हाल ही में हमारा परिवर एक रिश्तेदार से मिलने पेन्सिल्वेनिया प्रदेश के ईरी इलाके में गया। वहां पर हमें एक सामुदायिक तैराकी स्थल पर तैराकी करने का अवसर मिला। इसमें हमें बहुत मज़ा आया, लेकिन हमारे मेज़बान की इच्छा थी कि हम वहां से निकल कर ईरी झील के किनारे चलें और झील के तट की बालु, लहरों की अटखेलियां तथा झील में डूबते सूर्य की छटा का आनन्द लें। मेरे बच्चों ने इसका इसका विरोध किया क्योंकि वे तैरने के मज़े को छोड़ना नहीं चाहते थे। मुझे उन्हें समझाना पड़ा कि झील तट पर जाना इससे कहीं अच्छी और मज़ेदार योजना है।
मेरा मानना है कि प्रभु यीशु भी शमौन पतरस को समझाना चाहते थे कि उसके लिये उनकी योजना कहीं उत्तम है - वह मछलियों का नहीं, मनुष्यों का ’मछुआरा’ होगा (लूका ५:१०)। यीशु ने पतरस से कहा कि गहरे पानी में चलकर जाल डाले। जब प्रभु ने उससे यह कहा, तब पतरस सारी रात के असफल प्रयासों के बाद खाली हाथ लौटा ही था, फिर भी उसने आज्ञा मनी और कहा "हे स्वामी, हम ने सारी रात मेहनत की और कुछ न पकड़ा, तौभी तेरे कहने से जाल डालूंगा। जब उन्होंने ऐसा किया, तो बहुत मछिलयां घेर लाए, और उन के जाल फटने लगे" (लूका ५:५, ६)। इस चमत्कार से प्रभावित होकर वह प्रभु के सामने भय और श्रद्धा के साथ झुक गया, और प्रभु ने उससे कहा कि वह चाहता है कि अब से पतरस मनुष्यों का ’मछुआरा’ बने। पतरस अपना सब कुछ छोड़ कर प्रभु यीशु के पीछे हो लिया।
हमारे लिये परमेश्वर की बेहतर योजना चाहे हमारी जीविका छोड़ने की ना हो, परन्तु हमारे लिये उसकी योजना में सम्मिलित है कि हम अपने समय, संसाधन और जीविका का उपयोग दूसरों को परमेश्वर के राज्य में लाने के लिये करें। - मार्विन विलियम्स
तब यीशु ने शमौन से कहा, मत डर: अब से तू मनुष्यों को जीवता पकड़ा करेगा। - लूका ५:१०
बाइबल पाठ: लूका ५:१-११
जब भीड़ उस पर गिरी पड़ती थी, और परमेश्वर का वचन सुनती थी, और वह गन्नेसरत की झील के किनारे पर खड़ा था, तो ऐसा हुआ।
कि उस ने झील के किनारे दो नावें लगी हुई देखीं, और मछुवे उन पर से उतर कर जाल धो रहे थे।
उन नावों में से एक पर जो शमौन की थी, चढ़ कर, उस ने उस से बिनती की, कि किनारे से थोड़ा हटा ले चले, तब वह बैठ कर लोगों को नाव पर से उपदेश देने लगा।
जब वे बातें कर चुका, तो शमौन से कहा, गहिरे में ले चल, और मछिलयां पकड़ने के लिये अपने जाल डालो।
शमौन ने उसको उत्तर दिया, कि हे स्वामी, हम ने सारी रात मेहनत की और कुछ न पकड़ा, तौभी तेरे कहने से जाल डालूंगा।
जब उन्होंने ऐसा किया, तो बहुत मछिलयां घेर लाए, और उन के जाल फटने लगे।
इस पर उन्होंने अपने साथियों को जो दूसरी नाव पर थे, संकेत किया, कि आकर हमारी सहायता करो: और उन्होंने आकर, दोनो नाव यहां तक भर लीं कि वे डूबने लगीं।
यह देखकर शमौन पतरस यीशु के पांवों पर गिरा, और कहा हे प्रभु, मेरे पास से जा, क्योंकि मैं पापी मनुष्य हूं।
क्योंकि इतनी मछिलयों के पकड़े जाने से उसे और उसके साथियों को बहुत अचम्भा हुआ।
और वैसे ही जब्दी के पुत्र याकूब और यूहन्ना को भी, जो शमौन के सहभागी थे, अचम्भा हुआ: तब यीशु ने शमौन से कहा, मत डर: अब से तू मनुष्यों को जीवता पकड़ा करेगा।
और व नावों को किनारे पर ले आए और सब कुछ छोड़ कर उसके पीछे हो लिए।
एक साल में बाइबल:
मेरा मानना है कि प्रभु यीशु भी शमौन पतरस को समझाना चाहते थे कि उसके लिये उनकी योजना कहीं उत्तम है - वह मछलियों का नहीं, मनुष्यों का ’मछुआरा’ होगा (लूका ५:१०)। यीशु ने पतरस से कहा कि गहरे पानी में चलकर जाल डाले। जब प्रभु ने उससे यह कहा, तब पतरस सारी रात के असफल प्रयासों के बाद खाली हाथ लौटा ही था, फिर भी उसने आज्ञा मनी और कहा "हे स्वामी, हम ने सारी रात मेहनत की और कुछ न पकड़ा, तौभी तेरे कहने से जाल डालूंगा। जब उन्होंने ऐसा किया, तो बहुत मछिलयां घेर लाए, और उन के जाल फटने लगे" (लूका ५:५, ६)। इस चमत्कार से प्रभावित होकर वह प्रभु के सामने भय और श्रद्धा के साथ झुक गया, और प्रभु ने उससे कहा कि वह चाहता है कि अब से पतरस मनुष्यों का ’मछुआरा’ बने। पतरस अपना सब कुछ छोड़ कर प्रभु यीशु के पीछे हो लिया।
हमारे लिये परमेश्वर की बेहतर योजना चाहे हमारी जीविका छोड़ने की ना हो, परन्तु हमारे लिये उसकी योजना में सम्मिलित है कि हम अपने समय, संसाधन और जीविका का उपयोग दूसरों को परमेश्वर के राज्य में लाने के लिये करें। - मार्विन विलियम्स
जिस अगले व्यक्ति से आप मिलें, उसे प्रभु यीशु से मिलने की बड़ी ज़रूरत हो सकती है।
तब यीशु ने शमौन से कहा, मत डर: अब से तू मनुष्यों को जीवता पकड़ा करेगा। - लूका ५:१०
बाइबल पाठ: लूका ५:१-११
जब भीड़ उस पर गिरी पड़ती थी, और परमेश्वर का वचन सुनती थी, और वह गन्नेसरत की झील के किनारे पर खड़ा था, तो ऐसा हुआ।
कि उस ने झील के किनारे दो नावें लगी हुई देखीं, और मछुवे उन पर से उतर कर जाल धो रहे थे।
उन नावों में से एक पर जो शमौन की थी, चढ़ कर, उस ने उस से बिनती की, कि किनारे से थोड़ा हटा ले चले, तब वह बैठ कर लोगों को नाव पर से उपदेश देने लगा।
जब वे बातें कर चुका, तो शमौन से कहा, गहिरे में ले चल, और मछिलयां पकड़ने के लिये अपने जाल डालो।
शमौन ने उसको उत्तर दिया, कि हे स्वामी, हम ने सारी रात मेहनत की और कुछ न पकड़ा, तौभी तेरे कहने से जाल डालूंगा।
जब उन्होंने ऐसा किया, तो बहुत मछिलयां घेर लाए, और उन के जाल फटने लगे।
इस पर उन्होंने अपने साथियों को जो दूसरी नाव पर थे, संकेत किया, कि आकर हमारी सहायता करो: और उन्होंने आकर, दोनो नाव यहां तक भर लीं कि वे डूबने लगीं।
यह देखकर शमौन पतरस यीशु के पांवों पर गिरा, और कहा हे प्रभु, मेरे पास से जा, क्योंकि मैं पापी मनुष्य हूं।
क्योंकि इतनी मछिलयों के पकड़े जाने से उसे और उसके साथियों को बहुत अचम्भा हुआ।
और वैसे ही जब्दी के पुत्र याकूब और यूहन्ना को भी, जो शमौन के सहभागी थे, अचम्भा हुआ: तब यीशु ने शमौन से कहा, मत डर: अब से तू मनुष्यों को जीवता पकड़ा करेगा।
और व नावों को किनारे पर ले आए और सब कुछ छोड़ कर उसके पीछे हो लिए।
एक साल में बाइबल:
- सभोपदेशक १-३
- २ कुरिन्थियों ११:१६-३३
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