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शुक्रवार, 7 दिसंबर 2018

एकता



      तीन बड़े और हिंसक जानवरों को एक साथ खेलते और आपस में लिपटते देखना बहुत ही असामान्य है। परन्तु यह जोर्जिया प्रांत के एक पशु शरणस्थान में प्रतिदिन होता रहता है। सन 2001 में, महीनों से उपेक्षा और दुर्व्यवहार झेल रहे एक शेर, एक बाघ और एक भालू को संरक्षकों ने बचाया। उस शरणस्थान के उप्निर्देश्क ने कहा, “हम इन्हें अलग-अलग रख सकते थे, परन्तु क्योंकि ये एक परिवार के समान साथ ही आए थे इसलिए हमने उन्हें साथ ही रहने देने का निर्णय लिया। उन तीनों जनावारों को, उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार के समय में, एक दूसरे के साथ से सुख मिलता था, और अपनी भिन्नताओं के बावजूद वे अभी भी एक-दूसरे के साथ शान्ति से रहते हैं।

      एकता बहुत सुन्दर बात है। परन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल में जिस एकता के विषय पौलुस ने इफिसियों की मण्डली को अपने द्वारा लिखी गई पत्री में लिखा था वह अनुपम है। पौलुस ने उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे मसीह में एक देह होकर रहने की अपनी बुलाहट के अनुसार रहें (इफिसियों 4:4-5)। पवित्र आत्मा की सामर्थ्य से वे एकमनता के साथ रहने पाते, और उनमें नम्रता, कोमलता, और धैर्य बढ़ता जाता। यही गुण हमें, मसीह यीशु में होकर हमें मिले सामान्य आधार के द्वारा, “एक दूसरे की सहने” में भी सहायता करते हैं (4:2)।

      हमारी परस्पर भिन्नताओं के बावजूद, परमेश्वर के परिवार के सदस्य होने के नाते, उसके साथ हमारा मेल-मिलाप हमारे उद्धारकर्ता की मृत्यु के द्वारा हुआ है, और एक दूसरे के साथ हमारा मेल-मिलाप हमारे जीवन में चल रहे पवित्र आत्मा के कार्य के द्वारा होता है। - मारविन विलियम्स


आत्मा में एक होने के द्वारा ही हम एकता को बनाए रख सकते हैं।

सो यदि मसीह में कुछ शान्‍ति और प्रेम से ढाढ़स और आत्मा की सहभागिता, और कुछ करूणा और दया है। तो मेरा यह आनन्द पूरा करो कि एक मन रहो और एक ही प्रेम, एक ही चित्त, और एक ही मनसा रखो। - फिलिप्पियों 2:1-2

बाइबल पाठ:इफिसियों 4:1-6
Ephesians 4:1 सो मैं जो प्रभु में बन्‍धुआ हूं तुम से बिनती करता हूं, कि जिस बुलाहट से तुम बुलाए गए थे, उसके योग्य चाल चलो।
Ephesians 4:2 अर्थात सारी दीनता और नम्रता सहित, और धीरज धरकर प्रेम से एक दूसरे की सह लो।
Ephesians 4:3 और मेल के बन्ध में आत्मा की एकता रखने का यत्‍न करो।
Ephesians 4:4 एक ही देह है, और एक ही आत्मा; जैसे तुम्हें जो बुलाए गए थे अपने बुलाए जाने से एक ही आशा है।
Ephesians 4:5 एक ही प्रभु है, एक ही विश्वास, एक ही बपतिस्मा।
Ephesians 4:6 और सब का एक ही परमेश्वर और पिता है, जो सब के ऊपर और सब के मध्य में, और सब में है।


एक साल में बाइबल: 
  • दानिय्येल 5-7
  • 2 यूहन्ना



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