हमें देखता रहता है, उसे हमारा कार्य पसन्द आना चाहिये। - डेव ब्रैनन


मसीह के लिये करी गई किसी सेवा को वह कभी अन्देखा नहीं करता।


बाइबल पाठ: १ पतरस ४:८-११


सो हे मेरे प्रिय भाइयो, दृढ़ और अटल रहो, और प्रभु के काम में सर्वदा बढ़ते जाओ, क्‍योंकि यह जानते हो, कि तुम्हारा परिश्र्म प्रभु में व्यर्थ नहीं है। - १ कुरिन्थियों १५:५८


एक साल में बाइबल:
  • भजन १६, १७
  • प्रेरितों के काम २०:१-१६

1 टिप्पणी:

  1. परमेश्वर जो हमें देखता रहता है, उसे हमारा कार्य पसन्द आना चाहिये।

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