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सोमवार, 21 जून 2021

ईर्ष्या

 

          प्रसिद्ध फ्रांसीसी कलाकार एडगर डेगास संसार भर में उसके द्वारा बनाए गए बैले नर्तकियों के चित्रों के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन कम लोग जानते हैं कि वह अपने मित्र और चित्रकला में प्रतिस्पर्धी एक कलाकार एड्युअर्ड मानेट के प्रति ईर्ष्या भी रखता था। डेगास ने मानेट के लिए कहा था, “वह जो कुछ भी करता है, तुरंत ही एक दम ठीक आरंभ कर देता है; जबकि मुझे बहुत परिश्रम करना पड़ता है, फिर भी मैं ठीक से नहीं करने पाता हूँ।”

          ईर्ष्या रखना एक विचित्र भावना है। परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने इसे चरित्र के सबसे बुरे लक्षणों की सूची में रखा है,सो वे सब प्रकार के अधर्म, और दुष्टता, और लोभ, और बैरभाव, से भर गए; और डाह, और हत्या, और झगड़े, और छल, और ईर्ष्या से भरपूर हो गए, और चुगलखोर” रोमियों 1:29()। पौलुस लिखता है यह उन मूर्खतापूर्ण विचारों के कारण उत्पन्न होती है जो सच्चे परमेश्वर के स्थान पर मूर्ति-पूजा करने का परिणाम होते हैं (पद 28)।

          लेखिका क्रिस्टीना फॉक्स ने कहा कि जब मसीही विश्वासियों में ईर्ष्या उत्पन्न होने लगती है, तो “यह तब होता है जब हमारे हृदय हमारे सच्चे प्रेम से हट जाते हैं।” वे कहती हैं, ईर्ष्या करते समय हम “प्रभु यीशु की ओर देखते रहने के स्थान पर, संसार के घटिया सुखों के पीछे भागने लगते हैं। अर्थात, हम यह भूल चुके हैं कि हम किस के हैं।”

          क्या इसका कोई समाधान है? हाँ! समाधान है – वापस परमेश्वर की ओर लौट आएँ। पौलुस ने रोमियों के मसीही विश्वासियों को लिखी अपनी पत्री में कहा,और न अपने अंगों को अधर्म के हथियार होने के लिये पाप को सौंपो, पर अपने आप को मरे हुओं में से जी उठा हुआ जानकर परमेश्वर को सौंपो, और अपने अंगों को धर्म के हथियार होने के लिये परमेश्वर को सौंपो” (रोमियों 6:13) – विशेषकर अपने कार्यों और जीवन को। अपनी एक अन्य पत्री में पौलुस ने लिखा,पर हर एक अपने ही काम को जांच ले, और तब दूसरे के विषय में नहीं परन्तु अपने ही विषय में उसको घमण्ड करने का अवसर होगा” (गलातियों 6:4)।

          परमेश्वर द्वारा प्रदान की गई आशीषों के लिए उसका धन्यवाद करते रहें – न केवल भौतिक आशीषें, वरन उसके अनुग्रह की बहुतायत के लिए भी। जब हम अपना ध्यान उन बातों पर लगाते हैं जो परमेश्वर ने हमें दी हैं, तो हम ईर्ष्या से निकल कर संतुष्टि में आ जाते हैं। - पेट्रीशिया रेबॉन

 

प्रभु का अनुग्रह सब के लाभ के लिए आशीषें प्रदान करता है।


किन्तु सब के लाभ पहुंचाने के लिये हर एक को आत्मा का प्रकाश दिया जाता है। - 1 कुरिन्थियों 12:7

बाइबल पाठ: रोमियों 6:11-14

रोमियों 6:11 ऐसे ही तुम भी अपने आप को पाप के लिये तो मरा, परन्तु परमेश्वर के लिये मसीह यीशु में जीवित समझो।

रोमियों 6:12 इसलिये पाप तुम्हारे मरनहार शरीर में राज्य न करे, कि तुम उस की लालसाओं के आधीन रहो।

रोमियों 6:13 और न अपने अंगों को अधर्म के हथियार होने के लिये पाप को सौंपो, पर अपने आप को मरे हुओं में से जी उठा हुआ जानकर परमेश्वर को सौंपो, और अपने अंगों को धर्म के हथियार होने के लिये परमेश्वर को सौंपो।

रोमियों 6:14 और तुम पर पाप की प्रभुता न होगी, क्योंकि तुम व्यवस्था के आधीन नहीं वरन अनुग्रह के आधीन हो।

 

एक साल में बाइबल: 

  • एस्तेर 3-5
  • प्रेरितों 5:22-42


रविवार, 11 अप्रैल 2021

शान्ति

 

          एक व्यावसायिक फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में उसके समय के पूरा हो जाने के पैंतालीस वर्ष बाद भी जेरी क्रैमर को उसके खेल की सर्वोच्च प्रतिष्ठा – ‘हॉल ऑफ़ फेम’ में उसके नाम का लिखा जाना, नहीं मिल सका। उसे बहुत से अन्य सम्मान और उपलब्धियां प्राप्त हुईं, लेकिन यह एक उपलब्धि वह प्राप्त नहीं कर सका। यद्यपि दस बार इस उपलब्धि के लिए उसके नाम को सुझाया गया, किन्तु हर बार यह पुरस्कार अन्ततः किसी अन्य खिलाड़ी को दे दिया गया। इतनी बार आशा के टूटने के बाद भी क्रैमर की प्रतिक्रिया विनीत रहने की ही रही। उसका कहना था, “मुझे लगा मानो राष्ट्रीय फुटबॉल लीग ने मुझे मेरे जीवन के दौरान 100 पुरस्कार दिए हैं; इसलिए उस एक के लिए जो मुझे नहीं मिला, विचलित होना और कुड़कुड़ाना, मूर्खता होगी।”

          जिस बात को लेकर कुछ अन्य लोग द्वेष से भर सकते थे, कि बारंबार उनके स्थान पर अन्य खिलाड़ियों को यह आदर दे दिया जाता है, क्रैमर नम्र बना रहा। उसका यह रवैया दिखाता है कि हम किस प्रकार से डाह और द्वेष के कारण हमारे हृदयों को भ्रष्ट और नष्ट होने से बचाए रख सकते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में लिखा है कि ईर्ष्या “हड्डियों को जला देती है” (नीतिवचन 14:30)। जब हम उस बात पर ही ध्यान लगाए रहते हैं जो हमारे पास नहीं है, या हमें नहीं मिल रही है, और उन अनेकों बातों पर ध्यान नहीं देते हैं जो हमें दी गई हैं, मिल रही हैं – तो परमेश्वर की शान्ति हम से दूर रहेगी।

          फिर ग्यारहवीं बार उसका नाम सुझाए जाने के बाद, फरवरी 2018 में, जेरी क्रैमर को अन्ततः “हॉल ऑफ़ फेम” में स्थान मिल गया। हो सकता है कि क्रैमर के समान हमारी पार्थिव इच्छाओं को पूरा होने में बहुत समय लगे, या वो पूरी न भी हों, लेकिन फिर भी हम अपने मनों में शान्ति बनाए रख सकते हैं। यदि हम उन बातों पर अपना ध्यान लगाए रखेंगे जो परमेश्वर ने हमें दी हैं, और दे रहा है, तथा उनके लिए उसके कृतज्ञ भी रहेंगे, तो परमेश्वर की शान्ति भी हमारे मनों में बसी रहेगी।

          हमारी सांसारिक इच्छाएं चाहे पूरी हों अथवा न हों, परन्तु हमारे प्रभु परमेश्वर की उपस्थिति हमारे साथ सदा बनी रहती है, और वही हमें सच्ची शान्ति देता है। - कर्स्टन होल्मबर्ग

 

परमेश्वर हमारे हृदयों में शान्ति तथा और बहुत कुछ देता है।


मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे। - यूहन्ना 14:27

बाइबल पाठ: नीतिवचन 14:29-35

नीतिवचन 14:29 जो विलम्ब से क्रोध करने वाला है वह बड़ा समझ वाला है, परन्तु जो अधीर है, वह मूढ़ता की बढ़ती करता है।

नीतिवचन 14:30 शान्त मन, तन का जीवन है, परन्तु मन के जलने से हड्डियां भी जल जाती हैं।

नीतिवचन 14:31 जो कंगाल पर अंधेर करता, वह उसके कर्ता की निन्दा करता है, परन्तु जो दरिद्र पर अनुग्रह करता, वह उसकी महिमा करता है।

नीतिवचन 14:32 दुष्ट मनुष्य बुराई करता हुआ नाश हो जाता है, परन्तु धर्मी को मृत्यु के समय भी शरण मिलती है।

नीतिवचन 14:33 समझ वाले के मन में बुद्धि वास किए रहती है, परन्तु मूर्खों के अन्तःकरण में जो कुछ है वह प्रगट हो जाता है।

नीतिवचन 14:34 जाति की बढ़ती धर्म ही से होती है, परन्तु पाप से देश के लोगों का अपमान होता है।

नीतिवचन 14:35 जो कर्मचारी बुद्धि से काम करता है उस पर राजा प्रसन्न होता है, परन्तु जो लज्जा के काम करता, उस पर वह रोष करता है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 1 शमूएल 17-18
  • लूका 11:1-28

शनिवार, 25 मई 2019

ईर्ष्या



      मेरे पुत्र और बहु को संध्या के समय कहीं बाहर जाना था, उनकी सहायता के लिए, उनकी अनुपस्थिति में, मैं अपने पोतों की देखभाल करने के लिए उनके घर रहने के लिए सहर्ष सहमत हो गई। शाम को उनके घर पहुँचने और बच्चों को गले लगाकर उन से मिलने के बाद मैं उनसे बातचीत करने लगी। मैंने उन से जानना चाहा कि उन्होंने बीते सप्ताहान्त क्या-क्या किया। तीन वर्षीय छोटे पोते नें बड़े उत्साह के साथ बताया कि कैसे उसे अपने चाचा-चाची के साथ एक रात बिताने को मिली थी, जहाँ उसने आईसक्रीम खाई, झूले पर झूला और एक फिल्म भी देखी। इसके बाद पाँच वर्षीय बड़े पोते की बारी थी। जब मैंने उससे पूछा कि उसने सप्ताहान्त पर क्या किया तो उसने नीरसता से कहा कहा कि वह कैम्पिंग के लिए गया था। फिर मैंने पूछा कि क्या उसे कैम्पिंग में मज़ा आया, तो उसने उदासीन भाव के साथ अपने छोटे भाई की ओर संकेत करते हुए उत्तर दिया, “उतना नहीं!”

      मेरा बड़ा पोता सँसार भर के लोगों को सदियों से प्रभावित कर रहे ईर्ष्या के भाव का अनुभव कर रहा था। उसने जब अपने छोटे भाई से अपने चाचा के साथ समय बिताए गए समय और आनन्द के बारे में सुना तो तुरंत ही वह उस आनन्द के बारे में भूल गया जो उसने अपने पिता के साथ कैम्पिंग करते हुए अनुभव किया था।

      हम सभी ईर्ष्या के शिकार हो सकते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि प्रजा के द्वारा की जा रही दाऊद की प्रशंसा को सुनकर राजा शाउल ईर्ष्या से भर गया और दाऊद के विरोध में हो गया; वह इतना क्रोधित हुआ कि दाऊद को मारने के प्रयास करने लगा।

      औरों से तुलना करने का विचार और व्यवहार मूर्खतापूर्ण तथा विनाशक होता है। अवश्य ही किसी न किसी के पास कुछ ऐसा होगा जो हमारे पास नहीं है, या उसने ऐसे अनुभवों के आनन्द पाए होंगे जो हमने नहीं पाए। परन्तु परमेश्वर हमें पहले ही उन लोगों से भिन्न अनेकों अन्य आशीषें और आनन्द प्रदान कर चुका है, जिनमें इस जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति तथा मसीही विश्वासियों को प्रभु यीशु में अनन्त जीवन की आशीष सम्मिलित हैं। जब हम किसी अन्य मनुष्य पर ध्यान केंद्रित करने के स्थान पर प्रभु परमेश्वर पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं, उसके द्वारा हमें प्रदान की गई आशीषों को लेकर उसके प्रति कृतज्ञ एवँ धन्यवादी रहते हैं, तो हम ईर्ष्या में पड़ने से बचे रहते हैं। - एलीसन कीडा


ईर्ष्या का समाधान परमेश्वर के प्रति धन्यवादी रहना है।

शान्त मन, तन का जीवन है, परन्तु मन के जलने से हड्डियां भी जल जाती हैं। - नीतिवचन 14:30

बाइबल पाठ: 1 शमूएल 18:5-15
1 Samuel 18:5 और जहां कहीं शाऊल दाऊद को भेजता था वहां वह जा कर बुद्धिमानी के साथ काम करता था; और शाऊल ने उसे योद्धाओं का प्रधान नियुक्त किया। और समस्त प्रजा के लोग और शाऊल के कर्मचारी उस से प्रसन्न थे।
1 Samuel 18:6 जब दाऊद उस पलिश्ती को मारकर लौटा आता था, और वे सब लोग भी आ रहे थे, तब सब इस्राएली नगरों से स्त्रियों ने निकलकर डफ और तिकोने बाजे लिये हुए, आनन्द के साथ गाती और नाचती हुई, शाऊल राजा के स्वागत में निकलीं।
1 Samuel 18:7 और वे स्त्रियां नाचती हुइ एक दूसरी के साथ यह गाती गईं, कि शाऊल ने तो हजारों को, परन्तु दाऊद ने लाखों को मारा है।
1 Samuel 18:8 तब शाऊल अति क्रोधित हुआ, और यह बात उसको बुरी लगी; और वह कहने लगा, उन्होंने दाऊद के लिये तो लाखों और मेरे लिये हजारों को ठहराया; इसलिये अब राज्य को छोड़ उसको अब क्या मिलना बाकी है?
1 Samuel 18:9 तब उस दिन से भविष्य में शाऊल दाऊद की ताक में लगा रहा।
1 Samuel 18:10 दूसरे दिन परमेश्वर की ओर से एक दृष्ट आत्मा शाऊल पर बल से उतरा, और वह अपने घर के भीतर नबूवत करने लगा; दाऊद प्रति दिवस के समान अपने हाथ से बजा रहा था। और शाऊल अपने हाथ में अपना भाला लिये हुए था;
1 Samuel 18:11 तब शाऊल ने यह सोचकर, कि मैं ऐसा मारूंगा कि भाला दाऊद को बेधकर भीत में धंस जाए, भाले को चलाया, परन्तु दाऊद उसके साम्हने से दो बार हट गया।
1 Samuel 18:12 और शाऊल दाऊद से डरा करता था, क्योंकि यहोवा दाऊद के साथ था और शाऊल के पास से अलग हो गया था।
1 Samuel 18:13 शाऊल ने उसको अपने पास से अलग कर के सहस्रपति किया, और वह प्रजा के साम्हने आया जाया करता था।
1 Samuel 18:14 और दाऊद अपनी समस्त चाल में बुद्धिमानी दिखाता था; और यहोवा उसके साथ साथ था।
1 Samuel 18:15 और जब शाऊल ने देखा कि वह बहुत बुद्धिमान है, तब वह उस से डर गया।

एक साल में बाइबल:  
  • 1 इतिहास 25-27
  • यूहन्ना 9:1-23



शनिवार, 4 नवंबर 2017

ईर्ष्या


   सन 2014 में, कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय की एक शोधकर्ता ने खिलौने के कुत्ते के द्वारा दिखाया कि पशु भी ईर्ष्या रख सकते हैं। प्रोफ़ेस्सर क्रिस्टीन हैरिस ने कुछ कुत्तों के स्वामियों से कहा कि वे अपने पालतु कुत्तों की उपस्थिति में एक खेलने वाले कुत्ते से प्रेम दिखाएं। उन्होंने पाया कि ऐसा करने पर तीन चौथाई कुत्तों ने किसी न किसी रूप में ईर्ष्या दिखाई। कुछ कुत्तों ने अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए अपने मालिकों को स्पर्श किया या हलका सा धक्का दिया। कुछ ने अपने स्वामी और उस खिलौने के बीच में आने का प्रयास किया। कुछ ने तो उस खिलौने के कुत्ते पर भौंकने या उसको काटने का प्रयास भी किया।

   कुत्तों में ईर्ष्या होना अच्छा लगता है; परन्तु मनुष्यों में ईर्ष्या के परिणाम कुछ कम प्रशंसनीय होते हैं। परन्तु फिर भी परमेश्वर के वचन बाइबल के प्रमुख पात्रों में से, मूसा और पौलुस हमें स्मरण दिलाते हैं कि एक और भी ईर्ष्या है - वह जो हमारे प्रति परमेश्वर के हृदय की भावनाओं को प्रतिबिंबित करती है।

   पौलुस ने कुरिन्थुस में मसीही विश्वासियों की मण्डली को लिखी अपनी पत्री में कहा, "मैं तुम्हारे विषय मे ईश्वरीय धुन लगाए रहता हूं" (2 कुरिन्थियों 11:2)। उसे चिंता थी कि उनके "मन उस सीधाई और पवित्रता से जो मसीह के साथ होनी चाहिए कहीं भ्रष्‍ट न किए जाएं" (2 कुरिन्थियों 11:3)। यह वह ईर्ष्या है जो परमेश्वर के हृदय की उस भावना को दिखाती है जिसके विषय परमेश्वर ने मूसा से अपनी दस आज्ञाएं देते हुए, अन्य देवी-देवताओं की उपासना करने के विषय में कहा, "तू उन को दण्डवत न करना, और न उनकी उपासना करना; क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा जलन रखने वाला ईश्वर हूं, और जो मुझ से बैर रखते है, उनके बेटों, पोतों, और परपोतों को भी पितरों का दण्ड दिया करता हूं" (निर्गमन 20:5)।

   परमेश्वर की ईर्ष्या हमारे स्वार्थी प्रेम के समान या किसी दुर्भावना से नहीं है। उसका हृदय उसके लोगों के प्रति, जो उसकी सृष्टि हैं और जिन्होंने उसपर किए गए विश्वास द्वारा उद्धार पाया है, परमेश्वर की सुरक्षा की प्रवृत्ति को प्रगट करता है - कहीं वे बहक कर या किसी गलत धारण मेम पड़कर किसी हाने में न पड़ जाएं। उसकी "ईर्ष्या", उसके लोगों के प्रति उसकी सुरक्षा भावना, उन्हें हानि से बचाए रखने का प्रगटिकरण है। उसने हमें बनाया है, हमें पापों से छुड़ाया है, जिससे कि हम सदा उसमें आनन्दित रह सकें। हम इससे अधिक उस परमेश्वर से, जो हमारी खुशी, सुरक्षा और भलाई के लिए इतना समर्पित है, इतनी "ईर्ष्या" रखता है, और क्या माँग सकते हैं? - मार्ट डीहॉन


परमेश्वर हम में से प्रत्येक से इतना प्रेम करता है, 
मानो प्रेम करने के लिए बस हम ही एकमात्र उसके पास हैं। - औगस्टीन

क्योंकि तुम्हें किसी दूसरे को ईश्वर कर के दण्डवत करने की आज्ञा नहीं, क्योंकि यहोवा जिसका नाम जलनशील है, वह जल उठने वाला ईश्वर है ही - निर्गमन 34:14

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 11:1-4
2 Corinthians 11:1 यदि तुम मेरी थोड़ी मूर्खता सह लेते तो क्या ही भला होता; हां, मेरी सह भी लेते हो। 
2 Corinthians 11:2 क्योंकि मैं तुम्हारे विषय में ईश्वरीय धुन लगाए रहता हूं, इसलिये कि मैं ने एक ही पुरूष से तुम्हारी बात लगाई है, कि तुम्हें पवित्र कुंवारी के समान मसीह को सौंप दूं। 
2 Corinthians 11:3 परन्तु मैं डरता हूं कि जैसे सांप ने अपनी चतुराई से हव्‍वा को बहकाया, वैसे ही तुम्हारे मन उस सीधाई और पवित्रता से जो मसीह के साथ होनी चाहिए कहीं भ्रष्‍ट न किए जाएं। 
2 Corinthians 11:4 यदि कोई तुम्हारे पास आकर, किसी दूसरे यीशु को प्रचार करे, जिस का प्रचार हम ने नहीं किया: या कोई और आत्मा तुम्हें मिले; जो पहिले न मिला था; या और कोई सुसमाचार जिसे तुम ने पहिले न माना था, तो तुम्हारा सहना ठीक होता।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 32-33
  • इब्रानियों 1