सुविख्यात
ब्रुकलिन टैबरनैक्ल क्वौयर ने कई दशकों से बहुतेरे लोगों को अपने आत्म-विभोर करने
वाले मसीही भजनों के द्वारा आशीषित किया है। इसका एक उदाहरण है परमेश्वर के वचन
बाइबल में से भजन 121 से की गई उनकी एक रिकॉर्डिंग, जिसका शीर्षक है “मेरी सहायता”।
भजन
121 का आरंभ प्रभु परमेश्वर, जो सारी सृष्टि का सृष्टिकर्ता है, में व्यक्तिगत विश्वास
के अंगीकार से होती है, वही भजनकार की सहायता का स्त्रोत भी था (पद 1-2)। इसका
क्या अर्थ है? इसका अर्थ है परमेश्वर से मिलने वाली स्थिरता (पद 3), हर समय उपलब्ध
उसकी देखभाल (पद 3-4), उसकी सदा साथ बनी रहने वाली उपस्थिति और सुरक्षा (पद 5-6),
और अनन्तकाल के लिए हर प्रकार की बुराई से बचाव (पद 7-8)।
परमेश्वर
के वचन से प्रेरित होकर परमेश्वर के लोगों ने अपने भजनों में सदा ही परमेश्वर को ही
अपनी सुरक्षा तथा सहायता का स्त्रोत बताया है। मेरा अपना अनुभव भी यही है, जिसके
अंतर्गत मैंने भी आराधना में चार्ल्स वेस्ली द्वारा लिखित भजन “हे पिता, मैं अपने
हाथ आपकी ओर बढ़ाता हूँ, क्योंकि मैं और किसी सहायता को नहीं जानता हूँ; यदि आप
मुझसे दूर हो जाएंगे, तो मुझे नहीं पता कि मैं फिर कहाँ जाऊँगा” को गाया है; तथा इसी
प्रकार से महान सुधारक मार्टिन लूथर ने भी सही कहा जब उन्होंने लिखा, “हमारा
परमेश्वर एक अत्यंत मज़बूत गढ़ है; एक ऐसी दीवार जो कभी नहीं ढहती है; वही हमारे
चारों ओर आई हुई नश्वर संसार की बुराईयों की बाढ़ में हमारा सहायक है” और मैंने इसका
भी अपने जीवन में अनुभव किया है।
क्या
आप अपने आप को अकेला, त्यागा हुआ, निष्कासित, और असमंजस में पड़ा हुआ अनुभव करते
हैं? भजन 121 के शब्दों पर मनन करें, और इन शब्दों को अपने मन और आत्मा में विशवास
और साहस को भरने दें। क्योंकि आप अकेले नहीं हैं, इसलिए जीवन में अकेले ही प्रयत्न
करते रहने के प्रयास न करें। वरन जैसा परमेश्वर पिता ने प्रभु यीशु मसीह के जीवन,
मृत्यु, पुनरुत्थान, और स्वर्गारोहण के द्वारा आपके लिए अपनी सहायता को प्रमाणित
किया है, उसमें भरोसा बनाए रखें तथा आनन्दित बने रहें। जीवन का अगला जो भी कदम उठाना
हो, उसे प्रभु परमेश्वर की सहायता से ही उठाएँ। - आर्थर जैक्सन
सृष्टि का सृष्टिकर्ता, अपने लोगों का भी
सहायक है।
तुम्हारा स्वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो;
क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न
छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। इसलिये हम बेधड़क हो कर
कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है;
मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है। -
इब्रानियों 13: 5-6
बाइबल पाठ: भजन 121
Psalms 121:1 मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर
लगाऊंगा। मुझे सहायता कहां से मिलेगी?
Psalms 121:2 मुझे सहायता यहोवा की ओर से
मिलती है, जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है।
Psalms 121:3 वह तेरे पांव को टलने न देगा,
तेरा रक्षक कभी न ऊंघेगा।
Psalms 121:4 सुन, इस्राएल
का रक्षक, न ऊंघेगा और न सोएगा।
Psalms 121:5 यहोवा तेरा रक्षक है; यहोवा तेरी दाहिनी ओर तेरी आड़ है।
Psalms 121:6 न तो दिन को धूप से, और न रात को चांदनी से तेरी कुछ हानि होगी।
Psalms 121:7 यहोवा सारी विपत्ति से तेरी
रक्षा करेगा; वह तेरे प्राण की रक्षा करेगा।
Psalms 121:8 यहोवा तेरे आने जाने में तेरी
रक्षा अब से ले कर सदा तक करता रहेगा।
एक साल में बाइबल:
- उत्पत्ति 49-50
- मत्ती 13:31-58
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