हमने सपरिवार छुट्टी मनाने के लिये एक झील के किनारे एक घर किराये पर लिया। छुट्टी का अपना सप्ताह आराम से बिताने के लिये हम बड़े उत्सुक्त थे। जब हम उस घर में पहुंचे तो मेरी पत्नी ने वहां मकड़ियां और चूहों के होने के चिन्ह देखे। ऐसा नहीं है कि हमने पहले कभी इनका सामना नहीं किया था, पर हमारी उम्मीद थी कि हमारे आने से पहले वह घर साफ करके हमारे रहने के लिये तैयार किया जायेगा। परन्तु इस की अपेक्षा उस घर की अलमारियां, मेज़, बिस्तर आदि इन जीवों की गन्दगी से भरे हुए थे और इससे पहले कि हम उसमें रहने पाते, हमें उसे साफ करने में काफी वक्त बिताना पड़ा। घर तो बुरा नहीं था, बस केवल उसकी देख रेख ठीक नहीं हुई थी।
जैसे उस घर की उपेक्षा करी गई, हम भी अपने मन की उपेक्षा करने के ऐसे ही दोषी हो सकते हैं। हमारे मन के उपेक्षित स्थान बुरी बातों, गलत सोच, गलत प्रवृत्तियों और पापमय व्यवहार के पनपने और पलने के स्थान बन सकते हैं, जिन्हें बाद में ठीक करने के लिये बहुत ध्यान की आवश्यक्ता पड़ती है। अकलमंदी इसी में है कि हम परमेश्वर के वचन द्वारा अपने मन को संवार कर रखने की आवश्यक्ता को समझें और उस वचन के सत्य में बने रहें।
भजन ११९:११ में भजनकार ने परमेश्वर के वचन पर आधारित जीवन न बनाने के खतरे को समझा और कहा "मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं।"
परमेश्वर के वचन पर ध्यान बनाये रखने से हम अपने आत्मिक जीवन दृढ़ बना सकते हैं, जो फिर उपेक्षित स्थान होने के खतरों से बचे रहेंगे। - बिल क्राउडर
मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं। - भजन ११९:११
बाइबल पाठ: भजन ११९:९-१६
जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे? तेरे वचन के अनुसार सावधान रहने से।
मैं पूरे मन से तेरी खोज मे लगा हूं, मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे!
मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं।
हे यहोवा, तू धन्य है, मुझे अपनी विधियां सिखा!
तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन, मैं ने अपने मुंह से किया है।
मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानों सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूं।
मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूंगा।
मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा और तेरे वचन को न भूलूंगा।
एक साल में बाइबल:
जैसे उस घर की उपेक्षा करी गई, हम भी अपने मन की उपेक्षा करने के ऐसे ही दोषी हो सकते हैं। हमारे मन के उपेक्षित स्थान बुरी बातों, गलत सोच, गलत प्रवृत्तियों और पापमय व्यवहार के पनपने और पलने के स्थान बन सकते हैं, जिन्हें बाद में ठीक करने के लिये बहुत ध्यान की आवश्यक्ता पड़ती है। अकलमंदी इसी में है कि हम परमेश्वर के वचन द्वारा अपने मन को संवार कर रखने की आवश्यक्ता को समझें और उस वचन के सत्य में बने रहें।
भजन ११९:११ में भजनकार ने परमेश्वर के वचन पर आधारित जीवन न बनाने के खतरे को समझा और कहा "मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं।"
परमेश्वर के वचन पर ध्यान बनाये रखने से हम अपने आत्मिक जीवन दृढ़ बना सकते हैं, जो फिर उपेक्षित स्थान होने के खतरों से बचे रहेंगे। - बिल क्राउडर
आत्मिक सामर्थ प्राप्त करने और उसमें बढ़ने के लिये परमेश्वर के वचन का नित्य अध्ययन कीजीये।
मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं। - भजन ११९:११
बाइबल पाठ: भजन ११९:९-१६
जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे? तेरे वचन के अनुसार सावधान रहने से।
मैं पूरे मन से तेरी खोज मे लगा हूं, मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे!
मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं।
हे यहोवा, तू धन्य है, मुझे अपनी विधियां सिखा!
तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन, मैं ने अपने मुंह से किया है।
मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानों सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूं।
मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूंगा।
मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा और तेरे वचन को न भूलूंगा।
एक साल में बाइबल:
- नीतिवचन ८, ९
- २ कुरिन्थियों ३
अच्छा लिखा है ....
जवाब देंहटाएंएक बार इसे जरू पढ़े -
( बाढ़ में याद आये गणेश, अल्लाह और ईशु ....)
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_10.html