कैरेन
के चर्च की एक महिला के रोग का निदान “ए एल एस” (Amyotrophic Lateral Sclerosis)
हुआ जो एक बहुत कष्टदायक बीमारी है। इस बीमारी से मांसपेशियां और स्नायु
तंत्रिकाएँ प्रभावित होती जाती हैं और
धीरे-धीरे रोगी लकवाग्रस्त होता चला जाता है। परिवार के बीमे में घर पर की
जाने वाली देखभाल के खर्च का प्रावधान नहीं था, और उस महिला का दुखी पति उसे किसी
नर्सिंग होम में छोड़ देने के लिए तैयार नहीं था।
नर्स
होने के नाते कैरेन जानती थी कि उसकी देखभाल कैसे करनी है, और वह उस महिला के घर
जाकर उसकी देखभाल करने लगी। परन्तु कैरेन को शीघ्र ही बोध हो गया कि उस महिला की
देखभाल करते हुए वह अपने परिवार का ध्यान नहीं रखने पाएगी, इसलिए उसने चर्च के
लोगों से सहायता के लिए आग्रह किया और आगे आने वाले स्वयंसेवियों को उस महिला की
देखभाल करने के लिए प्रशिक्षित करने लगी। बीमारी के बढ़ते जाने के साथ-साथ कैरेन ने
सात वर्षों के अन्तराल में चर्च के 31 अन्य स्वयंसेवियों को उस महिला की देखभाल के
लिए तैयार किया और उन्हें सिखाया। उन सब लोगों ने मिलकर उस परिवार को प्रेम,
प्रार्थना, और व्यवहारिक सहायता में ढाँप लिया।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में प्रभु यीशु के शिष्य प्रेरित यूहन्ना ने लिखा “जो कोई अपने
परमेश्वर से प्रेम रखता है, वह अपने भाई से भी प्रेम
रखे” (1 यूहन्ना 4:21)। कैरेन के प्रयास इस प्रकार के व्यवहारिक
प्रेम का सजीव उदाहरण हैं। उसके पास न केवल योग्यता थी, वरन अनुकंपा और दर्शन भी
था कि वह एक दुखी मित्र एवं परिवार की सहायता के लिए चर्च के लोगों को भी प्रोत्साहित
कर सकी, उन्हें इस व्यवहारिक प्रेम की अभिव्यक्ति में सम्मिलित कर सकी। एक
आवश्यकता में पड़े व्यक्ति की सहायता के लिए उसका व्यवहारिक प्रेम, कई औरों के लिए
भी व्यवहारिक प्रेम को दर्शाने का माध्यम बन गया। - टिम गुस्ताफासन
यीशु ने कहा: अपने पड़ौसी से अपने समान
प्रेम रखो।
परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि अपने बैरियों से प्रेम रखो और अपने सताने वालों के लिये प्रार्थना करो।
जिस से तुम अपने स्वर्गीय पिता की सन्तान ठहरोगे क्योंकि वह भलों और बुरों दोनों
पर अपना सूर्य उदय करता है, और धर्मियों और अधर्मियों दोनों
पर मेंह बरसाता है। क्योंकि यदि तुम अपने प्रेम रखने वालों ही से प्रेम रखो,
तो तुम्हारे लिये क्या फल होगा? क्या महसूल
लेने वाले भी ऐसा ही नहीं करते? – मत्ती 5:44-46
बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 4:20-5:5
1 John 4:20 यदि कोई
कहे, कि मैं परमेश्वर से प्रेम रखता हूं; और अपने भाई से बैर रखे; तो वह झूठा है: क्योंकि जो
अपने भाई से, जिस उसने देखा है, प्रेम
नहीं रखता, तो वह परमेश्वर से भी जिसे उसने नहीं देखा,
प्रेम नहीं रख सकता।
1 John 4:21 और उस से
हमें यह आज्ञा मिली है, कि जो कोई अपने परमेश्वर से प्रेम
रखता है, वह अपने भाई से भी प्रेम रखे।
1 John 5:1 जिसका यह
विश्वास है कि यीशु ही मसीह है, वह परमेश्वर से उत्पन्न हुआ
है और जो कोई उत्पन्न करने वाले से प्रेम रखता है, वह उस से
भी प्रेम रखता है, जो उस से उत्पन्न हुआ है।
1 John 5:2 जब हम
परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, और उस की आज्ञाओं को मानते हैं,
तो इसी से हम जानते हैं, कि परमेश्वर की सन्तानों
से प्रेम रखते हैं।
1 John 5:3 और
परमेश्वर का प्रेम यह है, कि हम उस की आज्ञाओं को मानें;
और उस की आज्ञाएं कठिन नहीं।
1 John 5:4 क्योंकि
जो कुछ परमेश्वर से उत्पन्न हुआ है, वह संसार पर जय प्राप्त
करता है, और वह विजय जिस से संसार पर जय प्राप्त होती है
हमारा विश्वास है।
1 John 5:5 संसार पर
जय पाने वाला कौन है केवल वह जिस का यह विश्वास है, कि यीशु,
परमेश्वर का पुत्र है।
एक साल में बाइबल:
- उत्पत्ति 10-12
- मत्ती 4
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