परमेश्वर के वचन बाइबल के एक आधूनिक अनुवाद से
लिए गए एक वाक्याँश को सुनकर मैं चौंक गया। उस वाक्याँश, “हमारी जीवन शैली,” से
संबंधित परिच्छेद को खोजने के लिए मैंने गूगल की सहायता ली, तो पाया कि खोज परिणामों
में से अनेक उन बातों के विषय थे, जिन के कारण लोगों को लगता है कि उनकी जीवन शैली
पर खतरा है। उन संभावित खतरों में महत्वपूर्ण कारण थे पर्यावरण, आतंकवाद, और
सरकारों की नीतियां।
मैं सोचने लगा, मसीही अनुयायी होने के कारण वास्तविकता
में हमारी जीवन शैली क्या है? क्या यह वह है जो हमें आरामदेह, सुरक्षित, और आनन्दित
अनुभव करवाती है; या वह इससे कुछ अधिक है?
प्रेरित पौलुस ने इफसुस के मसीही
विश्वासियों को स्मरण दिलाया कि परमेश्वर ने कैसी अद्भुत रीति से उनके जीवनों को
परिवर्तित किया था। पौलुस ने लिखा: “परन्तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े प्रेम के कारण, जिस से उसने हम से
प्रेम किया। जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह
के साथ जिलाया; (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है)”
(इफिसियों 2:4-5)। इसका परिणाम है कि हम “मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये
सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहिले से हमारे करने के लिये तैयार किया” (पद 10)।
भले कार्य करना, औरों की सहायता करना, देना,
प्रेम करना, और प्रभु यीशु के नाम में सेवकाई करना – यही हमारी जीवन शैली होनी
चाहिए। ये सब मसीही विश्वासियों के लिए वैकल्पिक गतिविधियां नहीं हैं, परन्तु
प्रभु यीशु मसीह में परमेश्वर की ओर से मिले जीवन का कारण हैं।
इस बदलते हुए सँसार में, परमेश्वर ने हमें
बुलाया और सामर्थी किया है कि हम ऐसी जीवन शैली को अपनाएं जो दूसरों तक सहायतार्थ
पहुँचती है और परमेश्वर को आदर देती है। - डेविड मैक्कैसलैंड
उसी
प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के साम्हने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को
देखकर तुम्हारे पिता की,
जो स्वर्ग में हैं, बड़ाई करें। - मत्ती 5:16
बाइबल
पाठ: इफिसियों 2:1-10
Ephesians 2:1 और उसने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और
पापों के कारण मरे हुए थे।
Ephesians 2:2 जिन में तुम पहिले इस संसार की रीति पर, और आकाश
के अधिकार के हाकिम अर्थात उस आत्मा के अनुसार चलते थे, जो
अब भी आज्ञा न मानने वालों में कार्य करता है।
Ephesians 2:3 इन में हम भी सब के सब पहिले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे,
और शरीर, और मन की मनसाएं पूरी करते थे,
और और लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान थे।
Ephesians 2:4 परन्तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस
बड़े प्रेम के कारण, जिस से उसने हम से प्रेम किया।
Ephesians 2:5 जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह
के साथ जिलाया; (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है।)
Ephesians 2:6 और मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय
स्थानों में उसके साथ बैठाया।
Ephesians 2:7 कि वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, आने वाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए।
Ephesians 2:8 क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है,
और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का
दान है।
Ephesians 2:9 और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड
करे।
Ephesians 2:10 क्योंकि हम उसके बनाए हुए हैं; और मसीह यीशु में
उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहिले से हमारे करने के लिये
तैयार किया।
एक साल में
बाइबल:
- अय्यूब 14-16
- प्रेरितों 9:22-43
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें